फरवरी में रविदास जयंती कब है? - pharavaree mein ravidaas jayantee kab hai?

गुरु रविदास जयंती प्रति वर्ष माघी पूर्णिमा, शोभन माघ को मनाई जाती है. रविदास जयंती को रैदास जयंती नाम से भी जाना जाता है. यह जयंती खासकर गुरु संत रविदास के जन्मोत्सव को मनाने के लिए लिए मनाई जाती है. रविदास जयंती हर वर्ष हिंदी महीनों के अनुसार माघ शुक्ल, माघी पूर्णिमा को आती है. लेकिन तारिख के अनुसार इसे मनाने की कोई भी date फिक्स नहीं है क्योंकि माघी पूर्णिमा हर वर्ष अलग-अलग तारीख को आती जिसका कोई भी सटीक दिन नहीं है.



वर्ष 2020 में रविदास जयंती 09 फरवरी को मनाई गई थी और 2021 में 27 फरवरी को इसी से यह पता चलती है कि इस जयंती का कोई फिक्स दिन नहीं होता है यदि आप जानना चाहते हैं कि संत गुरु रविदास जी जयंती क्यों और कब मनाई जाती है तारीख और दिन 2022 में रविदास जयंती किस तारीख को है और कितने तारीख को मनाई जायेंगी तो आपको बता दें कि संत रविदास जयंती 2022 में 16 फरवरी को है.

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Ravidas Jayanti 2022 ke baare me

रविदास जयंती भारतीयों के लिए है जो भारत की बड़ी-बड़ी जयंतियों में से एक है जिसे पूरे भारत में मनाया जाता है यह जयंती संत गुरु रविदास के लिए मनाई जाती है जो एक उत्सव की तरह होती है. इस दिन रविदास जी के भक्त उनके जन्म स्थान पर जाकर उन्हें याद करते है इस जयंती पर रविदास जी के भक्त उनके जन्म स्थान पर दोहे गाते है, भजन-कीर्तन करते है और बहुत से कार्यक्रम आयोजित करते है. सिख धर्म के लोगों में इस जयंती को लेकर उत्साह काफी ज्यादा रहता है. रविदास जयंती हर वर्ष बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ पूरे भारत में मनाई जाती है.


Ravidas Jayanti kyu manaya jata hai

रविदास जयंती मनाने का मुख्य उद्देश्य संत रविदास जी की शिक्षाओं को याद करना है. रविदास जयंती रविदास जी को याद करने के लिए मनाई जाती है. क्योंकि रविदास जी एक महान कवि और आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों को लेखन और आंदोलन करके के दूर किया था. रविदास जी ने ऐसा कहा है कि मनुष्य की आत्मा ईश्वर का रूप है. रविदास जी ने मनुष्यों को भेदभाव न करने और भाईचारे की नीती अपनाने की शिक्षा दी है. इसलिए हर साल उनके कार्य को याद करने और उन्हें सम्मान देने के लिए रविदास जयंती मनाई जाती है.


रविदास जी कौन थे जिनके कारण संत रविदास जयंती मनाई जाती है

गुरु रविदास भारत के महान कवि, दार्शनिक और समाज सुधाकर थे. संत रविदास वाराणसी, उत्तरप्रदेश में जन्मे थे. गुरु रविदास जी बचपन से ही एक बहुत बहादुर और भगवान के सच्चे भक्त थे. उन्होंने अपनी शिक्षा पंडित शारदा नन्द गुरु से प्राप्त की थी. गुरु रविदास जब बड़े हुए तो उनका भक्ति के प्रति स्नेह बढ गया था वह भगवान श्रीराम के परम भक्त थे. रविदास जी हमेशा गोविन्दा, रघुनाथ, राजाराम जैसे शब्दों का उच्चारण कर भक्ति के प्रति आश्रित थे. 

कहा जाता है कि संत रविदास जी मीरा बाई के धार्मिक गुरु हुआ करते थे. रविदास जी एक बहुत बड़े धार्मिक गुरु थे. उन्होंने अपने रचनाएँ, कविताएँ, दोहे आदि के माध्यम से लोगों को संदेश दिया है. उन्होंने अपने देश के लोगों को समाज में सामाजिक सुधार करने का भी संदेश दिया. रविदास जी ने देश में व्याप्त लोगों का अंधविश्वास दूर किया, सामाजिक सुधार कार्य किए, भक्ति से प्रति विश्वास जताया, लोगों को सही दिशा का संदेश दिया. रविदास जी के ऐसे महान कार्यों भला हम कैसे भूल सकते हैं इसलिए हर साल उनके कार्यों पर आस्था रखने के लिए रविदास जयंती मनाई जाती है.


Guru Ravidass Jayanti 2022 FAQ

Q.1 रविदास जी जयंती कब मनाई जाती है?

Ans. माघी पूर्णिमा, शोभन माघ को.

Q.2 Ravidas Jayanti kyu manaya jata hai?

Ans. संत रविदास जी को याद करने के लिए.

Q.3 रविदास जयंती 2022 कब और कितने तारीख को है?

Ans. 16 फरवरी को.

Q.4 संत रविदास जयंती 2021 में कब थी?

Ans. 27 फरवरी को.


