भारत में पशु पालन के विकास के लिए समय-समय पर नई नई योजना प्रारंभ होती रहती है, जिसका लाभ पशुपालक उठा सकते हैं। आज हम आपको भारत में पशुपालन से संबंधित योजनाओं के बारे में बता रहे हैं। Show अगर आप एक पशुपालक है या पशुपालन की शुरुआत करने का सोच रहे हैं, तो यह सरकारी योजनाएं आपकी बहुत मदद कर सकती है। पृष्ठ सामग्री
भारत में पशुपालन से सम्बन्धित योजनायेंमूल ग्राम योजनायह योजना प्रथम पंचवर्षीय योजना काल के दौरान शुरू की गई। इस योजना के अंतगर्त एक गाँव,गाँव का हिस्सा या कई गाँवों की 500 प्रजनन योग्य गायो/भेसो को इकट्ठा कर एक मूल ग्राम बनाया गया तथा इस प्रकार के चार मूल ग्रामो को मिलकर एक मूल ग्राम प्रखंड या ग्राम पशु सुधर खंड बनाया गया इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुओ का चहुमुखी कैकश करके उनकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है। गोशाला विकास योजनाभारत मे गोशालाओ की स्थिति सुधारने हेतु 1949 मे सरकार द्वारा गोशाला विकास बोर्ड की स्थापना की गई। साथ ही गोशालाओ को पशु प्रजनन एवं दुग्ध उत्पादन केन्द्रों का दर्जा दिया। सघन पशु विकास योजनादुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के उधेश्य से द्वितीय एवं तृतीय पंचवर्षीय योजनाकाल मे मूल ग्राम योजना को एक विस्तृत रूप दिया गया जिसके अंतर्गत 1 लाख प्रजनन योग्य पशु वाले उन क्षेत्रो को चुना गया, जिसमे दूध सयंत्र लगे हुए थे। दूध बस्तीमुम्बई के निकट आरे ( Arey ) मे एक दूध बस्ती की स्थापना 1946 मे हुई। यह मिल्क कोलोनी एशिया की विशालतम दूध बस्ती मानी जाती है। यहा पंजीकृत पशुपालको के पास 16000 भेंसे है, जिनसे प्रतिदिन एक लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। चारा तथा चारागाह विकास योजनापशु पालन में सुधार के साथ-साथ उनके पोषण व्यवस्था को सही रखने के लिए देश में चारा तथा चारागाह विकास योजना की शुरुआत की गई है। अधिक जानकारी के लिए यह जाए। गोसदन योजनागो सदन योजना मैं वृद्ध या अपाहिज पशुओ को जंगलों में बने को सदन में ऐसे पशुओं को भेज दिया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है यह जितने भी ऐसे पशु हैं, जिनको पशुपालक रखना नहीं चाहते वह अपने पशु को गौ सदन में भेज सकते हैं। पशुधन बीमा योजनापशुधन बीमा योजना पशुधन बीमा योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो 10वीं पंचवर्षीय योजना के वर्ष 2005-06 तथा 2006-07 और 11वीं पंचवर्षीय योजना के वर्ष 2007-08 में प्रयोग के तौर पर देश के 100 चयनित जिलों में क्रियान्वित की गई थी। ऑपरेशन फ्लड परियोजनायह देश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए चलाई गई योजना है। यह योजना श्वेत क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। |