लैपटॉप के कितने भाग होते हैं? - laipatop ke kitane bhaag hote hain?

लैपटॉप कंप्यूटर क्या है लैपटॉप के फायदे

लैपटॉप कम्प्यूटर, जिसे नोटबुक कम्प्यूटर भी कहते हैं, एक बैटरी या AC-पौवर्ड पर्सनल कम्प्यूटर सामान्यतया एक ब्रीफकेस से थोडा छोटा होता है, जिसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है और इसे कम जगह में जैसे एयरोप्लेन, लाइब्रेरी में, अस्थाई ऑफिस में और मीटिंग्स में भी उपयोग में ले सकते हैं। सामान्यतयां एक लैपटॉप का वजन 5 पाउण्ड (Pounds) से कम और इसकी मोटाई 3 इंच या इससे कम होती है। लैपटॉप बनाने वाली मुख्य कंपनियां निम्न हैं – IBM, एप्पल (Apple), कॉम्पैक (Compaq). डेल (Dell) और तोशिबा (Toshiba) आदि ।

लैपटॉप इनपट तथा आउटपुट कंपोनेंट्स और एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर __ की क्षमता को बांधे रखता है जैसे कि डिस्प्ले स्क्रीन, स्पीकर, की बोर्ड, प्वॉइंटिंग डिवाइस (जैसे कि टचपैड या ट्रेक चंक), प्रोसेसर और मेमोरी एक ही यूनिट में उपलब्ध होते हैं। कई 2016 इरा (era) के लैपटोप में इंटीग्रेटेड वेबकैम और निर्मित माइक्रोफोन भी होते हैं। डिवाइस को या तो रिचार्जेबल बैटरी से या एक AC एडेप्टर की सहायता से इलेक्ट्रिसिटी मेन से चलाया जा सकता है। इसके हार्डवेयर स्पेसिफिकेशंस जैसे कि प्रोसेसर स्पीड और मेमोरी कैपेसिटी इसके अलग-अलग टाइप, आकार और मॉडल्स पर निर्भर करते हैं।

लैपटॉप का अविष्कार

जहां तक लैपटॉप के चलन के शुरू होने की बात है तो पहला लैपटॉप सन 1982 में आया था। इसका नाम ग्रिड कम्पास-1100 था। इसमें 16-बिट के 8086 प्रोसेसर को प्रयोग किया था। निम्न चित्र में आप इस लैपटॉप को देख सकते हैं इस लैपटॉप में 256 किलोबाइट रैम थी और यह बैटरी से लैस नहीं था। यह केवल एसी पॉवर से चलता था। उस समय इसकी कीमत थी 8150 डालर। इस लैपटॉप के बनने के कुछ समय बाद ही अनेक कम्पनियां लैपटॉप के मार्केट में आ गयी और तरह-तरह के लैपटॉप बाजार में दिखाई देने लगे। इन्हीं लैपटॉप को बाद में नोटबुक कहा जाने लगा। आज की तारीख में प्रयोग किये जाने वाले लैपटॉप किसी भी मामले में डेस्कटॉप से कम नहीं हैं। इनमें इंटरनेट की लिये मॉडेम और लैन कार्ड जैसे कम्पोनेन्ट को स्थायी रूप से जोड़ दिया गया है.

लैपटॉप के मुख्य भाग

लैपटॉप एक पर्सनल कम्प्यूटर होता है जिसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा सकता है। लैपटॉप को एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर के सभी फंक्शन परफॉर्म करने के लिए डिजाइन किया जाता है। इसका अर्थ यह है कि यह समान सॉफ्टवेयर रन करता है और समान प्रकार की फाइल को ओपन कर सकता है.इसमें एक रेगुलर माउस, बड़ा मॉनीटर और दूसरे पेरिफेरल डिवाइस जोड़ने की सुविधा भी होती है। यह सामान्यतः आपके लैपटॉप को एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर में परिवर्तित कर देता है, अंतर सिर्फ इतना होता है कि आप इन पेरिफेरल डिवाइसेज को आसानी से अलग कर सकते हैं और अपने लैपटॉप को जहां चाहे वहां ले जा सकते हैं।लैपटॉप के कुछ मुख्य भाग निम्नलिखित हैं.

