Students can access the CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions and marking scheme Course B Set 5 will help students in understanding the difficulty level of the exam. निर्धारित समय : 3
घंटे सामान्य निर्देश: खंड ‘अ’- वस्तुपरक प्रश्न (अंक 40) अपठित गद्यांश (अंक
10)
प्रश्न 1. मकड़ी ऊपर चढ़ने का प्रयास करती और बार-बार गिर पड़ती। उसने सात बार प्रयास किया मगर अपना धैर्य, आत्मविश्वास और उत्साह न छोड़ा। परिणाम यह हुआ कि आठवीं बार वह चढ़ने में सफल हो ही गई। रॉबर्ट ब्रूस के सोए आत्मविश्वास को इस छोटी-सी घटना ने झिंझोड़कर रख दिया। आत्मविश्वास से युक्त होकर उसने शत्रु पर हमला किया और सफलता प्राप्त की। राइट बंधु न जाने कितने वर्षों तक वायुयान बनाने में लगे रहे और अंत में उनका आत्मविश्वास रंग लाया और
उन्होंने वायुयान बना दिया। मैडम क्यूरी अपने आत्मविश्वास के बल पर ही अनेक वर्षों के बाद, अपने अथक परिश्रम से रेडियम का आविष्कार करने में सफल हुई थीं। अपने आत्मविश्वास के बल पर ही शिवाजी ने अपने थोड़े से मराठा सैनिकों को लेकर औरंगजेब की विशाल सेना को तितर-बितर कर दिया था। इस संसार में जो भी व्यक्ति हिम्मत हार जाता है, वहीं का वहीं रह जाता है। सफलता उससे कोसों दूर भागती है। एकलव्य का उदाहरण देखिए। जब गुरु द्रोणाचार्य ने उसे शस्त्र विद्या सिखाने से मना कर दिया तब भी उसने हिम्मत न हारी और
गुरु की एक मूर्ति बनाकर उसी के सामने शस्त्र-अभ्यास करना प्रारंभ किया और एक दिन अपनी योग्यता से स्वयं गुरु द्रोण को विस्मित कर दिया। आत्मविश्वास, स्वावलंबन, दृढ़ता आदि गुणों के बल पर ही कोलंबस तथा वास्को-डि-गामा जैसे व्यक्ति नए-नए द्वीप खोज पाए। (i) जब सफलता या सुपरिणाम में विलंब हो जाए तब मनुष्य को क्या करना चाहिए? (ii) रॉबर्ट ब्रूस का आत्मविश्वास पुनर्जीवित कैसे हुआ? (iii) आत्मविश्वास को बनाए रखने के लिए लेखक ने निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण नहीं दिया? (iv) शिवाजी ने किसे हराया था? (v) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक हो सकता है अथवा पर्यावरण
की समृद्धि और स्वस्थ होने से ही हमारा जीवन भी समृद्ध और सुखी होता है। हमारे पूर्वज प्रकृति की दैवीय शक्ति के रूप में उपासना करते थे, उसे परमेश्वरी भी कहते थे। उन्होंने पर्यावरण का बहुत गहरा चिंतन किया। जो कुछ पर्यावरण के लिए हानिकारक था, उसे आसुरी प्रवृत्ति कहा और जो हितकर था, उसे दैवीय प्रवृत्ति कहा। भारत के पुराने ग्रंथों में वृक्षों और वनों का चित्रण पृथ्वी के रक्षक के रूप में किया गया है। उनको संतान की तरह पाला जाता था और हरे-भरे पेड़ों को अपने किसी स्वार्थ के लिए काटना पाप कहा जाता
था। अनावश्यक रूप से पेड़ों को काटने पर दंड का विधान भी था। मनुष्य समझता है कि समस्त प्राकृतिक संपदा पर केवल उसी का आधिपत्य है। हम जैसा चाहें उसका उपयोग करें। इसी भोगवादी प्रवृत्ति के कारण मानव ने उसका इस हद तक शोषण कर लिया है कि अब उसका अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है। वैज्ञानिक बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करो, अन्यथा मानव जाति नहीं बच पाएगी। इन जीवन-उपयोगी वृक्षों की देवी-देवता की तरह पूजा की जाती है। पर्यावरण की दृष्टि से वृक्ष को परम रक्षक और मित्र बताया
गया है। यह हमें अमृत प्रदान करता है, दूषित वायु को स्वयं ग्रहण करके हमें प्राणवायु देता है, मरुस्थल का नियंत्रक होता है, नदियों की बाढ़ को रोकता है और जलवायु को स्वच्छ बनाता है। इसलिए हमें वृक्ष-मित्र होकर जीवन-यापन करना चाहिए। (i) पर्यावरण से जुड़ा है (ii) पर्यावरण प्रदूषण का कारण है कि मनुष्य (iii) आसुरी’ का आशय है (iv) वृक्षों को सच्चा मित्र मानने का कारण क्या है? (v)
गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक हो सकता है प्रश्न 2. खेल से मन-मस्तिष्क का विकास होता है। खेल के मैदान की मित्रता और भाईचारे का जवाब नहीं। खेल-भावना हमें जीत की खुशी और हार के दुख से ऊपर उठाकर समरसता की ओर ले जाती है। यही समरसता व्यक्ति को जीवन में समुन्नत और सफल बनाती है। खेल अनुशासन, संगठन, पारस्परिक सहयोग, साहस, विश्वास, आज्ञाकारिता, सहानुभूति, समरसता आदि गुणों का विकास करके हमें देश का सभ्य तथा सुसंस्कृत नागरिक बनाते हैं। खेल हमारे अंदर निर्णय लेने की शक्ति का विकास करते हैं। ऐसा कौन-सा गुण है जो हमें खेल से प्राप्त नहीं होता। ‘वाटर लू’ की विजय का रहस्य समझाते हुए एक अंग्रेज़ ने कहा था-“विद्यार्थी जीवन में खेल की भावना से प्रशिक्षित होकर ही ‘एटन’ के मैदान में अंग्रेजों ने नेपोलियन को ‘वाटर लू’ के युद्ध में पराजित किया था।” आज के इस युग में तो खेलों का महत्व और अधिक बढ़ गया है। आज बहुत बड़ी आवश्यकता इस बात की है कि संसार के विभिन्न देश अपने-अपने मतभेदों को भुलाकर प्रेम और शांति से रहें। खेल इसमें अपनी मुख्य भूमिका निभाता है। समय-समय पर आयोजित एशियाई खेल या यूरोपीय खेल या ओलंपिक खेल-कूद का इस दृष्टि से बहुत महत्व है। सभी देशों के हजारों लोग आपस में मिल बैठते हैं। भाषा, रंग, जाति, धर्म आदि की संकीर्ण मर्यादाएँ यहाँ आकर टूट जाती हैं। (i) खेल से विकास होता है (ii) खेलों से निम्नलिखित में से कौन-सा गुण विकसित नहीं होता? (iii) अंग्रेज़ों ने वाटर लू के युद्ध में नेपोलियन को कैसे पराजित
किया था? (iv) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताएँ आयोजन होने से क्या लाभ होता है? (v) ‘संगठन’ शब्द में सही उपसर्ग है अथवा मानव जाति को अन्य जीवधारियों से अलग करके महत्व प्रदान करने वाला एकमात्र गुरु है- उसकी विचार-शक्ति। मनुष्य के पास बुद्धि है, विवेक है, तर्कशक्ति है अर्थात उसके पास विचारों की अमूल्य निधि है। अपने सब विचारों की नींव पर ही आज मानव ने अपनी श्रेष्ठता की स्थापना की है और मानव सभ्यता का विशाल महल खड़ा किया है। यही कारण है कि विचारशील मनुष्य के पास जब सद्विचारों का अभाव रहता है तो उसका वह शून्य मानस कुविचारों से ग्रस्त होकर एक प्रकार से शैतान के वशीभूत हो जाता है। मानव बुद्धि जब सब सद्विचारों से प्रेरित होकर कल्याणकारी योजनाओं में प्रवृत्त रहती है तो उसकी सहृदयता का कोई अंत नहीं होता किंतु जब वहाँ कुविचार अपना घर बना लेते हैं तो उसकी पाशविक प्रवृत्तियाँ उस पर हावी हो उठती हैं। हिंसा और पापाचार का दानवी साम्राज्य इस बात का द्योतक है कि मानव की विचार शक्ति, जो उसे पशु बनाने से रोकती है, उसका साथ देती है। (i) मानव जाति को महत्व देने में किसका योगदान है? (ii) विचारों की निधि में शामिल नहीं है (iii) मानव में पाशविक प्रवृत्तियाँ क्यों जागृत होती हैं? (iv) “उसके पास विचारों की अमूल्य निधि है।” रचना की दृष्टि से यह वाक्य है (v) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक हो सकता है व्यावहारिक व्याकरण (अंक 16) प्रश्न 3. (i) ‘सबसे कम बोलने वाला वह आज चुपचाप बैठा है।’ रेखांकित पदबंध है (ii) निम्नलिखित में से कौन-सा रेखांकित पदबंध संज्ञा पदबंध है? । (iii) कौन-सा रेखांकित पदबंध सर्वनाम पदबंध नहीं है? (iv) बहुत तेज़ पानी बरसने से बाढ़ आ गई । रेखांकित पदबंध है (v) रेखांकित पदबंधों में से कौन-सा पदबंध विशेषण पदबंध नहीं है? प्रश्न 4. (i) ‘आप द्वार पर बैठे और उनकी प्रतीक्षा करें।’ रचना के
