गाड़ी के टायर का प्रेशर कैसे चेक करते हैं? - gaadee ke taayar ka preshar kaise chek karate hain?


गाड़ी के टायर का प्रेशर कैसे चेक करते हैं? - gaadee ke taayar ka preshar kaise chek karate hain?
कार टायर प्रेशर कैसे जाँचें (Car Tyre Pressure Kaise Janchen)? कार की देखभाल और बुनियादी रखरखाव की टिप्स वाली जानकारीपूर्ण कहानी|

टायर प्रेशर कितना रखना चाहिए, ये टायर के आकार प्रकार पर नहीं, आपकी ड्राइविंग स्पीड और वाहन में लोड पर निर्भर करता है|

पिछली कहानी: धीरे करूँ या रोकूँ?

गाड़ी में ईंधन भरने के बाद, रोष ने बेटे से कार ड्राइव करके पेट्रोल स्टेशन के टायर पम्प तक ले जाकर रोकने को कहा|

“हर कार टायर का एक निर्दिष्ट प्रेशर होता है जहाँ तक उसे फुलाया जाना चाहिए,” उसने कहा| “आ तुझे दिखाता हूँ कि आमतौर पर इस दबाव को कहाँ और कैसे जाँचते हैं, और टायरों में हवा भरते कैसे हैं|”

“हालाँकि कार ड्राइविंग में और नयी गाड़ियों की देखभाल करने में कुछ विशेष है नहीं, फिर भी कुछ बुनियादी चेक नियमित रूप से करके इन्हें चलाने का खर्च काफी नियंत्रित किया जा सकता है|”

“यह एक ज़रूरी टेस्ट है, और समय-समय पर इसे लगातार जाँचते रहना चाहिए| but दूसरे बेसिक कार केयर परीक्षणों की तरह, इसे करने में भी केवल कुछ ही मिनट लगते हैं|”

“टायर में सही दबाव, सड़क पर तुम्हारी सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है| टायरों में हवा तेज़ी से कम हो सकती है, इसलिए इनकी नियमित रूप से जांच करते रहना चाहिए|”

"आम धारणा ये है कि टायर का दबाव उसके आकार या प्रकार से निर्धारित होता है, लेकिन असल में ये तुम्हारी ड्राइविंग स्पीड और वाहन में ले जाए जा रहे लोड के वज़न से निर्धारित होता है|”

“पहिए हवा खो रहे हैं, ये हमेशा साफ-साफ दिखाई नहीं देता| लेकिन हवा अमूमन 2 पी एस आई (PSI) माहवार की दर से निकलती रहती है| आम तौर पर हवा गर्म मौसम में ज़्यादा कम होती है, तो प्रेशर चेक टेम्परेचर (तापमान) बढ़ने पर ज़्यादा नियमित रूप से करने चाहिए|”

“पीएसआई (PSI) क्या होता है?” होश ने पूछा|

“टायर का दबाव इस हिसाब से मापते हैं कि तुम्हारे टायर की अंदरुनी परत के अन्दर कितने पौंड प्रति वर्ग इंच (pounds per square inch) या बार दबाव (BAR pressure) हवा पंप की गयी है,” रोष ने कहा|

“मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे कार टायर ठीक से फूले हुए नहीं हैं?” होश ने पूछा|

“तजुर्बेकार हो जाओगे, तो कार के चलने से ही पता चल जाया करेगा| सीखते हुए, मैं तो बस पेट्रोल स्टेशनों पर लगे गेज से, नियमित रूप से पहिये चेक कर लिया करता था|”

“तजुर्बा तुम्हें ये भी सिखा देगा कि कम फूले टायर की ट्रेड, अंदरूनी और बाहरी सिरों पर बहुत ज़्यादा घिस जाती हैं, अगर उन्हें कुछ समय कम फूला ही छोड़ दो, क्योंकि सड़क से पूरी ट्रेड का संपर्क समान रूप से नहीं हो पाता|”

“कम टायर प्रेशर से न सिर्फ तुम्हारे टायर ही जल्दी घिसते हैं, बल्कि उन्हें घुमाने के लिए ताकत भी ज़्यादा लगती है| तो, गलत फूले टायर से, कार में ईंधन की खपत भी ज़्यादा होती है|”

“अनुभव से तुम्हें सड़क पर कार चलाते हुए, बढ़े प्रतिरोध का एहसास भी होने लगेगा, और तुम देखोगे कि ये कैसे तुम्हारी फ्यूल एफिशिएंसी (ईंधन दक्षता) को कम कर देता है और तुम्हारे सीओ 2 के उत्सर्जन (कार्बन डाइऑक्साइड एमिशन) को बढ़ा देता है|”

“अंडर इन्फ्लेटेड टायर तुम्हारे कार की पकड़ और हैंडलिंग (चाल) पर असर करते हैं, और सड़क पर वाहन के अनियमित और अप्रत्याशित का कारण बन सकते हैं| उनकी द्रुतगति से अचानक खतरनाक अपस्फीति (deflation) होने की सम्भावना भी बहुत बढ़ जाती है, खासकर तेज़-गति हाईवे पर यात्राओं में|”

“लेकिन टायर में ज़्यादा हवा भरना भी उतना ही नुकसानदायक और महंगा पड़ सकता है| ज़्यादा फूले टायर सड़क से पूरी तरह संपर्क में आते ही नहीं – जिससे कर्षण (traction) कम और ब्रेक मारने का फासला बढ़ सकता है|”

