कुत्तों की सूंघने की क्षमता अधिक होने का वैज्ञानिक कारण
कुत्ते में सूंघने की क्षमता अधिक क्यों होती है ?
- कुत्ते की सूंघने की क्षमता इंसानों की तुलना में लगभग 1000 गुना ज्यादा होती है।
- कुत्ते के सूंघने की क्षमता ज्यादा होने का कारण उसके नाक में मौजूद विशेष गुण होते हैं। कुत्ते की नाक के दोनों छिद्रों में एक ऐसी जगह होती है जहाँ बहुत अधिक मात्रा में गंध संवेदनशील कोशिकाएं होती हैं जिन्हें “कीमोरिसेप्टर” कहा जाता है।
- कीमोरिसेप्टर रिसेप्टर्स बालों जैसे दिखाई देते हैं और हमेशा गीले रहते हैं। ये सेल्स नाड़ियों के जरिये दिमाग से जुड़ी रहती है और दिमाग के इस स्थान को “ऑलफक्ट्री बल्ब”कहा जाता है। ये भाग जितना बड़ा होता है, कुत्ते में सूंघने की क्षमता उतनी ही ज्यादा बढ़ जाती है।
- कुत्तों की सूंघने की क्षमता अधिक होने के कारण विस्फोटक ढूंढने से लेकर अपराधी को पकड़ने तक में प्रशिक्षित कुत्तों की सहायता ली जाती है.
कुत्तों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी Important information about dogs
- सूंघने के साथ-साथ कुत्ते की सुनने की क्षमता भी इंसान से 5 गुना ज्यादा होती है
- कुत्ते के बच्चे के 28 दांत होते हैं जबकि वयस्क कुत्तों के 42 दांत होते हैं |।
- कुत्तों का खून 13 प्रकार का होता है. जबकि इंसानों का खून केवल 4 प्रकार का होता है.
- आपको ये जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ इंसान ही सपने नहीं देखते बल्कि कुत्ते भी सपना देखते हैं.
- एक कुत्ते की औसत उम्र करीब 11 साल होती है और हैरानी की बात ये है कि उसका दिमाग केवल 2 साल के बच्चे जितना होता है.
- दुनिया की पहली अंतरिक्ष यात्री लाइका नाम की कुत्तिया थी जिसे तत्कालीन सोवियत संघ की सरकार ने 3 नवंबर 1957 में अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना किया था लेकिन दोस्तों अंतरिक्ष यान में ज्यादा गर्मी के कारण उसकी मौत हो गई थी।
- शहर के कुत्ते गाँव में रहने वाले कुत्तो की अपेक्षा ज्यादा उम्र तक जीते हैं।
- इंसानों की उंगलियों के निशान (fingerprints) की तरह दो कुत्तों की नाक के निशान भी (nose prints) अलग-अलग होते हैं ।
- 10 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 50% कुत्तों में कैंसर की बिमारी पाई जाती है जिसकी वजह से उनकी मौत हो जाती है।
कुत्ते का वैज्ञानिक नाम
- कुत्ते का वैज्ञानिक नाम: Canis lupus familiaris
- जीवनकाल: 10 – 13 वर्ष
- गर्भधारण अवधि: 58 – 68 दिन
कुत्ते की सूंघने की क्षमता अधिक क्यों होती है? Why does a dog have a greater sense of smell?
कत्ता एक ऐसा प्राणी है, जिसकी दृष्टि काफी कमजोर होती है। वह थोड़ी दूर की ही चीजें साफ देख पाता है और उसे भूरा रंग तथा इसकी शेड यानि छाया ही स्पष्ट दिखाई देती हैं। अपनी इस कमी को वह अपनी तेज घ्राण सूंघने की शक्ति से पूरा करता है। कुत्ते को एक बार कोई चीज सूंघने को दे दी जाए, तो उस गंध को वह आसानी से पहचान लेता है। यही कारण है कि कुत्तों को विशेष प्रशिक्षण देकर उनका उपयोग विस्फोटक और नशीले पदार्थ पकड़ने के साथ ही अपराधियों की तलाश के लिए किया जाता है। कुत्तों की नाक के दोनों छेदों में एक क्षेत्र ऐसा होता है, जहां लाखों की संख्या में विशेष तरह की गंध संवेदनशील कोशिकाएं होती हैं। इन कोशिकाओं को कीमोरिसेप्टर कहते हैं। इनकी संरचना बालों जैसी होती है और ये बाल हमेशा म्यूकस नामक तरल पदार्थ से गीले रहते हैं। ये नाड़ियों के जरिये मस्तिष्क से जुड़ी होती हैं। मस्तिष्क के इस भाग को ऑलफेक्टरी बल्ब कहते हैं। यह भाग जितना बड़ा होता है, घ्राण शक्ति भी उतनी ही अधिक होती है। मनुष्य की अपेक्षा कुत्ते का ऑलफेक्टरी बल्ब कई गुना बड़ा होता है और इस कारण उसकी सूंघने की क्षमता भी काफी अधिक होती है।
Why does a dog have a greater sense of smell? कुत्ते की सूंघने की क्षमता अधिक क्यों होती है?