हेलो फ्रेंड्स, आज के इस आर्टिकल में हम Function in C Language के बारे में बात करने वाले है | Show
आज हम विस्तार से जानेंगे कि फंक्शन क्या है? (What is Function in C In Hindi) सी लैंग्वेज में फंक्शन कितने प्रकार के होते है? (Types of Function In C In Hindi ) और फंक्शन का उपयोग कैसे करते है? तो चलिए बिना समय गवाए सबसे पहले जानते है कि Function Kya Hai ? फंक्शन क्या है? (What is Function in C in Hindi)सी लैंग्वेज में जब हम कोई प्रोग्राम बनाते है तो उस प्रोग्राम को हम कई सारे छोटे छोटे ब्लॉक में बाँट करके बनाते है और ये Block of Code ही Function कहलाते है | Function के अंदर कई सारे स्टेटमेंट होते है जो स्पेसिफिक टास्क को परफॉर्म करने का कार्य करते है | ये सेट ऑफ़ स्टेटमेंट जो कर्ली ब्रैकेट { } से क्लोज होते है ब्लॉक कहलाते है | एक प्रोग्राम को जब हम ब्लॉक्स में बाँट करके बनाते है तो उस प्रोग्राम को रीड करना और जरुरत पड़ने पर उसको मॉडिफाई करना आसान हो जाता है | Function बनाने से कोड को मैनेज करना भी आसान हो जाता है क्योकि यदि हमारे प्रोग्राम में कही एरर आता है तो उस एरर का हम आसानी से पता लगा सकते है और उसे ठीक कर सकते है | सी लैंग्वेज में जब आपने पहले कभी कोई प्रोग्राम बनाया होगा तब आपने उसमें main() नाम के फंक्शन का उपयोग जरूर किया होगा | ये main() फंक्शन हमारे प्रोग्राम में एक ही होता है और प्रोग्राम का execution भी इसी main() फंक्शन से होता है | हम चाहे तो अपने प्रोग्राम में इस तरह के कई सारे फंक्शन बना सकते है और अपने प्रोग्राम में उसे कहीं भी जरूरत पड़ने पर उपयोग कर सकते है | मगर क्या आपको पता है कि वास्तव में हम फंक्शन क्यों बनाते है? क्या बिना फंक्शन के हम प्रोग्राम नहीं बना सकते ? तो चलिए जानते है इन सभी के बारे में हमें फंक्शन की आवश्यकता क्यों है? (Why we need functions In C)सी लैंग्वेज में जब हम कोई प्रोग्राम बनाते है तो प्रोग्राम में ऐसी कई सारी स्थितियां उत्पन्न हो सकती है जिसमे हमे एक ही कोड को बार बार उपयोग करने की आवश्यकता हो | इससे कोड का अनावश्यक दोहराव और कोड में Bug आने की सम्भावना होती है साथ ही प्रोग्रामर का एक ही कोड को बार बार लिखना बोरिंग लग सकता है | ऐसे में सी लैंग्वेज हमे Functions के रूप यह सुविधा प्रदान करता है कि हम कई सारे स्टेटमेंट को एक ग्रुप में रखकर एक बार Declare और Define करे तथा आवश्यकता पड़ने पर उस function को कई बार कॉल करके उपयोग कर सके | Functions का उपयोग हम निम्न कारणों से भी करते है -:
सी लैंग्वेज में functions दो प्रकार के होते हैं -: एक जो पहले से Library files में डिफाइन होता है और दूसरा यूजर प्रोग्राम बनाते समय खुद से Define करता है | आइये जानते है फंक्शन के प्रकारों के बारे में | फंक्शन के प्रकार (Types of Functions in C in Hindi)सी लैंग्वेज में फंक्शन दो प्रकार के होते है -:
