वृक्ष का पर्यायवाची शब्द क्या है संस्कृत में? - vrksh ka paryaayavaachee shabd kya hai sanskrt mein?

वृक्ष का पर्यायवाची शब्द ( Vriksh ka paryayvachi shabd | (समानार्थी) Synonym In Hindi

हमारी टीम द्वारा इंटरनेट एवं किताबों में से खोजकर निकाले गए, संबंधित पर्यायवाची शब्दों को नीचे क्रम से दे रहे हैं । दोस्तों आपको बता दें, कि आप सभी पर्यायवाची शब्दों को प्रारंभ से अंतिम तक पढ़ें । और समानार्थी शब्दों (Synonyms In Hindi) को पढ़ने के बाद संबंधित अन्य पोस्ट भी अवश्य पढ़ें । इसके अलावा शेयर एवं कॉमेंट कर सकते हैं । तो चलिए अब नीचे के शब्द पढ़ना जारी रखें;

वृक्ष का पर्यायवाची शब्द ( Vriksh ka Paryayvachi Shabd )
वृक्ष का पर्यायवाची शब्द

शाखी shaakhee
विटप vitap
विटप vitap
रुख rukh
बूटा boota
पेड़ ped
पुष्पद pushpad
पुष्प pushp
पादप paadap
पर्णी parnee
द्रुम drum
दरख्त darakht
तरू taroo
तरु taru
गाछ gaachh
अगम agam

यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में शमिल होने जा रहे है। तो उससे पहले आपको कुछ पर्यायवाची शब्द पढ़कर अवश्य जाना चाहिए। आप देखेंगे की हिंदी में समानार्थी शब्द एवं अंग्रेजी का पेपर भी है तो उसमे आपको Synonyms अवश्य देखने को मिलेगा।

वृक्ष का पर्यायवाची शब्द क्या है संस्कृत में? - vrksh ka paryaayavaachee shabd kya hai sanskrt mein?

पर्यायवाची शब्द प्रतियोगी Exams में अहम है और जरूर पूछे जाने वाला टॉपिक हैं। किसी शब्द के अंतर्गत अनेकों समानार्थी शब्द हो सकते हैं। आपको बता दे की जरूरी नहीं कि परीक्षा में आपको इक्षा अनुसार ही समानार्थक शब्दो का संग्रह आए। इसलिए आप अनेक ऐसे पर्याय तैयार करके रखे। कोई भी पूछा जा सकता है।

पर्याय वाची शब्द आपके अध्ययन शैली का हिस्सा है। आपके पाठ्यक्रम अनुसार चयनित के अलावा भी कुछ भी ऐसे Synonyms शब्दो का पूछा जाना संभव है। कंपटीशन एग्जाम्स के लिए ये सभी अहम पहलू है।

यह कोई कठिन तथ्य भी है। जब आप समझदारी से पर्याय शब्दों को खोजने और समझने को कोशिश करे। तो यकीन मानिए आप आसानी से सिख सकते है।

संस्कृत के अंतर्गत भी पर्यायवाची शब्द भी जरूरी है। आपको बता दें, की हमारी टीम कई सारे एक्सपेरिमेंट करती रहती है। जब आप किसी भी को याद करना चाहते हैं, तो आपको उसे लिख लिखकर प्रयास करना चाहिए।

