Moong Dal For Diabetes: डायबिटीज मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिसकी मुख्य वजह खराब खानपान और गलत लाइफस्टाइल है। इस बीमारी से न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवा भी तेजी से चपेट में आ रहे हैं। ये एक ऐसी बीमारी से जिसे खत्म नहीं किया जा सकता है। हालांकि सही खानपान से आप इसे कंट्रोल जरूर कर सकते हैं। Show
डॉक्टर की मानें तो अगर खाने-पीने का सही ध्यान रखा जाए, तो दवाओं की जरूरत कम पड़ती है। वैसे तो मधुमेह के रोगियों को चावल, रोटी आदि कम खाने की सलाह दी जाती है और दाल अधिक मात्रा में खाने के लिए कहा जाता है। लेकिन इसमें भी ये आपको जानना बेहद जरूरी है कि कौन की दाल खाई जाए। आपको बता दें कि डायबिटीज मरीजों के लिए प्रोटीन से भरपूर मूंग की दाल सबसे अच्छी होती है। ऐसे में आइए जानते हैं मूंग की दाल डायबिटीज के मरीजों के लिए किस तरह फायदेमंद है, साथ ही जानिए इसके सेवन का सही तरीका। डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है मूंग दाल मधुमेह के रोगियों के लिए मूंग दाल का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। साथ ही मूंग दाल एक लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है जो शरीर में इंसुलिन, ब्लड शुगर और फैट लेवल को कम करने में मदद करता है। Moong Dal Benefits डायबिटीज के मरीज इस तरह करें मूंग दाल का सेवन वैसे तो आप मूंग की दाल बनाकर भी खा सकते है, लेकिन डॉक्टर मूंग को दूसरे तरीके से खाने की सलाह देते हैं यानी अंकुरित मूंग। इसके लिए सबसे पहले मूंग को रात भर भिगोकर रख दें। उसके बाद इस अंकुरित मूंग को सुबह-सुबह नाश्ते के रुप में खाएं। इस तरह मूंग खाना बेहद लाभदायक होता है। Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें ये भी पढ़ें - Uric Acid: पान के पत्ते से कंट्रोल हो सकता है यूरिक एसिड, ऐसे करें सेवनअस्थमा के इन लक्षणों को न करें इग्नोर, जानिए मेथी का पानी फेफड़े को कैसे बनाएगा मजबूतUric Acid: बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं अखरोट और प्याज के नुस्खे, जानिए इस्तेमाल का सही तरीकाDiabetes: स्किन पर दिखता है ब्लड शुगर बढ़ने का असर, ये संकेत दिखे तो हो जाइए सावधानFlax Seeds: हाई बीपी की समस्या हो या मोटापे से हों परेशान? छोटी सी अलसी दूर करती है बड़े-बड़े रोगHigh Blood Sugar Control: धनिए के पानी से कंट्रोल करें डायबिटीज, जानिए कैसे करें इसका सेवनLatest Health News India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें हेल्थ सेक्शन Pulses for Diabetes Patients: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक दाल में सॉल्यूबल और नॉन-सॉल्यूबल डाइटरी फाइबर पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल में रखते हैंDiabetes Diet: डायबिटीज यूं तो एक लाइलाज बीमारी है लेकिन हेल्दी डाइट के जरिये इसे कंट्रोल किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह रोगियों को अपने खानपान में कई पाबंदियों को अपनाना पड़ता है। हालांकि, उनकी थाली में सभी जरूरी पोषक तत्वों का होना भी जरूरी है जिसमें मिनरल्स, विटामिन्स, कार्ब्स, प्रोटीन और गुड फैट्स शामिल हैं। दाल प्रोटीन से भरपूर होता है जो स्वास्थ्य को बेहतर करने में प्रभावी है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज रोगियों के लिए किस दाल का सेवन लाभकारी होगा – क्यों डायबिटीज रोगियों को खाना चाहिए दाल: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक दाल में सॉल्यूबल और नॉन-सॉल्यूबल डाइटरी फाइबर पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। साथ ही, अघुलनशील फाइबर मरीजों को कब्ज की परेशानी से दूर रखता है। साथ ही, इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो भोजन में मौजूद ग्लूकोज को जल्दी टूटने नहीं देते हैं और मरीजों के रक्त शर्करा का स्तर ठीक बना रहता है। मूंग दाल: हेल्थ के लिए मूंग दाल का सेवन बहुत असरदार साबित हो सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, फ्लेवनॉयड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड और लिपिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्लड शुगर से ग्रस्त मरीजों के शरीर में इन सभी तत्वों की पूर्ति से बॉडी हेल्दी रहती है। कम होता है ग्लाइसेमिक इंडेक्स: इस दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू बेहद कम होता है, डाइट एक्सपर्ट के अनुसार ये वैल्यू करीब 38 है। ऐसे में शुगर के मरीज अगर इस दाल का सेवन करते हैं तो इससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। किस तरह करें सेवन: डायबिटीज रोगी मूंग दाल को अंकुरित करके खा सकते हैं, या फिर छिलके और बगैर छिलके वाली दाल खा सकते हैं। इसमें फैट की मात्रा तो कम होती ही है, साथ ही फाइबर की अधिकता के कारण मधुमेह रोगियों के लिए ये बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। इन दालों का सेवन भी है लाभकारी: डायबिटीज के मरीज चना दाल का सेवन भी कर सकते हैं, इसका GI वैल्यू केवल 8 होता है। साथ ही, ये फॉलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर होता है। जबकि उड़द दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 के करीब होता है। शुगर के पेशेंट कौन कौन सी दाल खा सकते हैं?दालें डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स और कई विटामिन्स से भरपूर होती हैं, जो डायबिटीज के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। दालें जैसे – चना दाल (जीआई = 8), मसूर दाल (जीआई = 25), मूंग दाल (जीआई = 38), और उड़द दाल (जीआई = 43) फाइबर और प्रोटीन कंटेंट से भरपूर होती है और ये मधुमेह को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं।
शुगर में कौन सा दाल नहीं खाना चाहिए?गाऊट : मूंग, अरहर, मसूर या चने की दाल का उपयोग करें। कुलथी और उड़द की दाल के सेवन से बचें। खांसी और दम फूलना : ऐसे रोगियों के लिए विशेष रूप से कुलथी की दाल खानी चाहिए। उड़द की दाल का सेवन नहीं करें।
शुगर के मरीज को सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए?मधुमेह रोगियों को नाश्ते में क्या खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए?. एक प्रकार का अनाजकुट्टू. मेथी, पालक, पुदीना, धनिया. शुगर में मसूर की दाल खा सकते हैं क्या?मसूर की दाल शुगर के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हैं. यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है. मसूर का दाल का सेवन इनसुलिन रेसिस्टेंस डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी असरकार होती है. इसके अलावा यह दिल के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है.
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