एक्यूप्रेशर (Acupressure), इलाज का एक प्राचीन तरीका है जिसमें शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दबाव डालकर बीमारी को ठीक करने की कोशिश की जाती है. दरअसल, हमारे शरीर के मुख्य अंगों के दबाव केंद्र यानी प्रेशर पॉइंट्स (Pressure Points) पैरों के तलवे में और हथेलियों में होते हैं. अगर इन दबाव केंद्रों की मालिश (Massage) की जाए तो शरीर का जो प्रेशर पॉइंट जिस अंग को प्रभावित करता है उससे जुड़ी बीमारी में इससे राहत मिल सकती है. उदाहरण के लिए- हृदय (Heart) का प्रेशर पॉइंट बाएं पैर में होता है और इस बिंदु पर नर्म मालिश हृदय से जुड़ी बीमारी के इलाज में मदद कर सकती है. Show एक्यूप्रेशर क्या है? एक्यूप्रेशर पॉइंट्स कौन से हैं? गॉलब्लाडर 21 (GB21) : यह पॉइंट कंधे के ऊपरी भाग में होता है और इसे अंगूठे और बीच की उंगली से दबाया जाता है. यह बिंदु तनाव, चेहरे का दर्द, दांत दर्द, गर्दन दर्द आदि के उपचार में मदद करता है. लार्ज इंटेस्टाइन 4 (LI4) : यह हाथ के अंगूठे और चारों उंगलियों के बीच के मुलायम हिस्से में होता है. यह बिंदु भी चेहरे का दर्द, सिर दर्द, स्ट्रेस आदि के उपचार के लिए अच्छा माना जाता है. लिवर 3 (LR3) : यह बिंदु पैर के पंजे के ऊपर अंगूठा और उसके बगल वाली उंगली के बीच होता है और कमर दर्द, बीपी बढ़ने, बदर दर्द, अनिद्रा जैसी समस्याओं के लिए अच्छा माना जाता है. पेरीकार्डियम 6 (P6) : यह प्रेशर पॉइंट हाथ की हथेली से चार इंच ऊपर कलाई पर होता है जो मितली आना, चिंता, पेट खराब होना, मोशन सिकनेस, सिरदर्द और घबराहट जैसी समस्याओं में उपयोग किया जाता है. ट्रिपल एनर्जाइजर 3 : यह बिंदु आपके हाथ के पंजे में चौथी और पांचवी उंगली की नस के बीच होता है जो सिरदर्द, कंधे और गर्दन का दर्द, पीठ दर्द को ठीक करने में उपयोग किया जाता है. स्प्लीन 6 (SP6) : यह बिंदु पैर के अंदरूनी हिस्से में एड़ी से थोड़ा ऊपर होता है जो मूत्र और श्रोणी संबंधी रोग दूर करने में मदद करता है. स्टमक 36 (ST36) : यह प्रेशर पॉइंट पांव पर घुटने के चार इंच नीचे होता है जो अवसाद, घुटने में दर्द, पेट और आंत से संबंधी परेशानी में लाभ दिलाता है. एक्यूप्रेशर के फायदे और नुकसान
एक्यूप्रेशर थेरेपी के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे:
कैसे किया जाता है एक्यूप्रेशर? ये भी पढ़ें - मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं ये जड़ी-बूटियां, दूर करती हैं बेचैनी
अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, एक्यूप्रेशर क्या है, कैसे काम करता है, लाभ और नुकसान के बारे में पढ़ें। न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं। ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : June 29, 2020, 14:35 IST मानव शरीर में कितने दबाव बिंदु होते हैं?इस पद्धति के लगातार अध्ययनों के बाद मानव शरीर के दो हजार ऐसे बिंदु पहचाने गए है जिन्हें एक्यू पॉइंट कहा जाता है जिस एक्यू पॉइंट पर दबाव डालने से उसमे दर्द हो उसे बार बार दबाने से उस जगह से सम्बंधित बीमारी ठीक हो जाती है। हमारे शरीर पर मौजूद कुछ बिंदु ही कई रोगों का निदान करने की क्षमता रखते हैं।
दबाव बिंदु का क्या महत्व है शरीर में कहां स्थित है?इसकी सहायता से मौसम संबंधी पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब एकाएक नीचे गिरता है, तो आंधी आने की संभावना होती है. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे नीचे गिरता है, तो वर्षा होने की संभावना होती है. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे नीचे-ऊपर चढ़ता है, तो दिन साफ होने की संभावना होती है.
शरीर का कौन सा पॉइंट दबाने से?कोहनी के पास एक बिंदु होता है जिसे दबाने से मोटापा कम होता है. इस प्वाइंट को दबाने से हमारे शरीर का तापमान भी नियंत्रित होता है.
गैस के लिए कौन सा पॉइंट दबाए?इसे जुसानलि भी कहा जाता है। यह प्वाइंट घुटने से 3 इंच नीच स्थित होता है। इस दबाने से पेट में गैस जैसी परेशानी से राहत मिल सकता है।. दो अंगुलियों को जुसानली पॉइंट पर रखें।. हल्के दबाव का उपयोग करके उंगलियों को गोलाकार गति में घुमाएं।. 2-3 मिनट तक मालिश करें और दूसरे पैर पर दोहराएं।. |