होम /न्यूज /जीवन शैली /रात के वक्त लाइट में नहीं, अंधेरे में सोना फायदेमंद, वजह जानने के बाद भूलकर भी नहीं करेंगे यह काम Show
रात के वक्त लाइट ऑफ करके सोना चाहिए. Sleep And Light Connection: आपने कई बार महसूस किया होगा कि अंधेरे में आपको अच्छी नींद आती होगी. लाइट जलने पर नींद अक्सर टूट जाती है. आखिर इसकी क्या वजह है? इस बारे में विस्तार से जान लीजिए.
हाइलाइट्सअधिकतर लोगों को रात में बेडरूम में अंधेरा होने पर अच्छी नींद आती है.लाइट की वजह से हमारे शरीर की इंटरनल क्लॉक प्रभावित हो जाती है.Light in Bedroom Harmful: अधिकतर लोगों को रात के वक्त लाइट ऑफ करके सोना पसंद होता है. कुछ लोग लाइट ऑन करके सोते हैं. आपने शायद ही कभी सोचा होगा कि इसका भी हमारी हेल्थ पर असर पड़ता है. सोते वक्त लाइट ऑफ करना हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है, जबकि लाइट ऑन रहने से स्वास्थ्य पर नेगेटिव असर पड़ता है. लाइट जलाकर सोने से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. यह सभी बातें आपने आज से पहले शायद ही सुनी होंगी. आपको बताएंगे कि बेडरूम में रात के वक्त लाइट्स ऑन रहने से हमारा स्वास्थ्य किस तरह प्रभावित होता है. स्टडी में हुआ खुलासा यह भी पढ़ेंः हर दिन टेनिस खेलने से कम होगा वजन ! महज 30 मिनट में मिलेगा फायदा ऐसे शरीर पर होता है असर नींद भी होती है डिस्टर्ब यह भी पढ़ेंः महिलाओं की लंबी जिंदगी का ‘सीक्रेट’ आया सामने ! आप भी करें फॉलो ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Better sleep, Health, Lifestyle, Trending news FIRST PUBLISHED : October 01, 2022, 06:30 IST
अधिकतर लोगों को लगता है कि सोते वक्त उनका शरीर और दिमाग दोनों ही बिल्कुल निष्क्रिय अवस्था में चले जाते हैं. लेकिन ये सच नहीं है. जब आप सोते हैं तो आपके शरीर और दिमाग में इतनी सारी गतिविधियां होती रहती हैं कि शायद आपको यकीन ही ना हो. नींद के दौरान शरीर और दिमाग आपकी सेहत के लिए जरूरी कई काम निपटाते रहते हैं. (Photo: Fine Art
America)
हम सोने-जगने को जितनी आसान प्रक्रिया समझते हैं, उतनी भी सरल नहीं है. नींद के दो चरण होते हैं- रैपिड आई मूवमेंट (Rapid Eye Movement, REM) और नॉन आरईएम (Non Rapid Eye Movement) मूवमेंट.
नॉन-आरईएम स्लीप-
आरईएम स्टेज (REM Stage)
नींद के चक्र-
शरीर का तापमान-
ब्रीदिंग-
हार्ट रेट-
दिमाग क्या कर रहा होता है?
सपने देखना-
गहरी नींद के दौरान आपका शरीर मांसपेशियों, अंगों व अन्य कोशिकाओं की मरम्मत का भी काम करता है. प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करने वाले रसायनों का प्रवाह खून में होने लगता है. जब आप युवा और स्वस्थ होते हैं तो इस दौरान रात की नींद का पांचवा हिस्सा गहरी नींद में ही खर्च करते हैं. लेकिन जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है और 65 की उम्र पार कर जाते हैं तो यह स्टेज जीरो तक पहुंच सकती है.
दिमाग का कूड़ा निकलता है-
ब्रेनस्टेम-
हार्मोन सिंफनी- सोने के दौरान आपका शरीर कुछ हार्मोन्स ज्यादा बनाता है और कुछ हार्मोन्स कम. उदाहरण के तौर पर, ग्रोथ हार्मोन बढ़ जाते हैं और तनाव से जुड़ा कॉर्टिसोल हार्मोन कम बनता है. कुछ वैज्ञानिकों को लगता है कि अनिद्रा शरीर के हार्मोन बनाने की प्रक्रिया में समस्या से भी जुड़ी हो सकती है. नींद की कमी से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन्स का भी स्तर प्रभावित हो सकता है और इससे आप कितना खाते हैं, यह भी बदल सकता है. (सोर्स- WEBMD) रात में सोने के बाद क्या करते हैं?रात में सोने के बाद हमारे साथ क्या क्या होता है? - Quora. अनैक्षिक क्रियाएँ (जैसे हृदय का धड़कना, रक्त सञ्चार, पाचन, उत्सर्जन इत्यादि) निरन्तर चल रही होती हैँ, ऐक्षिक क्रियाएँ मन्द पड़ जाती हैँ या बिल्कुल ही बन्द हो जाती हैँ। वह सूक्ष्म शरीर ही है जो स्वप्न के समय सक्रिय रहता है।
हमें रात में कितने बजे सोना चाहिए?कई रिसर्च बताते है की हमको रात को 9 या 10 बजे सो जाना चाहिए और 6 या 7 बजे वापस उठ जाना चाहिए। क्योंकि कई शोधकर्ताओं का मानना है की अलग-अलग व्यक्ति की नींद की जरूरतें कम या ज्यादा हो सकती हैं इसलिए कम से कम 6 घंटे और ज्यादा से ज्यादा 9 घंटे तक की नींद सही मानी जाती है।
दिन रात सोने से क्या होता है?दिन में सोने के नुकसान-Side Effects Of Sleeping In Daytime
जी हां, हर कोई जो दिन में सोता है, उसकी रात की स्लीप साइकिल डिस्टर्ब हो जाती है । ये आपकी रात की नींद में बाधा डालती है जो कि शरीर सूजन को बढ़ाने और हृदय रोग, अल्जाइमर और हाई बीपी जैसी कई समस्याओं का कारण बन सकता है।
उम्र के हिसाब से कितना सोना चाहिए?13-18 साल के युवाओं को हर दिन 8 से 10 घंटे तक नींद लेनी चाहिए. 18-60 साल के लोगों के लिए प्रतिदिन 7 घंटे की नींद पर्याप्त मानी जाती है. 61-64 साल के लोगों के लिए हर दिन 7 से 9 घंटे सोना जरूरी होता है. 65 साल या इससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को कम से कम 7 से 8 घंटे तक सोना चाहिए.
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