खेल चिकित्सा क्या है? खेल चिकित्सा विज्ञान की एक शाखा है जिसका संबंध खिलाड़ी के स्वास्थ्य को बनाए रखने, शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाने तथा रोगों की रोकथाम से होता है। खेल चिकित्सा सिद्धान्तों का अध्ययन और अभ्यास है, तथा खेल के विज्ञान से संबंधित है, विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में:
खेल चोटों से किस प्रकार बचा जा सकता है? खिलाड़ियों का जीवन बहुमूल्य होता है। खिलाड़ी को कई बार इस प्रकार की चोट लग जाती है कि वह दोबारा कभी नहीं खेल सकता। उसका खेल-जीवन समाप्त हो जाता है। हालांकि बहुत-सी खेल-चोटों का उपचार हो सकता है, लेकिन फिर भी यह एक कटु सत्य है कि ''इलाज से परहेज बेहतर है'' (Prevention is better than Cure) इसीलिए एथलीट्स या खिलाड़ी, खेल-चोटों के खतरों को कम या समाप्त करना चाहते हैं, विशेषकर जब वे प्रशिक्षण या खेल प्रतियोगिता में भाग ले रहे हों। खेल चोटें एक खिलाड़ी के कारण जीवन भर खेल में भाग नहीं ले सकता। बचाव के उपयुक्त बिन्दुओं पर ध्यान दें विशेष रूप से जिनका वर्णन नीचे दिया गया है:
खेलों में खेल चिकित्सक की क्या भूमिका होती है? खेल चिकित्सक की चिकित्सक के रूप में निम्नलिखित ड्यूटी रहती है:
शारीरिक शिक्षा एवं खेल में खेल चिकित्सक की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए। खेल औषधि विज्ञान के लक्ष्य एवं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक, ट्रेनर एवं शारीरिक शिक्षक आदि का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है। खेलों के विभिन्न क्षेत्रों में खिलाड़ी की चयन प्रक्रिया, पोषण, ट्रेनिंग विधिया, शारीरिक दक्षता, चोटों से रक्षा, बचाव एवं इलाज, खिलाड़ी का दैनिक कार्यक्रम, नई तकनीकों का उपयोग, खिलाड़ी का पूर्ण परीक्षण खेल केदौरान खिलाड़ी की कार्यकीय एवं मनोवैज्ञानिक दशा तथा खेलों एवं क्रीड़ाओं की वैज्ञानिक उन्नति आदि में इस औषधि विज्ञान की बहुत आवश्यकता पड़ती है। इन कारकों के कारण भविष्य में भी खिलाड़ी का खेल प्रदर्शन एवं राष्ट्रीय एवं अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर परिणाम प्रभावित होते है, खेल औषधि विज्ञान के उद्देश्यों की पूर्ति की आवश्यकताएं, खिलाड़ी के प्रदर्शन मे इन सभी उपरोक्त कारकों को सही एवं सफलतापूर्वक उपयोग में लाने के लिए खेलों से संबंधित सभी व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती है और इन सभी व्यक्तियों संयुक्त प्रभाव ही खिलाड़ी का प्रदर्शन होता है। खेल औषधि विज्ञान इस आधुनिक युग मे बहुत बृहद् स्तर पर अपने कार्य कर रही है जिसकी खेल एवं शारीरिक शिक्षा केक्षेत्र में निम्नलिखित आवश्यकता पड़ती है:
खेल चिकित्सा के उद्देश्य एवं लक्ष्य बताइए। खेल चिकित्सा के मुख्य लक्ष्य इस प्रकार है:
खेल चिकित्सा के उद्देश्य:
अतः कहा जा सकता है कि खेल औषधि विज्ञान के माध्यम से खिलाड़ी की काफी समस्याओं का समाधान आसानी से हो जाता है। इसके लिए प्रत्येक खेल संस्थान में खेल चिकित्सक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चिकित्सालय आदि का होना आवश्यक है जिससे खिलाड़ी की समस्याओं, चोटो, रोगों आदि संबंधित कमियों को दूर किया जा सके। कोमल ऊतकों की चोटों को वर्गीकृत कीजिए? उनके कारणों तथा निवारको का वर्णन करों? खेलों में कोमल ऊतक मांसपेशी तन्तु, त्वचा, रक्त वाहिनी आदि पर लगने वाली चोटों को कोमल उत्तक चोट कहते है:
कोमल ऊतकों की चोटों के कारण:
कोमल उत्तकों की चोटों से बचाव:
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