कार्यों चक्र क्या है?

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

p-V आरेक्ख के रूप में कार्नो चक्र

कार्नो चक्र (Carnot cycle) सादी कार्नो द्वारा १८२४ में प्रस्तुत किया गया एक सैद्धान्तिक ऊष्मागतिक चक्र है। यह प्रदर्शित किया जा सकता है कि किसी दी हुई ऊष्मीय ऊर्जा को कार्य में बदलने के लिये या कार्य को तापान्तर में बदलने के लिये यही ऊष्मा-चक्र सबसे अधिक दक्ष है।

"//hi.wikipedia.org/w/index.php?title=कार्नो_चक्र&oldid=2847056" से प्राप्त

श्रेणी:

  • ऊष्मा चक्र

कार्नो चक्र से आप क्या समझते हैं?

कार्नो चक्र (Carnot cycle) सादी कार्नो द्वारा १८२४ में प्रस्तुत किया गया एक सैद्धान्तिक ऊष्मागतिक चक्र है। यह प्रदर्शित किया जा सकता है कि किसी दी हुई ऊष्मीय ऊर्जा को कार्य में बदलने के लिये या कार्य को तापान्तर में बदलने के लिये यही ऊष्मा-चक्र सबसे अधिक दक्ष है।

कार्यों चक्र क्या है उत्क्रमणीय ऊष्मा इंजन की दक्षता की विवेचना कीजिये?

कार्नो इंजन का सिद्धान्त (carnot engine principle) उत्क्रमणीय इंजन की दक्षता का मान समान ताप पर हमेशा समान रहता है चाहे ताप किसी भी ईंधन से प्राप्त किया जाए , अगर उत्पन्न ताप का मान समान है तो दक्षता का मान भी समान होगा।

कार्नो इंजन क्या है इसकी दक्षता का सूत्र स्थापित कीजिए?

Solution : A से B तक समतापी प्रसार , B से C तक रुद्धोष्म प्रसार ,C से Dतक समतापी संपीडन तथा D से A तक रुद्धोष्म संपीडन होता है । W = W_(1) - W_(3)` <br> ` W = Q_(1) - Q_(2)` <br> अतः कार्नो इंजन की दक्षता `eta = (Q_(1) - Q_(2))/Q_(1) = 1 - Q_(2)/Q_(1)` <br> `:.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग