लौह इस्पात उद्योग को किसी देश के अर्थिक विकास की धुरी माना जाता है। भारत में इसका सबसे पहला बड़े पैमाने का कारख़ाना 1907 में झारखण्ड राज्य में सुवर्णरेखा नदी की घाटी में साकची नामक स्थान पर जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित किया गया गया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् पंचवर्षीय योजनाओं के अन्तर्गत इस पर काफ़ी ध्यान दिया गया और वर्तमान में 7 कारखानों द्वारा लौह इस्पात का उत्पादन किया जा रहा है। Show
लौह इस्पात के कारखाने
प्रमुख कारखानेस्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् द्वितीय पंचवर्षीय योजना काल (1956-61) में सार्वजनिक क्षेत्र के तीन प्रमुख लौह इस्पात कारखाने स्थापित किये गये-
अन्य कारखानेतृतीय पंचवर्षीय योजना काल (1961-66) में झारखण्ड के बोकारो नामक स्थान पर एक नये कारखाने की आधारशिला रखी गयी, जिसमें चतुर्थ पंचवर्षीय योजना काल में ही उत्पादन प्रारम्भ हो गया वर्तमान में लौह इस्पात का उत्पादन करने वाले उपर्युक्त 7 कारखानों के अतिरिक्त आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम इस्पात संयंत्र से उत्पादन प्रारंभ हो गया है। यह संयंत्र देश का पहला ऐसा समन्वित इस्पात कारख़ाना है, जिसने आई.एस.ओ. प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। साथ ही कर्नाटक के बेल्लारी ज़िले में हास्पेट के समीप विजयनगर इस्पात परियोजना तथा तमिलनाडु के सलेम ज़िले में सलेम इस्पात परियोजना निर्माणधीन है। सार्वजनिक क्षेत्र में कारखानेवर्तमान समय में भारत में टाटा ‘आयरन एण्ड स्टील कम्पनी’ (टिस्को) तथा ‘इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी’ (इस्को) निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। टिस्को की गणना देश के सबसे बड़े इस्पात कारखाने के रूप में की जाती है। भद्रावती स्थित ‘विश्वेश्वैरय्या आयरन एण्ड स्टील कं. लि.’ का नियन्त्रण कर्नाटक सरकार तथा ‘स्टील अथारिटी ऑफ इण्डिया लि.’ (सेल) के हाथों में है जबकि शेष कारखाने सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता निम्नवत हैं- सार्वजनिक क्षेत्र के इस्पात संयंत्रो की क्षमता(1997-98)(हज़ार टन में )संयंत्रनिर्धारित क्षमताकच्चा इस्पातबिक्री योग्य इस्पातभिलाई3,9253,153दुर्गापुर1,8021,586राउरकेला19001,671बोकारो40003,156सेलम–175मिश्र इस्पात संयंत्र–184इस्को325327कुल समन्वित इस्पात संयंत्र11,95210,2522007-08 के दौरान देश में कच्चे लोहे का कुल उत्पादन 538.6 लाख टन हुआ। इसी अवधि के दौरान तैयार इस्पात का उत्पादन 561 टन हुआ। इसे सुनेंरोकेंभारत में लौह इस्पात उद्योग का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। भारत में इसका आरम्भ 19वीं शताब्दी के अंतिम दशकों में हुई। वर्तमान में भारत विश्व का चौथा इस्पात उत्पादक देश है। भारत में देश का पहला लौह उद्योग कारखाना 1874 ईo में कुल्टी (आसनसोल, पश्चिम बंगाल) में बंगाल आयरन वर्क्स (BIW) के नाम से स्थापित किया गया। बोकारो स्टील संयंत्र कहाँ है? इसे सुनेंरोकेंबोकारो स्टील प्लांट भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का इस्पात संयत्र है जो सोवियत संघ के सहयोग से बना था। यह झारखण्ड के बोकारो में स्थित है। यह संयंत्र भारत के प्रथम स्वदेशी इस्पात संयंत्र के रूप में जाना जाता है। भारत का सर्वाधिक पुराना लोहा इस्पात कारखाना कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंलौह इस्पात कारखाना बड़े पैमाने पर देश का पहला कारखाना 1907 ईo में जमशेदजी टाटा द्वारा बिहार के साकची नामक स्थान पर स्थापित किया गया। पढ़ना: ईएसआई कब तक वैलिड होता है? बोकारो प्लांट की स्थापना कब हुई?29 जनवरी 1964बोकारो इस्पात संयंत्र / स्थापना की तारीख और जगह भारत का सबसे बड़ा स्टील इस्पात संयंत्र कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंभिलाई स्टील प्लांट एरिया के हिसाब से एशिया का और प्रोडक्शन के हिसाब से सेल का सबसे बड़ा स्टील प्लांट है। यूएसएसआर के सहयोग से 1955 में इस प्लांट को स्थापित किया गया था। स्टील प्लांट के लिए भिलाई को चुनने का मुख्य कारण था स्टील निर्माण के लिए लगने वाले रॉ मटेरियल्स का आस-पास के क्षेत्रों में आसानी से मिलना। भारत का पहला इस्पात कारखाना कहाँ लगा? इसे सुनेंरोकेंहिंदुस्तान स्टील लिमिटेड की स्थापना कब की गई— 1953 ई. बर्नपुर में इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी की स्थापना कब की गई— 1918 ई. कर्नाटक के भद्रावती में मैसूर (बाद में विश्वेश्वरैया) लौह एवं इस्पात कारखाने की स्थापना कब की गई— 1923 ई. भारत के प्रमुख लौह इस्पात उद्योगप्रश्न=1. इस्पात उद्योग ( Steel industry) है ? प्रश्न=02. निम्न में से कौन सा इस्पात कारखाना ( Steel mills) स्वतंत्रता से पूर्व स्थापित नहीं है ? प्रश्न=03. निम्न में से कौन सा कारक लौह इस्पात उद्योग ( Iron steel industry) के स्थापन्न प्रारूप को निर्धारित नहीं करता है ? प्रश्न=04. निम्न में से किस इस्पात कंपनी की स्थापना द्वितीय पंचवर्षीय योजना के दौरान की गई थी ? प्रश्न=05. निम्न में से कौन सा लोह इस्पात उद्योग के लिए कच्चा माल है ? प्रश्न=06. निम्न में से किस इस्पात अथॉरिटी (Steel authority) की स्थापना सार्वजनिक व निजी क्षेत्र में समन्वय के उद्देश्य से की गई ? प्रश्न=07. निम्न में से कौन सा स्थान इस्पात संयंत्र की स्थापना हेतु सबसे अनुकूल होगा ? प्रश्न=8. जमशेदपुर इस्पात संयंत्र के संबंध में निम्न में से कौन सा कथन असत्य हैं ? प्रश्न=09. निम्न में से कौन सा इस्पात संयंत्र दो नदियों के संगम पर स्थित है ? प्रश्न=10. IISCO निम्न में से किन इस्पात संयंत्रों का संयुक्ततीकरण है ? प्रश्न=11. भारतीय लोहा एवं इस्पात कारखाना【IISCO】 के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए ? (अ) 1 2 और 3 प्रश्न=12. भद्रावती व विजय नगर इस्पात कारखाने निम्न में से किस राज्य में स्थित है ? प्रश्न=13. राउरकेला इस्पात संयंत्र कोयला प्राप्त करता है ? प्रश्न=14. राउरकेला इस्पात संयंत्र के संबंध में असत्य कथन है ? प्रश्न=15. निम्न में से किन बंदरगाहों की समिपता इस्पात संयंत्रों की स्थापना में सहायक रही है? प्रश्न=16. निम्न में से कौनसा इस्पात संयंत्र रूस के सहयोग से स्थापित किया गया था? प्रश्न=17. भिलाई इस्पात संयंत्र के संबंध में असत्य कथन है ? प्रश्न=18. निम्न में से किस इस्पात संयंत्र की स्थापना कोरिया की इस्पात कंपनी【POSCO】के सहयोग से की गई ? भारत में सबसे पुराना लौह इस्पात कारखाना कौन सा है?Detailed Solution. टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी या TISCO: टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी या TISCO भारत में पहला लोहा और इस्पात निर्माण संयंत्र है जिसकी स्थापना और स्थापना क्रमशः जमशेदजी टाटा और दोराबजी टाटा ने 26 अगस्त 1907 को जमशेदपुर, झारखंड में की थी। यह उद्योग सुवर्णरेखा और खरकई नदियों के किनारे स्थित है।
भारत में कितने लौह इस्पात कारखाने हैं?इसी अवधि के दौरान तैयार इस्पात का उत्पादन 561 टन हुआ।
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सार्वजनिक क्षेत्र में कारखाने. भारत के प्रमुख लौह इस्पात केंद्र कौन कौन से हैं?भारत में कारखाने. भिलाई इस्पात कारखाना, छत्तीसगढ़. दुर्गापुर इस्पात कारखाना, पश्चिम बंगाल. राउरकेला इस्पात कारखाना, ओड़िसा. बोकारो इस्पात कारखाना, झारखंड. इस्को इस्पात कारखाना, पश्चिम बंगाल. निम्नलिखित में से कौन सा एक भारत में लौह इस्पात उद्योग का केंद्र नहीं है?अत:, उपर्युक्त बिन्दुओं से यह स्पष्ट हो जाता है कि बंगलौर भारत में लौह और इस्पात उद्योग का केंद्र नहीं है।
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