आधार पर वाक्य भेद है (ii) निम्नलिखित वाक्यों में से मिश्र वाक्य है (iii) ‘शोर मचाने वाले लड़के पकड़े गए।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है (iv) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य है (v) ‘पुलिस की गाड़ी आई और उन्हें पकड़ कर ले गई।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है प्रश्न 5. (i) ‘खूबी के साथ’ विग्रह का समस्तपद है (ii) किस समस्तपद में कर्मधारय समास है? (iii) जिस समास में उत्तरपद प्रधान होने के साथ ही साथ पूर्वपद तथा उत्तरपद में विशेषण-विशेष्य का संबंध भी होता है, उसे कौन-सा
समास कहते हैं? (iv) ‘मुख-दर्शन’ में कौन-सा समास है? (v) द्विगु समास है प्रश्न 6. (ii) ‘तूती बोलना’ मुहावरे का अर्थ है (iii) ‘चेहरा मुरझाना’ मुहावरे का अर्थ है (iv) ‘चुपचाप आना’ किस मुहावरे का अर्थ है? पाठ्यपुस्तक (अंक 14) प्रश्न 7. (i) किसे ‘गिरि
का गौरव गाने वाला’ कहा गया है? (ii) झरने किस तरह से झर रहे हैं? (iii) वृक्ष आकाश की ओर देख रहे हैं (iv) ‘मद में नस-नस उत्तेजित कर’ पंक्ति का भाव है प्रश्न 8. (i) अंग्रेज़ सरकार ने वज़ीर अली के लिए सालाना कितना वजीफ़ा मुकर्रर किया था? (ii) वकील कहाँ रहता था? (iii) वज़ीर अली ने कंपनी से क्या सवाल किया? । (iv) ‘काम तमाम कर देने’ का अर्थ है (v) वज़ीर अली ने वकील का काम तमाम क्यों कर दिया? प्रश्न 9. दुनिया कैसे वजूद में आई? पहले क्या थी? किस बिंदु से इसकी यात्रा शुरू हुई? इन प्रश्नों के उत्तर विज्ञान अपनी तरह से देता है, धार्मिक ग्रंथ अपनी-अपनी तरह से। संसार की रचना भले ही कैसे हुई हो लेकिन धरती किसी एक की नहीं है। पंछी, मानव, पशु, नदी, पर्वत, समंदर आदि की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है। यह और बात है कि इस हिस्सेदारी में मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारें खड़ी कर दी हैं। पहले पूरा संसार एक परिवार के समान था अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चुका है। पहले बड़े-बड़े दालानों-आँगनों में सब मिल-जुलकर रहते थे अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है। बढ़ती हुई आबादियों ने समंदर को पीछे सरकाना शुरू कर दिया है, पेड़ों को रास्तों से हटाना शुरू कर दिया है, फैलते हुए प्रदूषण ने पंछियों को बस्तियों से भगाना शुरू कर दिया है। बारूदों की विनाशलीलाओं ने वातावरण को सताना शुरू कर दिया। अब गरमी में ज़्यादा गरमी, बेवक्त की बरसातें, ज़लज़ले, सैलाब, तूफ़ान और नित नए रोग, मानव और प्रकृति के इसी असंतुलन के परिणाम हैं। नेचर की सहनशक्ति की एक सीमा होती है। (i) लेखक किन बातों में नहीं पड़ना चाहता है? (ii) इस संसार में किसने बड़ी-बड़ी दीवारें खड़ी कर दीं? (iii) वर्तमान युग में घर की बनावट कैसी हो गई है? (iv) प्रकृति के असंतुलन के परिणाम क्या हुए? (v) समुद्र के सिमटने का कारण है सात खंड ‘ब’- वर्णनात्मक प्रश्न (अंक 40) पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पाठ्यपुस्तक (अंक 14) प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. (क) हरिहर काका के मामले में गाँववालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे? लेखन (अंक 26) प्रश्न 13.
(ख) समाचार-पत्र और उनके लाभ संकेत बिंदु-
(ग) पर्यावरण प्रदूषण संकेत बिंदु-
प्रश्न 14. प्रश्न 15. प्रश्न 16. प्रश्न 17. |