नशीले पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है? - nasheele padaarthon ke sevan se svaasthy par kya prabhaav padata hai?

विषयसूची

  • 1 नशीले पदार्थों का सेवन करने से शरीर पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है?
  • 2 नशा करने के क्या कारण है?
  • 3 मादक एनाल्जेसिक क्या है?
  • 4 ड्रग्स का अर्थ क्या है?
  • 5 नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने में स्कूल की क्या भूमिका है?

नशीले पदार्थों का सेवन करने से शरीर पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंउन्होंने कहा कि मादक द्रव्य दुरूपयोग सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक जैसे गंभीर रोगों का कारण है, इसके अलावा इसके आर्थिक हानि और असामाजिक व्यवहार जैसे कि चोरी, हिंसा और अपराध एवं सामाजिक कलंक तथा समाज का समग्र पतन कई रूपों में दुष्प्रभाव भी हैं।

नशा करने वाले व्यक्ति के शरीर पर नशे के क्या दुष्प्रभाव हो सकते है?

इसे सुनेंरोकें(३) विनिवर्तन लक्षण (विड्राल सिम्टम) उत्पन्न होना, अर्थात् मादक द्रव्यों का सेवन बन्द करने पर विभिन्न प्रकार के कष्टदायक शारीरिक व मानसिक लक्षणों का उत्पन्न होना जैसे-हाथ-पैर व शरीर में कंपन, अनियमित रक्तचाप, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, बेचैनी, हाथ-पैर व शरीर में दर्द व भारीपन, भूख न लगना, मितली उलटी आदि।

नशा करने से क्या नुकसान होता है?

इसे सुनेंरोकेंलिवर में खराबी होने की वजह से पीलिया भी हो सकता है. धूम्रपान के कारण नशा करने वाले व्यक्ति को फेफड़े से संबंधित बीमारियों का जोखिम रहता है. धूम्रपान से व्यक्ति को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इसके अलावा उनके फेफड़े धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.

नशा करने के क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में तनाव, प्रेम संबंध, दांपत्य जीवन व तलाक आदि कारण, महिलाओं में नशे की बढ़ती लत के लिए जिम्मेदार है। 1. मादक पदार्थों का सेवन – मादक पदार्थों के सेवन में शराब, सिगरेट, ड्रग्‍स, हेरोइन, गांजा, भांग आदि शामिल हैं। 2.

ड्रग्स क्या हैं और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या क्या है?

इसे सुनेंरोकेंड्रग का दुरुपयोग करना तीन समूहों में बाटा जा सकता है: अवसाद (Depressants): ड्रग्स का उपयोग मस्तिष्क के हिस्से में नींद की गोलियां और हेरोइन लेने जैसे अवसाद का कारण बन सकता है. उत्तेजना (Stimulants): नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मस्तिष्क की उत्तेजना हो सकती है, जिससे सतर्कता बढ़ जाती है और गतिविधि में वृद्धि होती है.

नशीली दवाओं का दुरुपयोग किसी व्यक्ति की शिक्षा और रोजगार को कैसे प्रभावित कर सकता है?

इसे सुनेंरोकेंनशीली दवाओं के सेवन से केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) प्रभावित होता है, जिससे मनोवृत्ति, जागरूकता के स्तरों या अवबोधन एवं संवेदनाओं में परिवर्तन उत्पन्न होते हैं। इनमें से अधिकांश औषधियां सीएनएस के अतिरिक्त अन्य व्यवस्थाओं में भी परिवर्तन ला सकते हैं। इनमें से कुछ का अक्सर दुरुपयोग किया जा रहा माना जाता है।

मादक एनाल्जेसिक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमादक पदार्थों के सेवन से उत्पन्न स्थिति को दव्य मादकता (Substance intoxication) कहते हैं। व्यसन शब्द अंग्रेजी के ‘एडिक्ट’ शब्द का रूपान्तरण है जिससे शारीरिक निर्भरता की स्थिति प्रकट होती है। व्यसन का अभिप्राय शरीर संचालन के लिए मादक पदार्थ का नियमित प्रयोग करना है अन्यथा शरीर के संचालन में बाधा उत्पन्न होती है।

नशा करने से शरीर में क्या नुकसान होता है?

ड्रग्स लेने से क्या नुकसान होता है?

