बीकॉम एक पॉपुलर कोर्स है छात्र इस कोर्स को करने में काफी दिलचस्पी रखते हैं, हर विद्यार्थी के पढ़ाई करने का अलग-अलग मकसद होता है जैसे-जैसे उनकी पढ़ाई आगे बढ़ती है वैसे वैसे वे अपने लक्ष्य तक पहुंच जाते है और कुछ समय बाद पढ़ाई पूरा करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करके अपने जीवन में एक सफल इंसान बन जाते हैं। बी कॉम कोर्स, कॉमर्स के पसंदीदा कोर्सेज में से एक है। वर्तमान में जो छात्र कॉमर्स विषय से अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। उन्हें पढ़ाई पूरी करते ही कई परामर्श मिलने लगते हैं की उन्हें आगे क्या करना चाहिए और कैसे करना चाहिए। ऐसे में छात्र कंफ्यूज हो जाते हैं कि उन्हें जीवन में करना क्या चाहिए। कॉमर्स विषय को चुनने के बाद आगे उनका करियर क्या हो, क्या 12वीं के बाद बीकॉम करना चाहिए, क्या बीकॉम कोर्स से एक शानदार करियर बनाया जा सकता है, ऐसे बहुत से सवाल अवश्य ही छात्रों के मन में आते हैं। जिन सभी का जवाब इस ब्लॉग में विस्तार से दिया गया है, तो यदि आप भी बीकॉम व कॉमर्स से जुड़े सभी सवालों को दूर करना चाहते हैं, और एक शानदार करियर बनाना चाहते हैं तो बीकॉम के इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें। Show
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बीकॉम क्या है?बीकॉम का पूरा नाम बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है। यह एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है। बीकॉम 12th पास करने के बाद किया जा सकता है। बीकॉम में आपको एकाउंटिंग कोर्स, बैंकिंग,फाइनेंस तथा इनकम, टैक्स, बिजनेस संबंधित पाठ पढ़ाया जाता है बीकॉम एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है। यह 3 साल और 6 सेमेस्टर में विभाजित होता है। हर सेमेस्टर के लिए एग्जाम पास करना होता है। इस कोर्स को करने के लिए 12th पास होना जरूरी है। इसके बाद आपको किसी बीकॉम कॉलेज में एडमिशन लेना होगा, और रेगुलर पढ़ाई करके इस कोर्स को पास कर सकते हैं। उसके बाद फाइनेंस बैंक बिजनेस या किसी बिजनेस स्टार्टअप में अपना करियर बना सकते हैं। यदि आप बिजनेस मैनेजमेंट या बिजनेस लॉ के बारे में पढ़ाई करना चाहते हैं तो यह एक बेहतरीन कोर्स है आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए इस कोर्स को कर सकते हैं। बीकॉम क्यों करें?बीकॉम डिग्री छात्रों को वाणिज्य से संबंधित विषयों में प्रबंधकीय कौशल प्रदान करने के लिए संरचित है। इसके अलावा, कार्यक्रम के अंत तक, छात्रों को कुछ नाम रखने के लिए लेखांकन, कानून, सांख्यिकी, वित्त, विपणन जैसे मुख्य विषयों पर गहन ज्ञान प्राप्त होता है। ग्रैजुएशन की डिग्री (बी-कॉम) अर्जित करना दृढ़ता, दृढ़ संकल्प, बौद्धिक कौशल और चुनौतीपूर्ण वातावरण को संभालने की क्षमता का प्रमाण है, जो सभी प्रबंधक और निदेशक पदों को भरने वाले व्यक्तियों के लिए मांगे जाने वाले गुण हैं। बीकॉम करने के बाद नौकरी की संभावनाएं अधिक होती हैं। बीकॉम करने के बाद रोजगार के अधिक अवसर होते हैं उच्च शिक्षा, प्रशासन, सार्वजनिक मामलों और सामाजिक सेवाओं जैसे कई करियर क्षेत्रों में, एक मास्टर डिग्री रोजगार के लिए न्यूनतम आवश्यकता के रूप में ग्रैजुएशन की जगह ले रही है। पहले बी-कॉम जैसी बीकॉम ग्रैजुएशन की डिग्री के साथ एक प्रवेश परामर्शदाता, अकादमिक सलाहकार, या छात्र सेवा समन्वयक के रूप में एक प्रवेश स्तर की स्थिति सुरक्षित कर सकता था। बीकॉम निश्चित रूप से रोजगार के कई और दरवाजे खोलता है। बीकॉम के लिए स्किल्सबीकॉम में करियर बनाने के लिए मैनेजमेंट के जानकारी अच्छी तरह होनी चाहिए। जो भी काम हम करते हैं उसको बेहतर बनाने के लिए स्किल्स की जरूरत होती है, इसलिए मैनेजमेंट की जानकारी अच्छी तरह से होनी चाहिए ताकि पर किसी भी क्षेत्र में उस कार्य को अच्छी तरह संपादित कर सके, क्योंकि हमारी फ्यूचर प्लान हमारे स्किल्स की बदौलत ही पूरे होते हैं। आइए नजर डालें इस लगातार बढ़ते हुए क्षेत्र मैं एक सफल करियर बनाने के लिए प्रमुख स्किल्स क्या चाहिए:
