हरियल पक्षी जमीन पर पैर क्यों नहीं रखता है? - hariyal pakshee jameen par pair kyon nahin rakhata hai?

हरियाल या हरियल (Yellow-footed green pigeon), जिसका वैज्ञानिक नाम ट्रेरन फीनिकोप्टेरस (Treron phoenicopterus) है, भारतीय उपमहाद्वीप में मिलने वाली एक हरे कबूतर की जाति है।[2][3][4]

हरियल पक्षी के बारे में कहा जाता है कि यह जमीन पर नहीं बैठता है। यह भारत के महाराष्ट्र राज्य की राजकीय पक्षी है।[5]

इस पक्षी के बारे में मान्यता है कि यह धरती पर कभी पैर नहीं रखता। यदि यह धरती पर उतरता भी है तो अपने पैरों पर लकड़ी का टुकड़ा लेकर उतरता है एवं उसी पर बैठता है। यह पक्षी बहुतायत में पाया जाता है। इस पक्षी का आकार 29 सेंटीमीटर से लेकर 33 सेंटीमीटर तक होता है तथा इसका वजन मात्र 225 ग्राम से 260 ग्राम के बीच होता है, यह एक सामाजिक प्राणी है और झुंडो में ही पाए जाते हैं, इनके पंखों का फैलाव 17 से 19 सेंटीमीटर लंबा होता है, इनके शरीर का रंग हल्का पीला हरा होता है जोकि ओलिव के फल से मिलता-जुलता होता है। इनके सर के ऊपर हल्के नीले भूरे रंग के बाल होते हैं। इनकी आंखें काले रंग की होती है, जिसके आसपास लाल रंग की रिंग होती है। हरियल पक्षी के पैर चमकीले पीले रंग के होते हैं। हरियल पक्षी को ऊंचे ऊंचे पेड़ वाले जंगल पसंद है यह सदाबहार जंगलों में पाया जाता है यह अक्सर अपना घोंसला पीपल और बरगद के पेड़ पर बनाना पसंद करता है, भोजन की तलाश में यह उड़ते हुए शहरों के पार्क में भी अक्सर देखे जाते हैं, हरियल पक्षी दूसरे कबूतरों की तरह ही सामाजिक पक्षी होते हैं यह भी कई पक्षियों के झुंडों में रहते हैं इन का सबसे छोटा ग्रुप छोटा समूह 5 से 10 कबूतरों का होता है यह जमीन पर बहुत कम उतरते हैं तथा अक्सर पेड़ों पर और ऊंचे स्थानों पर ही बैठते हैं।

हरियल पक्षी पूर्णता शाकाहारी होता है यह कई प्रकार के फल खाता है तथा अनाज और दाने भी खा लेता है, यह कई प्रकार के फूलों की कलियां छोटे पौधों के अंकुर और बीज खाना पसंद करता है। यह हमेशा समूहों में ही उड़ान भरते हैं सुबह के वक्त इन्हें पेड़ों की सबसे ऊंची शाखों पर बैठा हुआ देखा जा सकता है। हरियल पक्षी का प्रजनन काल मार्च से जून तक होता है, दूसरे कबूतरों की तरह ही नर हरियल पक्षी भी अपने गर्दन की थैली को फुला लेता है तथा मादा को रिझाने के लिए नृत्य करता है इस प्रकार का व्यवहार लगभग सभी प्रकार के कप्तानों की प्रजातियों में देखा जाता है। हरियल पक्षी अपना घोंसला तिनको और पत्तियों से पेड़ों और झाड़ियों में बनाते हैं यह एक प्रजनन काल में एक से दो अंडे ही देते हैं इन अंडो का रंग चमकीला सफेद होता है, नर तथा मादा दोनों अंडों को 13 दिन तक रहते हैं अंडे से बच्चे बाहर आने पर दोनों हरियल पक्षी बच्चों की देखभाल करते हैं।

क्या आप ऐसे पक्षी के बारे में जानते हैं, जो कभी जमीन पर पैर नहीं रखता (Aisa Pakshi Jo Zameen Par Pair Nahin Rakhta)? इस लेख में हम एक ऐसे ही पक्षी के बारे में जानकारी दे रहे हैं. पक्षी आकाश में उड़ता है, पेड़ पर घोंसला बनाकर रहता है. बावजूद इसके हम उसे जमीन पर विचरण करते भी कई बार देखते हैं. लेकिन दुनिया में एक ऐसा अनोखा पक्षी भी है, जो सदा पेड़ों पर ही रहता है और जमीन पर उतरता ही नहीं. वह पक्षी भारत में भी पाया जाता है और महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है. आइये जानते हैं विस्तार से :

Pakshi Jo Zameen Par Pair Nahin Rakhta

Table of Contents

  • Pakshi Jo Zameen Par Pair Nahin Rakhta
    • ऐसा पक्षी जो कभी जमीन पर पैर नहीं रखता 
    • हरियल पक्षी जमीन पर पैर क्यों नहीं रखता?
    • हरियल पक्षी के बारे में जानकारी
      • हरियल पक्षी कैसा होता है?
      • हरियल पक्षी कहाँ पाया जाता है?
      • हरियल पक्षी क्या खाता है?
      • हरियल पक्षी कहाँ रहते हैं?
      • हरियल पक्षी के बारे में रोचक तथ्य | Hariyal Pakshi Rochak Tathy

