निर्देशांक: 24°35′N 80°50′E / 24.58°N 80.83°E सतना जिला मध्य प्रदेश का एक जिला है। इसका मुख्यालय सतना में स्थित है। सतना जिला रीवा संभाग के अंतर्गत आता है। मुख्यालय के शहर के नाम पर सतना जिले का नाम रखा गया। इसकी सीमा उत्तर में उत्तर प्रदेश के बांदा जिला से लगी हुई है। जिले की पूर्वी सीमा रीवा जिले की त्यौंथर, सिरमौर और हुजूर तहसील से तथा सीधी जिले की गोपदबनास तहसील से लगी हुई है। जिले की सम्पूर्ण पश्चिम सीमा पन्ना जिले तथा दक्षिणी सीमा कटनी जिले की मुरवारा तथा उमरिया जिले की बांधवगढ़ तहसील और शहडोल जिले की ब्यौहारी तहसील से लगी हुई है। सतना जिला विंध्य पठार के लगभग १०,००० से ११,००० फीट की ऊचाई पर स्थित है। जिले का दक्षिणी भाग नागोद तहसील के २४ डि. ३०’ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है जहां ऊंची-नीची पहाड़ियां है। तहसील का दक्षिणी भाग ८०० फीट की ऊंचाई पकरस्थित है। सतना जिला अनेक बड़े काम करके इतिहास बनाने वालों का इलाका रहा है उसी मे पूरे सतना जिले मे अब तक व्यक्तिगत रूप से world record बनाकर पूरे मध्यप्रदेश का नाम ऊँचा करने वाले "आदित्य सिह" जी भी सतना स्थित उचेहरा के निवासी हैं जिन्होने १ मिनट मे १५७ से अधिक पुश अप करके सतना का नाम दुनिया मे ऊँचा किया है..फिलहाल वो अभी पतञ्जलि योगपीठ हरिद्वार मे आचार्य के रूप मे अध्ययन अध्यापन कर रहे हैं। साथं ही सतना जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर एक चूंद गांव सिथित है जिसे वीर सपूतों का गांव कहा जाता है धन्य है यहाँ की माँ जो वीर लाल को जन्म देती जा साथ ही धन्य है इस गांव की प्रकृति जल मिट्टी हवा को जो यहाँ का हर व्यक्ति कम से कम 6 फिट की लंबाई ही पाता है इस गांव के सपूत भारतीय सेना में थल जल और वायु तीनो सेना में अपना परचम लहराया है आज भी इस गांव के 300 से ज्यादा लोग भारतीय सेना में बड़े बड़े पदों पर भी है इस गांव की एकता को हम सलाम करते है इस गांव के लोगो मे इतनी एकता देखने को मिलती है सब एक दूसरे के सुख दुख के काम मे दिल से मदद करते है और हर परिस्थिति में सभी एक दूसरे के साथ है शिक्षा और संस्कृति भी यहाँ की बहुत सराहनीय है धन्य है इस गांव को हम बार बार इस वीरों की भूमि को प्रणाम करते है ।।धरती है चूंद कि महान जन्म भूमि कोटि कोटि बन्दन।। इस जिले में वॉलीबॉल का प्रचलन अधिक है। यहां से हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों का चयन होता है जो फिर भारतीय टीम। का प्रतिनिधित्व करते है जिले से लगभग 35 किलोमीटर दूर एक गाव मेहुती है यहां हर वर्ष वॉलीबॉल की प्रतियोगता होती है [1]सतना का फेमस होटाल फाइफ स्टार होटल हैं और ये जिला और भी कई इतिहसिक दृष्टि से महत्वूर्ण है शैक्षणिक संस्थान[संपादित करें]
दर्शनीय स्थल[संपादित करें]
भूगोल[संपादित करें]सतना की भौगोलिक स्थिति 24°20′N 80°33′E / 24.34°N 80.55°E पर है और इसकी औसत ऊंचाई 315 मीटर (1033 फीट) है।[3] ऐतिहासिक तथ्य[संपादित करें]सतना जिला ऐतिहासिक रूप से बघेलखंड क्षेत्र में आता है। इस पर रीवा राजघराने का शासन था। बाद में इस पर अंग्रेजी हुकूमत का आधिपत्य हो गया। इनमें मैहर, नागौद. कोठी, जासो, सोहावल और बारौधा और चौबे जागीर में पालदेव, पहरा, तरौन, भैसुंदा और कामता-राजुला थे। बौद्ध धर्म की किताब और महाभारत में भी इसका उल्लेख है। आसपास चहुंओर हिन्दू ,जैन व बौद्ध प्राचीन स्थान हैं जो कि क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को बताते हैं। सन्दर्भ[संपादित करें]
चर्चित व्यक्तित्व:- शिवांकित तिवारी "शिवा" (प्रसिद्ध युवा कवि एवं लेखक) इन्हें भी देखें[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ यहां का विशेष स्थान रामपुर बघेलान है यहां का खुरचन फेमस है।[संपादित करें]
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