इसे सुनेंरोकेंड्रग्स का सेवन आपको अंदर से खोखला और बीमार बना सकता हैं। यह ना केवल आपको शारीरिक रूप से बीमार बनाता हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता हैं। ड्रग्स के ओवरडोज से व्यक्ति की मौत भी हो सकती हैं। जानिए कि कैसे सभी प्रकार के ड्रग्स आपके नर्वस सिस्टम (nervous system) को प्रभावित करते हैं।

ड्रग्स का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएक दवा या अन्य पदार्थ जो शरीर में प्रवेश या अन्यथा पेश किए जाने पर शारीरिक प्रभाव डालता है। एक पदार्थ जो इसके मादक या उत्तेजक प्रभावों के लिए लिया जाता है, अक्सर अवैध रूप से।

ड्रग्स का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंड्रग्स को आप शराब, सिगरेट या तंबाकू के सेवन की तरह समझ सकते हैं। जिस तरह किसी व्यक्ति को शराब पीने की या धूम्रपान करने की आदत लग जाती है और चाहते हुए भी अपनी इस लत को नहीं छोड़ पाता है ठीक वैसा ही ड्रग लेने पर भी होता है।

नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम में परिवार की क्या भूमिका है?

इसे सुनेंरोकेंपरिवार के सदस्यों को व्यसनी को आर्थिक मदद करने से बचना चाहिए। यह समझना महत्वपूर्ण है कि इस तरह की कार्रवाई नशे की लत को बढ़ाएगी। व्यसनी रूप से आदी व्यक्ति व्यसन को बनाए रखने के लिए अपने लाभ के लिए परिवार और दोस्तों का उपयोग करते हैं।

नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने में स्कूल की क्या भूमिका है?

इसे सुनेंरोकेंप्रेरक परामर्श, उपचार, अनुवर्ती और नशामुक्त हो चुके नशेड़ी के साथ सामाजिक एकीकरण कार्यक्रम के माध्यम से संव्यवहार करना। सेवा प्रदाताओं का एक शिक्षित काडर बनाने के लिए स्वयंसेवकों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग/ रोकथाम पुनर्वास प्रशिक्षण प्रदान करना।

मादक द्रव्य व्यसन क्या है दुष्परिणामों की विवेचना किजिए?

इसे सुनेंरोकेंमादक द्रव्य व्यसन का तात्पर्य है मादक पदार्थों पर शारीरिक निर्भरता अर्थात् मादक पदार्थों के सेवन न करने की स्थिति में शरीर में दर्द, बेचैनी, रूग्णता आदि महसूस होना। दूसरे शब्दों में मादक द्रव्य व्यसन वह दशा है जिसमें शरीर को कार्य करते रहने के लिए मादक पदार्थों के सेवन की निरन्तर आवश्यकता महसूस होती रहती है।

नशीले पदार्थ के सेवन करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

नशीली दवाओं के सेवन से केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) प्रभावित होता है, जिससे मनोवृत्ति, जागरूकता के स्तरों या अवबोधन एवं संवेदनाओं में परिवर्तन उत्पन्न होते हैं। इनमें से अधिकांश औषधियां सीएनएस के अतिरिक्त अन्य व्यवस्थाओं में भी परिवर्तन ला सकते हैं। इनमें से कुछ का अक्सर दुरुपयोग किया जा रहा माना जाता है।

नशीले पदार्थ कौन कौन से हैं?

अफीम के विभिन्न रूप में उपलब्ध चरस, गांजा, भांग, हैरोइन (स्मैक, ब्राउन शुगर मारफीन, पैथेडीन) आदि व्यसन की नार्कोटिक श्रेणी में सम्मिलित हैं और प्रायः पौधों से प्राप्त होते हैं। व्यक्ति इन पदार्थों का व्यसनी चिन्ता, उदासी, और विवाद को दूर करने के प्रयास के कारण हो जाता हैं

नशे से क्या क्या नुकसान है?

यह एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक जैसे गंभीर रोगों का कारण है, इसके अलावा इसके आर्थिक हानि और असामाजिक व्यवहार जैसे कि चोरी, हिंसा और अपराध एवं सामाजिक कलंक तथा समाज का समग्र पतन कई रूपों में दुष्प्रभाव भी हैं। हम किसी भी नशे को अपनी प्रबल इच्छाशक्ति से स्वयं को शिकार बनने से रोक सकते हैं।

नशीले पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?

प्रकार.
अवसादक/शान्तिकर पदार्थ (sedative and hypnotic).
उत्तेजक पदार्थ (stimulant ).
नार्कोटिक/स्वापक (narcotic).
भ्रमोत्पादक.
निकोटीन.