ऐसा पक्षी जो कभी जमीन पर पैर नहीं रखता 

कभी जमीन पर पैर नहीं रखने वाले पक्षी का नाम ‘हरियल पक्षी’ (Hariyal Pakshi) है. हरियल पक्षी कबूतर की तरह दिखने वाला पक्षी है. इसका रंग हल्का हरा-पीला होता है. रंग के कारण ही इसे ‘हरियल पक्षी’ कहा जाता है. यह मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है. यह ऊँचे-ऊँचे पेड़ों पर निवास करता है और कभी जमीन पर नहीं उतरता.

हरियल पक्षी जमीन पर पैर क्यों नहीं रखता?

हरियल पक्षी ऊँचे पेड़ों पर निवास करने वाला पक्षी है. इसका मुख्य आहार पेड़ों के पत्ते, फल आदि हैं, इसके अतिरिक्त फूलों की कलियाँ, छोटे पौधे के अंकुर, बीज, अनाज के दाने भी इसके आहार में शामिल है. ये पीपल से लेकर बड़, गूलर, अंजीर के पेड़ों के पत्ते खाता है. बेर, चिरौंजी जामुन के फल इसे बहुत पसंद होते हैं. इसकी पानी की आवश्यकता पेड़ों के फल और पत्तियों पर जमी ओंस से पूरी हो जाती हैं. इसकी आहार संबंधी समस्त आवश्यकतायें पेड़ों पर ही पूरी हो जाती हैं, स्वभाव से ये शर्मीला होता है और इंसान को देखते ही चुप्पी साध लेता है. अपन घोंसले भी ये ऊँचे-ऊँचे पेड़ों की शाखाओं पर बनाते हैं.

इस तरह समस्त आवश्यकतायें पेड़ पर ही पूरी हो जाने के कारण ये कभी जमीन पर नहीं उतरता या ना के बराबर उतरता है.

पढ़ें : दुनिया के 10 सबसे ऊँचा उड़ने वाले पक्षी कौन से हैं?

हरियल पक्षी के बारे में जानकारी

हरियल पक्षी कैसा होता है?

हरियल पक्षी कबूतर की तरह दिखने वाला पक्षी है. इसका रंग हल्का हरा-पीला होता है. रंग के कारण ही इसे ‘हरियल पक्षी’ (Hariyal Pakshi) कहा जाता है. इसके सिर के ऊपर हल्के नीले भूरे रंग के बाल होते हैं.

इसक आकार 29 से.मी से 33 सेमी और वजन 225 ग्राम से २260 ग्राम होता है. इसके पंखों का फैलाव 17 सेमी से 19 सेमी होता है.

इसकी आँखों का रंग काला होता है. आँखों के आसपास लाल रंग की रिंग होती हैं. पैर चमकीले पीले रंग के होते हैं.

नर मादा दिखने में एक जैसे होते हैं. बस नर की तुलना में मादा थोड़ी सुस्त्त होती है.

हरियल पक्षी कहाँ पाया जाता है?

हरियल पक्षी मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है. यह पक्षी भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, बर्मा, नेपाल, बांग्लादेश के अतिरिक्त कंबोडिया, चीन में भी पाया जाता है.

भारत में यह उत्तरी-पश्चिम रेगिस्तानी क्षेत्र को छोड़कर संपूर्ण भारत में पाए जाते हैं. भारत में हिमालय से लेकर कन्या कुमारी तक और राजस्थान से लेकर पूर्व में असम तक पाए जाते हैं.

यह महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है. लेकिन उत्तर प्रदेश में बहुतायत में पाया जाता है.

हरियल पक्षी क्या खाता है?

हरियल पक्षी पूर्णतः शाकाहारी होता है. कई प्रकार के फल खाता है. अनाज के दाने भी खाता है. कई प्रकार के फूलों की कलियाँ, छोटे पौधों के अंकुर और बीज खाना पसंद करता है. पके फल बड़े चाव से खता है. फल खाते समय कलाबाजियां भी करता है.

पीपल से लेकर बड, गूलर, अंजीर के पेड़ों के पत्ते खता है. बहुत खाऊ होता है और ठूस-ठूस कर खता है. बेर, चिरौंजी जामुन के फल ज्यादा पसंद हैं.

हरियल पक्षी कहाँ रहते हैं?

हरियल पक्षी सदाबहार जंगलों में रहते हैं. इन्हें ऊँचे-ऊँचे पेड़ों वाले जंगलों में रहना पसंद है. ये पीपल या बरगद के पेड़ पर घोंसला बनाता हैं. ये तिनकों और पत्तियों से अपना घोंसला बनाता है.

पढ़ें : दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी कौन सा है?

हरियल पक्षी के बारे में रोचक तथ्य | Hariyal Pakshi Rochak Tathy

1. हरियल पक्षी कबूतर परिवार का पक्षी है. यह कबूतर जैसा दिखता है. हल्के हरे-पीले रंग का होने के कारण इसका नाम “हरियल पक्षी” (Hariyal Pakshi) पड़ गया.

2. हरियल पक्षी को अंग्रेजी में ग्रीन पिजन (Green Peigon) यानी हरा कबूतर (Hara Kabootar) कहते हैं.

3. यह ट्रेरन फौनीकॉपटेरा (Treron Pheonicoptera) प्रजाति का पक्षी है.

4. हरियल पक्षी मुख्यत: भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है. यह भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, बर्मा, कंबोडिया, चीन में पाया जाता है.

5. हरियल पक्षी महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है. किंतु यह उत्तर प्रदेश में बहुतायत में पाया जाता है.

6. हरियल पक्षी का मांस नरम होता है. मांस के कारण इसका अधिक शिकार होता है.

7. हरियल पक्षी विलुप्तप्राय जीवों की श्रेणी में शामिल है.

8. हरियल पक्षी की आवाज़ सीटी जैसी मधुर होती है.

9. हरियल पक्षी की सबसे विशेष बात ये है कि ये कभी जमीन पर पैर नहीं रखता. यदि इसे कभी जमीन पर उतरना भी पड़े, तो ये अपने पैरों में लकड़ी का टुकड़ा लेकर उतरता है.

10. हरियल पक्षी बहुत शर्मीला पक्षी है. इंसान को देखते ही चुप्पी साध लेता है.

11. हरियल पक्षी का जीवनकाल 26 वर्ष होता है.

12. हरियल पक्षी आजीवन एक ही साथी के साथ जीवन व्यतीत करे हैं.

13. यह कबूतर की तरह सामाजिक पक्षी है और समूह में रहता है. इनका छोटा समूह 5 से 10 पक्षियों का होता है. ये समूह में उड़ान भरते हैं.

14. नर हरियल पक्षी मादा को रिझाने के लिए अपने गर्दन की थैली फुला लेता है और नृत्य करता है.

15. हरियल पक्षी का प्रजनन काल मार्च से जून तक होता है.

16. मादा हरियल पक्षी एक बार में 1 या 2 अंडे देती है.

17. हरियल पक्षी के अंडे चिकने और लीची के आकार के होते हैं. ये चमकीले सफ़ेद रंग के होते हैं.

18. हरियल पक्षी अंडों को 13 दिन तक सेते हैं.

19. नर और मादा दोनों अंडों की देखभाल करते हैं.

20. नर और मादा देखने में एक जैसे होते हैं, लेकिन नर की तुलना में मादा थोड़ी सुस्त होती है.

21. इन्हें पतझड़ या सदाबहार जंगलों के पेड़ ज्यादा पसंद होते हैं. सारा जीवन पेड़ पर बिता देते हैं.

22. जमीन पर  नहीं या बहुत कम उतरते हैं. ऊँचे पेड़ों या स्थानों पर बैठते हैं.

23. ये पानी पीने के लिए भी जमीन पर नहीं उतरता. ये फलों और पत्तियों पर जमी ओंस से ही अपनी प्यास बुझा लेता है.

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हरियल पक्षी धरती पर पैर क्यों नहीं रखता?

हरियाल पक्षी के बारे में कहा जाता है कि यह अपने पूरे जीवन में कभी भी जमीन पर पैर नहीं रखता है, क्योंकि ये पक्षी वृक्षवासी होते हैं और अक्सर पेड़ों पर ही रहना पसंद करते हैं। पीले पैर और कबूतर की तरह दिखने वाले हरियल का आकार 29 से 33 सेमी के बीच होता है। पूंछ की लंबाई 8 से 10 सेमी के बीच होती है।

हारिल पक्षी की विशेषता क्या है?

इस पक्षी का आकार 29 सेंटीमीटर से लेकर 33 सेंटीमीटर तक होता है तथा इसका वजन मात्र 225 ग्राम से 260 ग्राम के बीच होता है, यह एक सामाजिक प्राणी है और झुंडो में ही पाए जाते हैं, इनके पंखों का फैलाव 17 से 19 सेंटीमीटर लंबा होता है, इनके शरीर का रंग हल्का पीला हरा होता है जोकि ओलिव के फल से मिलता-जुलता होता है।

कौनसा पक्षी जमीन पर पैर नहीं रखता?

आपको जानकर हैरानी होगी की भारत के महाराष्ट्र राज्य का राजकीय पक्षी हरियल एक ऐसा पक्षी है, जो अपना पैर कभी धरती पर नहीं रखता है. इन पक्षियों को ऊंचे-ऊंचे पेड़ वाले जंगल पसंद हैं. यह अक्सर अपना घोंसला पीपल और बरगद के पेड़ पर बनाते हैं. अधिकतर हरियल पक्षी झुंड में ही पाये जाते हैं.

हरियल पक्षी खाने में क्या खाता है?

हरियल शाकाहारी होता है। इसे फल ही पसंद हैं। पीपल के अलावा यह बड़, गूलर, पीपल, अंजीर के पेड़ों के पत्ते ही खाता है। यह बड़ा खाऊ होता है और ठूंस-ठूंसकर पेट भरता है।

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