श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?

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श्री कृष्णा सिंह जी बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे उनका जन्म मुंगेर जिले में हुआ था और उनका घर भी वहीं पर है धन्यवाद

shri krishna Singh ji bihar ke pehle mukhyamantri the unka janam munger jile mein hua tha aur unka ghar bhi wahi par hai dhanyavad

श्री कृष्णा सिंह जी बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे उनका जन्म मुंगेर जिले में हुआ था और उनका

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श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?
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श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?

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बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के जन्म स्थान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। श्रीबाबू की जन्म कुंडली दिखाते हुए उनके बड़े भाई स्व. देवकीनंदन सिंह के प्रपौत्र रंजीत कुमार पिंकू बताते हैं कि बिहार केसरी का जन्म बरबीघा के माउर (पैतृक गांव) में ही हुआ था। कुंडली में लिखा है कि श्रीबाबू का जन्म स्थान मुंगेर जिला (वर्तमान शेखपुरा जिला) के माउर ग्राम में 21 अक्टूबर 1887 में हुआ था। उधर, ग्रामीण अविनाश कुमार काजू ने जन्म स्थल बदले जाने के सवाल पर जनहित याचिका दायर करने का एलान किया।

क्या है मामला :-बिहार सरकार द्वारा बिहार केसरी का जन्म स्थान उनके ननिहाल नवादा जिले के खानवां गांव को घोषित कर दिया गया है। आधिकारिक तौर पर जन्म स्थान घोषित किए जाने के कारण बरबीघा के लोगों में नाराजगी है। ग्रामीण अविनाश कुमार काजू कहते हैं कि बिहार केसरी का जन्म बरबीघा के माउर गांव में हुआ था। उनका कहना है कि सौ साल की प्रमाणिक पुस्तक ज्योतिष रत्नाकर में छपी बिहार केसरी की जन्म कुंडली से भी उनके जन्म स्थान साफ-साफ प्रमाणित होता है।

ज्योतिष रत्नाकर पुस्तक की महत्ता :-ज्योतिष रत्नाकर पुस्तक ज्योतिष शास्त्र सीखने वालों के लिए एक शास्त्र जैसा है। ज्योतिष के विद्यार्थी इस किताब को पढ़कर ज्योतिष विद्या सीखते हैं। बनारस के कई ज्योतिष विद्यालयों में इस पुस्तक के माध्यम से ज्योतिष विद्या सिखायी जाती है। ज्योतिष रत्नाकर पुस्तक की रचना बिहार केसरी के बड़े भाई देवकीनंदन सिंह ने की थी। ज्योतिष रत्नाकर की मूल प्रति देवकीनंदन सिंह के प्रपौत्र राजेश कुमार पिंकू के पास है। राजेश कुमार पिंकू कहते हैं कि उनके परदादा देवकीनंदन सिंह का जन्म ननिहाल में हुआ था, जबकि डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जन्मस्थली माउर गांव है।

बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे | श्रीकृष्ण सिंह का जीवन परिचय |bihar ke pratham mukhyamantri kaun the – बिहार भारतके पूर्व में स्थित एक ऐतिहासिक राज्य हैं. जो प्राचीन काल से ही विभिन्न साम्राज्यो का केंद्र और राजधानी रहा है. यह राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का 13 वा बड़ा राज्य है. आजादी के तुरंत बाद बिहार राज्य देश में तेजी से विकसित होने वाला दूसरा राज्य था. इस विकास के पीछे उस समय के बिहार के मुख्यमंत्री का योगदान था.

इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे तथा उनका देश के स्वंत्रता संग्राम और बिहार राज्य के विकास में क्या योगदान था.

श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?
श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?

अनुक्रम

  • बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे | bihar ke pratham mukhyamantri kaun the
  • श्रीकृष्ण सिंह का जीवन परिचय
  • डॉ. श्रीकृष्ण सिंह का बिहार के विकास में योगदान
  • श्रीकृष्ण सिंह का भारत के स्वंत्रता संग्राम में भूमिका
  • निष्कर्ष

बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे | bihar ke pratham mukhyamantri kaun the

बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह थे. उनको बिहार केसरी और श्रीबाबू के नाम से भी जाना जाता है. श्री बाबू एक महान समाज सुधारक और न्यायप्रेमी व्यक्ति थे. उनके समय में बिहार विकास के क्षेत्र में भारत का पहला राज्य था. उन्होंने सबसे पहले जमीदारी प्रथा का उन्मूलन किया था. वह बिहार के मुख्यमंत्री होने के साथ ही एक प्रसिद्ध अधिवक्ता भी थे.

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श्रीकृष्ण सिंह का जीवन परिचय

डॉ. श्रीकृष्ण सिंह भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी थे. वह भारत के अखंड बिहार राज्य के प्रधानमंत्री और बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री थे. वह सन 1946 से लेकर 1961 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे. उनके मित्र और स्वतंत्र सेनानी डॉ. अनूप जैन नारायण सिंह उनके समय में मंत्रिमंडल में उप प्रधानमंत्री, उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री रहे थे. इस प्रकार दोनों आजीवन साथ रहे.

