विश्व में कुल कितने ईसाई देश हैं - vishv mein kul kitane eesaee desh hain

विश्व में कुल कितने ईसाई देश हैं - vishv mein kul kitane eesaee desh hain

विश्व मानचित्र में ईसाई जनसंख्या प्रतिशत,

ईसाई धर्म; में लगभग 2.4 अरब अनुयायी हैं, जो कि लगभग 7.2 अरब लोगों में से हैं।.[1][2][3][4] दुनिया की लगभग एक-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है और विश्व में सबसे बड़ा धर्म है, जिसमें कैथोलिक चर्च, प्रोटेस्टेंटिज़म और पूर्वी रूढ़िवादी चर्च होने वाले ईसाई में तीन सबसे बड़े समूह हैं। सबसे बड़ा ईसाई संप्रदाय कैथोलिक चर्च है, जिसमें 1.0 9 अरब अनुयायी हैं। दूसरी सबसे बड़ी ईसाई शाखा या तो प्रोटेस्टेंटिज्म है (यदि इसे एक समूह माना जाता है) या पूर्वी रूढ़िवादी चर्च (यदि प्रोटेस्टेंट को कई संप्रदाय में विभाजित माना जाता है) ईसाई धर्म यूरोप, रूस, अमेरिका, फिलीपींस, पूर्वी तिमोर, दक्षिणी अफ्रीका, मध्य अफ्रीका, पूर्वी अफ्रीका और ओशिनिया में प्रमुख धर्म है। दुनिया के अन्य हिस्सों में भी बड़े ईसाई समुदाय हैं, जैसे इंडोनेशिया, मध्य एशिया और मध्य पूर्व, जहां ईसाई धर्म इस्लाम धर्म के बाद दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। संयुक्त राज्य अमेरिका में दुनिया की सबसे बड़ी ईसाई आबादी है, उसके बाद ब्राजील और मेक्सिको का स्थान है। ईसाई धर्म, एक या किसी अन्य रूप में, निम्नलिखित 15 देशों का राज्य धर्म है: अर्जेंटीना (रोमन कैथोलिक चर्च), अर्मेनिया (अर्मेनियाई अपोस्टोलिक चर्च) तुवालु (तुवालु का चर्च), टोंगा (टोंगा का फ्री वेस्लेयन चर्च) इंग्लैंड (चर्च ऑफ इंग्लैंड), ग्रीस (पूर्वी रूढ़िवादी चर्च), जॉर्जिया (पूर्वी रूढ़िवादी चर्च), कोस्टा रिका (रोमन कैथोलिक चर्च), किंगडम ऑफ़ डेनमार्क (डेनमार्क नेशनल चर्च), आइसलैंड (चर्च ऑफ आइसलैंड), लिकटेंस्टीन (कैथोलिक चर्च), माल्टा (कैथोलिक चर्च), मोनाको (कैथोलिक चर्च), वैटिकन सिटी (कैथोलिक चर्च), और जाम्बिया (कैथोलिक चर्च)।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • विश्व में इस्लाम धर्म
  • विश्व में बौद्ध धर्म
  • विश्व में हिन्दू धर्म
  • विश्व में सिख धर्म

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. 33.39% of ~7.2 billion world population (under the section 'People') "World". CIA world facts. मूल से 5 जनवरी 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 जनवरी 2018.
  2. "Christianity 2015: Religious Diversity and Personal Contact" (PDF). gordonconwell.edu. January 2015. मूल (PDF) से 25 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-05-29.
  3. "Major Religions Ranked by Size". Adherents.com. मूल से 10 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-05-05.
  4. ANALYSIS (2011-12-19). "Global Christianity". Pewforum.org. मूल से 30 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-08-17.

}गृह युद्ध झेल रहा सीरिया इस्लाम बहुल, लेकिन आधिकारिक तौर पर इस्लामिक देश नहीं है

भास्करन्यूज ¿ नई दिल्ली

दुनियाकी सबसे बड़ी आबादी ईसाई धर्म को मानती है। इस्लाम इस मामले में दूसरे नंबर पर है। काेई भी धर्म मानने वाले तीसरे नंबर पर हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर दुनिया में सबसे ज्यादा देशों का धर्म इस्लाम है। ये जानकारी प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 199 देशों के धर्म के आधार पर किए अध्ययन में सामने आई है। इसमें इन देशों के संविधान और कानूनों का अध्ययन किया गया है। इनमें धर्म को लेकर प्रावधान, धर्म को मानने वाले, समर्थक या धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रों का विश्लेषण किया गया है। इसके मुताबिक दुनिया में 43 देश ऐसे हैं, जिन्होंने आधिकारिक तौर पर खुद को धार्मिक देश घोषित किया है। इनमें से 27 ने खुद को इस्लामिक और 13 ने ईसाई देश बताया है।

चीन ऐतिहासिक तौर पर करीब 2000 सालों तक प्राचीन धर्मों बौद्ध और ताओजिम का अनुसरण करता आ रहा है. हालांकि अब चीन का सांस्कृतिक ढांचा पहले से काफी बदल चुका है. चीन में ईसाईयों की संख्या करीब 5 करोड़ 40 लाख है जो इटली (4 करोड़ 70 लाख) में ईसाईयों की संख्या से भी ज्यादा है. चीन में जल्द ही दुनिया की सबसे ज्यादा ईसाई आबादी होगी.

