Information provided about essential oil:Essential oil meaning in Hindi : Get meaning and translation of Essential oil in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of question : what is meaning of Essential oil in Hindi? Essential oil ka matalab hindi me kya hai (Essential oil का हिंदी में मतलब ). Essential oil meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ) is गंध तेल.English definition of Essential oil : an oil having the odor or flavor of the plant from which it comes; used in perfume and flavorings Show
Tags: Hindi meaning of essential oil, essential oil meaning in hindi, essential oil ka matalab hindi me, essential oil translation and definition in Hindi language by ShabdKhoj (From HinKhoj Group).essential oil का मतलब (मीनिंग) हिंदी में जाने | एसेंशियल ऑयल के फायदे, प्रकार, उपयोग और नुकसान सभी लोगों को पता नहीं हैं। जबकि एसेंशियल आयल विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं, त्वचा और बालों से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। एसेंशियल ऑयल को सामान्य रूप से आवश्यक तेल भी कहा जाता है। प्राचीन समय से ही आवश्यक तेलों का उपयोग दवा, सौंदर्य प्रसाधन, इत्र, भोजन और विभिन्न प्रकार चिकित्सा प्रणाली में उपयोग किया जा रहा है। यदि नियमित रूप से इन तेलों का उपयोग किया जाए तो यह हमारी बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं की संभावनाओं को कम कर सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। “अरोमा” का अर्थ होता है “खुशबु” यानी अरोमाथैरेपी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें बहुत सारे रोगों का इलाज़ विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक खुशबुओं का प्रयोग करके किया जाता है। अरोमाथेरेपी में जिन एसेंशियल ऑइल्स का इस्तेमाल किया जाता है जो कि प्लांट्स, हर्ब्स, पेड़ों, फूलों आदि का तत्व होता है जिनसे होने वाले फायदों के कायल हो जाएंगे। क्या हैं फायदे? – बंद नाक खोले इन दिनों बदलते मौसम में जुकाम की समस्या बहुत ही आम है, जिसमें बंद नाक परेशानी का कारण बन जाता है। ऐसे में अगर आप नीलगिरी के तेल की कुछ बुंदें डाल कर स्टीम लें तो आपको बंद नाक से फ़ौरन मुक्ति मिल जाएगी। – सिर दर्द भगाएं आज हर इंसान अपनी लाइफ में इतना बिजी हो गया है। आजकल लोगों की दिनचर्या ऐसी है कि उनको आए दिन सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में रोजमेरी ,लैवेंडर व पुदीने की खुशबु सिरदर्द की समस्या से जल्दी निजात दिला सकती है। – डाइजेशन सुधारे जिन लोगों को डाइजेशन की से सम्बंधित कोई समस्या है तो इसमे अरोमाथैरेपी रामबाण का काम करता है। तुलसी और चंदन की खुशबु डाइजेशन से सम्बंधित समस्या को दूर करने में बहुत ही प्रभावी है। – अनिद्रानाशक कई लोगों को नींद ना आने की भी समस्या होती है ऐसे में लैवेंडर , कैमोमाइल , नारंगी आदि खुशबुए भी नींद लेने में बहुत ही कारगर सिद्ध होती हैं। फिर चाहे आप इनके लिए अरोमालैम्प का प्रयोग करें या फिर ऑइल का। इसके अलावा अच्छी नींद के लिए आप तकिये के नीचे लैवेंडर रख कर भी सो सकते हैं। – डिप्रैशन से मुक्ति जैस्मिन और कैमोमाइल की खुशबु ना सिर्फ डिप्रेशन जैसी समस्या से राहत दिलाती है बल्कि यह मूड पर भी बहुत सकारात्मक प्रभाव डालती है। – खूबसूरती बढ़ाएं रोज़ और जैरेनियम ऑयल में यह गुण होता है जो धुप से झुलसी हुई त्वचा को ठीक कर के उसे एक चमक देती है। इसके अलावा ट्री ऑयल पिम्पल को ठीक करता है तो वहीं रोज़ ऑयल त्वचा को ग्लो दे कर उसकी खूबसूरती बढ़ता है। – सैक्स लाइफ को बेहतर बनाएं चन्दन ,चमेली और गुलाब की खुशबु से शरीर में सेक्स से सम्बंधित हार्मोन में तेज़ी आती है और सेक्स से सम्बंधित समस्याएं भी दूर होती हैं। इसके अलावा लौंग का तेल भी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाता है। – फर्टिलिटी बढ़ाएं शायद आपको सुन कर अजीब लग सकता है जीरे के तेल का प्रयोग फर्टिलिटी बढ़ने के काम में आता है। आइए जाने एसेंशियल ऑयल के फायदे और नुकसान क्या हैं।
