डिप्लोमा के बाद कौन सी डिग्री सबसे अच्छी है? - diploma ke baad kaun see digree sabase achchhee hai?

10वीं के बाद छात्र अपने इंटरेस्ट और मार्क्स के आधार पर आर्ट्, साइंस या कॉमर्स स्ट्रीम चुनते हैं. 10वीं कक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर भी सीरियस हो जाते हैं और वे इस दिशा में सोचना शुरू कर देते हैं कि वे कौन सी स्ट्रीम लें जिससे उनका आने वाला करियर शानदार हो सके और ग्रोथ भी मिले. वैसे 10वीं पास आउट स्टूडेंट्स कई डिप्लोमा कोर्सेज भी कर सकते हैं. दसवीं कक्षा के बाद डिप्लोमा  छात्रों के लिए 12वीं कक्षा को पूरा किए बिना ही कॉलेजों में एनरोलमेंट के कई मौके देता है.  डिप्लोमा कोर्सेज अपने संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं ताकि छात्र के लिए नौकरी पाना आसान हो जाए.

डिप्लोमा कोर्सेज का बेनिफिट ये होता है कि छात्र एक स्पेसिफिक स्ट्रीम से संबंधित पूरी नॉलिज और स्किल प्राप्त कर सकते हैं जिसकी इंडस्ट्री में हर समय डिमांड रहती है. डिप्लोमा कोर्सेज प्रैक्टिकल बेस्ड और शॉर्ट टर्म के लिए होते हैं. ये स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा होने के बाद कम समय में इंटर्नशिप और जॉब सर्च करने में मदद करते हैं.

चलिए यहां जानते हैं 10वीं के बाद टॉप 5 डिप्लोमा कोर्सेस के बारे में

1- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा

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इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या डिप्लोमा इन टेक्निकल एजुकेशन प्रैक्टिकल और स्किल्स ओरिएंटेड ट्रेंनिंग पर फोकस्ड एक प्रोग्राम है. इंजीनियरिंग में मैकेनिकल, सिविल, केमिकल, कंप्यूटर, ऑटोमोबाइल जैसे कई डिप्लोमा कोर्स हैं. इन कोर्स की अवधि कम से कम 3 साल है.कैंडिडेट्स एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से या डायरेक्ट एडमिशन के जरिए डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं. प्रवेश परीक्षा कॉलेज पर डिपेंड करती है. इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद कई करियर ऑप्शन हैं जैसे प्राइवेट सेक्टर में नौकरी मिल सकती है. गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स के ढेरों मौके मिलते हैं. छात्र  हायर स्टडीज भी चुन सकते हैं या फिर सेल्फ एम्प्लॉयड और खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं.

2- डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स

फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा, आर्ट्स और उससे संबंधित क्षेत्रों में एक सर्टिफिकेट लेवल का कोर्स है. इंस्टीट्यूट्स 10वीं पास उम्मीदवारों को 10वीं की बोर्ड परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर ये कोर्स ऑफर करते हैं. डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स कला की फील्ड में एक एंट्री लेवल का कोर्स है. क्रिएटिविटी और डिजाइनिंग में इंटरेस्ट रखने वाले छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं. इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष की होती है. इस डिप्लोमा के बाद करियर के कई ऑप्शन हैं जैसे ग्राफिक डिजाइनर, आर्ट टीचर, फ्लैश एनिमेटर, आर्ट लायसन ऑफिसर 

3- डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी

10वीं कक्षा पास करने के बाद डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी का कोर्स किया जा सकता है. अदालत और कई सरकारी कार्यालयों में स्टेनो की वैकेंसी निकलती रहती है. इस कोर्स में स्टेनोग्राफी के साथ ही कम्प्यूटर और टाइपिंग से संबंधित कोर्स भी शामिल हैं. इस कोर्स की अवधि एक साल की होती है. जहां तक करियर ऑप्शन की बात है तो इन छात्रों के पास सरकारी क्षेत्र और निजी क्षेत्र में स्टेनोग्राफर के रूप में नौकरी पाने की काफी गुंजाइश होती है. इसमें शुरुआती वेतन 30 हजार रुपये तक मिलता है.

4-डिप्लोमा इन आर्ट टीचर

आर्ट टीचर डिप्लोमा या डिप्लोमा इन आर्ट टीचिंग एक कोर्स प्रोग्राम है जो पढ़ाने के तरीके के लिए जबरदस्त ट्रेनिंग देता है. आर्ट टीचिंग में डिप्लोमा वे छात्र कर सकते हैं जिनकी आयु 17+ से अधिक है. ये उन छात्रों के लिए बेस्ट है जो आर्ट टीचिंग को प्रोफेशन के रूप में लेना चाहते हैं. डिप्लोमा इन आर्ट टीचिंग विस्तृत स्केचिंग और पेंटिंग का 6 महीने का प्रोग्राम है. इस कोर्स को पूरा करने के बाद आर्ट टीचिंग में डिप्लोमा होल्डर आर्ट टीचर बनने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं.