तो आप समझ गए होंगे कि "Guru Ravidass Jayanti 2022 संत गुरु रविदास जी जयंती क्यों और कब मनाई जाती है सही तारीख और दिन" उम्मीद करता हूँ आपको Ravidas jayanti date 2022 और Ravidas Jayanti kyu manaya jata hai जाती इसके बारे में जानकारी अच्छी लगी होगी यदि आपको यह जानकारी पसंद तो अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें.

Sant Ravidas Jayanti 2022: भारत देश में कई महान संत और कवि हुए हैं| संत रविदास उन महापुरुषों में से ही एक हैं जिन्होनें आध्यात्मिक वचनों से सारे संसार को आत्मज्ञान, एकता और भाईचारे का सन्देश दिया| रविदास जी से प्रभावित होकर ही कई लोग भक्ति के मार्ग से जुड़े| रविदास जी के अनुयायी आज भी उनके द्वारा बताए गए उपदेशों का आचरण करते हैं और उनकी जयंती (संत रविदास जयंती 2022) बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं| आइये जानते हैं इस साल संत रविदास जयंती कब है (Ravidas Jayanti 2022 Date):

फरवरी में रविदास जयंती कब है? - pharavaree mein ravidaas jayantee kab hai?


संत रविदास जयंती कब है (Ravidas Jayanti 2022 Date) 

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को संत रविदास जयंती पुरे भारतवर्ष में (मुख्य रूप से उत्तर भारत में) पुरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है| साल 2022 में संत रविदास जयंती 16 फरवरी 2022, बुधवार को मनाई जायेगी| पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 15 फरवरी 2022 को रात 09 बजकर 40 मिनट पर होगी| पूर्णिमा तिथि की समाप्ति इसके अगले दिन 16 फरवरी 2022 को रात 10 बजकर 30 मिनट पर होगी|    


"मन चंगा, कठौती में गंगा" 

संत रविदास जयंती (Ravidas Jayanti)

संत रविदास को रैदास, रोहिदास या रुहीदास के नाम से भी जाना जाता है| भक्ति काल में जन्में भारत के महान रहस्यवादी कवि संत रविदास के भक्ति गीतों और छंदों ने भक्ति आंदोलन पर एक स्थायी प्रभाव डाला था| इन्हीं की शिक्षाओं और विचारों से मीराबाई समेत कई संत, साधु-साध्वी प्रभावित थे| संत रविदास जी की कई कविताओं को सिख धर्म के पवित्र ग्रन्थों में भी शामिल किया गया है| 

भक्ति आंदोलन के रहस्यवादी संत-कवि रविदास जी का जन्म वाराणसी के पास सीर गोवर्धनपुर गांव में 14वीं/15वीं शताब्दी में माघ पूर्णिमा के दिन हुआ था| इनके परिवार का मूल पेशा चमड़े का था| संत रविदास ने गंगा नदी के तट पर अधिकांश समय आध्यात्मिक गतिविधियों में बिताना बचपन से ही शुरू कर दिया था| इस कारण संत रविदास जी का ज्यादातर जीवन सूफी संतों, साधुओं और तपस्वियों के साथ बीता| 

फरवरी में रविदास जयंती कब है? - pharavaree mein ravidaas jayantee kab hai?

संत रविदास ने अनेक कुरीतियों में प्रहार करते हुए समाज को एकता के सूत्र में लाने का मन्त्र दिया था| रविदास जी ने जाति-व्यवस्था जैसी सामाजिक बुराइयों से लोगों को सुधारने की दिशा में धार्मिक तरीके से काम किया| भक्ति आंदोलन में कई लोकप्रिय भक्ति गीत लिखने वाले गुरु रविदास आज के रविदासिया धर्म के संस्थापक भी माने जाते हैं| संत रविदास जी को आध्यत्मिक गुरु के रूप में उत्तर भारत के कई राज्यों में पूजा जाता है| 

ऐसा चाहूँ राज मैं मिले सबन को अन्न| 

छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न||   

वाराणसी में संत रविदास जी का जन्म उत्सव बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है, जिसे देखने भक्तगण बहुत दूर-दूर से आते हैं| संत रविदास जी के भक्त उनके जन्म दिवस पर घर या मंदिर में बनी उनकी प्रतिमा पर गंगा जल चढ़ाते हैं| और पूरी निष्ठा से माला-फूल चढ़ाकर उनकी पूजा करते हैं| 

कल 16 फरवरी को कौन सी जयंती है?

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संत रविदास जयंती 2022 में कितने तारीख को है?

Sant Ravidas Jayanti 2022: संत रविदास जयंती आज 16 फरवरी दिन बुधवार को है. संत रविदास का जन्म हिन्दू कैलेंडर के आधार पर माघ माह (Magh Month) की पूर्णिमा तिथि को हुआ था, इसलिए हर साल माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) को रविदास जयंती मनाते हैं.

16 फरवरी 2022 को कौन सी जयंती है?

माघ पूर्णिमा को ललिता जयंती (Lalita Jayanti) भी मनाई जाती है.

16 फरवरी को रविदास जयंती है क्या?

हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ महीने की पूर्णिमा तिथि पर संत रविदास की जयंती मनाई जाती है. इस साल गुरु रविदास जयंती 16 फरवरी 2022 को मनाई जा रही है. Ravidas Jayanti 2022: आज 16 फरवरी, बुधवार को देश में 645वीं रविदास जयंती मनाई जा रही है.