हम 'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए क्रमश: समस्त 12 राशियों व उन राशियों में जन्मे जातकों के व्यक्तित्व के गुण-दोष की जानकारी प्रदान कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रस्तुत है तुला राशि में जन्मे जातकों का व्यक्तित्व- Show राशि- तुला स्वामी ग्रह- शुक्र गुणधर्म- चर तत्व- आकाश उदय- शीर्षोदय दिशा- पश्चिम स्वरूप- तराजू तुला राशि वाले जातक जिन जातकों के जन्म के समय जन्म पत्रिका में चन्द्रमा तुला राशि में स्थित होता है, उनकी तुला राशि होती है। तुला राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र को नवग्रहों में रानी की उपाधि प्राप्त है। शुक्र भोग-विलास एवं विलासिता नैसर्गिककारक होता है, इस कारण तुला राशि वाले जातक वैभव-विलासितापूर्ण जीवन-यापन करना बहुत पसंद करते हैं। यह फैशन से अत्यधिक प्रभावित होते हैं। इन्हें गीत-संगीत, नृत्य व फिल्म से विशेष लगाव होता है। इन्हें अधिकतर सज-धजकर रहना, महंगी गाड़ियों में घूमना-फिरना व फैशन के अनुसार वस्त्र पहनना पसंद होता है। तुला राशि वाले जातक निर्णय लेने में बहुत विलंब करते हैं, क्योंकि इनका स्वभाव 'पल में तोला, पल में मासा' जैसा होता है। ये अक्सर अपने लिए गए निर्णय परिवर्तित करते रहते हैं। तुला राशि वाले जातक न्यायप्रिय होते हैं। तुला के चर राशि होने के कारण ये थोड़े अस्थिर स्वभाव वाले होते हैं और अपना कर्मक्षेत्र व जीवनचर्या निरंतर बदलते रहते हैं। इनका बौद्धिक स्तर ऊंचा होता है। ये कल्पनाशील होते हैं। तुला राशि के अधिपति शुक्र के कारण ये थोड़े कामुक व भोग-विलासप्रिय होते हैं। शुक्र राशि वाली महिलाएं अक्सर खूबसूरत होती हैं। यदि तुला राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र पर अशुभ प्रभाव हो अथवा शुक्र नीचराशिस्थ हो तो ये व्यभिचार की ओर अग्रसर होकर लांछित होते हैं। इनका दांपत्य जीवन प्राय: सुखद होता है। तुला राशि वाले जातक धनाढ्य होते हैं। इनके पास चल-अचल संपत्ति होती है। ये उत्तम वाहन सुख प्राप्त करते हैं। तुला राशि वाले जातक अक्सर रोमांटिक स्वभाव वाले होते हैं और अपने जीवनसाथी से अत्यधिक प्रेम करते हैं। तुला राशि वाले जातक अक्सर अभिनेता, जौहरी, सौन्दर्य प्रसाधन, प्रसिद्ध व्यापारी, नृत्य निर्देशक, गायक, संगीतकार, फिल्म इंडस्ट्री, सिविल इंजीनियर, फैशन डिजाइनर, मॉडलिंग इत्यादि क्षेत्रों में विशेष सफल होते हैं। -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
तुला राशि के जीवनसाथी कौन है?आइए जानते हैं किन राशि के जातक तुला राशि के जातकों के लिए अच्छे जीवनसाथी माने जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, वृष और तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं। ऐसे में इन दोनों राशियों की जोड़ी अच्छी मानी जाती है। कहा जाता है कि यदि इन दोनों राशि के जातक शादी के बंधन में बंधते हैं, तो इनका प्यार बड़ा ही फलता फूलता है।
तुला राशि के गुण कितने होते हैं?तुला राशि (Tula Rashi) की सम्पूर्ण जानकारियाँ
अन्य गुण : नम्र, दयालु, ईमानदार, न्याय करने में निपुण, निर्णय लेने से पूर्व हर पहलू का विश्लेषण करते हैं। दूसरों के धन के लोलुप होते हैं मगर आश्रितों के सहायक रहते है। भावुक मगर लचीले स्वभाव क होते हैं। क्रोध शीघ्र शांत हो जाता है।
तुला राशि से कौन सी राशि प्यार करती है?तुला राशि के कुछ जातकों के लिए यह साल प्यार के मामले में बहुत खास हो सकता है। इस साल आपकी प्यार की कुंडली देखने से लग रहा है कि आपकी लाइफ में भी कोई मनचाहा साथी आ सकता है।
तुला राशि की कमजोरी क्या है?सबसे बड़ी कमजोरी
तुला जातको को बुरे व्यवहार से सख्त नफरत हैं। ये हमेशा संतुलित, सुखद, सुंदर और काफी आसानी से कार्य करते हैं। साथ ही अपनी इच्छित सफलता के अधिकारी बनते हैं। इन पर अक्सर आलसी होने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन यह केवल इसलिए होता है, क्योंकि ये समय पर काम करने के चक्कर में आराम नहीं कर पाते हैं।
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