पिंडलियों में दर्द का आयुर्वेदिक दवा - pindaliyon mein dard ka aayurvedik dava

पिंडलियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ?

पिंडलियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ? ( What is the ayurvedic treatment for calf pain? )

वर्तमान समय में हमें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसके लिए वैसे तो बाजार में कई तरह की दवाएं उपलब्ध होती है. लेकिन भारत की प्राचीन इलाज पद्दति आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण अपनी सभी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से कराने में विश्वास रखते हैं. इसी कारण लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं. इसी तरह का एक सवाल जो आमतौर पर पूछा जाता है कि पिंडलियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

पिंंडलियों में दर्द

पिंडलियों में दर्द का कारण-

किसी भी बीमारी का इलाज जानने से पहले हमारे लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि इसके पीछे का कारण क्या है. अगर पिंडलियों के दर्द के पीछे के कारणों की बात करें, तो इसके पीछे आप पिंडलियों का बहुत अधिक प्रयोग करते हैं या फिर बिल्कुल ही कम प्रय़ोग करते हैं. इसके अलावा अगर आप एक जगह कुर्सी पर बैठकर लंबे समय तक जॅाब करते हैं, तो उसके कारण भी ऐसी समस्या आ सकती है. ऐसा भी माना जाता है कि पिंडलियों का दर्द एक अलार्मिंग साइन होता है. जो आने वाली स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए आगाह करता है कि अगर अब भी नहीं संभले तो समस्या बढ़ सकती है. अगर पिंडलियों में दर्द हो तो हो सकता है आपको पेट संबंधित या लिवर संबंधित समस्या हो. उसकी तुरंत जांच कराने की आवश्यकता होती है.

पिंडलियों में दर्द

पिंडलियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज-

पिंडलियों में दर्द के लिए चंद्रप्रभाव वटी तथा स्त्रि रसायन का प्रयोग किया जा सकता है. जिससे पिंडलियों में दर्द की समस्या में बहुत राहत मिलती है. इसके अलावा अगर इसके घऱेलू उपचार की बात करें, तो तिल का तेल इसके इलाज में बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है. इसके लिए तिल के तेल में थोड़ी मात्रा में हल्दी मिला लिजिए. इसके बाद पिंडलियों पर हल्के हाथ से इसकी मालिस करनी चाहिेएं. मालिस करने के 30 मिनट बाद इसे गर्म पानी से धो लिजिएगा. इससे बहुत आराम मिलता है. इसके साथ ही हल्दी वाला दूध प्रयोग करने से भी बहुत राहत मिलती है.

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पिंडलियों के दर्द में सेंधा नमक भी बहुत उपयोगी साबित हो सकता है. इसके लिए एक बाल्टी या टब में गर्म पानी लिजिएं. जिसमें सेंधा नमक डाल लिजिएगा. इसके बाद अपने पैरों को धीरे-धीरे इस पानी में डुबोएं. ऐसा दिन में सुबह-शाम को करना चाहिएं. ऐसा करने से पिंडलियों के दर्द में आराम मिलता है. इसके साथ ही हमारी मांसपेशियों को भी आराम मिलता है. अगर आप यह नहीं करते हैं, तो फिर नींबू के अंदर अरंडी का तेल मिलाकर इसकी मालिश कर सकते हैं. ऐसा करने से भी आपको इस समस्या से निजात मिल जाती है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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पिंडलियों में दर्द होने पर क्या उपाय करें?

पिंडली का दर्द का इलाज - Pindalee Ka Dard Ka Ilaaj!.
पानी पीना है जरूरी- पानी हमारी मांसपेशियों में नमी को बनाये रखने में मदद करता है. ... .
तेल मालिश करें- मालिश करने से मांसपेशियों में रक्त परिसंचरण बढ़ जाता है और मांसपेशियों को गर्माहट मिलती है. ... .
स्ट्रेचिंग- ... .
हीट थेरपी- ... .
प्रोटीन- ... .
लाल मिर्च से लाभ- ... .
एक्सरसाइज भी है जरूरी-.

पिंडली का दर्द क्या होता है?

पिंडलियों में दर्द के दो मेन कारण होते हैं। पहला यह कि आप अपनी पिंडलियों का बहुत अधिक उपयोग कर रहे हैं, जिससे मसल्स में खिंचाव हो रहा है। या दूसरा यह कि आप अपनी पिंडलियों का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और आपकी मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं।

रात को सोते समय पिंडलियों में दर्द क्यों होता है?

फाइब्रोमायल्गिया एक क्रॉनिक (लंबे समय तक रहने वाली बीमारी) कंडीशन है जो तेज दर्द का कारण बनती है. इसमें पैरों और अन्य अंगों में भी दर्द होता है. कई बार अंगों पर दबाव या बहुत श्रम की वजह से ये स्थिति पैदा हो जाती है. रात में अक्सर एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोन कार्टिसोल के लो हो जाने की वजह से दर्द भयावह हो जाता है.

कूल्हे और पिंडली दर्द है कौन सा योगासन प्राणायाम करें?

सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों को कूल्हों की चौड़ाई पर रखें और हाथों को नीचे की ओर सीधा रखें। अब अपने दाएं पैर को उठाकर एक कदम पीछे की ओर रखें और बाएं पैर को स्थाई रहने दें। दाएं पैर के घुटने को जमीन पर रखें तथा दायीं जांघ और पिंडली की बीच घुटने पर 90 डिग्री का कोण बनाएं।

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