कस्तूरबा कर्मियों के वेतन में वृद्धि ईपीएफ कटौती का भी मिलेगा लाभराज्य सरकार के अन्य कर्मियों की तरह अब कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के कर्मी भी ईपीएफ कटौती योजना से जुड़ेंगे। उन्हें भी ईपीएफ कटौती का लाभ मिलेगा। बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक अरबिंद कुमार वर्मा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को केजीबीभी कर्मियों का ईपीएफ कटौती सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। बीईपी राज्य कार्यकारणी समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार केजीबीभी कर्मियों के मूल मासिक वेतन से 12 प्रतिशत की राशि स्रोत पर ही कटौती की जाएगी। इतनी ही राशि नियोक्ता की ओर से अंशदान के रूप जमा की जायेगी। निदेशक ने इस प्रक्रिया को एक सप्ताह में पूरा करने का निर्देश दिया है। ईपीएफ कटौती के लिए जिला भविष्य निधि कार्यालय में पंजीयन कराना होगा। नियोजित व दैनिक भोगी कर्मियों के वेतन में भी हुई वृद्धि : बीईपी ने केजीबीभी कर्मियों के ईपीएफ कटौती के साथ ही नियोजित व दैनिक भोगी कर्मियों के वेतन मे भी वृद्धि किया है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय टाइप वन (कक्षा 6से 8) तथा टाइप टु (कक्षा 6 से 10) वाले विद्यालयों मे कार्यरत वार्डेन सह शिशिका को पूर्व में वेतन व विशेष भता के रूप में 7700 रुपये प्राप्त होता था। अब वार्डन को 15000 रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा। जबकि अंशकालिक शिशिका को पूर्व के 7 हजार की जगह अब 13 हजार रुपए दिए जाएंगे। वही लेखापाल को 5800 की जगह 8500 रुपये,अनुसेवक को 3500 की जगह 6500 रुपये,रात्रि प्रहरी व चौकीदार को 3500 के बदले 6500,मुख्य रस्योईया को भी 3500 की जगह अब 6500 रुपये मिलेंगे। वहीं सहायक रसोइया को अब 2900 के बदले 6000 रुपये वेतन के रूप मे दिये जायेंगे। केजीबीभी की संभाग प्रभारी डॉ इंदु त्रिपाठी ने बताया कि वेतन वृद्धि का लाभ सुबिधा केजीबीभी के वैसे सभी कर्मियों को भी दिया जा रहा है जो 2014 में आयोजित दक्षता परीक्षा में शामिल नहीं हो नही पाए थे या फिर सफल नहीं हो पाए थे। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय नौतन। जुड़ो कराटे का प्रशिक्षण लेतीं छात्राएं। छात्राअाें को मिला जुड़ो कराटे का प्रशिक्षण |