पॉवर सप्लाई

लैपटॉप में पॉवर  सप्लाई एक एडेप्टर के रूप में होती है और इससे ही लैपटॉप की बैटरी भी चार्ज होती है। बैटरी से जो करेंट लैपटॉप के मदरबोर्ड और अन्य भागों में जाता है उसे कंट्रोल करने के लिये मदरबोर्ड में ही एक सर्किट होता है। चित्र में आप लैपटॉप के पॉवर एडेप्टर को देख सकते हैं.

बैटरी

प्रत्येक लैपटॉप में एक बैटरी होती है जो यूजर को लैपटॉप उपयोग में लेने में मदद करती है, जब वह किसी पावर सप्लाई से जुड़ा हुआ नहीं होता है। जब लैपटॉप को पावर सप्लाई से प्लग इन किया जाता है तब यह बैटरी रिचार्ज हो जाती है। बैटरी उपयोग में लेने का दूसरा लाभ यह है कि यह पावर जाने पर आपके लैपटॉप में बैकअप पावर के रूप में उपयोग में ली जा सकती है।

 स्क्रीन

यह लैपटॉप की मुख्य आउटपुट डिवाइस है। यह एलसीडी तकनीक से बना होता है। एलसीडी तकनीक में रिक्वेड क्रिस्टल डिस्प्ले होता है जिसकी वजह से इसकी मोटाई एक इंच से भी कम होती है। इसे टीएफटी भी कहते हैं। यह स्क्रीन लैपटॉप का अभिन्न अंग होता है और इसे लैपटॉप के मदरबोर्ड में लगी डिस्प्ले यूनिट से जोड़ा जाता है। इसे अपग्रेड नहीं किया जा सकता है लेकिन लैपटॉप में इसके अलावा एक्सटर्नल मॉनीटर को प्रयोग किया जा सकता है।

की-बोर्ड

यह प्राइमरी इनपुट डिवाइस है। इसके द्वारा आप अंकों और अक्षरों के रूप में कंप्यूटर में डेटा इनपुट कर सकते हैं। इस समय 104 कीज़ वाले मल्टीमीडिया की-बोर्ड को प्रयोग किया जा रहा है। इसे लैपटॉप में लगे मदरबोर्ड से जोड़ते हैं। लैपटॉप में कुछ विशेष कीज भी होती हैं जिन्हें लैपटॉप के खास फीचर्स को कंट्रोल करने के लिये प्रयोग किया जाता है। यह लैपटॉप में इनबिल्ट होता है और इसे अपग्रेड नहीं किया जा सकता है और न ही इसे बदला जा सकता है। वर्तमान में यूएसबी पोर्ट से अलग एक्सटर्नल की-बोर्ड को लगाकर प्रयोग किया जा सकता है।

माउस या प्वाइंटिंग डिवाइस

यह आजकल इस्तेमाल होने वाले लैपटॉप की मुख्य प्वाइंटिंग डिवाइस है। इसके द्वारा ग्राफिक यूज़र इंटरफेस वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में निर्देश देने का काम किया जाता है। इसके अतिरिक्त डिजाइनिंग वाले प्रोग्रामों में आकृतियों का निर्माण भी किया जाता है। लैपटॉप में यह ठीक की-बोर्ड के नीचे होता है और यह एक पैड के रूप में होता है। इस पर उंगलियां चलाकर आप माउस प्वाइंटर को मूव कर सकते हैं। लैपटॉप में इसके अलावा आप एक्सटर्नल माउस को लगाकर प्रयोग कर सकते हैं।

