R1, R2, R3 और R4 तीव्रता से क्रमशः पार प्रतिरोध कर रहे हैं I1, I2, I3 और I4.
UCD= R x I अगर I = 0 तब UCD = 0
UCD = UCA + UAD
0
= - R1 x I1 + R3 x I3
R1 x I1 = R3 x I3 समीकरण 1
UCD = UCB + UBD 0 = R2 x I2 - R4 x I4 R2 x I2 = R4 x I4 समीकरण 2
समुद्री मील के कानून के अनुसार :
I1 + I = I2 अगर I = 0 => I1 = I2
I3 = I + I4 अगर I = 0 => I3 = I4
इसलिए हम समीकरणों की रिपोर्ट बनाकर होगा 1 / 2
( R1
x I1 ) / ( R2 x I2 ) = ( R3 x I3 ) / ( R4 x I4 )
R1 / R2 = R3 / R4 आपको क्रॉस में उत्पाद मिलता है।
यदि निर्धारित करने के लिए प्रतिरोध Rx के स्थान पर है R3, तब :
RX = R3 = ( R1 / R2 ) x
R4
तो : पुल के संतुलन पर, प्रतिरोधियों के क्रॉस उत्पाद बराबर हैं
इसे सुनेंरोकेंएक ओममीटर एक उपकरण है जो विद्युत घटक या सर्किट के विद्युत प्रतिरोध को मापता है। – वर्तमान जनरेटर के साथ वोल्टेज का माप। ओम का नियम क्या है इसे सत्यापित करें? इसे सुनेंरोकेंओम के नियम का सत्यापन (verification of ohm’s law in hindi) इस सिद्धांत से यह पता चलता है कि किसी कंडक्टर का रेजिस्टेंस स्थिर (कांस्टेंट) रहता है। यानी यदि वोल्टेज को
दुगुना कर दिया जाए, तो कंडक्टर से करंट भी दुगुना हो जाएगा। परंतु रेजिस्टेंस वही रहेगा। ओम का नियम क्या है परिभाषा दीजिए? इसे सुनेंरोकेंओम के नियम (Ohm’s Law) के अनुसार यदि ताप आदि भौतिक अवस्थायें नियत रखीं जाए तो किसी प्रतिरोधक (या, अन्य ओमीय युक्ति) के सिरों के बीच उत्पन्न विभवान्तर उससे प्रवाहित धारा के समानुपाती होता है। इसे सुनेंरोकेंओम का नियम- किसी परिपथ में दो बिंदुओं के बीच उत्पन्न विभवांतर परिपथ
में प्रवाहित धारा के समानुपाती है । इसे ही ओम का नियम का जाता है। ओम के नियम की सीमाएं – ओम का नियम तब लागू होता है जब परिपथ का तापमान एक सामान्य रहे और भौतिक परिस्थितियों ( जैसे तार की लंबाई और मोटाई ) मैं कोई परिवर्तन ना हो। प्रतिरोध का मापन क्या है? इसे सुनेंरोकेंकिसी प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवान्तर तथा उससे प्रवाहित विद्युत धारा के अनुपात को उसका विद्युत प्रतिरोध (electrical resistannce) कहते हैं। इसे ओह्म में मापा जाता है। इसकी प्रतिलोमीय मात्रा है विद्युत
चालकता, जिसकी इकाई है साइमन्स। ओम मीटर किसका मात्रक है? इसे सुनेंरोकेंप्रतिरोध (resistance): किसी चालक में विद्युत धारा के प्रवाहित होने पर चालक के परिमाणों तथा अन्य कारकों द्वारा उत्पन्न किये गए व्यवधान को ही चालक का प्रतिरोध कहते है. इसका S.I. मात्रक ओम (Ω) होता है.ओम मीटर से क्या नापते हैं?
ओम का नियम क्या है इस नियम की दो सीमाएं लिखिए?
एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध कितना होता है?
इसे सुनेंरोकेंएक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत होता है। बोल्टमीटर(Voltmeter) का प्रयोग विभवांतर मापने में किया जाता है। इसे परिपथ में सदैव सामनान्तर क्रम में लगाया जाता है। एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत होता है।
प्रतिरोध क्या है इसका एस आई मात्रक बताएं?
इसे सुनेंरोकेंकिसी प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवान्तर तथा उससे प्रवाहित विद्युत धारा के अनुपात को उसका विद्युत प्रतिरोध (electrical resistannce) कहते हैं। इसे ओह्म में मापा जाता है।
I किसका मात्रक है?
इसे सुनेंरोकेंमापन के सन्दर्भ में मात्रक या इकाई (unit) किसी भौतिक राशि की एक निश्चित मात्रा को कहते हैं जो परिपाटी या/और नियम द्वारा पारिभाषिक एवं स्वीकृत की गई हो तथा जो उस भौतिक राशि के मापन के लिए मानक के रूप में प्रयुक्त होती हो। उस भौतिक राशि की कोई भी अन्य मात्रा इस ‘इकाई’ के एक गुणक के रूप में व्यक्त की जाती है।
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एक ओममापी
ओममापी एक वैद्युत उपकरण जो प्रतिरोध मापने के काम आता है। वे ओममापी जो अत्यन्त कम प्रतिरोध को मापने के हिसाब से डिजाइन किये गये होते हैं उन्हें माइक्रोओममापी (microhmmeter) कहते हैं। इसी प्रकार बहुत अधिक प्रतिरोध के मापन के लिये मेगोममापी का उपयोग किया जाता है जिसे आम भाषा में मेगर (Megger) कहते हैं। मैंगर मीटर=मेगर द्वारा किसी वायरिंग संस्थापन ,विद्युत मशिनो आदि का विद्युतरोधन प्रतिरोध मापा जाता है यह प्रतिरोध मेगा ओम में मापा जाता है
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- वैद्युत मापन (Electrical measurements)
- अमीटर (Ammeter)
- वोल्टमापी (Voltmeter)
- बहुमापी (Multimeter)
- मापन एवं जाँच के एलेक्ट्रानिक उपकरण (Electronic test equipment)
- एलेक्ट्रानिकी
- विद्युत परिपथ
- श्रेणीक्रम एवं समान्तरक्रम (Series and parallel circuits)
- धारामापी (Galvanometer)
- ह्वीटस्टोन सेतु (Wheatstone bridge)
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श्रेणियाँ:
- मापन
- इलेक्ट्रॉनिक्स