मौर्य साम्राज्य की स्थापना Show मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य था जिसने मौर्य वंश की स्थापना मगध में की, जिसकी राजधानी पाटलिपुत्र थी | मौर्य वंश के शासकों के वर्ण के विषय में इतिहासकारों में मतभेद है लेकिन बौद्ध व् जैन ग्रंथों में चन्द्रगुप्त मौर्य को 'मोरिय क्षत्रिय' कहा गया है | मौर्य वंश के प्रमुख शासक चन्द्रगुप्त मौर्य (323 ई.पू.से 295 ई.पू.)
बिन्दुसार (298 ई.पू.से 272 ई.पू.)
अशोक (273 ई.पू.से 232 ई.पू.)
अशोक और बौद्ध धर्म
अशोक के अभिलेख
अशोक के शिलालेख और उनके प्राप्ति स्थल
अशोक कालीन प्रांत
अशोक का मूल्यांकन
अशोक के उत्तराधिकारी
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325 ईसापूर्व में उत्तर पश्चिमी भारत (आज के पाकिस्तान का लगभग सम्पूर्ण इलाका) सिकन्दर के क्षत्रपों का शासन था। जब सिकन्दर पंजाब पर चढ़ाई कर रहा था तो एक ब्राह्मण जिसका नाम चाणक्य था (कौटिल्य नाम से भी जाना गया तथा वास्तविक नाम विष्णुगुप्त) मगध को साम्राज्य विस्तार के लिए प्रोत्साहित करने आया।
मौर्य वंश से पहले कौन सा वंश आया था?तुमान के कलचुरी राजा ने इस हिस्से को एक लंबे समय के लिए रतनपुर को राजधानी बना दिया। रतनपुर, राजिम और खल्लारी के पुराने शिलालेख कालचिरि राजाओं के शासनकाल का उल्लेख करते हैं। यह माना जाता है कि इस वंश के राजा रामचंद्र ने रायपुर शहर का निर्माण किया और बाद में इसे अपने राज्य की राजधानी बना दिया।
मौर्य वंश के बाद किसका शासन था?सही उत्तर शुंग वंश है। पुष्यमित्र शुंग द्वारा स्थापित। शुंग वंश ने 185 ईसा पूर्व से 73 ईसा पूर्व तक मगध पर शासन किया ।
मौर्य से पहले कौन था?मौर्य वंश के आने से पहले, यह क्षेत्र नंदा वंश के राज्य में था।
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