बच्चों को भाप देने से क्या फायदा होता है? - bachchon ko bhaap dene se kya phaayada hota hai?

बच्चों को भाप देने से क्या फायदा होता है? - bachchon ko bhaap dene se kya phaayada hota hai?

by Neha Khandelwal |

बच्चों को भाप देने से क्या फायदा होता है? - bachchon ko bhaap dene se kya phaayada hota hai?
Medically reviewed by Dr Saroja Balan, Paediatrician and Neonatologist | September 2020 |

हां, सांस के जरिये भाप अंदर लेने से शिशु की बंद नाक खुलने में मदद मिल सकती है। नम हवा बच्चे की नाक में जमा श्लेम ढीला कर सकती है और इससे उसे सांस लेने में आसानी हो सकती है। यह खांसी और गले में खराश को भी कम करने में मदद कर सकती है।

बहरहाल, बच्चे को भाप दिलाते समय आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी, क्योंकि भाप खतरनाक होती है और बड़ों की तुलना में बच्चे का आसानी से जलने का खतरा ज्यादा रहता है।कमरे में नमी का स्तर बढ़ाने के लिए आप निम्नांकित दो तरीके आजमा सकती हैं:

वेपोराइजर या ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल
वेपोराइजर में पानी को तब तक गर्म किया जाता है जब तक उसमें से भाप न निकलने लगे। बहुत सी माएं भाप के लिए वेपोराइजर का इस्तेमाल करती हैं और इसे प्रभावी मानती हैं।

एक अन्य विकल्प है ह्यूमिडिफायर। यह ठंडी धुंध सी पैदा करते हैं, जो कि काफी सुरक्षित होती है क्योंकि इसमें गर्म पानी या भाप नहीं होती।

दोनों ही हवा में नमी पैदा करते हैं और सर्दी-जुकाम के लक्षणों से राहत के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है।

यदि आप कमरे में हीटर या ब्लोअर चलाती हैं, इनमें कमरे की हवा शुष्क हो सकती हैं, ऐसे में ह्यूमिडिफायर या वेपोराइजर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है।

निम्नांकित बातों को ध्यान रखें:

  • उपकरण को शिशु के इतना ही पास रखें कि उसे इनसे निकल रही नमी का फायदा मिल सके, मगर इतना भी पास न रखें कि वह इसे छू सके।
  • गर्म भाप वाले वेपोराइजर के इस्तेमाल में सावधानी बरतें क्योंकि गर्म पानी छलक सकता है और यदि शिशु बहुत नजदीक हो तो वह गर्म भाप से जल भी सकता है।
  • ह्युमिडिफायर को निर्माता के निर्देशों के अनुसार अच्छी तरह साफ करें और सुखा लें।
  • इनके अंदर फंगस और बैक्टीरिया पनप सकते हैं और इस्तेमाल करने पर ये हवा में फैल सकते हैं।
  • बेहतर है कि आप ऑटोमेटिक बंद होने वाले ह्यूमिडिफायर या वेपोराइजर का इस्तेमाल करें। इनमें तय समय के बाद या पानी खत्म होने पर उपकरण अपने आप बंद हो जाता है।

बाथरूम को भापयुक्त कमरा बनाएं
वेपोराइजर या ह्यूमिडिफायर इस्तेमाल करने की बजाय आप अपने शिशु को बाथरूम में भी भाप दिलवा सकती हैं। भाप का कमरा तैयार करने के​ लिए निम्न  चरण अपनाएं:

  • बाथरूम का दरवाजा बंद करें।
  • दरवाजे के नीचे किसी भी छेद या दरार को पुराना तौलिया या अखबार लगाकर बंद कर दें।
  • कुछ मिनटों तक गर्म पानी का नल चलाकर टब या बाल्टी भरें।
  • अपने शिशु के साथ भापयुक्त बाथरूम में करीब 15 मिनट तक बैठें। आप स्टूल या कुर्सी लेकर बैठ सकती हैं, ताकि आप दोनों आराम से बैठे रहें।
  • शिशु का मन बहलाने के लिए आप कोई खिलौना या कहानी की किताब भी साथ ले सकती हैं।

निम्नांकित बातों का ध्यान रखें:

