Show Solution : आन्तरिक प्रतिरोध- सेल के अन्दर उपस्थित विद्युत-अपघट्य के द्वारा धारा के मार्ग में उत्पन्न किये गये अवरोध को, सेल का आन्तरिक प्रतिरोध कहते है। <br> कारक एवं उनका वर्णन- सेल का आन्तरिक प्रतिरोध निम्न कारको पर निर्भर करता है- <br> (i) दोनों इलेक्ट्रोडो के बीच की दुरी- दोनों इलेक्ट्रोडो के बीच की दूरी बढ़ाने पर सेल का आन्तरिक प्रतिरोध बढ़ता है। <br> (ii) अपघट्य में इलेक्ट्रोडो के डूबे हुए भागो का क्षेत्रफल- क्षेत्रफल बढ़ाने से सेल का आन्तरिक प्रतिरोध घटता है। <br> (iii) विद्युत-अपघट्य की सान्द्रता- विद्युत-अपघट्य की सान्द्रता बढ़ाने पर सेल का आन्तरिक प्रतिरोध बढ़ता है। <br> (iv) ताप- ताप बढ़ाने पर सेल के आन्तरिक प्रतिरोध में कमी होती है। सेल का आंतरिक प्रतिरोध से क्या तात्पर्य किन किन बातों पर निर्भर करता है?वर्णन: किसी सेल का आंतरिक प्रतिरोध इलेक्ट्रॉड के बीच की दूरी के समानुपाती होता है। अतः यह विकल्प सही है। एक सेल का आंतरिक प्रतिरोध इलेक्ट्रॉड के क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
आंतरिक प्रतिरोध से क्या तात्पर्य है इसका मात्रक क्या है?यदि किसी चालक के दोनों सिरों के बीच विभवांतर 1 V है तथा उससे 1 A विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तब उस चालक का प्रतिरोध R, 1Q होता है । समीकरण (12.7) से स्पष्ट है कि किसी प्रतिरोधक से प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा उसके प्रतिरोध के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
सेल का आंतरिक प्रतिरोध कैसे निकाले?कार्यविधि (working ) सबसे पहले k1 कुंजी को बंद करके प्राथमिक परिपथ को पूर्ण करते है तथा दूसरी तरफ द्वितीयक परिपथ में k2 कुंजी को खुला छोड़ देते है। इस स्थिति में सर्पी कुंजी J को तार AB पर खिसकाकर धारामापी में शून्य विक्षेप की अवस्था ज्ञात करते है अर्थात सेल E के लिए विद्युत वाहक बल का मान ज्ञात करते है।
क्या सेल का आंतरिक प्रतिरोध नियत रहता है?- 8* आवेश का संरक्षण आवेश संरक्षण के नियम के अनुसार किसी पृथक्कृत निकाय का कुल आवेश समय के साथ अपरिवर्तित रहता है । है । 10* विद्युत क्षेत्र की तीव्रता - किसी विद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु पर स्थित एकांक परिक्षण धनावेश जितने बल का अनुभव करता है उसे उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते है । यह एक सदिश राशी है ।
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