अशोकनगरPublished: Jul 26, 2022 09:37:40 pm Show
- मुंगावली में करीब चार इंच बारिश तो उफान पर आई बेतवा, खतरे के निशान पर पहुंची।- 10 घंटे तक गेटों से बाहर छोड़ा 46.29 लाख लीटर प्रति सेकेंड पानी, पुल से 8 फिट ऊपर बहता रहा पानी।Rajghat Dam अशोकनगर. जहां बेतवा नदी में पहले से ही तेज बहाव था, ऐसे में मुंगावली में हुई करीब चार इंच बारिश से कैंथन नदी के उफान पर आने से बेतवा भी तेज उफान पर आ गई। इससे राजघाट बांध के 14 गेट खोल दिए गए और 10 घंटे तक प्रति सेकेंड 46.29 लाख लीटर पानी बाहर छोड़ा गया। इससे उप्र-मप्र के बीच अंतर्राज्यीय पुल
डूब गया और पुल से 8 फिट ऊपर पानी बहने लगा। Publish Date: | Tue, 16 Aug 2022 05:22 PM (IST) अशोकनगर, नवदुनिया प्रतिनिधि। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर चंदेरी के राजघाट के पास बने लक्ष्मी सागर बांध के सभी 18 गेट खोले गये है। बेतवा नदी पर बने इस पुल के सभी गेट खोलकर हर सेकेण्ड चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पानी की निकासी अधिक होने के कारण मप्र और उप्र को जोड़ने वाले सड़क मार्ग पर बने पुल के करीब 15 फीट ऊपर पानी जा रहा है। इससे सोमवार की शाम छह बजे से मंगलवार दोपहर बाद तक सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद है। छोटे वाहनों को बांध के ऊपर से निकलने की अनुमति दे दी गई है। बीते 48 घंटों में भोपाल सहित ऊपरी क्षेत्रों में हुई तेज वर्षा के कारण बेतवा नदी खतरे के निशान के ऊपर चल रही है। बेतवा नदी पर बने मप्र और उप्र की संयुक्त परियोजना राजघाट बांध का जलस्तर बढ़ गया है। एक दिन पहले तक सभी गेटों से करीब 1 लाख 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था लेकिन जब सोमवार की शाम राजघाट बांध में पानी क्षमता से कई गुना अधिक आ गया तो बेतवा रिवर बोर्ड द्वारा संचालित इस बांध के गेटों से पानी अधिक निकालना पड़ा। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर यह बारिश इसी तरह जारी रही तो आगामी 24 घंटे तक इसी तरह के हालात बने रह सकते हैं। अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण गेट खोलने से पुल पानी मे डूब गया है। इस कारण उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश दोनों की सीमाओं में कई वाहन फंसे हैं और यात्रियों का इधर से उधर जाना अवरुद्ध हो गया है। Posted By: Ravindra Soni
मुकेश मिश्रा, अशोकनगर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के पूरी तरह बाढ़ग्रस्त हो जाने से कई बांध ओवरफ्लो हो गए हैं, जिनके गेट खोले गए हैं ताकि कोई और अनहोनी न हो। अशोकनगर का राजघाट बांध भी पूरी तरह से ओवरफ्लो हो गया है। जिसके 16 गेट सुबह खोले गए हैं. इसे भी पढ़ें : गृहमंत्री को काले झंडे दिखाने पहुंचे 10 कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार, पुलिस ने फिर की ये कार्रवाई राजघाट बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा था। जिसके कारण सुबह 4 बजे बांध के 16 गेट खोल दिए गए हैं। प्रशासन द्वारा राजघाट बांध से 3 लाख 40 हजार 46 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पुल के उपर से करीब 20 से 22 फीट पानी बह रहा है। जिसके कारण उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला आवागमन पुल पूरी तरह बंद है. इसे भी पढ़ें : बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई दौरे पर केंद्रीय मंत्री तोमर हुए रवाना, आपदा से नुकसान का लेंगे जायजा मध्यप्रदेश के कंजिया साइड से लगातार पानी बढ़ रहा है। जिसको देखते हुए लगातार बांध के गेटों का मीटर और भी बढ़ा दिया जा रहा है। राजघाट बांध के गेट खुलने का नजारा देखने के लिए सैलानी पहुंच रहे हैं। राजघाट पुल के दोनों तरफ भारी वाहन खड़े हुए हैं जो अपने निकलने का इंतजार कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और अधोसंरचना के लिए टास्क फोर्स का गठन, 12 विभाग शामिल
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राजघाट बांध के कितने गेट खोले गए हैं?राजघाट बांध: राजघाट के 14 गेट खुले तो डूबा अंतर्राज्यीय पुल,15 घंटे तक बंद रहा उप्र-मप्र मार्ग
राजघाट से कितना पानी छोड़ा गया?इससे राजघाट बांध से बेतवा नदी में पानी छोड़ा गया है। इस कारण बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। बेतवा का जलस्तर 112.550 मीटर पर पहुंच गया है। जो खतरे के निशान 122.55 मीटर से कम है।
माताटीला बांध के कितने गेट हैं?माताटीला बांध के 23 गेटों 16-16 फिट तक खोल कर लगातार की जा रही पानी की निकासी से नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।
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