रैम

RAM (Random Access Memory) एक मैमोरी स्टोरेज होती है जो कम्प्यूटर को उपयोग में लेते वक्त कार्य करती है और मुख्य रूप से प्रोसेसर के द्वारा उपयोग की जाती है। नए लैपटॉप्स या कम्प्यूटर में RAM की क्षमता 4 से 16 GB तक होती है जो इसके प्रकार और कम्प्यूटर को उपयोग में लेने के उद्देश्य पर निर्भर करती है।

हार्ड ड्राइव 

हार्ड ड्राइव लैपटॉप की एक परमानेंट मेमोरी होती है जो फाइल्स को पूर्णतया सेव करती है, जो कम्प्यूटर के बंद हो जाने की स्थिति में भी सेव रहती है। इसी वजह से हार्ड ड्राइव का उपयोग फाइल्स को सेव करने के लिए किया जाता है। हार्ड ड्राइव की क्षमता अलग-अलग होती है सामान्यतया यह 500 से 1000 GB तक होती है परंतु 1500 से ऊपर के हार्ड ड्राइव जैसे कि 1.5 टेरा बाइट भी उपयोग में ली जा सकती है। हालांकि एक लैपटॉप के इंटरनल हार्ड ड्राइव की क्षमता सामान्यतः कम होती है परंतु आप एक एडिशनल हार्ड ड्राइव (या तो आन्तरिक या बाहरी) का उपयोग कर इसको बढ़ा सकते हैं।

 साउंड सिस्टम

इस सिस्टम की वजह से आप स्पीकर और माइक को लैपटॉप के . साथ इस्तेमाल कर पाते हैं। यह मल्टीमीडिया उपकरण है, सभी मदरबोर्ड में साउंड कार्ड का सर्किट इनबिल्ट होता है। . स्पीकर लैपटॉप में आवाज के रूप में आउटपुट स्पीकरों के द्वारा ही सुनाई देती है। ये लैपटॉप में इनबिल्ट होते हैं। माइक इस उपकरण का इस्तेमाल लैपटॉप में आवाज को इनपुट किए जाने के लिए किया जाता है। इसे साउंड पोर्ट में बने माइक के स्थान पर जोड़ते हैं।

मॉडेम/ब्लुटुथ

इंटरनेट से जोड़ने में इसकी भूमिक सबसे अहम है। लैपटॉप में मॉडेम इनबिल्ट होता है और इससे आप टेलीफोन लाइन से इंटरनेट से जुड़ सकते हैं। आजकल वॉयरलेस मॉडेम का प्रयोग भी होने लगा है। इसके अलावा कम दूरी का संचार कायम करने के लिये ब्लुटुथ तकनीक को भी लैपटॉप में इनबिल्ट किया जाता है।

लैन नेटवर्क

आज की तारीख में प्रत्येक लैपटॉप में लैपटॉप में लैन कार्ड इनबिल्ट होता है। इसकी पोर्ट बाहर की ओर होती है जहां पर आप RJ-45 कनेक्टर को लगा सकते हैं। इसके अलावा वॉयरलेस लैन कार्ड भी लगभग सभी लैपटॉप्स में इनबिल्ट आने लगा है।

लैपटॉप के फायदे

लैपटॉप लेने के बहुत सारे फायदे हैं. लैपटॉप में बैटरी होने के कारण इसे आप बिना पावर सप्लाई के भी 3 से 4 घंटे तक चला सकते हैं. लैपटॉप वजन में बहुत ही हल्का होता है इसलिए आप इसे उठाकर कहीं पर भी बड़ी ही आसानी से ले जा सकते हैं .

एक डेक्सटॉप कंप्यूटर के साथ में कीबोर्ड माउस मॉनिटर अलग से लगाने पड़ते हैं लेकिन लैपटॉप में यह सभी इनबिल्ट होते हैं इसीलिए वायरिंग का कोई झंझट नहीं होता. क्योंकि लैपटॉप में यह सभी चीज अंदर ही होती है.

