Show प्रारूप: डीप वेन थ्राम्बोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में कहीं किसी एक नस के भीतर रक्त का थक्का बन जाता है। डीप वेन थ्राम्बोसिस ज्यादातर निचले पैर या जांघ में होता है हालाँकि यह कभी-कभी शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है। रक्त का थक्का जमा हुआ रक्त है जो रक्त के साथ दूसरे स्थानों तक स्थानांतरित हो सकता है। यह ऑपरेटिव प्रक्रिया की जटिलता के रूप में सामने आता है।
ऊपरी अंग के DVT के लक्षण आमतौर पर नम्र होते हैं,
ज्यादातर मामलों में इसका पहचान तब तक नहीं हो पाता जब तक किसी व्यक्ति को पुल्मनेरी एम्बोलिज़म से निदान के लिए आपातकालीन सेवा में ना जाना पड़े। इसका मतलब यह होता है कि रक्त का थक्का पैर से होकर फेफड़ों में जाकर किसी महत्वपूर्ण धमनी में रूकावट पैदा कर रहा हो। जिसके संकेत हैं –
कारण:
DVT के खतरे:
पहचान:
उपचार – यह ज्यादातर आपातकालीन चिकित्सा के रूप में सामने आता है और इसका तत्काल निदान की आवश्यकता होता है। दवा प्रबंधन:
सर्जिकल प्रबंधन में खतरा:
कन्सर्वटिव प्रबंधन:
जीवन शैली में परिवर्तन:
डाइट थेरेपी:
उम्र उल्लेखित उन तमाम कारकों में से एक है; किसी भी उम्र में किसी को भी DVT हो सकता है। इसके बारे में जानना और पढ़ना हमेशा अच्छा रहता है। डॉ. तारिक मतीन, सीन्यर कंसल्टेंट – इन्टर्विन्चनअल न्युरोलजी – न्युरोलजी, धर्मशीला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली और नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम You may also likeडीवीटी पैर में क्यों होता है?ज्यादा आराम करने और ना चलने – फिरने से DVT का खतरा बढ़ जाता है। गतिहीन जीवन शैली/निष्क्रियता – अत्यधिक बैठने की आदत के कारण पैरों में रक्त संग्रह होता है। धीरे-धीरे यह थक्का के रूप में विकसित हो जाता है। कुछ खास दवाओं का सेवन रक्त के थक्के बनने की संभावना को बढ़ा सकती हैं।
खून का थक्का जमने पर क्या करें?इसके इलाज में खून को पतला करने वाली दवाई एंटीकोग्युलेन्ट (anticoagulants) और दबाव वाले स्टॉकिंग या फुट पम्प जो आपके खून के प्रवाह और किसी भी खून के थक्के को बनने से रोक सकते है, ये सभी विकल्प शामिल होंगे।
डीवीटी का मतलब क्या होता है?जो धमनियां हृदय से शरीर के अन्य हिस्सों में खून ले जाती हैं उन्हें आर्टरी कहा जाता है। टांगों में मौजूद काफ मसल्स में धमनिया काफी अंदर होती हैं और उनमें कई बार ब्लड क्लॉट यानी खून का थक्का बन जाता है। इसी स्थिति को डीप वेन थ्रॉम्बोसिस यानी डीवीटी कहा जाता है।
शरीर में खून के थक्के क्यों बनते हैं?खून का थक्का जमना शरीर के अंदर एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो चोट लगने की स्थिति में अत्यधिक रक्तस्राव या रक्त की हानि को रोकता है। जब किसी व्यक्ति को चोट लगती है, तो उस जगह के खून में थक्के जम जाते हैं, रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग बंद हो जाती है और जब यह चोट ठीक हो जाती है तो यह आमतौर ब्लड क्लॉट टूट जाते हैं।
|