विषयसूची बाज की आँखें क्यों चमक उठीं?इसे सुनेंरोकेंबाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं। चट्टान से लुढ़कता हुआ बाज कहाँ जा गिरा?इसे सुनेंरोकेंलुढ़कता हुआ बाज कहाँ जा गिरा? Answer: (c) नदी में जा गिरा। लेडिज साइकिल न मिलने पर स्त्रियों ने कौन सी साइकिल खरीदी? इसे सुनेंरोकेंइस समर्थन का कारण था उनकी दुकान पर लेडिज़ साइकिलों की बिक्री में वृद्धि। लेडीज़ साइकिलें आने का इंतजार न कर पाने वाली महिलाओं ने ‘जेंट्स साइकिलें खरीद लीं, जिसका सीधा-सीधा लाभ उन्हें मिल रहा था। प्रश्न 3. प्रारंभ में इस आंदोलन को चलाने में कौन-कौन सी बाधा आई? छोटूका परि वार कहाँरहता था? इसे सुनेंरोकेंछोटू का परिवार पृथ्वी के नीचे घर बनाकर रहता था। उनकी कॉलोनी जमीन के नीचे बसी हुई थी। वे यंत्रों की सहायता से अपना जीवन बिताते थे। बाज की मृत्यु से सांप में कौन से गुण पैदा हुए?इसे सुनेंरोकेंडर से साँप अपने कोने में सिकुड़ गया। किंतु दूसरे ही क्षण उसने. भाँप लिया कि बाज जीवन की अंतिम साँसें गिन रहा है और उससे डरना बेकार है। यह सोचकर उसकी हिम्मत बँधी और वह रेंगता हुआ उस घायल पक्षी के पास जा पहुँचा। कैसे मित्र विष से भर घट के समान त्याज्य हैं *?इसे सुनेंरोकेंअधिकतर मित्र अपना उल्लू सीधा करने के। लिए मित्रता का स्वांग रचते हैं और अपना काम बन जाने के बाद अँगूठा दिखाकर चलते बनते हैं। ऐसे मित्र सामने प्रिय बोलते हैं, लेकिन पीछे विषवमन करते हैं। अतः शास्त्रों का मत है कि ऐसे मित्र सिर्फ मुख पर अमृत वाले और सम्पूर्ण भाग विष से भरे घट के समान त्याज्य हैं। साँप ने बाज को पहली बार कहाँ देखा *? इसे सुनेंरोकेंएक दिन एकाएक आकाश में उड़ता हुआ खून से लथपथ एक बाज साँप की उस गुफा में आ गिरा। उसकी छाती पर कितने ही ज़ख्मों के निशान थे, पंख खून से सने थे और वह अधमरा-सा ज़ोर-शोर से हाँफ रहा था। ज़मीन पर गिरते ही उसने एक दर्द भरी चीख मारी और पंखों को फड़फड़ाता हुआ धरती पर लोटने लगा। डर से साँप अपने कोने में सिकुड़ गया। नवसाक्षर साइकिल चलाना सीखने वाली महिला ने क्या बताया? इसे सुनेंरोकेंनवसाक्षर साइकिल चलाना सीखने वाली महिला ने क्या बताया? Answer: (b) साइकिल चलाना और व्यक्तिगत आजादी दोनों आपस में सीधे तौर पर जुड़े हैं। Answer: (b) खेत में काम करने वाला मजदूर। Question 5. साइकिल आंदोलन से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीिन में कौन कौन से बदलाि आए हैं?इसे सुनेंरोकेंउत्तर: साइकिल आंदोलन ने पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला दिया है। महिलाएँ अब पहले से अधिक स्वतंत्र हो गई हैं। कहीं आने जाने के लिए अब वे घर के पुरुषों की मोहताज नहीं हैं। अब उनके पास खाली समय भी बच पाता है क्योंकि साइकिल के इस्तेमाल से कहीं आने जाने में समय की बचत होती है। साथी हाथ बढ़ाना गीत में सीने और बाहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?इसे सुनेंरोकेंगीत में सीने और बाँह को फ़ौलादी क्यों कहा गया है? उत्तर:- मजबूत इच्छाशक्ति के लिए मजबूत सीना आवश्यक है और इन कार्यों को पूरा करने के लिए मजबूत हाथ आवश्यक है। इसलिए कवि ने इस गीत में मजदूर के सीने और बाँह को फ़ौलादी कहा है। वैद्य जी के अनुसार मोहन ऐसे ऐसे क्यों कर रहा है? इसे सुनेंरोकेंवैद्य जी के अनुसार-मोहन ऐसे-ऐसे क्यों कर रहा है? (a) क्योंकि उसे यह बीमारी हुई है। (b) क्योंकि उसे दर्द का कारण पता नहीं है। (c) क्योंकि उसे यह बीमारी पहली बार हुई। Question 1. Answer: (c) छाती पर जख्मों के निशान थे। Question 2. Answer: (b) बाज ने चीख मारी। Question 3. Answer: (c) उससे बहुत डरता था Question 4. Answer: (a) पूरी तरह नष्ट होना। Question 5. Answer: (c) नदी में जा
