कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होता है? - kalam todana muhaavare ka arth kya hota hai?

कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ kalam todana muhaavare ka arth – बहुत सुन्दर लिखना ।

दोस्तो जब किसी मे इतना टेलंट हो की वह जब भी कुछ लिखे तो बहुत ही अच्छा लिखे । उसकी लिखावट की डिजाईन व वाक्य मे हिंदी का सही प्रयोग किया जाता हो । और उसके जैसे अन्य कोई भी नही लिख सके तो ऐसा ‌‌‌लिखने को ही कलम तोडना कहते है । कलम तोडने के बाद मे जो भी गलती हो वह सही नही हो सकती उसी तरह से इस तरह के सुंदर वाक्य व लिपी का पुर्ण प्रयोग किया जाने के बाद मे भी कोई गलती न रहे तो उसे कलम तोडना कहते है जिसका अर्थ है बहुत ही सुंदर लिखना ।

कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होता है? - kalam todana muhaavare ka arth kya hota hai?

कलमतोड़नामुहावरेका वाक्यमेप्रयोग

  • ‌‌‌राजवीर के जैसा इस विधालय मे कोई भी नही है क्योकी जब वह ‌‌‌कुछ लिखता है तो कलम तोड देता है ।
  • कबीर के दोहे के सामने कोई भी नही टिक सकता क्योकी वे जब भी लिखते थे तो कलम तोड देते थे ।
  • मुंशी प्रेमचंद्र के जैसा लेखक कोई भी नही था क्योकी ‌‌‌उनकी लिखी हुई बातो को पढते है तो ऐसा लगता है की मानो उन्होने ‌‌‌कलम तोड दी ।
  • कलम तोडना किसे कहते है हनुमान से पुछो क्याकी उन्होने राम नाम लिखकर पुल बना दिया था ।

कलमतोड़नामुहावरेपरकहानी

प्राचिन समय की बात है महेश नाम का एक लडका था जो अपने माता पिता के साथ रहता था । जब महेश छोटा था ‌‌‌तब उसके पिता उसे पढाने के लिए विधालय भेजने ‌‌‌लगे थे । उसके पिता के पास पैसे तो नही थे इस कारण वे उसे सराकरी स्कुल मे ही भेजते थे । उसके पिता इतने गरीब थे की उनको खाना ‌‌‌समय पर नही मिलता था ।

महेश जब विधालय जाता ‌‌‌तो वह बहुत ‌‌‌ध्यान लगाकर पढता था और इसी कारण से वह बहुत ही समझदार हो गया और एक बार किसी चिज के बारे मे सुन लेता तो फिर वह उसके बारे मे पुरा जानता और कभी भी उसे नही भुलता था । इसी आदत के साथ जब वह पांचवी कलाश मे हुआ तो उसने एक बार सुना की अगर ‌‌‌लिखना सिक लिया तो कोई भी उसका बराबरा नही कर सकता है ।

इसी कारण ‌‌‌वह लिखने के बारे मे पुरी तरह से जानने के लिए अपने अध्यापक के पास गया । तब उसके अध्यापक ने कहा की जब भी लिखो तो ऐसा लिखो की कोई भी तुमसे उपर नही लिख सके और कोई भी तुम्हारा बराबरा नही कर सके । पर इसके लिए तुम्हे बहुत पढना‌‌‌ पडेगा ।  ‌‌‌वह अपने अध्यापक की बात मानकर बहुत पढा और जब वह अगली कलाश मे हुआ तो वह दिन व रात ‌‌‌कभी भी कुछ न कुछ लिखता ही रहता था ।

जिससे उसके लिखने की कला जागने लगी और वह बहुत ही सुंदर वाक्य ‌‌‌लिखने लगा । उसके वाक्य को कोई पढ लेता तो ऐसा लगता की ‌‌‌किसी अध्यापक ने इसे लिखा है । पर उसने कभी भी किसी को इस बारे मे नही ‌‌‌बताया । एक वर्ष के बाद ‌‌‌जब वह अगली कक्षा मे हो गया तब एक दिन विधालय मे कुछ लोग आए और उन्होने कहा की सभी बच्चो से प्रकृती पर एक लेख लिखने को कहो  ।

अध्यापको ने सभी बच्चो को लेख लिखने को कहा । उस समय लेख लिखने के लिए महेश भी वहा पर था । मेहश को लिखना बहुत ही अच्छा लगने लगा था। इस कारण ‌‌‌उसे जब भी समय मिलता वह लिखने लग जाता था । उसके लिखने के कारण ही उसने अपना लेख लिख कर सभी बच्चो से पहले अध्यापको को दिया उसके बाद मे अन्य बच्चो ने अध्यापको को अपना लेख लिखकर दिया था ।

लेख लेकर वे आदमी वहा से चले गए । कुछ दिनो के बादमे उन लेख ‌‌‌मे से जो सबसे अच्छा था उस ‌‌‌बच्चे का नाम आया । ‌‌‌तब अध्यापको ‌‌‌को विश्वासन नही हुआ की महेश इस विधालय मे टोपर आया है । तब अध्यापको ने मेहेश का लेख मगाकर पडने की कोशिश की तब उन्हे वह पढने को मिल गया था ।

तब अध्यापको ‌‌‌के पढने पर उन्हे ऐसा लगा की मानो किसी राईटर ने इस लेख को लिखा हो । क्योकी उसमे गलती बिलकुल भी नही थी और भाषा शुद्ध हिंदी मे थी । तब मेहश का समान करते  ‌‌‌हुए ‌‌‌अध्यापको ने कहा की महेश तुमने तो कलम ही तोड ‌‌‌दी । तब से जब भी कोई लिखने का कार्य होता तो अध्यापक महेश से ही लिखाया करते थे।

समय के साथ महेश बडा हो गया और अब वह लिखने के लिए आस पास के गावो मे भी जाने लगा उसका नाम चारो दिशाओ मे फेलने लगा । तब उसने सोचा की क्यो नही मै भी एक लेखक बन जाउ मे ‌‌‌भी कहानी ‌‌‌लिखु मै भी कविता ‌‌‌लिखु यह सोचकर उसने कविता लिखनी ‌‌‌शुरु कर ‌‌‌दी और अपनी कविता छपाने के लिए आगे भेजने लगा था ।

कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होता है? - kalam todana muhaavare ka arth kya hota hai?

कविता छपाने के लिए पैसे लगते थे इस कारण उसकी कविता कम ही छप पाई थी । जब उसे लगा की इनसे मेरा कुछ भी नही होगा मुझे पैसो की जरुरत है ‌‌‌तब उसने वह कार्य छोड ‌‌‌दिया और अन्य कार्य ‌‌‌करने लगा था । पर बहुत समय बित जाने के बाद भी लोग कहते थे की महेश जब भी कुछ लिखता तो कलम ही तोड देता था । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

‌‌‌कलमतोडनामुहावरेपरनिबंध

साथियो आज के समय मे हर किसी के पास कोई न कोई हुनर है पर अनके लोग अपने आप को पहचान नही ‌‌‌पाते की हमे क्या करना चाहिए । पर जो लगो अपने आप को पहचान लेते है और कार्य करने लग जाते है पर समय के साथ उनको बदलाव लाना पड जाता है । इसी तरह से जब कोई राईटर बन जाता है और वह लिखने ‌‌‌लगता है तो उसके लिखने की भाषा और उसकी लिखावट को देखकर ऐसा लगता है की मानो उसने कलम ही तोड दि हो ।

  • एक अनार सौ बीमार मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
  • एक आँख से देखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
  • उँची दुकान फीका पकवान मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
  • आस्तीन का सांप होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
  • उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

इस तरह के लोग होते तो बहुत है पर उनमे से कुछ ही लोग इस काम को ‌‌‌हमेशा के लिए करते है । कलम तोडना हर किसी के बस की बात नही है क्योकी कलम तोडने के लिए बहुत ही मेहंत की जरुरत होती है जो हर किसी से नही ‌‌‌होती है । जब कोई इतनी मेहंत कर कर राईटर बन जाता है ‌‌‌तब उसके जैसा फिर कोई भी नही होना चाहिए ।

जब उसे लिखना पुरी तरह से आ जाता है तो उसके लेख के वाक्यो को देखकर ऐसा लगता है की मानो वह खुद ही हमसे बोल रहे हो । और उनको देखकर यह तक नही कहा जाता की इसे अधिक सुंदर मे लिख सकता हूं । ऐसा लिखने ‌‌‌‌‌‌वाले लागो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है इस तरह से आप समझ गए होगे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।

कलम तोड़ने का मुहावरे का अर्थ क्या है?

Kalam todna मुहावरे का हिंदी में अर्थ meaning in Hindi वाक्य प्रयोग – जिंदगी बीत जाती है तब कहीं जाकर लेखक कोई ऐसा उपन्यास लिख पाता है जिसके बारे में लोग कहें कि कलम तोड़ दी। वाक्य प्रयोग – वाह ! क्या अच्छी शायरी लिखी है। तुमने तो कलम तोड़ दी।

दिल तोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?

English meaning of dil to. ۲. دل کو کسی چیز سے بے تعلق کر لینا ، قطع تعلق کر لینا.

मुहावरे का दूसरा नाम क्या है?

वक्ता को शब्दों के प्रयोग को लेकर अधिक सावधान रहना चाहिए और अनावश्यक रूप से आहत करने वाला नहीं होना चाहिए।

कान काटना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?

कान काटना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है। अर्थ- चालाकी, धूर्तता आदि में किसी से बढ़कर होना।