5- फैशन डिजाइन में डिप्लोमा

फैशन डिजाइन में डिप्लोमा फैशन डिजाइनिंग की फील्ड में एक फास्ट ट्रैक डिप्लोमा कोर्स है. इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को फैशन डिजाइन में क्रिएटिविटी और इनोवेशन खोजने के लिए प्रेरित करना है. इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन के लिए हर कॉलेज का क्राइटेरिया अलग होता है. इस कोर्स के बाद फैशन डिजाइनर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर और स्टाइलिस्ट के तौर पर करियर संवारा जा सकता है.

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वैसे तो 12वीं तक छात्रों के दिमाग में ये साफ हो जाता है कि इसके बाद आगे क्या करना है. ज्यादातर छात्र 12वीं में ऐसे सब्जेक्ट चुनते हैं जो उनके करियर के लिए जरूरी हैं. 12वीं में ही स्टूडेंट अपने करियर की प्लानिंग कर लेते हैं. लेकिन अगर 12वीं में किसी वजह से आपने जो स्ट्रीम चुनी वो आपकी पसंद की नहीं या फिर उस स्ट्रीम से संबंधित करियर बनाना नहीं चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन लेवल पर एक मौका और है. ग्रेजुएशन में आप अपनी रुचि के मुताबिक और जो आपका टेलेंट है उसके अनुसार कोई डिग्री कोर्स या डिप्लोमा कर सकते हैं. साइंस और कॉमर्स वाले छात्रों के पास ग्रेजुएशन लेवल पर थोड़े ज्यादा ऑप्शन होते हैं क्योंकि वो अपनी स्ट्रीम के अलावा दूसरी स्ट्रीम में भी जा सकते हैं. हालांकि आर्ट के छात्रों के लिए विकल्प थोड़े लिमिटेड होते हैं क्योंकि वो साइंस या कॉमर्स वाले स्ट्रीम नहीं चुन सकते लेकिन फिर भी आर्ट साइड में भी अच्छे करियर ऑप्शंस की कमी नहीं.

इंजीनियरिंग- साइंस वाले छात्र जो 12वीं में मैथ्स लेते हैं उनको सबसे पहला सपना होता है इंजीनियरिंग करना. बीटेक आज भी सबसे ज्यादा पॉपुलर डिग्री कोर्स है और आईआईटी जैसे कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए छात्र 10वीं से ही तैयारी करना शुरु कर देते हैं. हर साल लाखों छात्र आईआईटी के एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन्स और एडवांस को क्वालिफाई करने की कोशिश करते हैं. 12वीं के बाद इंजीनियरिंग लाइन आज भी एक बेहतरीन करियर ऑप्शन है. अगर आईआईटी में एडमिशन ना हो तो भी देश में दूसरे प्रेस्टिजियस क़ॉलेज हैं जहां से बीटेक किया जा सकता है हालांकि इन कॉलेज में भी एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. इन सबके अलावा हजारों प्राइवेट कॉलेज हैं जो बीटेक की डिग्री देते हैं और इन कॉलेज में एडमिशन का अपना क्राइटेरिया है और फीस बाकी कॉलेज से ज्यादा होती है.

पॉपुलर स्ट्रीम इन बीटेक

कंप्यूटर इंजीनियरिंग इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग सिविल इंजीनियरिंग केमिकल इंजीनियरिंग मेकेनिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग इन टॉप इंजीनियरिंग ब्रांच के अलावा कई दूसरी ब्रांच भी है जो इंजीनिरिंग में फेमस हैं.एमबीबीएस- पूरी दुनिया में डॉक्टर्स की जॉब बहुत ही सम्मान की नजर से देखी जाती है. डॉक्टर बनने पर सैलरी तो अच्छी मिलती ही है साथ ही समाज में रिसपेक्ट भी बहुत होती है. आज भी लाखों युवाओं का सपना होता है एमबीबीएस करने का. मेडिकल साइंस की पढ़ाई काफी टफ और लंबी है इसलिए डॉक्टर बनना हर किसी के बस की बात नहीं. जो छात्र 12वीं में बायलॉजी लेते हैं वो डॉक्टर ही बनना चाहते हैं. अगर किसी वजह से से एमबीबीएस में सलेक्शन ना हो पाये तो बायलॉजी वाले स्टूडेंट्स को निराश होने की जरूररत नहीं. आज मेडिकल फील्ड बहुत ही वाइड है और इसमें डॉक्टर के अलावा बहुत सारे ऐसे अच्छे प्रोफाइल हैं जिनके लिए अप्लाई किया जा सकता है. एमबीबीएस के अलावा डेंटल, हॉम्योपैथी, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी , नर्स, फिजियोथेरपिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, और बाकी पैरा मेडिकल का बड़ा फील्ड है जिसमें करियर बनाया जा सकता है. एमबीबीएस करने के लिए नीट  का एग्जाम में आये नंबरों के आधार पर बनी मेरिट से कॉलेज में एडमिशन होता है.

कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए ऑप्शन

12 वीं में कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए कंपनी सेक्रेटरी और चार्टर्ड एकाउंटेंसी सबसे पॉपुलर विकल्पों में से एक है. आईसीएआई इस कोर्स को रेगुलेट करती है और सीए करने का टाइम 5-6 साल का है. सीए में सरकारी कानूनों के अनुसार कंपनियों के वित्तीय मामलों की सम्पूर्ण जानकारी सहित लेखा परीक्षा रिपोर्ट बनाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण और लेखा परीक्षा के माध्यम से कराधान, वित्तीय लेनदेन आदि विषयों की जानकारी प्रदान की जाती है. वहीं सीएस का रोल कंपनी के लीगल मैटर्स देखना, टैक्स रिटर्न और दूसरे एकाउंट्स मैनेज करना साथ कंपनी की एडवाइजरी मीटिंग्स अटेंड करने का काम होता है. सीएस पांच साल का कोर्स है और इसे आईसीएसआई संचालित करती है. चार्टर्ड एकाउंटेंट के अलावा  कॉमर्स छात्रों के लिए दूसरे फेमस कोर्स बिजनेस मैनेजमेंट (बीबीए), बीकॉम, बीकॉम (एच), अर्थशास्त्र (एच), लॉ, ट्रेवल एंड टूरिज्म आदि में ग्रेजुएशन है. इन कोर्सेज की मदद से निवेश बैंकर, ब्रांड मैनेजर, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर और अन्य प्रतिष्ठित पदों के रूप में एक प्रतिष्ठित  करियर बनाया जा सकता है.

आर्ट्स स्टूडेंट्स के लिए ऑप्शन

जिन छात्रों ने 12वीं में आर्ट्स या ह्युमेनिटिज लिया है उनके लिए भी ग्रेजुएशन में क्या पढ़ाई करनी है ये बहुत महत्वपूर्ण है. आर्ट्स वाले छात्रों के पास साइंस और कॉमर्स की तुलना में कम चॉइस होती है इसलिए उनको ग्रेजुएशन लेवल सही कोर्स या डिप्लोमा का चयन करना चाहिए. आर्ट्स वाले स्टूडेंट अपने 12वीं के सब्जेक्ट के मुताबिक ग्रेजुएशन में एडमिशन ले सकते हैं. हालांकि पिछले कुछ सालों में  आर्ट्स के प्रति छात्रों का झुकाव बढ़ा है. आजकल अधिकतर छात्र आर्ट्स का चयन कर रहे हैं. आर्ट्स वाले छात्र मास कम्युनिकेशन, पत्रकारिता, विज्ञापन, इंटीरियर डिजाइनिंग, ग्राफिक्स डिजाइनिंग, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, इतिहास, फैशन डिजाइनिंग, फोटोग्राफी, रंगमंच आदि विषयों में से आर्ट्स के स्टूडेंट्स किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं.  इसके अतिरिक्त एक आर्ट स्टूडेंट के रूप में आप लिंग्विस्टिक, रिलीजियस स्टडी, आर्ट रेस्टोरेशन, फॉरेन लैंग्वेज, फिल्म निर्माण, कला इतिहास और ऐसे अन्य संबंधित क्षेत्रों का अध्ययन कर उसमें अपना करियर बना सकते हैं.

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सबसे बेस्ट डिप्लोमा कौन सा है?

अगर डिप्लोमा कोर्स की बात करें तो उनमें:.
डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स एनीमेशन, डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग, ग्राफ़िक्स, विज्युलाइज़ेशन जैसे क्षेत्र में अगर आप अपना करियर बनाना चाहते है तो फाइन आर्ट्स चुन सकते हैं। ... .
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग ... .
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी ... .
डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर ... .
डिप्लोमा इन बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन.

12th के बाद कौन सा डिप्लोमा कोर्स बेस्ट है?

डिप्लोमा कोर्स 12वीं के बाद सूची.
डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट के अंतर्गत आने वाला 3 साल का एक डिप्लोमा लेवल का कोर्स है. ... .
डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइन ये एक बहुत ही अच्छा 12वीं कला के बाद डिप्लोमा कोर्स है. ... .
डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट ... .
डिप्लोमा इन फाइनेंसियल एकाउंटिंग ... .
DMLT. ... .
DPT. ... .

जल्दी नौकरी पाने के लिए कौन सा कोर्स करें?

जॉब के लिए बेस्ट कोर्सेज.
कंटेंट मार्केटिंग राइटिंग.
एनिमेशन कोर्स.
फोटोग्राफी कोर्स.
मार्केटिंग कॉपीराइटर.
गेम प्रोग्रामर.

भारत में सबसे अच्छा डिप्लोमा कौन सा है?

भारत में टॉप 5 डिप्लोमा कोर्सेज.
12वीं आर्ट्स के बाद स्टूडेंट्स कर सकते हैं निम्नलिखित डिप्लोमा कोर्सेज: ... .
भारत के टॉप डिप्लोमा कोर्सेज:.
कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ... .
होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा ... .
फैशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा ... .
3 डी एनिमेशन में डिप्लोमा ... .
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा.

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