आवश्यक तेल क्या है – (What Is Essential Oil in Hindi) हम और आप अक्सर एसेंशियल ऑयल के बारे में सुनते और पढ़ते हैं। यह भी जानते हैं कि आवश्यक तेल के फायदे हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हैं। लेकिन आवश्यक तेल है क्या यह बहुत ही कम लोगों को पता होता है। एसेंशियल ऑयल या अस्थिर तेल पौधों से प्राप्त अर्क होता है। जिन्हें अलग-अलग निष्कर्षण विधियों द्वारा प्राप्त किया जाता है। आवश्यक तेल प्राप्ति के आधार पर पौधों के अलग-अलग हिस्सों का उपयोग किया जा सकता है। आमतौर पर सबसे ज्यादा और सुगंधित तेल प्राप्त करने के लिए पौधों के फूलों का उपयोग किया जाता है। लेकिन फूलों के अलावा भी अन्य हिस्से जैसे पत्तियां, छाल, जड़ों, फलों कि छिल्के आदि का भी उपयोग किया जाता है। आवश्यक तेल इसलिए फायदेमंद माने जाते हैं क्योंकि ये आमतौर पर जड़ी-बूटीयों के मुकाबले 75 प्रतिशत अधिक शक्तिशाली और प्रभावी होते हैं। आवश्यक तेल पूर्ण रूप से प्राकृतिक उत्पाद होता है इसलिए ऐसा माना जाता है कि यह बहुत अधिक प्रभावी होता है। लेकिन इसका यह मतबलब बिल्कुल नहीं है कि इसके नुकसान नहीं होते हैं। यदि सावधानी से उपयोग न किया जाए तो इसके दुष्प्रभाव भी होते हैं क्योंकि ये बहुत ही शक्तिशाली होते हैं। आइए जाने आवश्यक तेल के उपयोग के बारे में। आवश्यक तेल के उपयोग – (Essential Oil Use) अक्सर यह लोगों के मन में ये प्रश्न उठता है कि आवश्यक तेल का उपयोग कैसे किया जा सकता है। क्या हम इस तेल को सामान्य तेल की तरह उपयोग कर सकते हैं। क्या हम इसे अपनी त्वचा पर सीधे उपयोग कर सकते हैं या यह किस रूप में हमारे लिए फायदेमंद है। इन सभी लोगों के प्रश्नों का जबाब हां है। पर यह भी ध्यान रखें कि यह जिस वनस्पति से प्राप्त किया गया है उसके गुणों का 75 प्रतिशत होता है जो कि बहुत ही शक्तिशाली होता है। यदि आप इसे अपनी त्वचा पर उपयोग करना चाहते हैं तो इसे पतला करके ही उपयोग करें। आप इसे अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं। लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि आवश्यक तेलों का उपयोग तब तक न करें जब तक आपको पूरी तरह से समस्या और आवश्यक तेल के गुणों की जानकारी न हो। मौखिक रूप से इस प्रकार के तेलों का उपयोग अपने डॉक्टर की सलाह के बिना न करें क्योंकि इन तेलों में फाइटोकेमिकल्स की अच्छी मात्रा होती है। आइए जाने आवश्यक तेलों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में। आवश्यक तेल के पोषक तत्व – वैसे तो सभी आवश्यक तेलों के अपने अलग-अलग गुण और पोषक तत्व होते हैं। ये पोषक तत्व उन पौधों के आधार पर होते हैं जिनसे आवश्यक तेलों को प्राप्त किया जाता है। लेकिन फिर भी एसेंशियल तेलों के कुछ ऐसे सामान्य गुण होते हैं जो सभी तेलों में उपलब्ध होते हैं। आवश्यक तेलों में एंटीमाइक्रोबायल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इनके अलावा इनमें विभिन्न प्रकार के विटामिन, पोषक तत्व और खनिज पदार्थ मौजूद रहते हैं जो हमें स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करते हैं। आवश्यक तेलों में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो हानिकारक फ्रीरेडिकल्स से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। आइए जाने आवश्यक तेल के फायदे और प्रकार क्या हैं। आवश्यक तेलों की सूची – (Essential Oil) विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ और अन्य प्रकार के फायदे पहुंचाने वाले आवश्यक तेलों की सूची बहुत लंबी है। हालांकि ये सभी तेल हमारे लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। लेकिन कुछ आवश्यक तेल उत्पादन, परिवेश और उपयोगिता के आधार पर सभी जगह उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। आइए जाने अन्य आवश्यक तेलों कौन-कौन से हैं।