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  • पत्थर — आकाश, प्रस्तर, पाहन पाषाण।
  • पानी— जल, वारि, नीर, तोय, सलिल, अंबु, सर।
  • आकाश — व्योम, शून्य, गगन, अम्बर, आसमान, अंतरिक्ष, नभ,, धौ, अनंत
  • हवा — पवन, वायु, समीर, अनिल, वात, मरुत्, पवमान, बयार, प्रकंपन, समी
  • साँप — सर्प, नाग, विषधर, व्याल, भुजंग, उरग, अहि पन्नग।
  • जंगल — वन, कानन, बीहड़, विटप, विपिन।
  • घर — गृह, सदन, आवास, आलय, गेह, निवास, निलय, मंदिर।
  • अमृत — सुधा, सोम, पीयूष, अमिय, जीवनोदक
  • असुर — राक्षस, दैत्य, दानव, निशाचर, दनुज, यातुधान, निशिचर, रजनीचर।
  • अग्नि — आग, अनल, पावक, वह्नि।
  • अश्व — घोड़ा, हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव, तुरंग।
  • आकाश — गगन, नभ, आसमान, व्योम, अंबर, धौ, अंतरिक्ष, अनंत
  • आँख — नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अंबक, दृष्टि, विलोचन।
  • इच्छा — आकांक्षा, चाह, अभिलाषा, कामना, ईप्सा, मनोरथ, स्पृहा, ईहा, वांछा।
  • इंद्र — सुरेश, देवेंद्र, देवराज, पुरंदर, सुरपति, मघवा, वासव, महेंद्र।
  • ईश्वर — प्रभु, परमेश्वर, भगवान, परमात्मा।
  • कमल — जलज, पंकज, सरोज, राजीव, अरविन्द, नीरज।
  • गरमी — ग्रीष्म, ताप, निदाघ, ऊष्मा।
  • गृह — घर, निकेतन, भवन, आलय,निवास, गेह, सदन, आगार, आयतन, आवास, निलय, धाम।
  • गंगा — सुरसरि, त्रिपथगा, देवनदी, जाह्नवी, भागीरथी।
  • चंद्र — चाँद, चंद्रमा, विधु, शशि, राकेश, हिमांशु, सुधांशु, सुधाकर, सुधाधर, सारंग, निशाकर, निशापति, रजनीपति,मृगांक, कलानिधि।
  • जल — वारि, पानी, नीर, सलिल, तोय, उदक, अंबु, जीवन, पय, अमृत, मेघपुष्प।
  • नदी — सरिता, तटिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी, आपगा, निम्नगा, कूलंकषा।
  • पवन — वायु, समीर, हवा, अनिल।
  • पत्नी — भार्या, दारा, अर्धांगनी, वामा, गृहिणी, बहू, वधू, कलत्र, प्राणप्रिया
  • पुत्र — बेटा, सुत, तनय, आत्मज, जनज, लड़का, तनुज।
  • पुत्री — बेटी, सुता, तनया, आत्मजा, दुहिता, नंदिनी, तनुजा।
  • दोस्त — बन्धु, मित्र, साथी, यार, सखा, हितैषी, अंतरंग, साखी, जीवन-साथी, मीत, सहायक
  • पृथ्वी — धरा, [], धरती, वसुधा, भूमि, वसुंधरा, भू, इला, धरा, धरत्री, धरणी।
  • पर्वत — शैल, नग, भूधर, पहाड़, अंचल, महीधर, गिरि, भूमिधर, तुंग, अद्रि।
  • बिजली — चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी, विधुत्, तड़ित, बीजुरी, क्षणप्रभा।
  • मेघ — बादल, जलधर, पयोद, पयोधर, घन।
  • राजा — नृप, नृपति, भूपति, नरपति, भूप, महीप, महीपति, नरेश, राव, सम्राट्
  • रजनी — रात्रि, निशा, यामिनी, विभावरी।
  • सर्प — साँप, अहि, भुजंग, विषधर, व्याल, फणी, उरग, पन्नग, नाग।
  • सागर — समुद्र, उदधि, जलधि, वारिधि, पारावार, सिंधु, नीरनिधि, नदीश, पयोधि, अर्णव, पयोनिधि, रत्नाकर, अब्धि, वारीश, जलधाम, नीरधि।
  • सिंह — शेर, वनराज, शार्दूल, मृगराज, व्याघ्र, पंचमुख, मृगेंद्र, केशरी, केहरी, केशी, महावीर।
  • सूर्य — रवि, दिनकर, सूरज, भास्कर, मार्तंड, मरीची, प्रभाकर, सविता, पतंग, दिवाकर, हंस, आदित्य, भानु, अंशुमाली।
  • स्त्री — ललना, नारी, कामिनी, रमणी, महिला, वनिता, कांता।
  • शिक्षक — गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय।
  • हाथी — कुंजर, गज, द्विप, करी, हस्ती।
  • सिर - शीश, मुंड, माथा।
  • अनुपम-- अपूर्व, अनोखा, अद्भुत, अनूठा, अद्वितीय, अतुल
  • आम-- आम्र, चूत, रसाल, अमृतफल, सहकार, अतिसौरभ, च्यूत,