“ओवर इन्फ्लेटेड टायर बीच से, ज़्यादा और अनियमित रूप से घिसते हैं, तो वे भी ज़्यादा नहीं चलते| तो, ठीक से फूले टायरों के मुकाबले, कम या ज़्यादा फूले टायर जल्दी घिसते हैं, और ज़्यादा जल्दी बदलने पड़ते हैं|”

“सही टायर प्रेशर बनाये रखने से, आपके टायरों की उम्र दराज़ होगी, वाहन ज़्यादा सुरक्षित चलेगा और तेल की खपत कम होगी| गलत टायर प्रेशर से, और भी कई तरीकों से आपकी जेब ढीली होगी|”

"तो, ईंधन के कम बिल, टायर के बढ़े जीवन, सुरक्षा में सुधार, और कार्बन-डाई-ऑक्साइड (CO2) के कम उत्सर्जन के फायदों के लिए टायरों को अनुकूलतम (optimum) प्रेशर पर रखो| महीने में कम से कम एक बार, और लंबी यात्रा से पहले हमेशा, अपने टायर प्रेशर की जाँच करो|”

“पर मैं उन्हें जाँचूंगा कैसे?" होश ने पूछा।

"दिखाता हूँ,” रोष ने कहा, और गाड़ी से बाहर निकल आया|

होश भी पीछे-पीछे उतर आया| रोष ने पेट्रोल स्टेशन का गेज इस्तेमाल करना सिखाते हुए उसे बताया कि अब कई तरह के छोटे टायर प्रेशर गेज बाज़ार में भी मिलने लगे हैं, जो काफी सस्ते और भरोसेमंद हैं|

“बाज़ार से हो कर चलेंगे लौटते हुए,” उसने कहा, “अपने लिए भी कम से कम एक तो ले ही लें आज|”

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कार के टायर में रखें इतनी हवा, दुर्घटना का खतरा कम और माइलेज भी मिलेगा बढ़िया

amarujala.com, Presented by: विशाल अहलावत Updated Mon, 02 Oct 2017 11:14 AM IST

टायर का एयर प्रेशर लगाकार लीक होता रहता है, चाहे आप कार का इस्तेमाल कर रहे हों या नहीं। इसलिए जरूरी है कि टायर प्रेशर महीने में एक बार जरूर चेक कर लिया जाए। कार का टायर प्रेशर कम होना ना सिर्फ खतरनाक है, बल्कि इससे माइलेज भी कम होता है। 

कम हवा होने से परफॉर्मेंस पर तो फर्क पड़ता ही है, साथ ही एक्सीडेंट होने का भी खतरा रहता है। जब एयर प्रेशर कम होता है तो कार चलते समय दिक्कत करती है। अगर आप कार को मोड़ने की कोशिश करते हैं तो यह डगमगा भी सकती है। यहां हम आपको बताएंगे कि सही एयर प्रेशर का पता कैसे लगाएं-

टायर प्रेशर कितना रखना चाहिए, ये टायर के आकार प्रकार पर नहीं, आपकी ड्राइविंग स्पीड और वाहन में लोड पर निर्भर करता है| कार के लिए सर्वोत्तम एयर प्रेशर ड्राइवर की तरफ वाले दरवाजे पर अंदर की तरफ लिखा होता है। 

उदाहरण के तौर पर मारुति 800 (1984 model) के दरवाजे पर लिखी जानकारी के मुताबिक, इसके अगले टायर में 22 psi और पिछले टायर में 23 psi एयर प्रेशर होना चाहिए। टायर का दबाव PSI (pounds per square inch) या बार दबाव (BAR pressure) में मापते हैं। 

इसे मापने से पहले सुनिश्चित कर लें कि टायर गर्म ना हो। काफी देर कार चलने से टायर गर्म हो जाते हैं। air gauge को टायर के वाल्व में लगाएं और एयर प्रेशर मांप लें। वाल्व पर थोड़ा पानी डालकर देखें कि यह लीक तो नहीं कर रहा। चेक करने या हवा डलवाने के बाद वाल्व पर cap लगाना ना भूलें। 

गाड़ी के टायर में हवा कितनी होनी चाहिए?

सामान्य तौर पर गर्मियों के मौसम में दोपहिया वाहनों के लिए 18 - 22 पीएसआई का प्रेशर उत्तम माना जाता है और फोर व्हीलर के लिए यह 28 से 30 पीएसआई तक होना चाहिए. जबकि सर्दियों के मौसम में टू व्हीलर्स के लिए 28 से 35 पीएसआई और चारपहिया वाहनों के लिए 32 से 40 पीएसआई प्रेशर होना अच्छा माना जाता है.

ट्यूबलेस टायर में कितनी हवा होनी चाहिए?

वैसे तो अधिकतर बाइक के आगे के टायर में हवा के दबाव की सीमा 22 पीएसआई से लेकर 29 पीएसआई तक हो सकती है, जबकि पीछे के टायर का एयर प्रेशर 30 से लेकर 35 पीएसआई तक हो सकता है।

कौन सा टायर कार के लिए सबसे अच्छा है?

भारत में 10 सर्वश्रेष्ठ टायर ब्रांड.
एमआरएफ टायर्स.
अपोलो टायर्स.
जेके टायर्स.
सिएट टायर्स.
मिशेलिन टायर.
ब्रिजस्टोन.
कॉन्टिनेंटल.
गुडइयर.

अल्टो 800 के टायर में कितनी हवा होनी चाहिए?

उदाहरण के तौर पर मारुति 800 (1984 model) के दरवाजे पर लिखी जानकारी के मुताबिक, इसके अगले टायर में 22 psi और पिछले टायर में 23 psi एयर प्रेशर होना चाहिएटायर का दबाव PSI (pounds per square inch) या बार दबाव (BAR pressure) में मापते हैं।