आवश्यक तेल के लाभ — यदि सही तरीके से आवश्यक तेलों का उपयोग किया जाए तो यह हमें कई प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं। लेकिन यदि इन तेलों का उपयोग करते समय सावधानी न रखी जाए तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। कुछ आवश्यक तेल हमारी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। कुछ आवश्यक तेल हमारे बालों और त्वचा संबंधी समस्याओं को हल करते हैं। आवश्यक तेल हानिकारक जीवों के खिलाफ प्रभावी होते हैं। कुछ आवश्यक तेल आपकी मनोदशा को सुधारने और मस्तिष्क की कार्य क्षमता में वृद्धि करने में मदद करते हैं। कुछ तेलों में आपकी स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सिरदर्द, मतली, उल्टी आदि की भावनाओं को कम करने वाले गुण होते हैं। इसके अलावा कुछ तेल अरोमाथेरेपी के दौरान दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं। आइए विस्तार से जाने आवश्यक तेल के फायदे और प्रकार के बारे में। लौंग आवश्यक तेल के फायदे – दांत दर्द का अचूक इलाज लौंग के तेल को माना जाता है। दांत का दर्द होने पर कपास की रूई में लौंग का तेल लें और दर्द वाले दांत के आस-पास मसूढ़ों में लगाएं। प्राचीन समय से ही दांतों के दर्द का उपचार करने के लिए लौंग तेल का उपयोग किया जा रहा है। इसमें शक्तिशाली एंटी-फंगल गुण होते हैं जो विशेष रूप से कैंडिडा अल्बिकांस बैक्टीरिया के विकास को कम करने में मदद करते हैं। लौंग तेल के अन्य फायदे इस प्रकार हैं।
लेमन एसेंशियल आयल बेनिफिट्स – आप अपने भोजन को पकाते समय नींबू से निकाले गए आवश्यक तेल की 1 से 2 बूंदों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप केक, सीफूड व्यंजन, सलाद आदि में भी नींबू तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेमन आयल अपनी अच्छी खुशबू के लिए बहुत ही लोकप्रिय है। लेकिन इसमें कई चिकित्सकीय गुण भी होते हैं जो एकाग्रता में वृद्धि करने, पाचन को सुधारने और गठिया के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
लैवेंडर आवश्यक तेल के फायदे – ताजा लैवेंडर के फूलों से निकाले गए लैवेंडर आवश्यक तेल सबसे प्रसिद्ध तेलों में से एक है। इसका उपयोग कर अनिद्रा, एकाग्रता की कमी, बालों के झड़ने की समस्या आदि के उपचार के लिए किया जाता है।
इसके अन्य फायदे इस प्रकार हैं : शरीर और दिमाग को शांत रखता है। अच्छी नींद लाने में मदद करता है। शुष्क त्वचा को मॉइस्चराइज करता है। नाक से बह रहे खून को बंद करता है। नीलगिरी एसेंशियल ऑयल के फायदे –यूकेलिप्टस तेल नीलगिरी के पेड़ की पत्तियों से प्राप्त किया जाता है। इस तेल में एंटीमाइक्रोबायल, कीटनाशक गुण होते हैं। इसलिए इसे विभिन्न प्रकार के संक्रामक जीवाणुओं को नष्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को भी ठीक करता है।
इसके अलावा नीलगिरी तेल के अन्य लाभ इस प्रकार हैं : मानसिक तनाव से राहत। अरोमाथेरेपी में उपयोगी। मांसपेशियों में दर्द को कम करने में। सिर की जूँ का इलाज करने में। पेपरमिंट एसेंशियल आयल बेनिफिट्स – पुदीना तेल मतली को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा यह सिरदर्द, पेट दर्द गैस, अपचन, चिंता और तनाव का भी प्रभावी उपचार कर सकता है। पेपरिमिंट तेल मेन्थॉल की उपस्थिति के कारण बहुत ही प्रभावी होता है।