विदेश में आपके सभी अध्ययन आवश्यकताओं के लिए Leverage Edu App डाउनलोड करें। बीकॉम के प्रकारबीकॉम दो प्रकार का होता है;-
बीकॉम ऑनर्स में बीकॉम जनरल के ही सब्जेक्ट पढ़ाया जाते हैं, लेकिन बीकॉम ऑनर्स में आपको किसी एक सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन करना होता है। इसलिए आप किसी भी सब्जेक्ट जैसे- अकाउंटिंग और फाइनेंस, इकोनॉमिक इन्वेस्टमेंट, मैनेजमेंट , बैंकिंग एंड फाइनेंशियल मार्केट, मार्केटिंग जैसे इत्यादि सब्जेक्ट में से किसी एक में स्पेशलाइजेशन करना होता है, जिसमें आपको ज्यादा डिटेल से पढ़ा जाता है, तो इसमें आपको ज्यादा मेहनत करनी होती है। बीकॉम ऑनर्स का कटऑफ भी हाई होता है और मार्केट वैल्यू भी बीकॉम ऑनर्स की ज्यादा होती है। बीकॉम जनरल मोड में तो आपको सब्जेक्ट सारे वही पढ़ाए जाते हैं, लेकिन इसमें आपको कोई भी स्पेशलाइजेशन नहीं करना होता है, तो इस तरीके से बीकॉम जनरल, बीकॉम ऑनर्स से थोड़ा आसान होता है, लेकिन बीकॉम ऑनर्स की मार्केट वैल्यू ज्यादा होती है, बीकॉम जनरल की मार्केट वैल्यू कम होती है। बीकॉम स्पेशलाइज़ेशन लिस्टबीकॉम के स्पेशलाइज़ेशन लिस्ट नीचे दिए गए हैं-
उपर्युक्त प्रकारों में से कुछ ही बीकॉम विशेषज्ञताएं जैसे बीकॉम जनरल, बैंकिंग, फाइनेंस, अकाउंटेंसी, ऑनर्स, इकोनॉमिक्स आदि कुछ लोकप्रिय बीकॉम कोर्स हैं। बीकॉम और बीकॉम ऑनर्स कोर्स के बीच अंतरबीकॉम और बीकॉम ऑनर्स दोनों ही ज्यादातर चीजों में समान हैं, भले ही दोनों अलग-अलग कोर्स हैं। दोनों पाठ्यक्रम केवल कुछ मापदंडों में भिन्न हैं, जैसे कि 12 वीं में मुख्य विषय के रूप में कंप्यूटर का अध्ययन करने वाले छात्र बीकॉम जनरल के लिए आवेदन कर सकते हैं, जबकि बीकॉम ऑनर्स केवल वे ही चुन सकते हैं जिन्होंने 12 वीं में मुख्य विषय के रूप में वाणिज्य का अध्ययन किया हो। बीकॉम में कितने सब्जेक्ट होते हैं?बीकॉम में कितने सब्जेक्ट होते हैं इसकी जानकारी आपको नीचे दिया जा रहा है –
बीकॉम कितने साल का होता है?बीकॉम 3 वर्ष का होता है और इन 3 वर्ष में कुल 6 सेमेस्टर होते हैं। बीकॉम में कितने सेमेस्टर होते हैं?बीकॉम में पूरे 6 सेमेस्टर होते हैं और इन 6 सेमेस्टर में आपको अलग-अलग तरह के विषय को पढ़ना होता है जिनमें से पहला और दूसरे सेमेस्टर में आपको लगभग एक ही तरह के विषय को पढ़ना होता है लेकिन दूसरे सेमेस्टर में आपको पहले सेमेस्टर के मुकाबले उच्च स्तर की पढ़ाई होती है। पहला सेमेस्टर का सिलेबसबीकॉम के फर्स्ट ईयर में बच्चों के कौशल विकास और नींव पर ध्यान दिया जाता है और इसके अंतर्गत आपको 6 विषय को पढ़ना होता है इन छह विषय में से चार विषय जरूरी है और बाकी के दो विषय भाषा के हैं जोकि एडिशनल विषय है।
दूसरा सेमेस्टर का सिलेबसबीकॉम के दूसरे सेमेस्टर में पहले सेमेस्टर से मिलता-जुलता विषय आपको पढ़ाई जाएंगे लेकिन यह पहले सेमेस्टर से एडवांस होंगे।
तीसरे सेमेस्टर का सिलेबसतीसरे सेमेस्टर में इन सब विषय के साथ-साथ आपको माइक्रो इकोनॉमिक्स और कॉरपोरेटेड अकाउंटिंग भी पढ़ाया जाएगा।
चौथे सेमेस्टर का सिलेबसबीकॉम के चौथे सेमेस्टर में पढ़ाई दो समूह में होती है पहले समूह में कुल 7 विषय होते हैं तथा दूसरे समूह में दो विषय होते हैं और इन दोनों समूहों के विषय को आपको पढ़ना होगा।
