मुंह में छाले होने का मुख्य कारण क्या है? - munh mein chhaale hone ka mukhy kaaran kya hai?

What Causes Mouth Ulcers and How to Treat Them : शरीर को हेल्‍दी रखने में विटामिन्‍स (Vitamins) की महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है. ये विटामिन्‍स आपके रोज के भोजन के माध्‍यम से ही शरीर की जरूरतों को पूरा करते हैं. लेकिन कई बार पर्याप्‍त खान पान के बावजूद कुछ छोटी मोटी समस्‍याएं हो जाती हैं जो हमें परेशान कर देती हैं. ऐसी ही एक समस्‍या है मुंह में छाले होना. हालांकि यह सुनने में बहुत ही सामान्‍य सी समस्‍या लगती है लेकिन जिन लोगों को अक्‍सर मुंह में छाले हो जाते हैं उनके लिए यह बहुत ही कष्‍टदायक एक्सपीरियंस होता है. हेल्‍थलाइन के मुताबिक, दरअसल इसके होने की मुख्‍य वजह शरीर में बी12 विटामिन, फॉलेट और जिंक की कमी है.

छाले होने के अन्‍य कारण

इसकी कुछ अन्‍य वजहों की बात करें तो  हेल्‍थलाइन के मुताबिक, पीरियड के दौरान हार्मोनल बदलाव, इमोशनल स्‍ट्रेस, नींद की कमी, बैक्‍टेरियल, वायरल या फंगल इंफेक्‍शन, माउथ बैक्‍टीरिया में कोई एलर्जी भी इसकी वजह हो सकते हैं.

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कब करें डॉक्‍टर से संपर्क

अगर तुलना में अधिक बड़ा अल्‍सर हो, पुराना खत्‍म होने से पहले एक और अल्‍सर हो गया हो, तीन सप्‍ताह से ज्‍यादा पुराना अल्‍सर हो गया हो, लगातार दर्द रहता हो, लिप्‍स तक फैल गया हो, नेचुरल मेडिसिन से ठीक नहीं हो रहा हो, दर्द की वजह से फीवर या डायरिया हो रहा हो तो डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए.

घर पर कैसे करें ठीक

-नमक वाले पानी या बेकिंग सोडा से कुल्‍ला करें.

-माउथ अल्‍सर पर बेकिंग सोडा पेस्‍ट लगाएं.

-अल्‍सर पर बेन्‍जोकाइन (Benzocaine) वाले प्रोडक्‍ट लगाएं.

-आइस लगाएं.

-एस्‍टोराइड प्रोडक्‍ट से कुल्‍ला करें. इससे दर्द और सूजन में आराम मिलेगा.

-पेस्‍ट लगाएं.

-यूज किया हुआ टीबैग रखें.

-फॉलिक एसिड, विटामिन बी6, विटामिन बी 12 और जिंक सेप्‍लीमेंट का सेवन करें.

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किन बातों का ख्‍याल रखना जरूरी

भोजन में एसिडिक चीजें जैसे पाइनएप्‍पल, अंगूर, ऑरेंज, नीबू आदि का सम्‍हल कर यूज करें. ऐसी चीजें अल्‍सर में जलन पैदा कर सकती हैं. इसके अलावा, चिप्‍स और मसालेदार भोजन से बचें. ओरल हाइजीन पर विशेष ध्‍यान देना बहुत ही जरूरी है. जितना हो सके आप खुद को टेंशन से दूर रखें और इमोशन को मैनेज करना सीखें. दिन में दो बार ब्रश जरूर करें और रात को भरपूर नींद लें. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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Tags: Health, Lifestyle, Vitamin

FIRST PUBLISHED : May 25, 2021, 17:51 IST

इएनटी विशेषज्ञ, मैक्स सुपर स्पेशलिटी

मुंह में छाले होना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है. अधिकतर मामलों में कुछ दिनों में ये अपने आप ही ठीक हो जाते हैं. लेकिन कई लोग अक्सर होने वाले मुंह के छालों से परेशान रहते हैं. इनमें बहुत दर्द भी होता है और कई बार यह समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि बोलने और खाने में भी परेशानी होती है. वैसे 25-35 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों को यह समस्या अधिक होती है, लेकिन ऐसा नहीं है किसी को किसी भी उम्र में मुंह में छाले नहीं हो सकते हैं.

क्यों होती है यह समस्या : मुंह के छालों को माउथ सोर्स या माउथ अल्सर्स भी कहते हैं. ये छोटे-छोटे छाले होते हैं, जो मुंह के मुलायम उत्तकों या मसूड़ों पर विकसित हो जाते हैं. कई बार जबान या तालू के नीचे भी विकसित हो जाते हैं.

