विषयसूची
- 1 पार्वती की जाति क्या है?
- 2 माता पार्वती ने कितने अवतार लिए?
- 3 माता पार्वती किसकी पुत्री थी?
- 4 पार्वती जी का पिता जी का क्या नाम था?
- 5 माता पार्वती का जन्म कब हुआ?
- 6 शिव के कितने नाम है?
- 7 सती के पिता जी का क्या नाम था?
- 8 माता पार्वती के माता पिता का क्या नाम था?
- 9 महादेव जी की मृत्यु कैसे हुई?
- 10 शिव के पिता जी कौन है?
- 11 सदाशिव के पिता कौन हैं?
- 12 पार्वती सती क्यों हुई?
- 13 पार्वती की माता का क्या नाम था?
- 14 भगवान शिव के कितने विवाह हुए?
पार्वती की जाति क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवह पर्वत राजा हिमवान और रानी मेना की बेटी हैं। पार्वती हिंदू देवताओं गणेश, कार्तिकेय, अशोकसुंदरी, ज्योति और मनसा देवी की मां और अय्यप्पा की सौतेली माता हैं। पुराणों में उन्हें श्री विष्णु की बहन कहाँ गया है। वे ही मूल प्रकृति और कारणरूपा है।
माता पार्वती ने कितने अवतार लिए?
इसे सुनेंरोकेंये हैं माता पार्वती के नौ रूप शैलपुत्री, 2. ब्रह्मचारिणी, 3. चंद्रघंटा, 4. कूष्मांडा, 5.
सती किसकी पुत्री थी?
इसे सुनेंरोकेंसती दक्ष प्रजापति की पुत्री और भगवान शिव की पत्नी थी। इनकी उत्पत्ति तथा अंत की कथा विभिन्न पुराणों में विभिन्न रूपों में उपलब्ध होती है।
माता पार्वती किसकी पुत्री थी?
इसे सुनेंरोकेंदेवी पार्वती हिमनरेश हिमवान और उनकी रानी मैनावती की पुत्री हैं। पार्वती जी का विवाह भगवान शंकर से हुआ है। इन्हें पार्वती के अलावा उमा, गौरी और सती सहित अनेक नामों से जाना जाता है। माता पार्वती प्रकृति स्वरूपा कहलाती हैं।
पार्वती जी का पिता जी का क्या नाम था?
इसे सुनेंरोकेंहिमालय, हिमवान, गिरिराज इत्यादि नाम देवी पार्वती के पिता के लिए प्रयोग किए जाते हैं। उनकी माता के नाम के लिए मेना, मेनादेवी शब्द ही मिलते हैं। पार्वती का जन्म कई बार हुआ इसलिए उसके माता पिता का नाम भी कई हैं लेकिन उनमें से दक्ष प्रजापति और हिमांचल राज पिता के नाम और उसकी माता का नाम मैना प्रचलित है।
मां पार्वती का जन्म कैसे हुआ?
इसे सुनेंरोकेंउधर सती ने भी शरीर का त्याग करते समय संकल्प किया था कि मैं राजा हिमालय के यहां जन्म लेकर शंकरजी की अर्द्धांगिनी बनूं। अब जगदम्बा का संकल्प व्यर्थ होने से तो रहा। वे उचित समय पर राजा हिमालय की पत्नी मेनका के गर्भ में प्रविष्ट होकर उनकी कोख में से प्रकट हुईं। पर्वतराज की पुत्री होने के कारण वे ‘पार्वती’ कहलाईं।
माता पार्वती का जन्म कब हुआ?
इसे सुनेंरोकें6/6श्रावण मास में यहां लगता है मेला मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी पर माता पार्वती की जन्म भूमि मानतलाई है। यहीं पर माता पार्वती का जन्म और शिव जी से उनका विवाह हुआ था।
शिव के कितने नाम है?
भगवान शिव के 108 नाम
- शिव:- कल्याण स्वरूप
- महेश्वर:- माया के अधीश्वर
- शम्भू:- आनंद स्वरूप वाले
- पिनाकी:- पिनाक धनुष धारण करने वाले
- शशिशेखर:- चंद्रमा धारण करने वाले
- वामदेव:- अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले
- विरूपाक्ष:- विचित्र अथवा तीन आंख वाले
- कपर्दी:- जटा धारण करने वाले
सती पूर्व जन्म में कौन थी?