1. Predefined Standard Library Functionsऐसे फंक्शन जो पहले से लाइब्रेरी फाइल्स में Defined होते है Predefined Standard Library Functions कहलाते है इन फंक्शन को हम built-in functions के नाम से भी जानते है जिनका Declaration हैडर फाइल्स में होता है | printf(), scanf(), strcat() आदि Predefined Standard Library Functions के उदाहरण है जिनका Definition लाइब्रेरी फाइल्स में होता है और Declaration हैडर फाइल्स (जैसे studio.h, conio.h, string.h) में होता है | इन हैडर फाइल्स को हम प्रोग्राम के शुरुआत में डिक्लेअर करते है ताकि लाइब्रेरी फाइल्स में पहले से जो डिफाइंड फंक्शन है उनको हम अपने इस प्रोग्राम में उपयोग कर सकें | For Example -: printf() फंक्शन का डिक्लेरेशन हैडर फाइल studio.h में है इसलिए printf() फंक्शन को उपयोग करने से पहले हमे studio.h हैडर फाइल को प्रोग्राम के शुरुआत में #include<stdio.h> लिखकर include करना पड़ता है | 2. User Defined functionsऐसे functions जो पहले से defined नहीं होते तथा जिनको प्रोग्रामर या यूजर द्वारा प्रोग्राम में खुद से define किया जाता है, User Defined functions कहलाते है | यूजर डिफाइंड फंक्शन का सिंटेक्स कुछ ऐसा होता है -: Syntax of User defined Function
ऊपर आप जो सिंटेक्स देख रहे है उसमे return_type, function_name, argument list और body of the function जैसे कुछ वर्ड का उपयोग हुवा है | एक फंक्शन इन सभी से मिल मिलकर बना होता है | फंक्शन का एक return type होता है, नाम होता है और उसके पैरेंथेसिस () में हम कुछ arguments पास कर सकते है तथा फंक्शन की बॉडी, जो की कर्ली ब्रैकेट { } से क्लोज होती है उसमें हम स्टेटमेंट लिखते है | आइये जानते है फंक्शन के इन पार्ट्स के बारे में | Function के पार्ट्स (Part of Function In Hindi)Return typeजब हमें फंक्शन का उपयोग करना होता है तो हम उसे उसका नाम लिखकर कॉल करते है | जब फंक्शन execute होता है और आखिर में जिस डेटा टाइप की वैल्यू फंक्शन रिटर्न करता है उस डेटा टाइप को हम इस जगह लिखते है | यदि फंक्शन कोई भी वैल्यू रिटर्न नहीं करता तो इस जगह हम void डेटा टाइप का उपयोग करते है और यदि फंक्शन कुछ वैल्यू रिटर्न कर रहा होता है तो हम int, float , double, char, जैसे डेटा का उपयोग करते है | Example without return value:
इस example में फंक्शन किसी भी प्रकार का वैल्यू रिटर्न नहीं करता इसलिए Return type में void डेटा टाइप का उपयोग हुवा है | Example with return value:
इस example में फंक्शन int टाइप का वैल्यू रिटर्न कर रहा है इसलिए Return type में int डेटा टाइप का उपयोग हुवा है | Function nameFunction name एक identifier है जो उस Function का स्पेशल नाम होता है | हम प्रोग्राम में एक ही name को दो Function के साथ उपयोग नहीं कर सकते ऐसा करने पर प्रोग्राम में एरर आ सकता है | Function name मीनिंगफुल होना चाहिए ताकि उस फंक्शन के उद्देश्य को आसानी से समझा जा सके | Example -:
ArgumentsFunction के पैरेंथेसिस में हम वेरिएबल नाम के साथ उसका data types भी लिखते है | वैसे पैरेंथेसिस में कुछ लिखना या न लिखा उस Functions के बिहेवियर पर निर्भर करता है | जैसे कोई फंक्शन है जिसको अपना कार्य करने के लिए कुछ नंबर की जरूरत है तो हम उसके पैरेंथेसिस में वो वेरिएबल डिक्लेयर करके वेरिएबल बना देते है ताकि फंक्शन उस वैल्यू को इन वेरिएबल्स में रख सके | Example -:
Body of the functionFunction के अंदर जितने भी स्टेटमेंट होते है वो कर्ली ब्रैकेट { } से कवर होते है जिसे हम ब्लॉक कहते है इसी ब्लॉक को उस फंक्शन की बॉडी कहा जाता है | चलिए इन सभी चीजों को एक उदाहरण के द्वारा और अच्छे समझते है | Example
