Show अहमदाबाद की पीडियाट्रिशियन डॉक्टर रीमा पांड्या ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर के बताया है कि बच्चों के लिए गर्मी में कमरे या एसी का तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। जिस कमरे में बच्चा सो रहा है, उस कमरे का टेंपरचेर बहुत ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए। फोटो साभार : TOI क्या पहनाएंजब भी आप बच्चे को एसी में सुलाते हैं, तो उसे जुराक, कैब और एक पतला-सा स्वैटर जरूर पहनाएं। एक महीने से बड़े बच्चों में इसकी जरूरत नहीं है। फोटो साभार : unsplash इस बात का रखें ध्यानडॉक्टर रीमा कहती हैं कि जब आप एसी वाले कमरे से बच्चे को दूसरे कमरे में शिफ्ट करने की सोचते हैं, तो ऐसा तुरंत न करें बल्कि पहले बच्चे की बॉडी को रूम टेंपरेचर पर आने दें और उसके बाद दूसरे कमरे में ले जाएं। वहीं एसी के साथ पंखा ऑन न रखें। फोटो साभार :
unsplash देखें वीडियोक्या एसी से कोई खतरा हैबच्चे के कमरे में एसी या कूलर लगाने से कोई नुकसान तो नहीं है लेकिन आपको
ज्यादा देर तक इन्हें ऑन नहीं रखना चाहिए। बच्चे को ज्यादा देर तक ठंडे टेंपरेचर में रखने से बॉडी टेंपरेचर लो होने का खतरा रहता है जिससे उसकी सेहत को नुकसान हो सकता है। फोटो साभार : pexels ये टिप्स अपनाएंअगर आप बेबी को एसी में रख रहे हैं, तो इस बात का खास ख्याल रखें कि उस पर एसी की हवा सीधी नहीं आनी चाहिए। इससे बच्चे की सेहत खराब हो सकती है। एसी में सुलाते समय बच्चे पर हल्की चादर डालें। बच्चे को आपसे बस एक लेयर ज्यादा चाहिए होती है इसलिए उसे भारी कंबल या रजाई से ढकें नहीं। फोटो साभार : pexels चेक करते रहेंजब आप बच्चे
को एसी वाले कमरे में रखते हैं, तो उसके माथे, छाती, हाथों और पैरों को चेक करते रहें कि कहीं वो ज्यादा ठंडे तो नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा एसी की सर्विस करवाने के बाद ही उसे चलाएं। इससे बच्चे को साफ हवा मिल पाती है। फोटो साभार : unsplash Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें गर्मियों का कहर अपने चरम पर है. कई जगह पारा 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पार पहुंच चुका है. गर्मियों से बचने के लिए लोग एयर कंडीशनर का सहारा ले रहे हैं. एसी के तापमान को लेकर पिछले साल काफी हंगामा और डिबेट हुई थी. बीते साल ऊर्जा मंत्रालय ने एयर कंडीशनर का तापमान 24 डिग्री सेट करने सुझाव क्या दिया था. लेकिन असल सवाल है कि ऐसा करने से हासिल क्या होगा? क्या वाकई एसी के तापमान से बिजली की खपत निर्धारित होती है? और भारत में एयर कंडीशनर की क्या है डिमांड? भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने सिर्फ सलाह दी थी कि एसी की डिफॉल्ट सेटिंग 24 डिग्री सेल्सियस रखी जाए. इसके पीछे का मकसद, एनर्जी को बचाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना था. इसके लिए सरकार चाहती है कि जागरुकता मिशन चलाया जाए और लोगों को इसके फायदे बताए जाएं. साल 2016 के ताजा आंकड़ो के मुताबिक दुनिया में कुल 16 अरब एयर कंडीशनर्स की यूनिट मौजूद हैं. ये ज्यादातर यूनिट खासकर अमेरिका, चीन और जापान/दक्षिण कोरिया में मौजूद है. यहां क्रमश 37.4 करोड़, 56.9 करोड़ और 20.7 करोड़ यूनिट हैं.