इसे सुनेंरोकेंप्रसूति से दक्ष की चौबीस कन्याएं जन्मी और वीरणी से साठ कन्याएं। इस तरह दक्ष की 84 पुत्रियां और हजारों पुत्र थे। राजा दक्ष की पुत्री ‘सती’ की माता का नाम था प्रसूति। यह प्रसूति स्वायंभुव मनु की तीसरी पुत्री थी।
सती के पिता जी का क्या नाम था?
इसे सुनेंरोकेंआकूति, देवहूति और प्रसूती नामक तीन पुत्रियां थीं। प्रसूति का विवाह राजा दक्ष प्रजापति के साथ हुआ। राजा दक्ष के यहां ही देवी सती का जन्म हुआ। राजा दक्ष प्रजापति के यहां एक नहीं बल्कि 24 कन्याएं उत्पन्न हुईं।
माता पार्वती के माता पिता का क्या नाम था?
माता पार्वती के भाई का क्या नाम था?
इसे सुनेंरोकेंदेवी पार्वती के भाई कौन हैं? माँ पार्वती के भाई लाटू देवता के खुले कपाट,यही दिया था पार्वती ने भाई को श्राप चमोली- कल 10 मई को चमोली के प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर भविष्यबदरी और लाटू देवता के कपाट खोल दिए गए है। भगवान शिव के साले और माता पार्वती के भाई लाटू देवता के इस मंदिर की बड़ी मान्यता है।
माता पार्वती हिंदू भगवान शिव की पत्नी हैं । वह पर्वत राजा हिमांचल और रानी मैना की बेटी हैं।…पार्वती
देवी पार्वती का दुर्गा रूप | |
अन्य नाम | शक्ति, सती, शिवानी, शाकम्भरी , शताक्षी, दुर्गा, चामुंडा, काली, आदि पराशक्ति , आदि शक्ति |
महादेव जी की मृत्यु कैसे हुई?
इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव का न कोई आदि है न कोई अंत हैं. भगवान शिव ने किसी के गर्भ में से जन्म नहीं लिया हैं. इसलिए भगवान शिव की मृत्यु भी नहीं हो सकती हैं.
शिव के पिता जी कौन है?
इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव की पूजा मूर्ति और शिवलिंग के रूप में होती है। शिव जी की उत्पत्ति दो कार्य के लिए हुई है। देवी दुर्गा और काल सदाशिव हैं महादेव के माता-पिता।
शंकर भगवान का सरनेम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू शिव घर्म शिव-धर्म के प्रमुख देवताओं में से हैं। वेद में इनका नाम रुद्र है।
सदाशिव के पिता कौन हैं?
इसे सुनेंरोकेंउन्होंने बताया कि देवी दुर्गा और शिव स्वरूप ब्रह्मा के योग से ब्रह्मा विष्णु और महेश की उत्पत्ति हुई है। यानी प्रकृति स्वरूप दुर्गा ही हम तीनों की माता है और ब्रह्मा यानी काल सदाशिव हमारे पिता हैं।
पार्वती सती क्यों हुई?
इसे सुनेंरोकेंपार्वती कथा : दक्ष के बाद सती ने हिमालय के राजा हिमवान और रानी मैनावती के यहां जन्म लिया। मैनावती और हिमवान को कोई कन्या नहीं थी तो उन्होंने आदिशक्ति की प्रार्थना की। आदिशक्ति माता सती ने उन्हें उनके यहां कन्या के रूप में जन्म लेने का वरदान दिया। दोनों ने उस कन्या का नाम रखा पार्वती।
मां पार्वती के कितने रूप हैं?
पार्वती की माता का क्या नाम था?
इसे सुनेंरोकेंमाँ पार्वती के पिता का नाम fathers name of maa parvati ऐसी भक्तवत्सल देवी माँ पार्वती के पिता का नाम हिमवान था, जो हिमालय राज्य के राजा थे। तथा उनकी माँ का नाम मैनावती था।
भगवान शिव के कितने विवाह हुए?
इसे सुनेंरोकेंहिंदू पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि भगवान शिव ने चार विवाह किए थे। हिंदू पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि भगवान शिव ने चार विवाह किए थे। उन्होंने यह सभी विवाह आदिशक्ति के साथ ही किए थे। भगवान शिव ने पहला विवाह माता सती के साथ किया जो कि प्रजापति दक्ष की पुत्री थीं।