इस उदाहरण में addition फंक्शन का नाम है और addition से पहले जो int लिखा है वो उस फंक्शन का Return Type है यहाँ पर रिटर्न टाइप में int इसलिए लिखा है क्योकि यह फंक्शन इन्टिजर टाइप का डेटा रिटर्न कर रहा है | फंक्शन के पैरेंथेसिस ( ) में जो int num1 और int num2 लिखा है वो फंक्शन का Arguments लिस्ट है | वैसे इस example को थोड़ा गौर से देखेंगे तो उसमे मैंने कमेंट करके Function declaration, Function Call, और Function Definition जैसे कुछ शब्दों का उपयोग किया है आइये जानते है इन सभी के बारे में | Function AspectsFunction में ये तीन मुख्य पहलू होते है जो आपको जानना जरूरी है -:
Function declarationजब भी हम किसी फंक्शन का उपयोग अपने प्रोग्राम में करते है तब Function declaration के द्वारा सबसे पहले हमे कम्पाइलर को बताना पड़ता है कि हम इस नाम और इस टाइप का फंक्शन अपने प्रोग्राम में उपयोग करने वाले है | यदि हम बिना Function declaration के फंक्शन का उपयोग करने जाएंगे तो कम्पाइलर को कंपाइल टाइम में पता नहीं होगा कि ये कौन सा फंक्शन है जो इस प्रोग्राम में उपयोग हो रहा है इसलिए कम्पाइलर एरर दे देगा | तो जब भी हम अपने प्रोग्राम में Function का उपयोग करने वाले होते है तब हमे सबसे पहले उसका declaration करना पड़ता है | Syntax of function declaration
Example -:
वैसे हम डिक्लेरेशन के समय फंक्शन पैरेंथेसिस () के अंदर उस फंक्शन में उपयोग होने वाले वेरिएबल का नाम न भी लिखे तो चलेगा मगर डेटा टाइप लिखना ही पड़ता है | Example -: फंक्शन डिक्लेरेशन की जरुरत तब पड़ती है जब हम उस फंक्शन को प्रोग्राम में main() फंक्शन के निचे डिफाइन करते है और या फिर ऐसे फंक्शन के उपयोग के टाइम डिक्लेरेशन जरुरी होती है जब वो फंक्शन किसी दूसरे फाइल्स में हो| Function callसी लैंग्वेज में हम किसी भी फंक्शन को बिना कॉल किये उपयोग नहीं कर सकते | यदि हमे किसी फंक्शन का उपयोग अपने प्रोग्राम में करना है तो हमे उस फंक्शन का नाम लिख कर उसे कॉल करना पड़ता है और इसे ही Function Calling कहते है | जब किसी फंक्शन को कॉल किया जाता है तो प्रोग्राम का कण्ट्रोल उस फंक्शन के पास चला जाता है और उसके अंदर के कोड को execute करना शुरू कर देता है और जैसे ही फंक्शन का execution ख़तम हो जाता है प्रोग्राम का कण्ट्रोल फिर से उस जगह चला जाता है जहा से फंक्शन को कॉल किया गया होता है | Syntax of function calling
यहाँ हम फंक्शन के पैरेंथेसिस में कोई Arguments तब लिखते है जब हमे कोई वैल्यू उस फंक्शन को पास करना पड़ता है | यदि फंक्शन को किसी भी वैल्यू की जरुरत नहीं होती तो हम पैरेंथेसिस खाली रखते है | Example -: Result = multiply(); Function definitionफंक्शन डेफिनेशन सेक्शन में हम प्रोग्राम में execute होने वाले वास्तविक स्टेटमेंट्स को लिखते है | प्रोग्राम का कण्ट्रोल फंक्शन डेफिनेशन वाले पार्ट में तब आता है जब फंक्शन को कॉल किया जाता है और फंक्शन के अंदर के स्टेटमेंट को execute किया जाता है फिर यदि फंक्शन कोई वैल्यू रिटर्न करता है तो उस वैल्यू को वापिस उस जगह पास कर दिया जाता है जिनमे उस फंक्शन को कॉल किया होता है | Syntax of function definition
Example