अगले 32 साल भारत में लगेंगे सर्वाधिक एसी जब दुनिया में एसी की मांग बढ़ेगी तो बिजली की खपत में भी इजाफा होगा. रिपोर्ट के मुताबिक ऊर्जा की अनुमानित मांग पर गौर करें तो 2050 तक ये 1997 से बढ़कर 6205 टेरावॉट/घंटे हो जाएगी. 16 से बढ़कर 55 अरब हो जाएंगे AC
सही तापमान आखिर क्या? दुनिया के दूसरे मुल्कों में एसी के तापमान को लेकर जागरुकता अभियान चलाए गए हैं. जापान भी ऐसे मुल्कों में शामिल है. वहां 2005 से कंपनियों और घरों में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रखने को लेकर जोर दिया जाता है. अमेरिका की बात करें तो कैलिफॉर्निया में गर्मियों के दौरान 25.6 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं रख सकते. अलग-अलग यूनिवर्सिटियों का अपना-अपना कहना है. हार्वर्ड के मुताबिक 23.3 और 25.6 डिग्री सेल्सियस और लंदन स्कूल इकनॉमिक्स के मुताबिक तापमान 24 डिग्री होना चाहिए. किसी कमरे या जगह का तापमान 18 डिग्री करने के लिए एसी को लगातार काफी देर तक काम करते रहना पड़ता है. इससे एयर कंडीशनर की सेहत पर खराब असर के साथ बिजली की खपत भी ज्यादा होती है. सबसे खास बात ये है कि इससे वहां मौजूद व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है. दरअसल एसी कमरे में मौजूद नमी को सोखता है. इसलिए इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी त्वचा पर पड़ता है. ऊपर से यह आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने वाले प्राकृतिक तंत्र को प्रभावित करता है.
24 डिग्री से कैसे होगी बिजली की बचत ठंडे से समझिए कि 25 डिग्री सेल्सियस. पहले एसी आपके कमरे के तापमान को 25 डिग्री तक ठंडा करेगा. लेकिन जब कमरा 25 डिग्री तापमान पर पहुंच जाता है तो एसी का कंप्रेसर चलना बंद हो जाता है. यानि एसी ठंडा करना बंद कर देता है और सिर्फ उसका फैन चलता है. जब तापमान बढ़ जाता है तो एसी 25 डिग्री के तापमान को मेंटेन करने के लिए फिर से कूलिंग करने लग जाता है. लेकिन 40 डिग्री के मौसम में कमरे का तापमान 18 डिग्री करने के लिए एसी को लगातार काफी देर तक काम करते रहना पड़ता है. दरअसल ऊर्जा मंत्रालय का सुझाव था कि 'एसी पर 1 डिग्री सेल्सियस
तापमान बढ़ाने से 6% एनर्जी बचती है. न्यूनतम तापमान को 21 डिग्री के बजाय 24 डिग्री पर सेट करने से 18% एनर्जी बचेगी.'' ऊर्जा मंत्री के ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : May 27, 2019, 14:00 IST अच्छी नींद के लिए कमरे का तापमान कितना होना चाहिए?कितना होना चाहिए कमरे का तापमान
60 से 67 डिग्री फ़ारेनहाइट यानी 15 से 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान अच्छी नींद में सहायक सिद्ध हो सकता है.
एसी का टेंपरेचर कितने पर रखना चाहिए?एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको एसी 24-25 डिग्री पर चलाना चाहिए. इससे कम एसी चलाकर रखना आपके स्वास्थ्य पर विरपरीत असर डालता है. सर्दी हो या गर्मी बाहर से तापमान से कमरे या घर के तापमान में एक्सट्रीम बदलाव नहीं होना चाहिए. हमारे शरीर के तापमान की तुलना में बहुत कम तापमान पर सेट किए गए एसी कमरे से नमी को गायब कर देते हैं.
सोने का टेंपरेचर कितना होता है?सोने का मेल्टिंग पॉइंट करीब 1,943 डिग्री फारेनहाइट (1064 °C) होता है, जिसका मतलब कि आपको इतने टेम्परेचर की जरूरत होगी, जो इसे पिघलाने के हिसाब से हॉट हो।
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