अगर आप भी देश हित में कस्टम ऑफिसर बनकर इन जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहते हैं तो हम आपको इस आलेख के माध्यम से बताने जा रहें हैं कि कैसे आप भी बन सकते हैं कस्टम ऑफिसर. कस्टम्स विभाग का कार्य, ड्यूटी (एक तरह का कर) इकट्ठा करने के उद्देश्य से माल के आयात और निर्यात को नियंत्रित करना और निषिद्ध और प्रतिबंधित वस्तुओं के प्रवेश की जांच को नियंत्रित करना होता है. कस्टम ऑफिसर्स यह सुनिश्चित करते है कि कहीं भी तस्करी (स्मगलिंग) न की जाए. इस प्रकार से यह पद बहुत ही जिम्मेदारी भरा है. अगर आप भी देश हित में कस्टम ऑफिसर बनकर इन जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहते हैं तो हम आपको इस आलेख के माध्यम से बताने जा रहें हैं कि कैसे आप भी बन सकते हैं कस्टम ऑफिसर. आपको इसके लिए सबसे पहले यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा को पास करना होगा. चयन होने के बाद आप कस्टम डिपार्टमेंट में आईआरएस (सी एंड सीई) को प्राथमिकता दे सकते हैं. सभी को पता है कि सिविल सेवा परीक्षा भारत सरकार की विभिन्न नागरिक सेवाओं में भर्ती के लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित एक अखिल भारतीय प्रतिस्पर्धी परीक्षा है, जिसमें आईएएस, आईएफएस, आईपीएस, आईआरएस आदि शामिल हैं. सिविल सेवा परीक्षा भारत में सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है. इसलिए यदि आप सिविल सेवा के लिए इच्छुक हैं, तो आपको लगातार एवं कड़ी मेहनत करनी होगी. आपको अपने आस पास एवं दुनिया भर में हो रही हलचल से खुद को हमेशा अपडेट रखना होगा. आपको उन पत्रिकाओं को पढ़ना होगा जो आपके ज्ञान और योग्यता को बेहतर बनाने में आपकी सहायता कर सकते हैं. तभी आप इस प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण हो पाएंगे. आपको हम इस आलेख के माध्यम कस्टम ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक सभी जानकारियों से अवगत करा रहे हैं. इस आलेख के में हमने निम्न बिन्दुओं को आपके समक्ष विस्तार से रखने का प्रयास किया है:- भर्ती प्रक्रिया:कस्टम ऑफिसर बनने के लिए, उम्मीदवारों को सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है. यह संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किया जाता है. यह प्रवेश परीक्षा 27 विभिन्न सेवाओं में प्रवेश करती है जिसमें भारतीय सीमा शुल्क और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क सेवा शामिल है. सिविल सेवा परीक्षा दो अलग-अलग भागों में आयोजित की जाती है. ये प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा हैं. जिन लोगों का चयन किया जाता है उन्हें या तो कस्टम विभाग के कार्यों में प्रशिक्षण के लिए चेन्नई भेज दिया जाता है या केंद्रीय उत्पाद शुल्क सेवा प्रशिक्षण के लिए चुने गए लोगों को मेट्रोपॉलिटन शहरों में से एक में तैनात किया जाता है. सीमा शुल्क कार्यालय की भूमिका ग्रहण करने के लिए आपको भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में शामिल होना होगा. IAS आयकर और सीमा शुल्क और केंद्रीय एक्साइज का गठन करती है. सीमा शुल्क देश में लाए गए सामानों के कराधान से संबंधित होता है. देश के भीतर उत्पादित सामानों के साथ आबकारी सौदों का कराधान भी इसमें शामिल है. संघ लोक सेवा आयोग भारतीय विदेश सेवा, भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा, केंद्रीय सचिवालय सेवा और भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क), समूह 'ए जैसी सेवाओं में भर्ती के लिए नागरिक सेवाओं की जांच का आयोजन करती है। योग्यता मानदंड: सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हैं: सिविल सर्विस ऍप्टीट्यूड टेस्ट में दो पेपर शामिल हैं. प्रत्येक पेपर में अधिकतम 200 अंक होते हैं. प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं. इस पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वर्तमान घटनाक्रम, भारत का इतिहास, भूगोल, आर्थिक और सामाजिक विकास, पर्यावरण पारिस्थितिकी, सामान्य विज्ञान, तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता और अंग्रेजी भाषा की समझ के कौशल पर सामान्य मुद्दे शामिल होते हैं. सिविल सर्विस ऍप्टीट्यूड टेस्ट के योग्य होने के बाद, आप मुख्य परीक्षा देने के लिए पात्र होते हैं. सिविल सेवा मुख्य परीक्षा नौ पेपर्स की होती है. सभी पेपर वर्णनात्मक (डिस्क्रप्टिव) प्रकार के होते हैं. ये पेपर उम्मीदवारों की समग्र बौद्धिक क्षमताओं और ज्ञान का आंकलन करता है. पर्सनेलिटी टेस्ट, एक साक्षात्कार है जिसमें उनकी बुद्धि, क्षमताओं, गुणों और मूल्यों के मामले में उम्मीदवार के व्यक्तित्व का आंकलन किया जाता है. कस्टम अधिकारी के लिए आपको इन आवश्यकताओं को पूरा करना होगा:
अपडेट: 7 वीं सीपीसी के कार्यान्वयन के साथ, इंसपेक्टर की रैंक रखने वाले सीमा शुल्क अधिकारी का वेतन 52000INR है (जबकि सकल (ग्रॉस) लगभग 60000INR में है) कस्टम अधिकारी बनने के लिए आवश्यक गुण:
परीक्षा और साक्षात्कार के लिए कैसे करें तैयारी? कस्टम ऑफिसर बनने के लिए नियमित पढ़ें कर्रेंट अफेयर्स यहाँ कस्टमवालों के लिए क्या आवश्यक है?कस्टम ऑफिसर बनने के लिए बैचलर डिग्री, बेसिक योग्यता है. एक कस्टम अधिकारी जो भारत सरकार के तहत काम कर रहा है वह 21 से 30 वर्ष से ऊपर होना चाहिए और उसके द्वारा स्नातक पूरा होना चाहिए. उम्मीदवार को 55% अंकों से अधिक स्कोर करना होगा और उसके बाद ही वह भर्ती के लिए आवेदन कर सकता है.
भारत में कस्टम अधिकारी क्या है?कस्टम अधिकारी की यदि हम बात करे, तो Custom Officer को सीमा शुल्क अधिकारी भी कह सकते हैं. जिसका कार्य आयकर विभाग के समान ही होता है. क्योंकि बिना Custom Officer के आप माल का आयात या निर्यात नहीं कर सकते. इसलिए, किसी भी प्रकार के माल की जांच करना सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है.
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