सरदार सुजान सिंह ने राजा से क्या विनती की?
जब रियासत देवगढ़ के दीवान सरदार सुजानसिंह बूढ़े हुए तो जाकर महाराज से विनय की "दीनबंधु, दास ने श्रीमान की सेवा चालीस साल तक की । अब मेरी अवस्था ढल गई है, राजकाज सँभालने की शक्ति नहीं रही । कहीं भूल चूक हो जाए तो बुढ़ापे में दाग लगे ।" राजा साहब अपने नीतिकुशल दीवान का बड़ा आदर करते थे ।
दीवान सुजानसिह ने महाराज से क्या प्रार्थना की क्यों?
Answer: जब दीवान सरदार सुजान सिंह बुढ़े हुए तब एक दिन उन्होंने महाराज से विनय की कि अब वे बुढ़े हुए, इसलिए वे अब कुछ दिन परात्मा की सेवा करने की आज्ञा मांगी। इसलिए वे अपने दीवान पद से अवसर लूना चाहते हैं।
सुजान सिंह कौन है?
लंबे समय तक नौसेना में सेवाएं देने वाले वयोवृद्ध सुजान सिंह को रिटायर होने के बाद शतक पूरा करने पर भी अधिकारियों ने सम्मानित किया था।
सुजान सिंह ने दीवानी के पद के लिए किसे चुना और क्यों?
देवगढ़ रियासत के 'दीवान' पद के लिए जानकी नाथ का चयन इसलिए किया गया क्योंकि उसके हृदय में साहस, आत्मबल और उदारता का वास था। ... सरदार सुजान सिंह के स्थान पर जिस व्यक्ति का चयन हुआ उसकी घोषणा करते हुए सुजान सिंह ने कहा-इस पद के लिए ऐसे पुरुष की हमें आवश्यकता थी जिसके हृदय में दया हो और साथ ही साथ आत्मबल।