टी ट्री एसेंशियल आयल बेनिफिट्स –इस आवश्यक तेल में एंटीमाइक्रोबायल गुण बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं। इसके एंटी-इंफ्लामेटरी गुण के कारण टी ट्री आयल का उपयोग सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से एक्जिमा और सोरायसिस से छुटकारा पाने में मदद करता है। इस प्रकार की समस्या होने पर इस तेल को पतला करके प्रभावित क्षेत्र में प्रतिदिन दो बार उपयोग करना चाहिए।
टी ट्री आयल के अन्य लाभ फंगल संक्रमण का इलाज करता है। गले के दर्द को ठीक करता है। माउथ फ्रेश्नर और मुंह की अन्य समस्याओं को दूर करता है। मुंहासों का इलाज करता है। ओरेगेनो एसेंशियल आयल बेनिफिट्स – (Oregano Essential Oil ) ओरेगेनो तेल में कारवाक्रोल होता है इस कारण यह हानिकारक जीवाणुओं से हमारी रक्षा करता है। यह एक शक्तिशाली कार्बनिक यौगिक है। 2016 में किये गए एक अध्ययन से पता चलता है कि इसका उपयोग बैक्टीरिया के विकास को रोकने में प्रभावी होता है।
रोज एसेंशियल आयल बेनिफिट्स – (Rose Essential Oil )गुलाब का तेल इस फूल की कई प्रजातियों से निकाला गया एक सुगंधित तेल है। यह पूर्ण रूप से आवश्यक तेल नहीं है क्योंकि इसको प्राप्त करने के लिए बहुत से केमिकलों का उपयोग किया जाता है। अन्य आवश्यक तेलों की तरह गुलाब आवश्यक तेल भी दिमाग को शांत करने में मदद करता है। इसके अलावा यह भी विभिन्न प्रकार के संक्रामक जीवाणुओं से हमारे शरीर की रक्षा करता है। इस तेल में टोकोफेरोल (विटामिन ई का एक यौगिक), कैरोटीन और फेनोलिक यौगिकों के उच्च स्तर होते हैं। गुलाब का तेल आपकी त्वचा को निखारने में मदद कर सकता है। कैमोमाइल एसेंशियल आयल बेनिफिट्स – (Chamomile Essential Oil)ब्लू कैमोमाइल तेल जर्मन कैमोमाइल से निकाला जाता है। नीले कैमोमाइल तेल का रंग भाप निष्कर्षण प्रक्रिया का परिणाम है। अनिद्रा, बुखार और त्वचा संक्रमणों के लिए कैमोमाइल तेल का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। इसके अलावा कैमोमाइल तेल का उपयोग एक्जिमा, घाव, चोट, जलन, कैंसर से बने घाव और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोग किया जा रहा है।
समझें असेंशियल या अरोमा आयल के लाभ —असेंशियल या अरोमा आयल से मानसिक सुकून मिलता है, तनाव कम होता है, इम्युनिटी में सुधार होता है, श्वसन और रक्त संचार प्रक्रिया पर अच्छा असर होता है | इसके अलावा त्वचा रोगों में भी फायदेमंद है | इन समस्याओं में मिलती है राहत—
विभिन्न असेंशियल ऑयल के विशेष गुण–
जानिए आवश्यक तेलों का प्रयोग करने के तरीके– कुछ तेल का हमारे स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत उपयोग होता है, क्योंकि इन तेलों में रोगों को दूर करने का गुण होता है साथ ही इनके औषधीय और एंटीबैक्टीरियल गुण स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर करते हैं।… आवश्यक तेल का प्रयोग कुछ तेलों का प्रयोग हमारे स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत उपयोग होता है, क्योंकि इन तेलों में रोगों को दूर करने का गुण होता है। इनके औषधीय और एंटीबैक्टीरियल गुण हमारी स्वास्थ्य की कई समस्याओं को दूर करते हैं। नींबू का तेल, मिंट, वैनीला, गुलाब, लौंग और लैवेंडर के तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। तो इन आवश्यक तेलों का प्रयोग कर इनका फायदा उठाइये। आवश्यक तेल का गुण — ये तेल कई गुणों से भरपूर होते हैं, इनमें जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, आदि कई औषधीय गुण पाये जाते हैं। इनकी सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि ये आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। नींबू, अंगूर, नीलगिरी, पुदीना, चाय के पेड़, लैवेंडर, रोजमेरी के तेल इनमें प्रमुख हैं। 