  • शिशु को बहते हुए गर्म और भापयुक्त पानी के एकदम नजदीक न आने दें।
  • भापयुक्त बाथरूम में रहने के बाद आपके बच्चे के बाल और कपड़े हल्के गीले हो सकते हैं, इसलिए बाहर आने के बाद उसके बाल पौंछ दें और कपड़े बदल दें।
  • बाथरूम में फिसलने से बचने के लिए नॉन-स्लिप मैट लगाएं और सुरक्षा का ध्यान रखें।

आप शिशु को भाप दिलाने के लिए कोई भी तरीका चुनें, मगर ध्यान रखें कि शिशु को कभी भी अकेला न छोड़ें। कटोरे, पैन या चेहरे पर भाप लेने वाले स्टीमर से शिशु को भाप न दिलाएं। इनसे गर्म पानी आसानी से बाहर फैल सकता है और शिशु जल सकता है।

बहुत से अन्य बच्चों की तरह हो सकता है आपके बच्चे को भी भाप लेना पसंद न आए, इसलिए उसका धीरज बंधाती रहें। उसे अपनी गोद में बैठने दें और आराम दिलाएं। कुछ शिशुओं को सीले से लगना अच्छा लगता है, वहीं कुछ को हल्की मालिश से आराम मिलता है।

अगर, आपका शिशु भाप बिल्कुल भी नहीं लेना चाहता, तो उसके साथ जबरदस्ती न करें। अगर, आपका शिशु काफी छोटा है और स्वयं नाक से श्लेम नहीं छिनक सकता, तो आप लवण युक्त पानी (सैलाइन वाटर) की कुछ बूंदें या नाक से श्लेम निकालने वाले उपकारण (बल्ब सिरिंज) से इसे खींचकर निकाल सकती हैं। डॉक्टर आपको शिशु की नाक से बलगम निकालने के तरीके बता सकते हैं।

आप सर्दी-खांसी से राहत के लिए इन 10 घरेलू उपायों को भी आजमाकर देख सकती हैं।

इस बात का ध्यान रखें कि अधिकतर डॉक्टर शिशुओं और दो साल से छोटे बच्चों पर वेपर रब लगाने की सलाह नहीं देते। इससे कुछ मामलों में जलन और असहजता हो सकती है। यदि आप फिर भी शिशु को वेपर रब लगाना चाहें तो डॉक्टर से बात करें। वे आपको बच्चे के लिए उचित वेपर रब की सलाह दे सकते हैं। ।

अंग्रेजी के इस लेख से अनुवादित: Will steaming help my baby's blocked nose? How do I give her a steam?

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बच्चों को भाप देने से क्या फायदा होता है? - bachchon ko bhaap dene se kya phaayada hota hai?

Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience.

बच्चों को भाप कब देनी चाहिए?

अगर हम बच्चे को गर्म पानी से भाप दिलाते हैं तो हवा में मौजूद नमी बच्चे की नाक में जमा म्यूकस को ढीला कर सकती है, और उसे सांस लेने में आसानी हो सकती है। कोरोनाकाल में बच्चों को खांसी और जुकाम से राहत दिलाने में भाप बेहद मददगार है। लेकिन बच्चे के लिए भाप लेना कई तरीकों से खतरनाक भी हो सकता है।

छोटे बच्चों को भाप कैसे दी जाती है?

बच्‍चे को कैसे दें भाप वेपराइजर पानी को गर्म करता है। वेपराइजर के गर्म पानी की भाप लेने से नाक की ब्‍लॉकेज कम होती है। वहीं ह्यूमिडिफायर बच्‍चों के लिए ज्‍यादा सुरक्षित होता है क्‍योंकि इसमें गर्म पानी नहीं होता। वेपराइजर और ह्यूमिडिफायर दोनों ही हवा में नमी लाते हैं जिससे जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।

बच्चे के गले में कफ जम जाए तो क्या करें?

बच्चों में कफ की समस्या.
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बच्चों में कफ जमने के कारण.
अजवायन और लहसुन की पोटली.
तरल पदार्थों का कराएं सेवन.
तेल मालिश से मिलता है आराम.
नींबू और शहद.
भाप से मिलती है राहत.

भाप लेने के बाद क्या करना चाहिए?

भाप लेने के बाद उसे लगाएं और स्नान खत्म करते समय उसे धो लें। अपने चेहरे पर टोनर और मॉइस्चराइज़र लगाएं: जब आप नहा लें, तब अपनी त्वचा को पोंछ ले और फिर पहले टोनर, उसके बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं।