महंत ने हरिहर काका का अपहरण क्यों किया? - mahant ne harihar kaaka ka apaharan kyon kiya?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: महन्तजी हरिहर काका को एकान्त कमरे में बिठाकर समझाने लगे कि यहाँ कोई किसी का नहीं, सब माया का बन्धन है। तुम तो धार्मिक प्रवृत्ति के मनुष्य हो, ईश्वर भक्ति में मन लगाओ। इसके अतिरिक्त तुम्हारा अपना कोई नहीं है।

ठाकुरबारी के नाम पर कितने बीघा जमीन थी?

इसे सुनेंरोकेंठाकुरबारी के प्रति। ठाकुरबारी के नाम पर कितनी जमीन है? Answer: (c) बीस बीघा।

ठाकुरबारी क्या है Class 10?

इसे सुनेंरोकेंगाँव के पश्चिम किनारे का बड़ा-सा तालाब, गाँव के मध्य स्थित बरगद का पुराना वृक्ष और गाँव के पूरब में स्थित ठाकुर जी का विशाल मंदिर। इसे गाँव के लोग ठाकुरबारी कहते हैं।

हरिहर काका को जबरन उठा ले जाने वाले कौन थे उन्होंने उनके साथ कैसा बर्ताव?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- हरिहर काका को जबरन उठानेवाले महंत के आदमी थे। वे रात के समय हथियारों से लैस होकर आते हैं और हरिहर काका को ठाकुरबारी उठा कर ले जाते हैं। वहाँ उनके साथ बड़ा ही दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्हें समझाबुझाकर और न मानने पर डरा धमकाकर सादे कागजों पर अँगूठे का निशान ले लिए जाते हैं।

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महंत ने हरिहर काका को अपने जाल में कैसे फसाया?

इसे सुनेंरोकेंखलिहान की ओर जाते हुए गुस्साए हरिहर काका को महंत जी अपने साथ ठाकुरबारी ले आए और उनकी जमीन पाने के लिए धर्म, मोह और माया का सहारा लेते हुए काका से समझाते हुए कहने लगे, “हरिहर ! यहाँ कोई किसी का नहीं है। सब माया का बंधन है। तू तो धार्मिक प्रवृत्ति का आदमी है।

हरिहर काका ने महंत का असली रूप कब जाना?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका के गुस्से का महंत जी ने लाभ उठाने की सोची। महंत जी हरिहर काका को अपने साथ देव-स्थान ले आए और हरिहर काका को समझाने लगे की उनके भाई का परिवार केवल उनकी जमीन के कारण उनसे जुड़ा हुआ है, किसी दिन अगर हरिहर काका यह कह दें कि वे अपने खेत किसी और के नाम लिख रहे हैं, तो वे लोग तो उनसे बात करना भी बंद कर देंगें।

ठाकुरबारी क्या था?

इसे सुनेंरोकेंठाकुरबारी का मुख्य कार्य है, गाँव के लोगों में ठाकुरबारी के प्रति भक्ति-भावना उत्पन करते हुए धर्म विमुख लोगों तो रास्ते पर लाना है| हरिहर काका कहानी में महंत जी हरिहर काका की संपत्ति का लुत्फ उठाना चाहते थे।

ठाकुरबारी का मुख्य काम क्या था?

लेखक को ठाकुरबारी जाना क्यों पसंद था?

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इसे सुनेंरोकेंलेखक मन बहलाने के लिए कभी-कभी ठाकुरबारी में जाता था लेकिन वहाँ के साधु-संत उसे फूटी आँखों नहीं सुहाते। वे काम-धाम करने में कोई रुचि नहीं लेते हैं। ठाकुर जी को भोग लगाने के नाम पर दोनों जून हलवा-पूड़ी खाते हैं और आराम से पड़े रहते हैं। उन्हें अगर कुछ आता है तो सिर्फ बात बनाना आता है।

हररहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेर्ी के क्यों िगने िगे?

इसे सुनेंरोकेंकाका के मना करने पर उन्हें अनेकों यातनाएँ दी। अपहरण करवाया, मुँह में कपड़ा ठूँस कर एक कोठरी में बंद कर दिया, जबरदस्ती अँगूठे का निशान लिया गया तथा उन्हें मारा पीटा गया। इस तरह दोनों ही केवल ज़मीन जायदाद के लिए हरिहर काका से व्यवहार रखते थे। अत: उन्हें दोनों एक ही श्रेणी के लगे।

हररहर िािा िो महंत और अपने भाई एि ही श्रेणी िे क्यों लगने लगे?

इसे सुनेंरोकेंExplanation: हरिहर काका नि:संतान थे और उनके हिस्से में पंद्रह बीघे उपजाऊ जमीन थी। मंहत और भाई दोनों का उद्देश्य हरिहर काका की इसी उपजाऊ पंद्रह बीघे जमीन को अपने कब्जे में करना था। इसलिए हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के लगने लगे।

हरिहर काका से जबरन कितनी बार अँगूठे के निशान लिए गए थे?

इसे सुनेंरोकेंजब हरिहर काका ने अपने भाइयों के कहने पर अपनी जमीन-जायदाद उनके नाम नहीं किया तो उनके भाइयों ने उनके साथ बहुत जुल्म-अत्याचार किया और जबरन अनेक कागजों पर उनके अँगूठे के निशान लिए, इसके अलावा उन्हें खूब मारा-पीटा तथा उनकी कोई भी दुर्गति बाकी नहीं छोड़ी, अगर और थोड़ी देर तक पुलिस नहीं आती तो वह उन्हें जान से मार देते।

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ठाकुरबारी के नाम पर कितने बीघे खेत है?

इसे सुनेंरोकेंठाकुरबारी के नाम पर बीस बीघे खेत हैं।

महंत और हरिहर काका के भाई एक ही श्रेणी के क्यों हैं?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे? उत्तर: महंत और हरिहर काका के भाई, दोनों की मंशा एक ही थी। दोनों ने अपने लक्ष्य साधने के लिए हरिहर काका से बराबार की मात्रा में बुरा व्यवहार किया। इसलिए हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के लगने लगे।

हरिहर काका के पास कितनी जमीन थी?

इसे सुनेंरोकेंलेखक कहता है कि हरिहर काका के पूरे परिवार के पास लगभग साठ बीघे खेत हैं। अगर हर एक भाई को बराबर-बराबर बाँट दें तो हर एक के हिस्से में पंद्रह बीघे जमीन आएगी। ये सभी लोग अपना गुजारा खेती-बाड़ी कर के ही करते हैं।

हरिहर काका कहानी लिखने का क्या उद्देश्य है यह समाज के किस कटु सत्य की ओर संकेत करती है स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंExplanation: पाठ हरिहर काका में लेखक ने हमें पैसों की लालच का कटु सत्य हमारे सामने लाया. पैसों की लालच के लिए हरिहर काका के परिवार भी उनके खिलाफ हो गए . भगवान को पूजने वाले महंत भी पैसों की लालच में अंधे हो गए.

प्रत्येक भाई के हिस्से में कितने बीघा खेत आये *?

इसे सुनेंरोकेंभाषण/उपदेश 2021-22 Page 4 संचयन हरिहर काका के परिवार के पास कुल साठ बीघे खेत हैं। प्रत्येक भाई के हिस्से पंद्रह बीघे पड़ेंगे। कृषि-कार्य पर ये लोग निर्भर हैं। शायद इसीलिए अब तक संयुक्त परिवार के रूप में ही रहते आ रहे हैं।