ये संक्रामक नहीं होते हैं, लेकिन इनमें तेज दर्द हो सकता है, जिससे खाने और बोलने में परेशानी हो सकती है. ये अधिकतर गोल या अंडाकार होते हैं, इनका केंद्र सफेद या पीला होता है और इनकी बॉर्डर लाल होती है. छाले विकसित होने से एक या दो दिन पहले जलन या झुनझुनी महसूस हो सकती है. गंभीर अल्सर के कारण खाने-पीने में काफी परेशानी होती है, बोलने में भी दर्द होता है. इनके साथ तेज बुखार भी आ सकता है. दर्द तंत्रिकाओं के कारण होता है, जो मुख गुहा के सतह की सबसे बाहरी परत पर होती है, जो एक खुला और अल्सरयुक्त गड्ढा बनने से एक्सपोज हो जाती है.

कुछ आम लक्षण : अधिकतर मामलों में मुंह के छालों से थोड़ी लालीपन और दर्द की समस्या होती है, विशेष रूप से खाते और पीते समय. इसके कारण छालों के आसपास जलन या झुनझुनी की संवेदना महसूस होती है. मुंह में इनके आकार, गंभीरता और स्थिति के आधार पर खाना, पीना, निगलना, बोलना या सांस लेना कठिन होता है. छाले, फोलों में भी बदल सकते हैं. कुछ लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं, जैसे- रैशेज हो जाना, जोड़ों में दर्द, डायरिया, बुखार आना आदि.

मुंह के छाले कई कारणों से होते हैं. दैनिक जीवन की मामूली गलतियों से लेकर गंभीर बीमारियों के कारण.

आमतौर पर मुंह के छाले विकसित हो सकते हैं, अगर बोलने या खाना खाने में आपके होंठ, जीभ या गाल कट जाये.

अत्यधिक गर्म चीज खाने या पीने से मुंह जल जाये.

मुंह के डेंचर या ब्रेसेस से जलन अनुभव होना.

अत्यधिक रगड़ कर दांत साफ करना या कड़े ब्रश वाले टूथब्रश इस्तेमाल करना.

बैक्टीरिया, वायरस और फंगस का संक्रमण.

कॉफी का अधिक मात्रा में सेवन.

तंबाकू, पान या गुटखा आदि का सेवन.

तनाव या इम्यून तंत्र का कमजोर होना : कभी-कभी, मुंह में छाले कुछ मामलों में प्रतिक्रिया स्वरूप भी हो सकते हैं, जैसे- दवाइयों के साइड इफेक्ट्स, जिंजिवाइटिस, रेडिएशन एंड कीमोथेरेपी, ऑटो इम्यून डिसआर्डर, कैंसर, एड्स या हाल में हुए अंग प्रत्यारोपण के कारण इम्यून तंत्र के कमजोर हो जाने से. तनाव या किसी बीमारी के कारण इम्यून तंत्र कमजोर हो जाने से भी समस्या होती है. इनके अलावा कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं- हार्मोन के स्तर में परिवर्तन, विटामिनों की कमी (जैसे- फोलेट, बी12 और विटामिन सी), आंतों से संबंधित समस्याएं, जैसे- क्रोहन डिजीज या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आइबीएस).

ऐसे में डॉक्टर से तुरंत करें संपर्क

छाले असामान्य रूप से बड़े (एक इंच से बड़े) हो जाएं, बार-बार छाले हो जाते हों, पुराने ठीक हों, उसके पहले नये हो जाएं, दो से अधिक सप्ताह तक रहें, तेज दर्द हो, खाने या पीने में बहुत परेशानी हो, छालों के साथ तेज बुखार की समस्या हो, तो डॉक्टर को दिखाने में बिल्कुल देर न करें. ये किसी गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं.

सामान्य समस्या में घरेलू उपाय

इस समस्या से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों और मौसमी फलों का नियमित सेवन करें. इनमें मौजूद विटामिंस और पोषक तत्व शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, इससे छालों की समस्या नहीं होती.

छालों पर बर्फ लगाएं, इससे आराम मिलेगा.

छालों पर बेकिंग सोडा और पानी का लेप लगाएं.

नारियल तेल में शहद मिला कर रूई की मदद से छालों पर लगाएं. दोनों में एंटी बैक्टीरियल विशेषताएं होती हैं. यह नमी बनाये रखता है, जख्म बढ़ने नहीं देता और नये उत्तकों के विकास की प्रक्रिया तेज कर देता है.

