भारत के रेलवे जोन के मुख्यालयभारतीय रेल भारत की जीवन रेखा हैं। भारत के अलग अलग क्षेत्रों में भारतीय रेलवे को जोन में विभाजित किया गया है और इन जोन को डिवीजन में विभाजित किया गया है प्रत्येक जोन का एक डिवीजनल मुख्यालय होता है। प्रत्येक डिवीजनों का नेतृत्व एक डिवीजनल रेलवे प्रबंधक करता है, भारतीय रेलवे में कुल 18 जोन और 73 डिवीजन हैं। इस पोस्ट में भारत की इन्ही रेलवे जोन के बारे जानेंगे, तो आइए देखते हैं कि रेलवे जोन के मुख्यालय, भारत में कितने रेलवे जोन हैं? रेलवे जोन की सूची… Show
1. दक्षिण रेलवे (South railway) – चेन्नई, तमिलनाडुइस आर्टिकल की प्रमुख बातें
दक्षिण रेलवे का गठन 14 अप्रैल 1951 को अस्तित्व में तीन राज्य अर्थात् मद्रास और दक्षिणी महाराष्ट्र रेलवे, भारतीय रेलवे और मैसूर राज्य रेलवे को मिलाकर किया गया था। दक्षिण रेलवे का मुख्यालय चेन्नई में हैं। दक्षिण रेलवे वर्तमान में भारत दक्षिणी प्रायद्वीप के एक बड़े क्षेत्र में फैली हुई है तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के एक छोटे से हिस्से के राज्यों को कवर है, दक्षिण रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में चेन्नई, मदुरै, पालघाट, तिरुचिरापल्ली, त्रिवेंद्रम और सलेम (कोयंबटूर) हैं।
2. दक्षिण पूर्व रेलवे (South East railway) – कोलकाता, पश्चिम बंगालदक्षिण पूर्व रेलवे का गठन अगस्त 01, 1955 में भारतीय रेलों के पुनर्गठन के बाद सन 1887 में स्थापित विख्यात बंगाल-नागपुर रेलवे (बीएनआर) के परबती के रुप में हुआ। दक्षिण पूर्व रेलवे का मुख्यालय गार्डनरीच कोलकाता में है। 01 अगस्त 2003 को दक्षिण पूर्व रेलवे को तीन क्षेत्रीय रेलो पूर्वतट रेलवे, पूर्व मध्य रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे में विभाजित किया गया। यह रेलवे लौह अयस्क शिपमेंट के लिए प्रसिद्ध है। दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में आद्रा, चक्रधरपुर, खड़गपुर और रांची हैं।
3. दक्षिण मध्य रेलवे (South Central railway) – सिकंदराबाद, तेलंगानादक्षिण मध्य रेलवे का गठन 2 अक्टूबर 1966 को हुआ था। दक्षिण मध्य रेलवे का मुख्यालय सिकंदराबाद में हैं।दक्षिण रेलवे के हुबली और विजयवाडा मंडलों तथा मध्य रेलवे के शौलापुर व सिकंदराबाद मंडलों को अलग किया गया और नए जोन में मिलाया गया। दक्षिण मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में सिकंदराबाद, विजयवाड़ा, हैदराबाद, गुंटकल, गुंटूर और नांदेड़ हैं। दक्षिण मध्य रेलवे पर भारी संख्या में यात्रियों और सामग्री के परिवहन के लिए 1.01 लाख योग्य और प्रशिक्षित कर्मचारी कार्यरत हैं।
4. दक्षिण पूर्व मध्य (Southeast Central railway) – बिलासपुर, छत्तीसगढ़दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का गठन 5 अप्रैल 2003 को माननीय प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक नये रेलवे जोन क उद्घाटन किया था। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय बिलासपुर हैं। बिलासपुर ज़ोन रेलवे में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला जोन हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में बिलासपुर, नागपुर और रायपुर हैं।
5. दक्षिण पश्चिम रेलवे (South West railway) – हुबली, कर्नाटकदक्षिण पश्चिम रेलवे का गठन 1 अप्रैल 2003 को दक्षिण मध्य रेलवे से हुबली डिवीजन के साथ दक्षिण रेलवे से मैसूर और बेंगलुरु डिवीजनों को विभाजित करके किया गया। दक्षिण पश्चिम रेलवे का मुख्यालय हुबली (कर्नाटक) में है। दक्षिण पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में हुबली, बैंगलोर और मैसूर है।
6. पूर्व रेलवे (East railway) – कोलकाता, पश्चिम बंगालपूर्व रेलवे का गठन 14 अप्रैल 1952 को सियालदह हावडा, आसनसोल और दानापुर मंडल तथा समूचे बंगाल रेलवे के एकीकरण द्वारा किया गया। पूर्व रेलवे का मुख्यालय कोलकाता में हैं। पूर्व रेलवे से हावड़ा से विशाखापट्टनम तक, मध्य क्षेत्र में हावड़ा से नागपुर तक एवं उत्तर मध्य क्षेत्र में कटनी तक फैले बी एन आर के भाग को पूर्व रेलवे से अलग करके अगस्त 1955 में दक्षिण पूर्व रेलवे का गठन किया गया। पूर्व रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में सियालदह, हावड़ा, आसनसोल एवं मालदा हैं।