पांचवे सेमेस्टर का सिलेबसबीकॉम के पांचवें सेमेस्टर में कुल 6 जरूरी विषय होते हैं और उनमें से पांच विषय सबके लिए एक ही है तथा एक विषय ऑप्शनल है विकल्प में आप अपने से कोई भी एक विशेष चुन सकते हैं।
छठवें सेमेस्टर का सिलेबसबीकॉम के से सेमेस्टर में भी आपको कुल 6 विषय को पढ़ना होगा और इन से विषय में से पांच विषय सबके लिए एक ही है तथा एक विषय ऑप्शनल है और इन ऑप्शनल विषय में आप ऑप्शनल के चार विषय में से कोई भी विषय पढ़ सकते हैं।
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं। बीकॉम इंटीग्रेटेड कोर्सेजएकीकृत पाठ्यक्रम आमतौर पर 3+2 साल के पैटर्न का पालन करते हैं, जिसमें स्नातक और मास्टर (कानून पाठ्यक्रमों को छोड़कर) शामिल हैं। इसलिए, 12 वीं के बाद एक एकीकृत पाठ्यक्रम का अनुसरण करने से आपकी डिग्री के बाद प्रवेश के बारे में चिंता के बोझ को दूर करने में मदद मिलती है और आपको अपनी विशेषज्ञता पहले से चुनने में मदद मिलती है। इसके द्वारा, आप अपनी इच्छित विशिष्ट रेखा के लिए अपने प्रयासों को सहेजते हैं और एक स्पष्ट लक्ष्य रखते हैं। साथ ही, स्नातक की अवधि या एकीकृत पाठ्यक्रम के पहले तीन वर्षों के दौरान, आपके पास अपने ज्ञान के दायरे को व्यापक बनाने के लिए अधिक जोखिम और अवसर होंगे। इस प्रकार, यह आपको दोनों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रदान करता है।
बीकॉम के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालयबीकॉम के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है :-
बीकॉम के लिए भारतीय विश्वविद्यालयभारत के अंदर ऐसे बहुत सारे विश्वविद्यालय है, जहां बी कॉम की पढ़ाई बहुत अच्छे से होती हैं। लेकिन दाखिला मिलना आसान नहीं होता। यहां किसी भी छात्र को दाखिला परीक्षा के बाद ही मिलता है। यदि कोई विद्यार्थी यह चाहता है कि उसका एडमिशन एक अच्छे कॉलेज में हो तो एंट्रेंस एग्जाम देना ही पड़ेगा। यदि वह प्रवेश परीक्षा को पास नहीं कर पाता है तो फिर उसे दाखिला नहीं मिलता है आइए जानते हैं बी कॉम के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय कौन-कौन से है:-
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे। बीकॉम के लिए योग्यताजब भी हम किसी कोर्स में दाखिला लेना चाहते है तो उससे पहले हमें उसके बारे में यह पता होना चाहिए कि उसके लिए हम योग्य हैं। आइए जानते है बी कॉम करने के लिए कितनी योग्यता की आवश्यकता होनी चाहिए –
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन परीक्षाओं की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें। विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रियाकैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें। आवश्यक दस्तावेज़विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तवेज़ होने आवश्यक हैं:
छात्र वीजा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे। भारत में आवेदन प्रक्रियाभारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
करियर स्कोपबी कॉम करने के बाद कोई भी विद्यार्थी आसानी से प्राइवेट और सरकारी सेक्टरों में जॉब कर सकता है। बी कॉम करने के बाद निम्नलिखित पदों पर नौकरी कर सकते हैं-