डेक्सटॉप कंप्यूटर में अगर आप इंटरनेट चलाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अलग से वाईफाई एडॉप्टर खरीदना पड़ेगा या आप यूएसबी केबल द्वारा उस में इंटरनेट चला सकते हैं लेकिन लैपटॉप के अंदर ही आपको ब्लूटूथ और वाईफाई का ऑप्शन मिलता है जैसे कि आप सिर्फ एक क्लिक में ही लैपटॉप को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं.

लैपटॉप के नुकसान

लैपटॉप के फायदे के साथ में कुछ नुकसान भी होते हैं. लैपटॉप एक डेक्सटॉप कंप्यूटर के मुकाबले काफी जल्दी खराब हो जाता है और अगर इसे आप ठीक करवाते हैं तो इसलिए पार्ट्स भी काफी महंगे होते हैं. और अगर आप एक डेक्सटॉप के मुकाबले लैपटॉप खरीदना चाहते हैं तो आपको लैपटॉप के लिए काफी ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं.

लैपटॉप की कीमत

लैपटॉप की कीमत इसकी कंपनी प्रोसेसर , RAM इत्यादि पर निर्भर करती है लैपटॉप आपको 10000 रुपए से लेकर ऊपर लाखों रुपए तक के लैपटॉप मार्केट में मिल जाएंगे. तो आप लैपटॉप खरीदने से पहले अपना Budget देख ले उसी आधार पर अपना लैपटॉप खरीदें.

इस पोस्ट में आपको लैपटॉप कंप्यूटर क्या है लैपटॉप की परिभाषा लैपटॉप के फायदे लैपटॉप क्या है लैपटॉप खरीदने लैपटॉप बाजार लैपटॉप की कीमत hp नोटबुक कंप्यूटर से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में अभी भी आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछें.

error: Content is protected !!

लैपटॉप के कितने पार्ट होते हैं?

कंप्यूटर के मुकाबले में लैपटॉप छोटी पोर्टेबल डिवाइस होती है इस लिए इसे पोर्टेबल कंप्यूटर भी कह सकते हैं लैपटॉप के बारे में समझाने के लिए हम इसे दो भागों में बांट सकते हैं ऊपर वाला भाग जिसमें स्क्रीन होती है और नीचे वाले भाग जिसमें कीबोर्ड होता है दोनों एक कबजे से जुड़े होते हैं

लैपटॉप का नाम क्या है?

सुवाह्य संगणक या लैपटॉप (अंग्रेजी:laptop, lap:गोद Top:ऊपर) या नोटबुक, एक व्यक्तिगत संगणक को कहते हैं जिसकी डिजाइन में इस बात का ध्यान रखा गया होता है कि इसे अपने साथ लाना-लेजाना आसान हो और जिसे गोद में रखकर काम किया जा सके।

पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा लैपटॉप कौन सा है?

ये Laptop Under 30000 Rupees: बच्चों की पढ़ाई और ऑनलाइन क्लास के लिए सूटेबल हैं। इनमें आपको विंडोज 11 ऑपरेटिंग सिस्टम तक मिलता है। यह लैपटॉप टच स्क्रीन कंट्रोल में भी आ रहे हैं। यहां ₹30000 से भी कम की कीमत वाले laptop for students की जानकारी आपको दी जा रही है।

लैपटॉप में हम क्या क्या कर सकते हैं?

आपने बहुत ऐसे लोगों को देखा होगा, उनके पास मात्र कुछ चीजें जैसे लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर है और वो अपनी दुकान खोलकर बढ़िया पैसा कमाते हैं। आज के समय में ऑनलाइन काम और इंटरनेट के द्वारा होने वाले काम, लोगो की जरूरत बन गयी है। चाहे वो किसी सरकारी योजना के लिए आवेदन करना हो या निजी लाभ के उद्देश्य से कोई काम कर रहे हों।

Toplist

नवीनतम लेख

टैग