दोस्तों यहाँ तक आपको समझ आ गया होगा कि फंक्शन क्या है? (What is function in C in Hindi) कितने प्रकार के होते है? तथा फंक्शन को कैसे डिक्लेअर, डिफाइन और कॉल किया जाता है | आइये हम हम फंक्शन के कुछ और पहलुओं के बारे में बात करते है जिसे आपको जानना काफी जरूरी है | Different expect of function callingएक Function या तो कोई वैल्यू रिटर्न करता है या फिर नहीं करता और Function के पैरेंथेसिस खली रहते है या फिर हम उसके अंदर हम कुछ arguments लिखते है | Function के इन पहलुओं को देखते हुए हम Function को चार प्रकार से बाँट सकते है |
1. Functions with no arguments and no return valueइस तरह के फंक्शन में हम पैरेंथेसिस के अंदर कोई भी arguments नहीं लिखते है तथा इनका रिटर्न टाइप void होता है क्योकि ये किसी भी प्रकार के वैल्यू रिटर्न नहीं कर रहे होते | Syntax
Example
Output -:
इस प्रोग्राम में हमने Function calling और function declaration के समय किसी भी प्रकार का arguments नहीं लिखा इसलिए फंक्शन डिक्लेरेशन के टाइम पैरेंथेसिस में हमने void डेटा टाइप का उपयोग किया है | चूँकि यह फंक्शन कोई भी वैल्यू रिटर्न नहीं कर रहा इसलिए हमने इस फंक्शन के रिटर्न टाइप में void डेटा टाइप लिखा है | 2. Functions with no arguments and a return valueइस तरह के फंक्शन में हम पैरेंथेसिस के अंदर कोई भी arguments नहीं लिखते है मगर रिटर्न टाइप int, char, float, double कुछ भी हो सकता है ये रिटर्न टाइप फंक्शन किस टाइप का डेटा रिटर्न कर रहा है उस पर निर्भर करता है | Syntax
Example -:
Output -:
इस प्रोग्राम में हमने Function calling और function declaration के समय किसी भी प्रकार का arguments नहीं लिखा इसलिए फंक्शन डिक्लेरेशन के टाइम पैरेंथेसिस में हमने void डेटा टाइप का उपयोग किया है | चूँकि यह Function इन्टिजर टाइप का वैल्यू रिटर्न कर रहा इसलिए हमने इस फंक्शन के रिटर्न टाइप में int डेटा टाइप उपयोग किया है | 3. Functions with arguments and no return valueइस तरह के फंक्शन में हम पैरेंथेसिस के अंदर arguments लिखते है मगर रिटर्न टाइप में void डेटा टाइप का उपयोग किया जाता है क्योकि यह फंक्शन किसी भी टाइप का वैल्यू रिटर्न नहीं करता | Syntax
Example
Output -:
इस प्रोग्राम में हमने फंक्शन कॉलिंग के समय इन्टिजर टाइप के दो वैल्यू फंक्शन को पास कर रहे है और फंक्शन डिक्लेरेशन के समय फंक्शन के पैरेंथेसिस में int डेटा टाइप के साथ दो वेरिएबल बना रहे है ताकि जो वैल्यू आ रहा है उनको इन वेरिएबल में स्टोर किया जा सके | चूँकि इस फंक्शन में फंक्शन कालिंग और फंक्शन डिक्लेरेशन के समय पैरेंथेसिस के अंदर इन्टिजर टाइप का arguments लिखा जा रहा है इसलिए हमने फंक्शन डिक्लेरेशन के समय भी दो int डेटा टाइप का उपयोग किया है | यह फंक्शन कोई भी वैल्यू रिटर्न नहीं कर रहा इसलिए हमने इस फंक्शन के रिटर्न टाइप में void डेटा टाइप का उपयोग किया है | 4. Functions with arguments and a return valueइस तरह के फंक्शन में हम पैरेंथेसिस के अंदर आर्गुमेंट लिखते है और रिटर्न टाइप में int, char, float, double डेटा टाइप में से किसी भी एक डेटा टाइप का उपयोग किया जाता है क्योकि यह फंक्शन कुछ वैल्यू रिटर्न करता है | मगर ये रिटर्न टाइप इस बात पर निर्भर करता है कि फंक्शन किस टाइप का डेटा रिटर्न कर रहा है | Syntax -:
Example -:
Output -:
इस प्रोग्राम में हमने फंक्शन कॉलिंग के समय इन्टिजर टाइप के दो वैल्यू फंक्शन को पास कर रहे है और फंक्शन डिक्लेरेशन के समय फंक्शन के पैरेंथेसिस में int डेटा टाइप के साथ दो वेरिएबल बना रहे है ताकि जो वैल्यू आ रहा है उनको इन वेरिएबल में स्टोर किया जा सके | चूँकि इस फंक्शन में फंक्शन कालिंग और फंक्शन डिक्लेरेशन के समय पैरेंथेसिस के अंदर इन्टिजर टाइप का आर्गुमेंट लिखा जा रहा है इसलिए हमने फंक्शन डिक्लेरेशन के समय भी दो int डेटा टाइप का उपयोग किया है | चूँकि यह फंक्शन इन्टिजर टाइप का वैल्यू रिटर्न कर रहा इसलिए हमने इस फंक्शन के रिटर्न टाइप में int डेटा टाइप उपयोग किया है | फंक्शन उपयोग करने के लाभ (Advantages of function in Hindi)फंक्शन बनाने के कई सारे लाभ है उनमें से कुछ निम्नलिखित है -:
Important Point about function
Read More -:
निष्कर्षदोस्तों आशा करता हु कि आज के इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको फंक्शन क्या है? (What is Function in C In Hindi) और सी लैंग्वेज में फंक्शन कितने प्रकार के होते है? (Types of Function In C In Hindi ) से संबंधित सभी जानकारी मिल गई होगी | अगर आप सी लैंग्वेज का Complete Tutorial चाहते है तो मेरे इस पोस्ट C Language Tutorial In Hindi को देखे यहाँ आपको C Programming Language के सभी टॉपिक्स step by step मिल जाएगी | दोस्तों आशा करता हु कि आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी और आपको सी लैंग्वेज में फंक्शन क्या होता है? (What is Function in C in Hindi) के बारे में काफी जानकरी हुई होगी | अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया है तो इस पोस्ट को अपने अपने दोस्तों को शेयर करना न भूलिएगा ताकि उनको भी ये जानकारी प्राप्त हो सके | अगर आपको अभी भी Function in C Language से संबंधित कोई भी प्रश्न या Doubt है तो आप जरूर बताये मैं आपके सभी सवालों का जवाब दूँगा और ज्यादा जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है | एसी ही नया टेक्नोलॉजी ,Programming Language, Coding , C Language, C++, Python Course , Java Tutorial से रिलेटेड जानकारियाँ पाने के लिए हमारे इस वेबसाइट को सब्सक्राइब कर दीजिए | जिससे हमारी आने वाली नई पोस्ट की सूचनाएं जल्दी प्राप्त होगी | Thank you ! आपका दिन मंगलमय हो पढ़ते रहिए और बढ़ते रहिए | Keep Reading and Keep Growing Jeetu Sahu is A Web Developer | Computer Engineer | Passionate about Coding and Competitive Programming फंक्शन क्या है विस्तार से समझिए?Functions in C in Hindi: सी प्रोग्रामिंग में, फंक्शन एक बयानों (statements) का एक ब्लॉक (block) होता है जो एक विशिष्ट कार्य करता है। अगर आप एक C प्रोग्राम लिख रहे हैं और आपको उस प्रोग्राम में एक ही कार्य को एक से अधिक बार करने की आवश्यकता है तो आप C Functions का उपयोग कर सकते है।
प्रोसीजर का फंक्शन क्या है उदाहरण सहित समझाइए?इन फंक्शन को प्रोग्राम में बस इनका नाम लिखकर इन्हें कॉल (call) किया जाता है और ये प्रोग्राम में क्रियान्वित हो जाता है. इसके उदाहरण:- scanf();, printf();, strcat(); आदि. ये function “सी” प्रोग्रामिंग भाषा के library functions भी कहलाते है. इन सभी फंक्शन का सम्बन्ध किसी विशिष्ट “सी” लाइब्रेरी फाइल से होता है.
लाइब्रेरी फंक्शन क्या है इसके फायदे और नुकसान लिखिए?पुस्तकालय सूची की आवश्यकता तथा उद्देश्य बताते हुये इसके प्रमुख कार्य एवं उसकी उपयोगिता एवं महत्व से परिचय करवाया गया है।
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