7. पूर्व मध्य (East Middle railway) – हाजीपुरपूर्व मध्य रेलवे का गठन 01 अक्टूबर 2002 को तीन मंडल अर्थात् धनबाद मुगलसराय एवं दानापुर को पूर्व रेलवे से पृथक कर नया क्षेत्र पूर्व मध्य रेलवे रूप में किया गया। पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय हाजीपुर में स्थित है। पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में दानापुर, धनबाद, मुगलसराय, सोनपुर और समस्तीपुर हैं।
8. पूर्व तटीय (East Coast railway) – भुवनेश्वर, ओडिसापूर्व तट रेलवे का गठन 1 अप्रैल 2003 में हुआ था। पूर्व तटीय रेलवे का मुख्यालय भुवनेश्वर में हैं। इस रेलवे का भौगलिक क्षेत्र तीन राज्यों में व्याप्त है। इसके कार्यक्षेत्र में ओड़शा के लगभग सभी भाग पूर्वोत्तर आन्ध्रप्रदेश के श्रीकाकूलम, विजयनगरम एवं विशाखापत्तनम जिले तथा छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर और दन्तेवाड़ा जिले शामिल हैं। लंबे तटीय क्षेत्र वाला यह इलाका खनिज एवं प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है तथा औद्योगिक विस्तार की दहलीज पर है। पूर्व तटीय रेलव के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में खुर्दा रोड, संबलपुर और विशाखपट्नम हैं।
9. पश्चिम रेलवे (West railway) – मुंबई, महाराष्ट्रपश्चिम रेलवे का गठन 5 नवम्बर, 1951 को दिया गया जब पूर्ववर्ती तत्कालीन बम्बई, बडोदा और सेन्ट्रल इंडिया रेलवे को अन्य रियासती रेलों जैसे सौराष्ट्र राजस्थान और जयपुर के साथ मिलाकर किया गया। पश्चिम रेलवे का मुख्यालय मुम्बई में हैं। पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में मुंबई सेंट्रल, वडोदरा, रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट और भावनगर शामिल हैं।
10. मध्य रेलवे (Central railway) – मुंबई, महाराष्ट्रमध्य रेलवे जोन का गठन 5 नवम्बर 1951 को कई सरकारी स्वामित्व वाली रेलों को मिलाकर किया गया था, जिसमें ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे, पूर्व रियासत ग्वालियर की सिंधिया स्टेट रेलव, निजाम स्टेट रेलवे और धौलपुर रेल शामिल थीं। मध्य रेल का मुख्यालय छत्रपती शिवाजी टर्मिनस, मुंबई हैं। वर्तमान मध्य रेल के अंतर्गत महाराष्ट्र का अधिकांश, कर्नाटक का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और मध्य प्रदेश का दक्षिणी हिस्सा आता है। मध्य रेलवे जोन के के अंतर्गत 5 डिवीजन मुंबई, भुसावल, पुणे, सोलापुर और नागपुर आता हैं। इसके अंतर्गत भारत की पहली यात्री रेल लाइन भी आती है, जिसे 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से ठाणे के बीच चलाया गया था। 11. उत्तर रेलवे (North railway) – दिल्लीउत्तर रेलवे भारतीय रेल की एक इकाई है। इसे लघुरूप में उरे कहा जाता है। उत्तर रेलवे की स्थापना 14 अप्रैल 1952 में हुई थी। इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। उत्तर रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में अंबालाल, फिरोजपुर, लखनऊ और मुरादाबाद हैं। मार्ग और स्टेशन नेटवर्क दिल्ली मंडल की मार्ग लंबाई 1,386.82 किमी (861.73 मील) है जिसमें 213 स्टेशन हैं। यह मंडल प्रतिदिन 496 यात्री गाड़ियों और 210 मालगाड़ियों का संचालन करता है। 12. उत्तर मध्य रेलवे (North Central railway) – प्रयागराज, उत्तरप्रदेशउत्तर मध्य रेलवे का गठन 01 अप्रैल 2003 को किया गया। उत्तर मध्य रेलवे भौगोलिक रूप से रेलवे नेटवर्क का हृदय है जो उत्तर में गाजियाबद छोड़कर दक्षिण तक फैला हुआ है। उत्तर मध्य रेलवे का मुख्यालय प्रयागराज हैं। वर्तमान में उत्तर रेलवे मध्य भारत के विस्तृत क्षेत्रों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान व हरियाणा प्रदेशों में फैला हुआ है। उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में प्रयागराज, आगरा और झांसी है। 13. उत्तर पश्चिम (North West railway) – जयपुर, राजस्थानउत्तर पश्चिम रेलवे का गठन 1 अक्टूबर 2002 को उत्तर एवं पश्चिम रेलवे में से दो-दो मंडल को मिलाकर किया गया। भारत के इस उत्तर पश्चिम रेलवे जोन का मुख्यालय जयपुर में हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में जयपुर, बीकानेर, अजमेर और जोधपुर हैं। 