क्या तुम जानते हो कविता की व्याख्या? - kya tum jaanate ho kavita kee vyaakhya?

निर्मला पुतुल (जन्मः 6 मार्च 1972) बहुचर्चित संताली लेखिका, कवयित्री और सोशल एक्टिविस्स्ट हैं। दुमका, संताल परगना (झारखंड) के दुधानी कुरुवा गांव में जन्मी निर्मला पुतुल हिंदी कविता में एक परिचित आदिवासी नाम है। निर्मला ने राजनीतिशास्त्र में ऑनर्स और नर्सिंग में डिप्लोमा किया है।

RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR

अनुवाद

विनीता अग्रवाल की कविताएँ

अनुवाद

परवीन साकेत की कविताएँ

कविता

रूप कथाओं के चमकते नायक

LEAVE A REPLY Cancel reply

Please enter your comment!

Please enter your name here

You have entered an incorrect email address!

Please enter your email address here

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Δ

LISTEN TO ‘AKKAD BAKKAD’ — A PODCAST BY POSHAM PA

STAY CONNECTED

42,486FansLike

20,941FollowersFollow

29,163FollowersFollow

2,000SubscribersSubscribe

RECENT POSTS

चेन च्येन वू की कविताएँ

अनुवाद देवेश पथ सारिया

ताइवान के नांताऊ शहर में सन् 1927 में जन्मे कवि चेन च्येन वू मंदारिन, जापानी और कोरियाई भाषाओं में पारंगत कवि हैं। अपने कई...

बुल्गारियाई कवयित्री एकैटरीना ग्रिगरोवा की कविताएँ

अनुवाद पोषम पा

अनुवाद: पंखुरी सिन्हा सामान्यता मुझे बाल्टिक समुद्र का भूरा पानी याद है! 16 डिग्री तापमान की अनंत ऊर्जा का भीतरी अनुशासन!बदसूरत-सी एक चीख़ निकालती है पेट्रा और उड़ जाता है आकाश में बत्तखों...

नेओमी शिहैब नाय की कविता ‘जो नहीं बदलता, उसे पहचानने की कोशिश’

अनुवाद योगेश ध्यानी

नेओमी शिहैब नाय (Naomi Shihab Nye) का जन्म सेंट लुइस, मिसौरी में हुआ था। उनके पिता एक फ़िलिस्तीनी शरणार्थी थे और उनकी माँ जर्मन...

विनीता अग्रवाल की कविताएँ

अनुवाद किंशुक गुप्ता

विनीता अग्रवाल बहुचर्चित कवियित्री और सम्पादक हैं। उसावा लिटरेरी रिव्यू के सम्पादक मण्डल की सदस्य विनीता अग्रवाल के चार काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके...

कविताएँ: अगस्त 2022

कविता गौरव भारती

विस्मृति से पहले मेरी हथेली को कैनवास समझ जब बनाती हो तुम उस पर चिड़िया मुझे लगता है तुमने ख़ुद को उकेरा है अपने अनभ्यस्त हाथों से।चारदीवारी और एक...

रोमानियाई कवयित्री निकोलेटा क्रेट की कविताएँ

अनुवाद पोषम पा

अनुवाद: पंखुरी सिन्हा औंधा पड़ा सपना प्यार दरअसल फाँसी का पुराना तख़्ता है, जहाँ हम सोते हैं! और जहाँ से हमारी नींद, देखना चाह रही होती है चिड़ियों की ओर!मत...

डेज़ी रॉकवेल के इंटरव्यू के अंश

अनुवाद उपमा 'ऋचा'

लेखक ने अपनी बात कहने के लिए अपनी भाषा रची है, इसलिए इसका अनुवाद करने के लिए आपको भी अपनी भाषा गढ़नी होगी। —डेज़ी...

पुस्तक अंश: प्रेमचंद : कलम का सिपाही

किताब अंश पोषम पा

भारत के महान साहित्यकार, हिन्दी लेखक और उर्दू उपन्यासकार प्रेमचंद किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। प्रेमचंद ने अपने जीवन काल में कई रचनाएँ...

प्रिया सारुकाय छाबड़िया की कविताएँ

अनुवाद किंशुक गुप्ता

प्रिया सारुकाय छाबड़िया एक पुरस्कृत कवयित्री, लेखिका और अनुवादक हैं। इनके चार कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें नवीनतम 'सिंग ऑफ़ लाइफ़ रिवीज़निंग...

आधे-अधूरे : एक सम्पूर्ण नाटक

समीक्षा / टिप्पणी पोषम पा

आधे-अधूरे: एक सम्पूर्ण नाटक समीक्षा: अनूप कुमार मोहन राकेश (1925-1972) ने तीन नाटकों की रचना की है— 'आषाढ़ का एक दिन' (1958), 'लहरों के राजहंस' (1963)...

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग