केले में भी कीड़े होते हैं क्या? - kele mein bhee keede hote hain kya?

National Banana Day 2022: केला एक ऐसा फल है जो हम लगभग हर दिन खाते हैं. केला स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है. इसमें भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत जरूर रोल प्ले करते है. केले की इस महत्ता को देखते हुए अप्रैल के महीने में तीसरे बुधवार को हर साल नेशनल बनाना डे (National Banana Day) के रूप में मनाया जाता है. साल 2022 में नेशनल बनाना डे आज (20 अप्रैल) मनाया जा रहा है.

केले की भारत में मिलती है इतनी वैरायटी
केले की कई तरह की किस्में मिलती है. भारत में केले की करीब 33 किस्में उगाई जाती है. इसमें कई केले की किस्में बेहद स्वादिष्ट होती है. 12 किस्में अपने अलग-अलग साइज और कलर के लिए फेमस है. भारत में इलायची केले की सबसे ज्यादा डिमांड है. यह बिहार, उड़ीसा आदि राज्यों में खूब पाया जाता है. इसके अलावा Rasthali केला भी केले की फेमस किस्मों में से एक है. यह झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में पाया जाता है. दुनियाभर में केले की करीब 1000 से ज्यादा वैरायटी पाई जाती है. इस सभी केले को करीब 50 ग्रुप में बांटा गया है.

डायबिटीज में क्या खा सकते हैं केला?
डॉक्टरों के अनुसार डायबिटीज के मरीज को बिल्कुल पका हुआ केला खाने से बचना चाहिए. इसकी जगह आप कच्चे केले की सब्जी का सेवन कर सकते हैं. कच्चे केले से ब्लड शुगर लेवल की मात्रा सही रहती है. अगर आप डायबिटीज के मरीज नहीं हैं तो एक से दो केले का सेवन जरूर करें. ध्यान रखें बहुत ज्यादा सेवन से बचे. वैसे तो केला स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है लेकिन, ज्यादा सेवन से उल्टी, शरीर में सूजन, गैस, मोटापे आदि की समस्या हो सकती है. अगर आपका वजन कम है तो केले को दूध में मिलाकर डेली सुबह ब्रेकफास्ट में सेवन कर सकते हैं. लेकिन, ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा इसके सेवन से भी बचें.

केले में कीड़े क्यों नहीं लगते?
आपने देखा होगा कि केले के फल में कीड़े नहीं लगते हैं. इसका कारण यह है कि केले के फल में साइनाइड नाम का केमिकल पाया जाता है. इस कारण इस फल में कीड़े नहीं लग सकते हैं. इसके अलावा केले में भारी मात्रा में विटामिन बी 6, विटामिन सी, पोटेशियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह शरीर को फिट और चुस्त और हेल्दी रखने में मदद करता है.

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केले में भी कीड़े होते हैं क्या? - kele mein bhee keede hote hain kya?

नीम, हल्दी, सेब का सिरका, एलोवेरा आदि की तरह केला भी बवासीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बहुत से लोग इसके औषधीय गुणों से रू-ब-रू नहीं होते हैं। पेट, आँख, बाल, त्वचा आदि को लाभ पहुंचाने वाला यह फल बवासीर का उपचार करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

इसे उपयोग करने के कई तरीके हैं, आज हम इस लेख में जानेंगे कि कैसे आप केले को अर्श पर तलवार की तरह उपयोग कर सकते हैं और दर्दनाक परिस्थिति पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।

बवासीर से छुटकारा पाने के लिए केला का उपयोग कैसे करें?

बवासीर का इलाज करने के लिए केला का उपयोग करने के निम्न तरीके हैं:

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  • केला के तने का रस – इसमें त्वचा को सिकोड़ने वाला गुण होता है, जो बवासीर के मस्सों को सिकोड़ने का काम करता है। इसे उपयोग करने के लिए आप केला की पतली टहनी को काटे और उससे निकलने वाले द्रव्य को बवासीर के मस्सों पर लगाएं। यह किसी कीड़े के काटने पर उसके जलन आदि को कम करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, जहरीले जानवर या कीड़े के काट लेने पर आपको तुरन्त ही अस्पताल जाना चाहिए।
  • केला की जड़ और बीज – इससे निर्मित गोलियों को कब्ज दूर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है, आप इसे किसी पंसेरी के यहाँ से खरीद सकते हैं।
  • केला का छिलका – केला के छिलके को एक चम्मच विच हेजल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं और मस्सों पर अप्लाई करें। कुछ दिनों तक अप्लाई करने से मस्से धीरे-धीरे सूखने लगेंगे।
  • केला खाकर – केला खाकर आप अपने पाचन को दुरुस्त बना सकते हैं और कब्ज से राहत पा सकते हैं, जिससे बवासीर नहीं बढ़ेगा और ऊपर बताए गए नुस्खे अपना काम कर सकेंगे।

पढ़ें- बवासीर का 30 मिनट में हमेशा का उपचार के लिए लेजर सर्जरी

बवासीर का उपचार करने के लिए केला का उपयोग क्यों फायदेमंद है?

केला के फल, टहनियों और फूल में कई हर्बल गुण होते हैं। केला का फल खाने से कब्ज नहीं होता है, जड़ और बीज की गोलियां भी कब्ज दूर करने में सहायक होती हैं साथ ही इसके तने से निकलने वाले रस में त्वचा को सिकोड़ने का गुण होता है जिससे मस्से सिकुड़ने और सूखने लगते हैं।

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इसके फायदे सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है, बवासीर का इलाज करने के अलावा इसका सेवन करने से बालों और त्वचा की खूबसूरती में भी चार चांद लग जाते हैं।

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क्या केला की मदद से बवासीर के मस्सों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है?

अगर इसका सीधा जवाब जानना चाहेंगे तो – नहीं! दरअसल, सिर्फ केला ही नहीं अन्य घरेलू उपचार भी हर ग्रेड के बवासीर का सफाया नहीं कर सकते हैं। यदि आप ग्रेड 2, ग्रेड 3 या ग्रेड 4 के पाइल्स से पीड़ित हैं तो आपको सर्जरी करवानी पड़ेगी।

सर्जरी में कई प्रक्रियाएं हैं, लेकिन Pristyn Care लेजर सर्जरी का चुनाव करने की सलाह देता है।

पढ़ें – बवासीर के कितने ग्रेड होते हैं? जाने विस्तार से

निष्कर्ष  – यदि आप जानना चाहते हैं कि आपका उपचार केला या अन्य घरेलू उपचार की मदद से किया जा सकता है तो आपको डॉक्टर के पास निदान के लिए जाना चाहिए। आप इसके लिए हमें फोन कर सकते हैं या अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकते हैं, हमारे पास अच्छे डॉक्टर की एक बड़ी टीम है जो आपके बवासीर का निदान करके सही उपचार का चयन करने की सलाह देंगे।

वे बताएँगे कि आप घरल नुस्खे या दवाइयों की मदद से पाइल्स का इलाज कर सकते हैं या नहीं, यदि नहीं तो लेजर सर्जरी की सलाह दी जाएगी, जो दर्द रहित और आधा घंटा की प्रक्रिया है।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

केला में कीड़े पड़ते हैं क्या?

आपने देखा होगा कि केले के फल में कीड़े नहीं लगते हैं. इसका कारण यह है कि केले के फल में साइनाइड नाम का केमिकल पाया जाता है. इस कारण इस फल में कीड़े नहीं लग सकते हैं. इसके अलावा केले में भारी मात्रा में विटामिन बी 6, विटामिन सी, पोटेशियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं.

ऐसा कौन सा फल है जिसमें कीड़े नहीं पड़ते हैं?

केला एक ऐसा फल है जिसमें कभी कीड़ा नहीं लगता

केले के अंदर क्या होता है?

केला में विटामिन-सी, फाइबर, पोटेशियम, फोलेट और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो दिल की सेहत बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। जो लोग उच्च फाइबर वाले आहार का सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोगों का जोखिम काफी हद तक कम होता है।

केले में ज्यादातर क्या होता है?

केले में स्टार्च की मात्रा काफी ज्यादा होती है और यह कब्ज का कारण बन सकता हैं, क्योंकि ज्यादा स्टार्च को शरीर इतनी आसानी से नहीं पचा सकता है. ज्यादा फाइबर इकठ्ठा होने की वजह से पाचन से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जैसे पेट में दर्द हो सकता है और गैस हो सकती है, पेट फूलने जैसी समस्या देखने को मिल सकती है.