14. पश्चिम मध्य रेलवे (West Central railway) – जबलपुरपश्चिम मध्य रेलवे रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिनांक 4 जुलाई 2002 को मध्य रेल के जबलपुर एवं भोपाल मंडल तथा पश्चिम रेलवे के कोटा मंडल को मिलाकर गठित किया गया और पश्चिम मध्य रेलवे एक नए क्षेत्रीय रेलवे के रूप में अस्तित्व में आया। पश्चिम मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय जबलपुर में हैं। पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में जबलपुर, कोटा और भोपाल शामिल हैं। 15. पूर्वोत्तर रेलवे (North East railway) – गोरखपुर, उत्तरप्रदेशपूर्वोत्तर रेलवे का गठन 14 अप्रैल, 1952 को मुख्यतः दो रेलवे प्रणालियों अवध और तिरहुत रेलवे तथा असम रेलवे और बी बी एण्ड सी आई. के कानपुर अछनेरा खण्ड को जोड़ कर किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे जोन का मुख्यालय गोरखपुर में हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत आने वाले डिवीजन में इज्जतनगर, लखनऊ और वाराणासी हैं।
16. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ( Northeast Frontier Railway) – मालिगांव (गुवाहाटी)पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे का गठन 15 जनवरी, 1958 में पूर्वोत्तर रेल के कुछ भाग को अलग कर बनाया गया।पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे का मुख्यालय देवी कामाख्या के बासस्थलीलाच पर्वत की तलहटी में स्थित मालीगाव गुवाहाटी में हैं। पूर्वोत्तर सीमा रेल भारत संघ के दस राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल की उत्कृष्ट कर रही है । इसके साथ ही यह रेल हिमालय स्थित नेपाल और भूटान के लिए रेल शीर्ष के रूप में भी कार्य करती है तथा बंगलादेश रेल के साथ अंतरबदल सुविधा भी प्रदान करती है। इसके अंतर्गत आने वाले डिविजन में अलीपुर द्वार, कटिहार, लामडिंग, रंगिया और तिनसुकिया शामिल हैं। 17. कोलकाता मेट्रो (Kolkata metro) – कोलकाता, पश्चिम बंगालमेट्रो रेलवे कोलकाता भारत की पहली भूमिगत मेट्रो रेलवे है। इसका विस्तार कोलकाता के व्यस्त उत्तर – दक्षिण धुरी पर दक्षिणेश्वर से गड़िया के पास स्थित कवि सुभाष मेट्रो स्टेशन तक 31.365 किलोमीटर की लंबाई पर 26 स्टेशनों और 1570 किलोमीटर भूमिगत खंड के साथ फैला है। भारत की पहली मेट्रो लाइन 24 अक्टूबर 1984 को बनकर तैयार हो गई और एस्प्लेनेड एवं भवानीपुर (नेताजी भवन) के बीच लगभग 3.4 किमी के विस्तार को जनता के लिए खोल दिया गया। 18. दक्षिण तट रेलवे( South Coast Railway) -विशाखापट्टनम, आंध्रप्रदेशदक्षिण तट रेलवे का गठन 27 जुलाई 2019 में किया गया। दक्षिण तट रेलवे का मुख्यालय विशाखपट्नम में है और इसके तीन मंडल है। मौजूदा वाल्टेयर मंडल को दो भागों में विभाजित किया जाएगा और आंध्र प्रदेश वाले मंडल के भाग। दोस्तों नमस्कार ! हम कोशिश करते हैं कि आप जो चाह रहे है उसे बेहतर करने में अपनी क्षमता भर योगदान दे सके। प्रेणना लेने के लिए कही दूर जाने की जरुरत नहीं हैं, जीवन के यह छोटे-छोटे सूत्र आपके सामने प्रस्तुत है... https://classmet.net/ 18 रेलवे जोन का नाम क्या है?भारतीय रेलवे के ज़ोन और मंडल. भारत में कितने रेलवे जोन हैं 2022?वर्तमान में भारत में कुल कितने रेलवे मंडल है (Railway Divisions in India). 19 वा रेलवे जोन कौन सा है?भारत के रेलवे जोन और उनके मुख्यालय 2022 (Railway Zones of India and their Headquarters 2022 in Hindi) पर कुल 19 जोन (मेट्रो रेलवे, कोलकाता सहित) और 70 मंडल हैं। प्रत्येक मंडल का नेतृत्व एक मंडल रेल प्रबंधक करता है, जो ज़ोन के महाप्रबंधक को रिपोर्ट करता है।
सबसे नवीनतम रेलवे जोन कौन सा है?इस नए रेलवे जोन का नाम दक्षिणी तट रेलवे (Southern Coast Railway) होगा जिसका मुख्यालय विशाखापत्तनम में होगा। यह देश का 18वां रेल जोन होगा। इस नए जोन में गुंतकल, गुंटूर, विजयवाड़ा डिवीजन शामिल होंगे जो वर्तमान में दक्षिण मध्य रेलवे के अंतर्गत आते हैं।
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