हल्दी में एक चम्मच ग्लिसरीन मिला कर छालों पर लगाएं. थोड़ा-सा नारियल चबाना भी राहत देता है.

ग्लिसरीन में भुनी हुई फिटकरी मिला कर रूई की सहायता से छालों पर लगाएं और लार टपकने दें, इससे छाले चले जायेंगे.

एलोवेरा के जूस या जेल को छालों वाली जगह पर लगाने से काफी आराम मिलता है.

अंजीर के पत्तों में कई विटामिन और मिनरल्स पाये जाते हैं. यह सूजन को कम करने में काम आते हैं.

मामूली छाले प्राकृतिक रूप से 10-15 दिन में अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर ये तीन सप्ताह तक ठीक नहीं हों, तो फिर उपचार की आवश्यकता पड़ती है. उपचार समस्या की गंभीरता के आधार पर किया जाता है. सूजन और दर्द को कम करने के लिए माउथवाॅश, पेस्ट, क्रीम या जेल दिये जाते हैं.

अगर मुंह में होने वाले छालों का कारण मिनरल्स और विटामिंस की कमी है, तो फोलेट (फॉलिक एसिड), विटामिन बी6, बी12 या जिंक के सप्लीमेंट्स लेना जरूरी हो जाते हैं. अगर ये किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के कारण है, तो दवाइयां दी जाती हैं और दूसरे जरूरी उपचार किये जाते हैं. अगर मुंह के छाले माउथ कैंसर के कारण हुए हैं, तो इस आशंका में सबसे पहले बायोप्सी की जाती है, इसके पश्चात सर्जरी या कीमोथेरेपी की जरूरत पड़ती है.

गर्म और मसालेदार भोजन का सेवन न करें. इससे छाले में जलन व चुभन हो सकती है.

स्वस्थ और पोषक भोजन का सेवन करें, जो विटामिन बी, सी और जिंक से भरपूर हों.

माउथ अल्सर में बैक्टीरिया का संक्रमण तेजी से होता है, इसलिए मुंह को साफ रखें, एंटी बैक्टीरियल माउथवाॅश का इस्तेमाल करें.

ऐसे टूथपेस्ट का प्रयोग न करें, जिसमें कड़े रसायन जैसे सोडियम लॉरेल सल्फेट हो.

अपने तनाव के स्तर को कम करें, ऐसी गतिविधियां अपनाएं जो आपको रिलेक्स करें, जैसे- योगासन, ध्यान या एक्सरसाइज.

गर्म, मसालेदार, नमकीन, खट्टे और अत्यधिक शुगर वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें.

तंबाकू और सुपारी का सेवन न करें.

अपनी डाइट में ताजे फलों और कच्ची सब्जियों को जरूर शामिल करें.

मुंह के छालों को जल्दी कैसे ठीक करें?

मुंह में जब छाले निकल आए तो एक गिलास पानी में 1 चम्मच फिटकरी मिला लें. अब इससे दिन में दो से तीन बार कुल्ला करें. हल्दी पानी से भी मुंह के छालों से राहत मिलती है. बस आपको एक गिलास पानी में 2 चम्मच हल्दी डालकर उबाल लेना है, फिर ठंडा करके उससे गलाला करना है.

मुंह में छाले किसकी कमी से होती है?

विटामिन B और विटामिन C की कमी के कारण मुंह में छाले हो जाते हैं। इसलिए विटामिन B और विटामिन C की कमी को पूरा करने के लिए उन चीजों का सेवन करें जिसमें विटामिन बी और सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दातों और मुंह की सफाई का सही तरीके से ख्याल ना रखने के कारण भी मुंह में छाले होना शुरू हो जाते हैं।

मुंह के छालों के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

मुंह के छालों की समस्या को ठीक करने के लिए एक गिलास पानी में आधा चम्मच हल्दी को अच्छी तरह उबाल लें और उसके बाद इस पानी से कुल्ला करें. लहसुन- छालों के इलाज के लिए लहसुन बहुत ही कारगर है. दो से तीन लहसुन की कलियां लेकर उनका एक पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं.

मुझे मुंह के छाले क्यों होते रहते हैं?

मुंह में छाले होने का कोई कारण स्पष्ट नहीं है। आमतौर पर मुंह में चोट लग जाने, गलती से गालों के कट जाने आदि के कारण ऐसी दिक्कतें होना सामान्य है। कई लोगों को टूथपेस्ट या माउथवाश के कारण भी छाले हो सकते हैं, इन उत्पादों में अक्सर सोडियम लॉरयल सल्फेट की मात्रा होती है जो मुंह में घाव कर सकती है।