गिरा। Question 6. Answer: (b) साँप। Question 7. Answer: (d) गाने की आवाज। Question 8. Answer: (d) बाज अपने जीवन से संतुष्ट था। Question 9. Answer: (c) बाज को अँधेरी गुफा की सीलन और दुर्गन्ध पसन्द नहीं थी। Question 10. Answer: (b) आकाश में रखे खजाने का रहस्य जानने के लिए। Question 11. Answer: (a) बाज साहसी, प्राणों की बाजी लगाने वाला बहादुर, निडर था Question 12. Answer: (c) बाज साँप का शत्रु है। घायल होने के कारण| वह उसे हानि नहीं पहुँचा सकता था। Question 13. Answer: (c) अंधेरी गुफा में रहता था। Question 14. Answer: (a) खून से लथपथ गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1) बाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं। उसने एक गहरी, लंबी सांस ली। और अपने पंख फैलाकर हवा में कूद पड़ा। किंतु उसके टूटे पंखों में इतनी शक्ति नहीं थी कि उसके शरीर का बोझ सँभाल सके। पत्थर-सा उसका शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा। एक लहर ने उठकर उसके पंखों पर जमे खून को धो दिया, उसके थके-माँदे शरीर को सफेद फेन से ढक दिया, फिर अपनी गोद में समेटकर उसे अपने साथ सागर की ओर ले चली । Question 1. Answer: (c) वाज अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक ले आया। Question 2. Answer: (a) बाज की आँखों में चमक जाग उटी। Question 3. Answer: (d) पंख टूटे होने के कारण बाज शरीर का बोझ नहीं सँभाल सका और हवा में कूदने पर शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा। Question 4. Answer: (b) लहर ने वाज के पंखों पर जमा खून धोकर उसके थके-माँद शरीर को सफेद फेन से ढका और उसे गोद में समेटकर सागर तक पहुँचा दिया। Question 5. Answer: (c) विशेषण। (2) पक्षी भी कितने मूर्ख हैं! धरती के सुख से अनजान रहकर आकाश की ऊँचाइयों को नापना चाहते थे। किंतु अब मैंने जान लिया कि आकाश में कुछ नहीं रखा। केवल ढेर-सी रोशनी के सिवा वहाँ कुछ भी नहीं, शरीर को सँभालने के लिए कोई स्थान नहीं, कोई सहारा नहीं। फिर वे पक्षी किस बूते पर इतनी डींगें हॉकते हैं, किसलिए धरती के प्राणियों को इतना छोटा समझते हैं। अब मैं कभी धोखा नहीं खाऊँगा, मैंने आकाश देख लिया और खूब देख लिया। बाज तो बड़ी-बड़ी बातें बनाता था, आकाश के गुण गाते थकता नहीं था। उसी की बातों में आकर मैं आकाश में कूदा था। ईश्वर भला करे, मरते-मरते वच गया। अब तो मेरी यह बात और भी पक्की हो गई है कि अपनी खोखल से बड़ा सुख और कहीं नहीं है। धरती पर रेंग लेता हूँ, मेरे लिए यह बहुत कुछ है। मुझे आकाश की स्वच्छंदता से क्या लेना-देना? न वहाँ छत है, न दीवारें हैं, न रेंगने के लिए जमीन है। मेरा तो सिर चकराने लगता है। दिल कॉप-काँप जाता है। अपने प्राणों को खतरे में डालना कहाँ की चतुराई है?” Question 1. Answer: (d) आकाश में ढेर सारी रोशना है, पर शरीर को सँभालने के लिए स्थान या सहारा नहीं है। Question 2. Answer: (c) साँप बाज की बातों में आकर कूदा था Question 3. Answer: (a) अपनी खोखल से बड़ा सुख कहीं भी नहीं। Question 4. Answer: (c) क्योंकि वहाँ रेंगने के लिए न छत है, न दीवारें। Question 5. Answer: (b) अपने जीवन को खतरे में डालना। (3) हमारा यह गीत उन साहसी लोगों के लिए है ,जो अपने प्राणों को हथेली पर रखे हुए घूमते हैं। चतुर वही है जो प्राणों की बाजी लगाकर जिन्दगी के हर खतरे का बहादुरी से सामना करे। ओ निडर बाज! शत्रुओं से लड़ते हुए तुमने अपना कीमती रक्त बहाया है। पर वह समय दूर नहीं है, जब तुम्हारे खून की एक-एक बूंद जिन्दगी के अँधेरे में प्रकाश फैलाएगी और साहसी, बहादुर दिलों में स्वतंत्रता और प्रकाश के लिए प्रेम पैदा करेगी। तुमने अपना जीवन वलिदान कर दिया किन्तु फिर भी तुम अमर हो। जब कभी साहस और वीरता के गीत गाए जाएँगे, तुम्हारा नाम बड़े गर्व और श्रद्धा से लिया जाएगा। Question 1. Answer: (b) बाज को। Question 2. Answer: (d) उसने शत्रुओं से लड़ते हुए अपना कीमती रक्त बहाया था। Question 3. Answer: (a) क्योंकि उसने साहस और वीरता का काम किया। Question 4. Answer: (c) जो मृत्यु से भी नहीं डरते। Question 5. Answer: (b) मन में जरा-सा भी डर न होना। |