1. रोजमैरी ऑयल.. रोजमैरी यानी दौनी का तेल एक प्रकार का ऊर्जावर्धक तेल है। इसके प्रयोग से मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ती है और ध्यान में सुधार होता है। यह दिमागी ताकत के बढ़ाकर शरीर को ऊर्जावान बनाता है। इसमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन बी-6 पाया जाता है। 2. तुलसी का तेल.. यह तेल सर्दी और खांसी के विरूद्ध दवाओं के लिए प्रयोग किये जाने वाले अच्छे विकल्पों में से एक है। कोल्ड और खांसी की समस्या होने पर इसकी एक छोटी सी बूंद फायदा करती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, विषाणुरोधी एवं रोगाणुरोधी गुण पाये जाते है। 3. वनिला का तेल.. इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण पाये जाते हैं। इसका प्रयोग कैंसर के उपचार में और चिंता तथा अनिद्रा जैसी मानसिक समस्याओं से राहत पहुंचाने में भी किया जाता है। इसका जायका दुनिया के सबसे पसंदीदा जायकों में से एक है। 4. गुलाब का तेल… इसकी खुश्बू तन और मन को रोमांचित करने वाली होती है। इसके अलावा इसका तेल कई बीमारियों के खिलाफ शरीर की रक्षा करने में मदद कर सकता है। चिंता, तनाव और डर को दूर करने में गुलाब का तेल मदद करता है, क्योंकि इसका उपयोग शरीर और दिमाग को आराम पहुंचाता है। 5. लौंग का तेल.. लौंग का तेल नैचुरल गुणों से भरपूर है। यह एक एनाल्जेसिक एवं एन्टीसेप्टिक तेल है जो मुख्य तौर पर दांत की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह दांत दर्द जैसी समस्याओं को आसानी से दूर करता है। इसमें आयरन, विटामिन ए और सी पाया जाता है। यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। 6. पुदीने का तेल.. पाचन की समस्या दूर करने के लिए पुदीने के तेल का प्रयोग कीजिए। पेट में सूजन, पेट फूलना और आंत की अन्य समस्याओं से यह छुटकारा दिलाता है। पिपरमेंट माहवारी की ऐंठन तथा सिर दर्द में भी आराम पहुंचाता है। 7. लैवेंडर का तेल.. लैवेंडर के तेल का प्रयोग बहुत पहले से होता आया है। एरोमाथेरेपी में भी इसका प्रयोग होता है, क्योंकि यह दिमाग को सुकून पहुंचाता है। इसमें एंटीसेप्टिक व दर्दनिवारक गुण हैं, जलने, कीड़े के काटने, डंक लगने की समस्या को इस तेल से दूर किया जा सकता है। 8. नींबू का तेल– स्वाद को बेहतर बनाने के अलावा, यह उन विटामिन और खनिजों से युक्त है, जो शरीर के विकारों को दूर करते हैं। यह शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को भी दूर कर तन-मन को शांति पहुंचाता है। एसेंशियल ऑयल का मतलब क्या है?एसेंशियल ऑयल या अस्थिर तेल पौधों से प्राप्त अर्क होता है। जिन्हें अलग-अलग निष्कर्षण विधियों द्वारा प्राप्त किया जाता है। आवश्यक तेल प्राप्ति के आधार पर पौधों के अलग-अलग हिस्सों का उपयोग किया जा सकता है। आमतौर पर सबसे ज्यादा और सुगंधित तेल प्राप्त करने के लिए पौधों के फूलों का उपयोग किया जाता है।
एसेंशियल ऑयल कितने प्रकार के होते हैं?कितने प्रकार के होते हैं एसेंशियल ऑयल्स
हमारी प्रकृति में जितने खुशबूदार प्राकृतिक स्रोत हैं उतने ही एसेंशियल ऑयल्स के विकल्प आपको मिल जाएंगे जैसे तुलसी, नींबू, चंदन, चमेली, दालचीनी, रोज़मेरी, लैवेंडर, टीट्री, जोजोबा ऑयल आदि।
एसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें?* एसेंशियल ऑयल को लगाने से पहले उसमें कोई भी ऑयल या हल्का तेल (कैरियर ऑयल) जैसे नारियल आदि मिला लें. एसेंशियल ऑयल काफी गाढ़ा होते हैं, इसलिए बिना इसमें हल्का तेल मिलाए इसे लगाने से आपको खुजली, तव्चा में जलन, लाल दाने पड़ जाने जैसी समस्या हो सकती है. 10 मिलीमीटर बेस ऑयल में तीन-चार बूंदे ही एसेंशियल ऑयल मिलाए.
लैवेंडर तेल कहाँ मिलता है?ये मेडिटरेनियन क्षेत्र में पाए जाते हैं। इसके पौधे इंग्लिश लैवेंडर से छोटे होते हैं और इसकी ऊंचाई लगभग 200 से 700 मीटर होती है (4)।
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