एफडी पर ब्याज कैसे मिलता है? - ephadee par byaaj kaise milata hai?

फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज़ की गणना कैसे की जाती है?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) बचत करने और पैसों को बढ़ाने के लिए एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट साधन है. आपके डिपॉजिट पर ब्याज़ दर आपके द्वारा चुनी गई अवधि और ब्याज़ भुगतान की फ्रिक्वेंसी पर निर्भर करता है.

ब्याज़ की गणना के लिए FD फॉर्मूला नीचे दिया गया है:

A=P(1+r/n)^n*t

जहां,

  • A मेच्योरिटी राशि है
  • P मूल धन है
  • r ब्याज़ दर है
  • t वर्षों की संख्या है
  • n ब्याज़ कम्पाउंड होने की फ्रिक्वेंसी है

FD की मेच्योरिटी पर ब्याज़ का भुगतान बैंक द्वारा निर्धारित ब्याज़ दर और भुगतान की फ्रिक्वेंसी पर निर्भर करता है. इन्वेस्ट की गई मूल राशि पर रिटर्न की गणना या तो साधारण ब्याज़ के रूप में की जाती है, जहां ब्याज़ केवल मूल राशि पर अर्जित किया जाता है, या चक्रवृद्धि ब्याज़ के रूप में, जहां मूल राशि और उपलब्ध ब्याज़ दोनों पर ब्याज़ अर्जित किया जाता है.

चक्रवृद्धि ब्याज़ के मामले में, मेच्योरिटी पर देय राशि अधिक होती है, क्योंकि मूल राशि और उपलब्ध ब्याज़, दोनों के आधार पर की गणना की जाती है. FD ब्याज़ कैलकुलेटर का उपयोग करें.

ब्याज़ की गणना करने के लिए FD कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?

एफडी कैलकुलेटर का उपयोग करना बहुत आसान है, और आपको बस मेच्योरिटी पर प्राप्त राशि की गणना करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट राशि और अवधि दर्ज करने होंगे. यह आपको संचयी और गैर-संचयी दोनों भुगतान की गणना करने में मदद करता है.

​​​​​ यह उपयोग में आसान है, और आपको केवल निम्नलिखित विवरण देने होते हैं:

  • कस्टमर का प्रकार
  • सावधि जमा का प्रकार
  • फिक्स्ड डिपॉज़िट राशि
  • फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि

इस प्रकार कुल राशि के साथ-साथ ब्याज़ की राशि भी दिखेगी. यह आपके मैनुअल वर्क को बचाता है और आप अधिक समय खर्च किए बिना अपने इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न का आकलन कर सकते हैं.

डिपॉजिट की गणना कैसे की जाती है?

अपने फिक्स्ड डिपॉजिट इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न की गणना भारी-भरकम गणित के कारण कठिन लग सकती है. लेकिन अनुमान लगाने का सही तरीका जानने से, आप इन्वेस्टमेंट की अवधि के अंत में प्राप्त होने वाली राशि को बढ़ा भी सकते हैं.

FD की मेच्योरिटी पर ब्याज़ का भुगतान बैंक द्वारा निर्धारित ब्याज़ दर और भुगतान की फ्रिक्वेंसी पर निर्भर करता है. इन्वेस्ट की गई मूल राशि पर रिटर्न की गणना या तो साधारण ब्याज़ के रूप में की जाती है, जहां ब्याज़ केवल मूल राशि पर अर्जित किया जाता है, या चक्रवृद्धि ब्याज़ के रूप में, जहां मूल राशि और उपलब्ध ब्याज़ दोनों पर ब्याज़ अर्जित किया जाता है.

चक्रवृद्धि ब्याज़ के मामले में, मेच्योरिटी पर देय राशि अधिक होती है, क्योंकि ब्याज़ की गणना, मूल राशि और और उपलब्ध ब्याज़, दोनों पर की जाती है.

अपने डिपॉजिट पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न कैसे पाएं?

आपके डिपॉजिट पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए, आपकी FD की ब्याज़ और धनराशि को प्रभावित करने वाले कारकों को जानना महत्वपूर्ण है, जो नीचे दिए गए हैं:

  • डिपॉजिट या मूलधन: उच्च डिपॉजिट राशि का मतलब है उच्च ब्याज़.

  • डिपॉजिट अवधि: लंबी अवधि से अधिक ब्याज़ मिलता है.

  • ब्याज़ दर: अधिक ब्याज़ दर मतलब अधिक ब्याज़ राशि.

  • डिपॉजिट का प्रकार (संचयी या गैर-संचयी): संचयी एफडी बेहतर ब्याज़ देते हैं.