इसके अतिरिक्त और भी विभिन्न प्रकार की नौकरियां बी कॉम करने के बाद आपको मिल सकती है। जॉब प्रोफाइल और सैलरीबी कॉम करने के बाद जब आप किसी प्राइवेट या सरकारी सेक्टर में नौकरी करते हैं तो वहां पर आपका वेतन इस बात पर डिपेंड करता है की वहां आपको कौन सा पद काम करने को मिला हैं। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें यदि आप अपने काम को अच्छे से करे तो आप काफी पैसे कमा सकते है, बीकॉम करने के बाद 15,000-30,000 रुपए तक हर महीने में कमा सकते है।इसके अलावा यदि आप प्रवेश परीक्षा देने के बाद किसी ऊंचे पद पर आसीन हो जाते है तो आप लाखों रुपए कमा सकते हैं। प्राइवेट सेक्टर जॉबबी कॉम करने के बाद आपको विभिन्न क्षेत्रों में बहुत सारी नौकरियों के अवसर मिल सकते है आप अपना करियर कॉमर्स, अकाउंटिंग, फाइनेंस, बीमा, बैंकिंग आदि में आसानी से बना सकते है। गवर्नमेंट सेक्टर जॉबयदि आप बी कॉम का कोर्स करने के बाद किसी गवर्नमेंट सेक्टर में काम करना चाहते है तो उसके लिए आप बैंकिंग रेलवे, पुलिस फोर्स, इनकम टैक्स ऑफिसर, और सिविल सर्विसेस जैसे परीक्षाओं की तैयारी करके ऊंचे पदों पर नौकरी कर सकते हैं। टॉप रिक्रूटर्सबी कॉम ग्रेजुएट्स के लिए टॉप रिक्रूटर्स हैं-
FAQsकिस प्रकार का बी कॉम सबसे अच्छा है? किसी विशेष प्रकार के बीकॉम कोर्स को बेस्ट का टैग देना मुश्किल है। हर प्रकार का बीकॉम अपने पेशेवरों और विपक्षों के सेट के साथ आता है। हालांकि, सबसे लोकप्रिय बीकॉम विशेषज्ञताएं बीकॉम (अर्थशास्त्र), बीकॉम (लेखा और वित्त), बीकॉम (बैंकिंग और बीमा), बीकॉम (मार्केटिंग) हैं। कौन सा बीकॉम कोर्स आसान है? इस प्रश्न का सबसे अच्छा उत्तर यह होगा कि यह उम्मीदवारों पर निर्भर करता है। मान लीजिए कि किसी उम्मीदवार की मार्केटिंग में रुचि है, तो उसे अकाउंटिंग और फाइनेंस में बीकॉम की तुलना में बीकॉम मार्केटिंग कोर्स का अध्ययन करना बहुत आसान लगेगा। बी कॉम के क्या फायदे हैं? बीकॉम की डिग्री उम्मीदवारों को प्रबंधन, संगठनात्मक संरचनाओं और कई अन्य विषयों से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला के बारे में कौशल विकसित करने की अनुमति देगी। पाठ्यक्रम एमबीए, सीए, सीएस, आदि जैसे विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की नींव के रूप में कार्य कर सकता है। बीकॉम कितने साल का होता है बीकॉम 3 वर्ष का होता है और इन 3 वर्ष में कुल 6 सेमेस्टर होते हैं। हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि बी कॉम क्या है और इससे संबंधित सारी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। अगर आप विदेश में बीकॉम करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए। बीकॉम करने से क्या बनते हैं?बीकॉम के बाद आप एक अकाउंटेंट (Accountant), बिज़नेस अनालीसिस्ट, ऑडिटर (Auditor), इकोनॉमिस्ट, फाइनेंस ऑफिसर, स्टॉक ब्रोकर, कंसलटेंट (Consultant) और बिजनेस प्लानर के तौर पर जॉब कर सकते हैं. इन सभी जॉब्स की शुरुआत 10 से 12 हजार रुपए से होगी, लेकिन 4 से 5 साल के एक्सपीरियंस के बाद आप हर महीने एक लाख रुपए तक कमा सकते हैं.
बीकॉम में कौन कौन सा कोर्स होता है?बीकॉम में आपको एकाउंटिंग कोर्स, बैंकिंग,फाइनेंस तथा इनकम, टैक्स, बिजनेस संबंधित पाठ पढ़ाया जाता है बीकॉम एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है। यह 3 साल और 6 सेमेस्टर में विभाजित होता है। हर सेमेस्टर के लिए एग्जाम पास करना होता है। इस कोर्स को करने के लिए 12th पास होना जरूरी है।
बीकॉम कितने प्रकार के होते हैं?बीकॉम में कितने विषय होते हैं? (Subject In Bachelor of Commerce). बिज़नस लॉ (Buisness Law). बूकिपिंग. इकोनॉमिक्स (Economic). बैंकिंग (Banking). टेक्स (Tax). इंग्लिश (English). मैथ्स (Mathematics). इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information Technology). बीकॉम कितने साल का होता है?सबसे पहले जवाब दिया गया: बीकॉम का कोर्स कितने साल का होता हैं? तीन साल का।
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