जल की स्थाई व अस्थाई कठोरता के क्या कारण है - jal kee sthaee va asthaee kathorata ke kya kaaran hai

अस्थायी कठोरता (Temporary hardness)

अस्थायी कठोरता जल में कैल्सियम तथा मैग्नीशियम के हाइड्रोजन कार्बोनेट की उपस्थिति के कारण होती है। इसे उबालकर दूर किया जा सकता है। स्थायी कठोरता (Permanent hardness)-स्थायी कठोरता जल में विलेयशील कैल्सियम तथा मैग्नीशियम के क्लोराइड तथा सल्फेट के रूप में घुले रहने के कारण होती है। यह उबालने से दूर नहीं की जा सकती है।

हेलो फ्रेंड्स यहां पर हमें क्वेश्चन दिया गया है जल की अस्थाई एवं स्थाई कठोरता के क्या कारण हैं वर्णन कीजिए तो सबसे पहले हम देखते हैं कि ऐसा जल जो साबुन के साथ जा नहीं देता वह कठोर जल कहलाता है इसमें हम देखें तो कठोर जल की कठोरता जो होती है वह दो प्रकार की होती है एक होती है स्थाई कठोरता और दूसरा जो होता है वह होता है आई स्थाई कठोरता तो आइए हम देख स्थाई कठोरता ऐसा जो जिसमें कैल्शियम एवं मैग्निशियम क्लोराइड एवं सल्फेट लवण खुले हुए होते हैं से स्थाई कठोरता युक्त जल बोलते हैं

यह लवण गर्म करने पर विजिट नहीं होते हैं इसलिए इनकी कठोरता केवल उबालने से दूर नहीं होती है जबकि दूसरी जो है वह है हमारी आई स्थाई कठोरता ऐसा जल जिसमें कैल्शियम एवं मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट लवण होते हैं उन्हें आई स्थाई कठोरता युक्त जल कहा जाता है ऐसे जब कोई कठोरता को उबालकर दूर किया जा सकता है जिससे विलय बाइकार्बोनेट

आवेले कैल्शियम कार्बोनेट एवं विलय मैग्नीशियम बाइकार्बोनेट विलय मैग्नीशियम कार्बोनेट में परिवर्तित हो जाते हैं आइए हम इस परिवर्तन का रासायनिक समीकरण देख लेते हैं जो कि कुछ इस प्रकार से है तो यह हो जाएगा हमारा कैल्शियम बाइकार्बोनेट तो यह हमारा बदल जाएगा कैलशियम कार्बोनेट प्लस जल प्लस CO2 और इसी तरह से हम मैग्निशियम बाइकार्बोनेट ले तो यह हो जाएगा हमारा मैग्नीशियम कार्बोनेट प्लस h2o और CO2 आशा करते हैं आपको समझ में आ गया होगा ओके धन्यवाद

जल की स्थाई अस्थाई कठोरता के क्या कारण है?

जबकि स्थायी कठोरता का कारण जल में मौजूद Ca+2, Mg+2, Mn+2, Cu+2, Fe+3, Al+3 इत्यादि आयनों के सल्फेट (SO4-2), क्लोराइड (Cl-), नाइट्रेट (NO3-), सिलिकेट (SiO3-2) एवं फ्लोराइड (F-) लवणों की उपस्थिति है जिसे उबालकर दूर नहीं किया जा सकता।

पानी की स्थाई कठोरता क्या है?

स्थायी कठोरता (Permanent hardness) – वह जल जिसे उबालने पर भी उसकी कठोरता दूर नहीं होती तो उसे स्थायी कठोरता (Permanent hardness) कहते है। जल की स्थायी कठोरता (Permanent hardness) उसमें उपस्थित कैल्शियम (calcium) और मैग्नीशियम (Magnesium) के सल्फेट, क्लोराइड, नाइट्रेट आदि लवणों के घुले रहने के कारण होती है।

जल की कठोरता का कारण क्या है?

वैज्ञानिक प्रयोग में उच्च टीडीएस जल का मतलब उसमें घुले सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कार्बोनेट. बाईकार्बोनेट, क्लोराइड, सल्फेट जैसे पदार्थों की घुली मात्रा से है। दूसरी ओर जल की कठोरता से मतलब कैल्शियम और मैग्नीशियम से है जिसे मिलीग्राम/लीटर से व्यक्त किया जाता है।