  • ब्याज़ की फ्रीक्वेंसी: बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट के साथ आपके ब्याज़ को मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक रूप से कंपाउंड किया जा सकता है. हालांकि, ब्याज़ दरों की बार-बार गणना करने से ब्याज़ की राशि कम हो सकती है.

  • इन्वेस्टमेंट का तरीका: सीनियर सिटीज़न को 0.25% तक का अतिरिक्त दर लाभ मिलता है, तो वहीं 60 वर्ष से कम आयु वाले लोगों के लिए भी ऑफर्स हैं.
  • आप हमारी नज़दीकी ब्रांच में जा सकते हैं या हमारे 100% ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ घर बैठे आराम से इन्वेस्ट कर सकते हैं

अपनी सुविधा, और उपरोक्त कारकों के आधार पर, आप अपनी बचत को बढ़ाने के लिए, अवधि, भुगतान फ्रिक्वेंसी, डिपॉजिट के प्रकार और इन्वेस्टमेंट का तरीका चुन सकते हैं. आप आकर्षक ब्याज़ दर प्राप्त करने के लिए, बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे आप अपने डिपॉजिट पर रिटर्न को अधिकतम कर सकते हैं.

सामान्य प्रश्न

एफडी ब्याज़ दर कैलकुलेटर का उपयोग करना एक आसान प्रोसेस है. एफडी कैलकुलेटर का उपयोग करने के चरण निम्नलिखित हैं.
1. अपने कस्टमर का प्रकार चुनें, अर्थात 60 वर्ष से कम आयु (ऑफलाइन या ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट) या सीनियर सिटीज़न
2. अपनी इच्छानुसार फिक्स्ड डिपॉजिट का प्रकार चुनें, यानी संचयी या गैर-संचयी
3. अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट राशि चुनें
4. फिक्स्ड डिपॉजिट की पसंदीदा अवधि चुनें
5. फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज कैलकुलेटर, ऑटोमैटिक रूप से आपको ब्याज पर मिलने वाला भुगतान दिखाएगा और मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि दिखाएगा. इन्वेस्ट करने से पहले अपने रिटर्न के बारे में जानने के लिए बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज कैलकुलेटर का उपयोग करना एक बेहतर तरीका हो सकता है. इससे आपको अपने फाइनेंस को आसानी से व्यवस्थित करने में और इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न को बढ़ाने में मदद मिल सकती है.

आप एफडी मेच्योरिटी राशि निर्धारित करने के लिए एफडी कैलकुलेटर या टर्म डिपॉजिट कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं. ऑनलाइन एफडी ब्याज़ कैलकुलेटर पर जाएं और कस्टमर की कैटेगरी चुनें - सीनियर सिटीज़न या 60 से कम आयु के कस्टमर. इसके बाद, आपको एफडी का प्रकार चुनना होगा - संचयी या गैर-संचयी. और अंत में, अपनी पसंदीदा डिपॉजिट राशि और अवधि चुनें. ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि स्क्रीन पर ऑटोमैटिक रूप से दिखाई देंगे.
आप अपने फिक्स्ड डिपॉजिट की मेच्योरिटी राशि निर्धारित करने के लिए एफडी कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं. आपके द्वारा चुनी गई एफडी के प्रकार के अनुसार ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं, यानी संचयी या गैर-संचयी और उसकी अवधि. यह एफडी ब्याज़ कैलकुलेटर आपको एक मिनट से कम समय में मेच्योरिटी राशि निर्धारित करने में मदद करता है.

आपके फिक्स्ड डिपॉजिट इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न, आपकी ब्याज़ दरों और ब्याज़ भुगतान की फ्रिक्वेंसी द्वारा निर्धारित होता है. यह ब्याज़ दरें एक निश्चित समय पर कम्पाउंडेड होती हैं. एफडी ब्याज़ कैलकुलेटर में इस्तेमाल होने वाला फॉर्मूला नीचे दिया गया है.
एफडी कैलकुलेट करने का फॉर्मूला है:
A=P(1+r/n)^n*t
जहां,
A मेच्योरिटी राशि है
P मूल राशि है
r ब्याज़ दर है
t वर्षों की संख्या है
n ब्याज़ कम्पाउंड होने की फ्रिक्वेंसी है.

बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट कैलकुलेटर से आप पता लगा सकते हैं कि मेच्योरिटी पर ब्याज़ सहित आपको कितनी राशि मिलेगी. यह आपको डिपॉजिट की राशि, अवधि, और ब्याज़ के भुगतान की फ्रिक्वेंसी में परिवर्तन कर प्राप्त होने वाले ब्याज़ की गणना और तुलना करने की सुविधा प्रदान करता है.

