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भारत में प्रथम केंद्रीय बन्दीगृह की स्थापना कब और कहाँ हुई?
इसे सुनेंरोकेंइस हेतु अंग्रेजों द्वारा सेंट्रल इंडिया एजेंसी (C.I.A.) जेल (वर्तमान जिला जेल इंदौर) का निर्माण 1839 में किया गया, जिसका जेल भवन आज भी विद्यमान एवं उपयोग में है। भारतीय जेलों के सुधार हेतु बनाई गई प्रथम जेल समिति 1836-38 की अनुशंसाओं के अनुरूप प्रदेश में केन्द्रीय जेल तथा नए जेल भवन निर्मित किए गए।
खुला बंदी गृह क्या है?
इसे सुनेंरोकेंदरअसल खुला बंदी शिविर में उन कैदियों को रखा जाता है जो 8-10 साल की सजा काट चुका हो और जेल में उनका आचरण अच्छा रहा हो। आम आदमी की तरह उन्हें जेल से बाहर जाने की इजाजत मिलती है और वे अपना काम-व्यवसाय भी कर सकते हैं। जेल में अब भी ऐसे कई कैदी हैं जिन्होंने खुला बंदी शिविर में आने के लिए प्रार्थना पत्र दे रखा है।
प्राचीन विहीन बंदी ग्रह का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंइसे ‘जेल’ ‘बन्दीगृह’ या ‘कारागृह’ भी कहा जाता हैं। इनमें अपराधियों को दण्ड एवं सुधार हेतु रखा जाता है। सन् 1894 के कारागार अधिनियम के अनुसार ”कारागार राज्य सरकार द्वारा निर्धारित वह स्थान है जहाँ बन्दियों को स्थायी या अस्थायी रूप से रखा जाता है।”
भारत में खुली जेल व्यवस्था सर्वप्रथम कब शुरू हुआ?
इसे सुनेंरोकेंभारत में सबसे पहले सन 1905 में मुंबई में ओपन जेल की शुरुआत की गई थी. इस जेल में थाणे सेंट्रल जेल के स्पेशल कैदियों को रखा जाता था. बाद में 1910 में इसे बंद कर दिया गया. इसके बाद उत्तर प्रदेश ने इसे अपनाया और दुनिया की सबसे बड़ी ओपन जेलों की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया.
भारत में कुल कितने सेंट्रल जेल हैं?
इसे सुनेंरोकेंInteresting Facts: ये हैं भारत की 6 जेल, जहां आप अपनी मर्जी से जा सकते हैं अंदर बाहर
खुला जेल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक खुली जेल ( ओपन जेल ) कोई भी जेल है जिसमें कैदियों को न्यूनतम पर्यवेक्षण और परिधि सुरक्षा के साथ अपनी सजा पूरी करने के लिए भरोसा किया जाता है और अक्सर उन्हें जेल की कोठरी में बंद नहीं किया जाता है। सजा काटने के दौरान कैदियों को रोजगार लेने की अनुमति दी जा सकती है।
मध्यप्रदेश में कितनी खुली जेल है?
इसे सुनेंरोकेंमध्यप्रदेश की पहली खुली जेल अशोक नगर (नवजीवन शिविर) में खोली गई है.
कैदियों के सुधार की चुनौतियां क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसमिति द्वारा कई महत्वपूर्ण अनुशंसाएं की गईं जो निम्नलिखित हैं :- 1. बंदियों की देखभाल प्रशिक्षित स्टाफ कर्मियों के द्वारा की जानी चाहिए एवं उन्हें पर्याप्त वेतन दिया जाना चाहिए। 2. जेल सेवाओं में कार्यपालन, सुरक्षा कर्मी एवं लिपिकीय तथा तकनीकी जेल कर्मचारी अलग-अलग होने चाहिए।
प्रथम जेल ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना भारत में कहाँ हुई?
इसे सुनेंरोकेंलखनऊ स्थित एशिया के पहले जेल ट्रेनिंग स्कूल ने बुधवार को 67 सालों बाद पहला स्थापना दिवस मनाया। इसकी स्थापना 1 अगस्त 1940 को की गई थी। पूर्व में इसका राजनीतिक बंदियों के लिए अस्थायी कैम्प जेल के रूप में प्रयोग किया जाता था। यह संस्थान कारागार कार्मिकों के प्रशिक्षण के लिए स्थापित किया गया था।
भारत में जेल, और उनका प्रशासन, भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची के तहत राज्य सूची में समाविष्ट है। जेलों का प्रबंधन और प्रशासन विशेष रूप से राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में आता है, और यह जेल अधिनियम, १८९४ और संबंधित राज्य सरकारों के जेल नियमावली द्वारा शासित है। इस प्रकार, मौजूदा जेल कानूनों, नियमों और विनियमों को बदलने के लिए राज्यों की प्राथमिक भूमिका, जिम्मेदारी और अधिकार है।
प्रकार[संपादित करें]
भारत में जेलोंके ८ प्रकार है; केंद्रीय जेल, जिला जेल, उप जेल, महिला जेल, खुली जेल, बोर्स्टल-शाला, विशेष जेल और अन्य जेल। दो साल से अधिक सज़ा मिलने पर गुनहगार को केंद्रीय जेल में रखा जाता है। जिन गुनहगारों का बर्ताव अच्छा रहा हो उन्हे खुली जेल में रखा जाता है जहा वे खेती इत्यादि कार्य कर सकते हैं।
जेल सांख्यिकी[संपादित करें]
२०१५ के जेल सांख्यिकी भारत की रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल १,४०१ जेल है जिनली कुल अधिकृत क्षमता ३,६६,७८१ है। [1]
केंद्रीय जेल | १३४ | १,५९,१५८ (४३.४%) |
जिला जेल | ३७९ | १,३७,९७२ (३७.६%) |
उप जेल | ७४१ | ४६,३६८ (१२.६%) |
महिला जेल | १८ | ४,७४८ (१.३%) |
खुली जेल | ६३ | ५,३७० (१.५%) |
बोर्स्टल-शाला | २० | १,८३० (०.५%) |
विशेष जेल | ४३ | १०,९१५ (३.०%) |
अन्य जेल | ३ | ४२० (०.१%) |
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- भारत के जेलों की सूची
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ अ आ "Prison Statistics India - 2015" (PDF). सितंबर २०१६. मूल (PDF) से 14 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ सितंबर २०१८.