  • आनंद-- मोदी, प्रमोद, हर्ष, आमोद, सुख, प्रसन्नता, आह्लाद, उल्लास
  • आश्रम-- मठ, विहार, कुटी, स्तर, अखाड़ा, संघ
  • कपड़ा-- वस्त्र, पट, वसन, अंबर, चीर , परिधान
  • कमल-- सरोज, जलज, अब्ज, पंकज, अरविंद, पद्म, कंज, शतदल, अंबुज, सरसिज, नलिन, तामरस
  • किरण-- मरीचि, मयूख, अंशु, कर, रश्मि, प्रभा, अर्चि, गो
  • कुबेर-- किन्नरेश, यक्षराज, धनद, धनाधिप, राजराज
  • गणेश-- लंबोदर, एकदंत, मूषकवाहन, गजवदन, गजानन, विनायक, गणपति, विघ्ननाशक, भवानी नंदन, महाकाय, विघ्नराज, मोदकप्रिय, मोददाता
  • गदहा-- खर, गर्दभ, धूसर, रासभ, बेशर, चक्रीवान्, वैशाखनंदन
  • चोर-- तस्कर, दस्यु, रजनीचर, मोषक, कुंभिल, खनक, साहसिक
  • यमुना-- सूर्यसुता, सूर्यतनया, कालिंदी, अर्कजा, कृष्णा
  • तालाब-- सर, सरोवर, तड़ाग, हृद, पुष्कर, जलाशय, पद्माकर
  • दास-- अनुचर, चाकर, सेवक, नौकर, भृत्य, किंकर, परिचारक
  • दु:ख-- पीड़ा, व्यथा, कष्ट, संकट, शोक, क्लेश, वेदना, यातना, यंत्रणा, खेद
  • देवता-- सुर, अमर, देव, निर्जर, विबुध, त्रिदश, आदित्य, गीर्वाण
  • द्रव्य-- धन, वित्त, संपदा, विभूति, दौलत, संपत्ति
  • नौका-- नाव, तरिणी, जलयान, जलपात्र, तरी, बेड़ा, डोंगी, पतंग
  • पति-- भर्ता, वल्लभ, स्वामी, आर्यपुत्र
  • पक्षी-- विहंग, विहग, खग, पखेरू, परिंदा, चिड़िया, शकुंत, अंडज, पतंग, द्विज
  • पंडित-- सुधी, विद्वान, कोविद, बुध, धीर, मनीषी, प्राज्ञ, विचक्षण
  • पुष्प-- फूल, सुमन, कुसुम, प्रसून
  • बाण-- तीर, शर, विशिख, आशुग, शिलीमुख, इषु, नाराच
  • ब्रह्मा-- आत्मभू, स्वयंभू, चतुरानन, पितामह, हिरण्यगर्भ, लोकेश, विधि, विधाता
  • वृक्ष-- तरु, द्रुम, पादप, विटप, अगम, पेड़, गाछ
  • मछली-- मत्स्य, झख, मीन, जलजीवन, सफरी, झष, जलीय जीव
  • महादेव-- शंभु, ईश, पशुपति, शिव, महेश्वर, शंकर, चंद्रशेखर, भव, भूतेश, गिरीश, हर, त्रिलोचन
  • मेघ-- घन, जलधर, वारिद, बादल, नीरद, वारिधर, पयोद, अंबुद, पयोधर
  • मुनि-- यती, अवधूत, संन्यासी, वैरागी, तापस, संत, भिक्षु, महात्मा, साधु, मुक्तपुरुष
  • रात्रि-- शर्वरी, निशा, रात, रैन, रजनी, यामिनी, त्रियामा, विभावरी, क्षणदा,
  • विष्णु-- गरूड़ध्वज, अच्युत, जनार्दन, चक्रपाणि, विश्वंभर, मुकुंद, नारायण, हृषीकेश, दामोदर, केशव, माधव, गोविंद, लक्ष्मीपति, विभु, विश्वरूप
  • समूह-- समुदाय, वृंद, गण, संघ, पुंज, दल, झुंड, मंडली, टोली, जत्था
  • सरस्वती-- ब्राह्मी, भारती, भाषा, वाक्, गिरा, शारदा, वीणापाणि, वागीशा
  • सोना-- सुवर्ण, स्वर्ण, कंचन, हाटक, कनक, हिरण्य, हेम, जातरूप
  • सुंदर-- रुचिर, चारु, रम्य, सुहावना, मनोहर, रमणीक, चित्ताकर्षक, ललित,

संस्कृत में वृक्ष का पर्यायवाची क्या होगा?

तरू, अगम, पेड़, पादप, विटप, गाछ, दरख्त, शाखी, विटप, द्रुम।

वृक्ष का पर्यायवाची शब्द क्या होता है?

'वृक्ष' का पर्यायवाची शब्द है - 'गाछ'। 'वृक्ष' के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - तरू, अगम, पेड़, पादप, विटप, दरख्त, शाखी, विटप, द्रुम आदि।

वृक्ष को संस्कृत में क्या बोलते हैं?

संस्कृत में वृक्षों के नाम –.

पर्यायवाची शब्द को संस्कृत में क्या कहते हैं?

(संस्कृत व्याकरण) किसी शब्द के लिए प्रयोग किए गए समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। जो शब्द अर्थ की दृष्टि से समान होते हैं, पर्यायवाची शब्द पर्यायवाची शब्द कहलाते हैंपर्यायवाची शब्द किसी भी भाषा की सबलता की बहुता को दर्शाता है।