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डॉ. श्रीकृष्ण सिंह का बिहार के विकास में योगदान

श्रीकृष्ण सिंह के 10 साल के शासनकाल में बिहार राज्य में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, उधोग, कला और सामाजिक क्षेत्रो में उत्तम कार्य हुआ था. उनके शासनकाल में ही बिहार में भारत देश की पहली रिफाइनरी बरौनी ऑयल रिफायनरी बिहार में लगी थी. उन्हीं के शासनकाल में हमारे देश में पहला खादी कारखाना, एशिया का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग कारखाना, भारत का सबसे बड़ा स्टील प्लांट-सेल बोकारो, एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड गड़हरा, भागलपुर, बिहार और रांची के विश्वविद्यालय ऐसे ही अनेक अनगिनत कार्य बिहार राज्य में हुए थे. जिससे राज्य में कम समय में ही बहुत तेजी से विकास हो रहा था.

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उनके शासनकाल में बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था पुरे भारत में दूसरे नंबर पर थी. उस समय बिहार को उन्नत राज्य माना जाता था. उनके शासनकाल के समय संसद में नियुक्त फोर्ड फाउंडेशन के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री श्री एप्पेलवी ने अपनी रिपोर्ट में बिहार राज्य को देश का सबसे बेहतरीन शासित राज्य बताया था.

श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?
श्री कृष्णा सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? - shree krshna sinh ka janm kahaan hua tha?

बिहार राज्य के प्रति श्रीकृष्ण सिंह का समर्पण और प्रेम अतुल्य थे. उनके बिहार के विकास में अद्वितीय, अतुलनीय और अविश्वसनीय योगदान के लिए उन्हें ‘बिहार केसरी’ के नाम से भी जाना जाता है. श्रीकृष्ण सिंह जी को आधुनिक बिहार का निर्माता कहा जाता है. अधिकांश लोग उन्हें प्रेम से ‘श्रीबाबु’ भी कहते हैं.

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श्रीकृष्ण सिंह का भारत के स्वंत्रता संग्राम में भूमिका

बिहार केसरी का जन्म नवादा जिला में खंडवा गांव हुआ था. यहां उनका ननिहाल था. उनका पैतृक गांव शेखपुरा जिले में माउर में है. यहां ‘बिहार केसरी’ की स्मृति के रूप में प्रवेश द्वार भी बनाया गया है.

अंग्रेजों के शोषण और अनैतिक कानूनों के खिलाफ़ गाँधी जी ने गुजरात के साबरमती आश्रम से दांडी तक पैदल 340 किलोमीटर की पदयात्रा करके अंग्रेजी हुकूमत के अनैतिक काले नमक कानून को तोड़ा था. गाँधी जी के आह्वान पर ही बिहार में श्रीकृष्णा सिंह ने मुंगेर से अपनी कर्मभूमि गढ़पुरा तक 100 किलोमीटर की लंबी और कठिन यात्रा करके गढ़पुरा के दुर्गा गाछी में काले नमक के कानून को भंग किया था.

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ब्रिटिश फौज ने इसके पश्चात् बिहार केसरी को खोलते हुए नमक के पानी में जला दिया. लेकिन महान स्वतंत्रता सेनानी ने कभी अंग्रेजी हुकूमत के सामने हार नहीं मानी थी. इस ऐतिहासिक घटना के बाद महात्मा गाँधी ने श्रीकृष्ण सिंह को बिहार का प्रथम सत्याग्रह कहा था.

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे | श्रीकृष्ण सिंह का जीवन परिचय | bihar ke pratham mukhyamantri kaun the) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के बारे में विस्तार से बताना हैं. डॉ. श्रीकृष्ण सिंह भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी थे. वह भारत के अखंड बिहार राज्य के प्रधानमंत्री और बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री थे. उनके मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार राज्य ने अतुलनीय विकास किया था.

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भगवान श्री कृष्ण का जन्म कब और कहां हुआ था?

कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र के दिन रात्री के १२ बजे हुआ थाकृष्ण का जन्मदिन जन्माष्टमी के नाम से भारत, नेपाल, अमेरिका सहित विश्वभर में मनाया जाता है। कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था। वे माता देवकी और पिता वासुदेव की ८वीं संतान थे।

श्री कृष्ण सिंह का जन्म कब हुआ था?

21 अक्तूबर 1887श्रीकृष्ण सिंह / जन्म तारीखnull

भगवान श्री कृष्ण का गोत्र क्या था?

प्रश्न : भगवान श्री कृष्ण का गोत्र क्या था ? श्रीकृष्ण जी वृष्णि गोत्र के थे।

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श्रीकृष्ण की कितनी उम्र थी? भगवान कृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व में हुआ था. मान्यता है कि उनकी उम्र 125 साल 8 महीने और 7 दिन थी.