प्रश्न 1. अबुल फजल की आइन-ए-अकबरी हमें मुगलकाल के किन-किन पक्षों की जानकारी देती है ? इन सूचनाओं को इकट्ठा करके उन्हें क्रमबद्ध तरीके से संकलित करना एक महत्त्वपूर्ण शाही प्रक्रिया थी। इसमें बादशाह को
साम्राज्य के सभी इलाकों में प्रचलित रिवाजों और व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस प्रकार हमारे लिए आइन अकबरकालीन मुगल साम्राज्य के बारे में सूचनाओं की अमूल्य खान है। फिर भी यह ध्यान रखना आवश्यक है कि आइन का क्षेत्रों के बारे में दृष्टिकोण केंद्र का दृष्टिकोण है। हम यूँ भी कह सकते हैं कि यह समाज के शीर्ष से देखी गई समाज की तस्वीर है। प्रश्न 2. 16वीं तथा 17वीं शताब्दियों के दौरान ग्रामीण दस्तकारों तथा किसानों के बीच आपसी संबंधों की चर्चा कीजिए। यह भी बताइए कि ग्रामीण समुदाय का क्या महत्त्व था ? अथवा सोलहवीं और सत्रहवीं शताब्दियों में ग्रामीण शिल्पकारों की भूमिका स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 3. जब्ता प्रणाली की पृष्ठभूमि एवं विशेषताएँ बताइए। प्रश्न 4. दहसाला प्रणाली पर एक लेख लिखिए । प्रश्न 5. ‘आइन-ए-अकबर’ अथवा ‘आइन’ के महत्त्व तथा सीमाओं की आलोचनात्मक विवेचना कीजिए । अथवा अकबर के शासनकाल के स्रोत के रूप में आइन-ए-अकबरी के महत्त्व व सीमाओं को स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 6. मुगल भारत के जाति और ग्रामीण माहौल का वर्णन कीजिए। मुगल काल के दौरान ग्रामीण समाज में जाति-पंचायतें किस प्रकार ताकतवर थीं ? स्पष्ट
कीजिए प्रश्न 7. मुगल
साम्राज्य के विभिन्न प्रकार के जमींदारों पद, अधिकार और दायित्वों का विवेचन कीजिए । 1.प्रथम बार जमीन जोतने वाले (Land Tiller for the First Time) : अकबर कालीन इतिहासकार अबुल फजल तथा अन्य समसामयिक लेखकों की विभिन्न कृत्यों के अध्ययन से यह भली-भाँति स्पष्ट हो जाता है कि भारत में भूमि पर
व्यक्तिगत मिल्कियत की प्रथा बड़ी पुरानी थी। भूमि की मिल्कियत मुख्यतः उत्तराधिकार के नियमों पर निर्भर थी। लेकिन मुगल काल में भूमि की मिल्कियत के नये नियम भी बन गये थे। परंपरा के अनुसार किसी भी जमीन का मालिक वह था जो पहली बार उस पर खेती करता था। चूँकि मध्ययुग में काफी बड़ी मात्रा में बंजर भूमि उपलब्ध थी और उत्साही व्यक्तियों के लिए कठिन नहीं था कि वे एक नया गाँव बसा लें, आस-पास की भूमि पर कृषि आरम्भ करें और जमीन के मालिक बन जाएँ। इसी भूमि को उन्हें किसी भी पट्टे पर देने, उससे लगान वसूल करने आदि के
अधिकार थे। प्रश्न 8, सोलहवीं तथा सत्रहवीं शताब्दियों में मौसम के वो मुख्य चक्रों के दौरान खेती किस प्रकार की जाती थी ? क्या खेती केवल गुजारा करने के लिए की जाती थी या कोई अन्य उद्देश्य भी था ? स्पष्ट कीजिए। अथवा सोलहवीं व सत्रहवीं शताब्दियों के मुगल काल में औसतन किसान की जमीन पर पेट भरने और व्यापार के लिए किए जाने वाले उत्पादन एक-दूसरे से किस प्रकार से जुड़े
हुए थे, स्पष्ट कीजिए प्रश्न 9, सोलहवीं तथा सत्रहवीं शताब्दी के दौरान पंचायतों का गठन किस प्रकार होता था ? उनके कार्य तथा अधिकारों की व्याख्या कीजिए। मंजिल आबादी क्या थी?मंज़िल-आबादी नामक पहली पुस्तक शाही घराने और उसके रखरखाव से संबंधित है, और दूसरी सिपाह-आबादी कहलाती है, जिसमें सम्राट, सैन्य और सिविल सेवाओं के सेवकों के साथ काम किया जाता है। तीसरा साम्राज्यवादी प्रशासन से संबंधित है, जिसमें न्यायपालिका और कार्यपालिका के लिए नियम हैं।
मुगल काल में कौन सा नगर बसाया गया?इस युग में सम्राटों द्वारा केवल दो नगरों को नए रूप से बसाने का उल्लेख मिलता हैं एक अकबर द्वारा बसाया गया फतेहपुर सीकरी तथा दूसरा शाहजहाँ द्वारा बसाया गया शाहजहाँनाबाद ।
मुगल भारत में शहरीकरण क्यों बढ़ा?शहरीकरण के लिए बहुत से कारण उत्तरदायी थे-प्रशासनिक, सैनिक, भौगोलिक, आर्थिक, और धार्मिक। वाणिज्य से बल मिला। छोटे शहर स्थानीय जरूरतों और स्थानीय व्यापार की पूर्ति करते थे। बड़े शहरों में विविध प्रकार के निर्माण कार्य होते थे, बाजार थे, तथा ऋण एवं संचार की सुविधाएँ थीं जिनका विश्वव्यापी महत्व था।
मुगल काल में सम्राट की आय का सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन क्या था?question. ➲ मुगल काल में साम्राज्य की आय का सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन भू-राजस्व कर था।
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