हां, अगर आप भुगतान मोड के विकल्पों में 'मासिक' चुनते हैं, तो आप मासिक ब्याज़ भुगतान प्राप्त कर सकते हैं. जब आप एफडी में अपना पैसा इन्वेस्ट करते हैं, तो आपको अपनी मूल राशि पर ब्याज़ मिलता है. एफडी कैलकुलेटर का ऑनलाइन उपयोग करके, बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट आपको अपनी पसंदीदा अवधि और भुगतान की फ्रिक्वेंसी चुनने में सक्षम बनाता है, ताकि आप अपने लाभ प्राप्त कर सकें. अगर आप अपने इन्वेस्टमेंट से मासिक आय की तलाश कर रहे हैं, तो आप हर महीने ब्याज़ भुगतान प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज़ कैलकुलेटर की मदद से, आपके मासिक ब्याज़ की गणना कुशलता से की जा सकती है.
हालांकि, आपकी ब्याज़ भुगतान की फ्रिक्वेंसी भी ब्याज़ दर को प्रभावित कर सकती है. जितनी बार आप अपना ब्याज़ निकालते हैं, उतना ही कम ब्याज़ प्राप्त करते हैं. आप इन्वेस्ट करने से पहले अपने रिटर्न को जानने के लिए बजाज फाइनेंस एफडी रिटर्न कैलकुलेटर को चेक करते रह सकते हैं.

आपके फिक्स्ड डिपॉजिट की मेच्योरिटी राशि, चुनी गई अवधि में पहले से निर्धारित रिटर्न और इन्वेस्ट की गई मूल राशि का जोड़ होती है. एफडी कैलकुलेटर के साथ, आप इन्वेस्ट करने से पहले ही ऑनलाइन एफडी मेच्योरिटी राशि की आसानी से गणना कर सकते हैं. वांछित इन्वेस्टमेंट राशि और अवधि दर्ज करें, और आपकी एफडी मेच्योरिटी राशि की गणना तेज़ी से की जाएगी.

आपकी इन्वेस्टमेंट राशि, अवधि और भुगतान विकल्प के आधार पर, बजाज फाइनेंस एफडी कैलकुलेटर आपके इन्वेस्टमेंट पर लागू ब्याज दर प्रदान करता है और मेच्योरिटी राशि के साथ आपकी ब्याज की गणना करता है.

भुगतान फ्रीक्वेंसी के आधार पर, ये दोनों फिक्स्ड डिपॉजिट के प्रकार एक दूसरे से अलग हैं. संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट का उपयोग वार्षिक रूप से कंपाउंड होने के बाद मेच्योरिटी पर ब्याज का भुगतान करने के लिए किया जाता है. गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज का भुगतान आपकी ज़रूरतों के आधार पर मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक रूप से किया जाता है.

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10000 की एफडी पर 1 साल में कितना ब्याज मिलता है?

साधारण ब्याज = 10,000*10*3/100 = 3,000 रु.

5 साल की एफडी पर कितना ब्याज मिलता है?

5 लाख की FD पर 5 साल में SBI से कितना मिलेगा रिटर्न, चेक कर लें कैलकुलेशन SBI FD Scheme: SBI में 5 साल की मैच्‍योरिटी वाली FDs पर टैक्‍स डिडक्‍शन का भी फायदा मिलता है. SBI इस समय 5 साल की FDs पर रेगुलर कस्‍टमर्स को 6.10 फीसदी सालाना और सीनियर सिटीजन को 6.9 फीसदी सालाना ब्‍याज ऑफर कर रहा है.

1 साल की एफडी में कितना ब्याज मिलता है?

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) आम नागरिकों को 3.00% -6.25% प्रति वर्ष और वरिष्ठ नागरिकों को 3.50% -6.90% प्रति वर्ष की ब्याज़ दर पर एफडी योजनाएं प्रदान करता है, जिसकी अवधि 7 दिनों से लेकर 10 साल तक होती है।

एक लाख पर कितना ब्याज मिलता है?

हम आपको बता रहे हैं कि देश के मुख्य बैंक 1 साल के लिए निवेश पर कितना ब्याज दे रहे हैं, ताकि आप अपने हिसाब से अपना पैसा सही जगह निवेश कर सकें। देश का सबसे बड़ा बैंक SBI 1 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 4.90% ब्याज दे रहा है। इस हिसाब से अगर आप यहां 1 लाख रुपए निवेश करते हैं तो आपको 1 साल बाद 104,990 रुपए मिलेंगे।

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