चीन में ईसाईयों की आबादी में सबसे तेजी से वृद्धि हो रही है. चीन में इस्लाम और ईसाई समेत एकेश्वरवादी धर्म बड़ी जगह भर रहे हैं. जहां दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिम चीन में बौद्ध धर्म का बोलबाला है. वहीं पूर्वी चीन में ईसाईयों की तादाद बढ़ती जा रही है. शिनजियांग और गांसू जैसे इलाके मुस्लिम बहुल है.

एक चीनी रिसर्च के मुताबिक, अगर यह वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहती है तो 2040 तक चीन की 32 प्रतिशत आबादी ईसाई होगी. 2050 तक इसके 66.7 प्रतिशत होने का अनुमान है.

1980 के बाद से चीन में ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. राज्य में राज्य नियमित तीन ईसाई संगठन हैं और इसके अलावा कई अंडरग्राउंड हाउस चर्च हैं.

प्यू सेंटर के 2010 के एक रिसर्च के मुताबिक, चीन की कुल जनसंख्या की 5 प्रतिशत आबादी ईसाई धर्म को मानती है. इसके बावजूद ईसाई धर्म और चीन सरकार के बीच बड़ी खाई है. चीन में ईसाइयों की गिरफ्तारी और सजा मिलने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है.

ईसाईयों की आबादी बढ़ने से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और ईसाईयों के बीच संघर्ष शुरू हो गया है. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, हूझो में चीनी प्रशासन ने ईसाईयों के लगातार विरोध प्रदर्शन के बावजूद एक चर्च से क्रॉस हटवा दिया. 2013 से 2015 के बीच 'सुरक्षा और सुंदरता' के नाम पर चीन में 1200 क्रॉस हटाए गए.

चीन आधिकारिक तौर पर एक नास्तिक देश है हालांकि पिछले 40 सालों में यहां धार्मिक गतिविधियां बढ़ी हैं. राज्य केवल 5 धर्मों को मान्यता देता है जिसमें बौद्ध, कैथोलिजम, डाओजिम, इस्लाम और प्रोटेस्टैंटिजम शामिल हैं. इनके अलावा किसी अन्य धर्म के क्रियाकलापों पर लगभग बैन है.

सत्तारूढ़ पार्टी सीपीसी आधिकारिक तौर पर नास्तिक है. यह राजनीतिक पार्टी अपने 9 करोड़ सदस्यों को धार्मिक मान्यताएं रखने से प्रतिबंधित करती है. पार्टी के किसी सदस्य के किसी धार्मिक संगठन या संस्था से जुड़ा पाए जाने पर उन्हें पार्टी से बर्खास्त तक किया जा सकता है.

पार्टी के रिटायर सदस्यों को भी किसी धर्म का पालन करने की मनाही है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ता में आने के बाद से बौद्ध धर्म को बढ़ावा दे रहे हैं. शी जिनपिंग ने सार्वजनिक तौर पर बौद्ध, कन्फ्यूसियनिजम और दाओजिम से देश के नैतिक पतन पर नियंत्रण की बात कही थी.

ईसाई कितने देशों में हैं?

ईसाई धर्म, एक या किसी अन्य रूप में, निम्नलिखित 15 देशों का राज्य धर्म है: अर्जेंटीना (रोमन कैथोलिक चर्च), अर्मेनिया (अर्मेनियाई अपोस्टोलिक चर्च) तुवालु (तुवालु का चर्च), टोंगा (टोंगा का फ्री वेस्लेयन चर्च) इंग्लैंड (चर्च ऑफ इंग्लैंड), ग्रीस (पूर्वी रूढ़िवादी चर्च), जॉर्जिया (पूर्वी रूढ़िवादी चर्च), कोस्टा रिका (रोमन ...

दुनिया में सबसे तेजी से कौन सा धर्म फैल रहा है?

रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी मज़हब के मुक़ाबले इस्लाम दुनिया में सबसे तेजी से फैल रहा है.

दुनिया में ईसाइयों की जनसंख्या कितनी है?

दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी ईसाइयों की है. विश्व आबादी में उनकी हिस्सेदारी 31.5 प्रतिशत और आबादी लगभग 2.2 अरब है.

भारत में ईसाइयों की संख्या कितनी है?

विद्वानों की सहमति है कि ईसाई धर्म निश्चित तौर पर ६वीं शताब्दी ईस्वी से भारत में स्थापित हो गया था। भारत की २०११ की जनगणना मे मुताबीक २. ॰३% जनसंख्या ईसाई धर्म की है, जो की लगभग २ करोड़ ७० से ज्यादा होती है।