क्या लड़कियां बजरंग बाण का पाठ कर सकती है? - kya ladakiyaan bajarang baan ka paath kar sakatee hai?

महिलाएं क्यों नहीं कर सकती बजरंग बाण का पाठ कलियुग के प्रत्यक्ष व साक्षात देवता श्री हनुमान जी के चमत्कार से कौन परिचित नहीं है। जीवन में आ रहे समस्त दु:ख एवं संतापो को मिटाने के लिए यूं तो हनुमान जी के बहुत से प्रयोग और अनुष्ठान प्रचलित हैं मगर हनुमान जी की कृपा पाने और सभी परेशानियों से छुटकारा पाने का एक अचूक उपाय है बजरंग बाण का पाठ। 

प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ करने वाले भक्तों को सभी सुख मिलते हैं और धन की प्राप्ति होती है। ऐसे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती और उनकी किस्मत का सितारा चमक जाता है। किसी भी महत्पूर्ण कार्य पर जाने से पूर्व भी यदि इसका पाठ किया जाये तो उसे निश्चय ही सफलता प्राप्त होगी। जिस घर-परिवार में बजरंग बाण का प्रतिदिन पाठ एवं अनुष्ठान होता है वहां दुर्भाग्य, दारिद्रय, भूत-प्रेत का प्रकोप और असाध्य रोग, शारीरिक कष्ट कभी समावेश नहीं कर पाते। शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए परंतु वह हनुमान जी के श्री रूप के समक्ष दीपक जला सकती हैं तथा गूगुल की धूनी रमा सकती हैं। हनुमान चालीसा का पाठ कर सकती हैं। 

कैसे करें बजरंग बाण का अनुष्ठान

बजरंग बाण का पाठ महिलाओं को क्यों नहीं करना चाहिए?

महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ भी नहीं करना चाहिए, ऐसा करने शास्त्रों में निषेध बताया गया है। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि महिलाएं राम भक्त हनुमानजी को वस्त्र, जनेऊ, चोला और यज्ञोपवीत भी अर्पित न करें। ऐसा करने से हनुमानजी नाराज हो सकते हैं।

क्या औरतों को बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए?

महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए। महिलाओं को पाद्यं अर्थात चरणपादुकाएं अर्पित नहीं करनी चाहिए। महिलाएं हनुमान जी को पंचामृत स्नान नहीं करा सकती।

बजरंग बाण का पाठ कौन कर सकता है?

बजरंग बाण के बारे में कहा जाता है कि इसका प्रयोग हर कहीं, हर किसी को नहीं करना चाहिए। जब व्यक्ति घोर संकट में हो तब ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए वरना राम भक्त हनुमान इसके प्रयोग में हुई त्रुटि को क्षमा नहीं करते हैं।

हनुमान जी की पूजा औरतों को कैसे करनी चाहिए?

महिलाएं हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें पंचामृत से स्नान न कराएं और नहीं उन्हें कभी सिंदूर अर्पित करें. शस्त्रों के मुताबिक, महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए. महिलाएं हनुमान जी को वस्त्र, जनेऊ, चोला और यज्ञोपवीत न अर्पित करें. हनुमान जी के व्रत और पूजन में किसी प्रकार के नमक का इस्तेमाल न करें.

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