Show by Neha Khandelwal |
हां, सांस के जरिये भाप अंदर लेने से शिशु की बंद नाक खुलने में मदद मिल सकती है। नम हवा बच्चे की नाक में जमा श्लेम ढीला कर सकती है और इससे उसे सांस लेने में आसानी हो सकती है। यह खांसी और गले में खराश को भी कम करने में मदद कर सकती है। बहरहाल, बच्चे को भाप दिलाते समय आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी, क्योंकि भाप खतरनाक होती है और बड़ों की तुलना में बच्चे का आसानी से जलने का खतरा ज्यादा रहता है।कमरे में नमी का स्तर बढ़ाने के लिए आप निम्नांकित दो तरीके आजमा सकती हैं: वेपोराइजर या ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल एक अन्य विकल्प है ह्यूमिडिफायर। यह ठंडी धुंध सी पैदा करते हैं, जो कि काफी सुरक्षित होती है क्योंकि इसमें गर्म पानी या भाप नहीं होती। दोनों ही हवा में नमी पैदा करते हैं और सर्दी-जुकाम के लक्षणों से राहत के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप कमरे में हीटर या ब्लोअर चलाती हैं, इनमें कमरे की हवा शुष्क हो सकती हैं, ऐसे में ह्यूमिडिफायर या वेपोराइजर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। निम्नांकित बातों को ध्यान रखें:
बाथरूम को भापयुक्त कमरा बनाएं
निम्नांकित बातों का ध्यान रखें:
आप शिशु को भाप दिलाने के लिए कोई भी तरीका चुनें, मगर ध्यान रखें कि शिशु को कभी भी अकेला न छोड़ें। कटोरे, पैन या चेहरे पर भाप लेने वाले स्टीमर से शिशु को भाप न दिलाएं। इनसे गर्म पानी आसानी से बाहर फैल सकता है और शिशु जल सकता है। बहुत से अन्य बच्चों की तरह हो सकता है आपके बच्चे को भी भाप लेना पसंद न आए, इसलिए उसका धीरज बंधाती रहें। उसे अपनी गोद में बैठने दें और आराम दिलाएं। कुछ शिशुओं को सीले से लगना अच्छा लगता है, वहीं कुछ को हल्की मालिश से आराम मिलता है। अगर, आपका शिशु भाप बिल्कुल भी नहीं लेना चाहता, तो उसके साथ जबरदस्ती न करें। अगर, आपका शिशु काफी छोटा है और स्वयं नाक से श्लेम नहीं छिनक सकता, तो आप लवण युक्त पानी (सैलाइन वाटर) की कुछ बूंदें या नाक से श्लेम निकालने वाले उपकारण (बल्ब सिरिंज) से इसे खींचकर निकाल सकती हैं। डॉक्टर आपको शिशु की नाक से बलगम निकालने के तरीके बता सकते हैं। आप सर्दी-खांसी से राहत के लिए इन 10 घरेलू उपायों को भी आजमाकर देख सकती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि अधिकतर डॉक्टर शिशुओं और दो साल से छोटे बच्चों पर वेपर रब लगाने की सलाह नहीं देते। इससे कुछ मामलों में जलन और असहजता हो सकती है। यदि आप फिर भी शिशु को वेपर रब लगाना चाहें तो डॉक्टर से बात करें। वे आपको बच्चे के लिए उचित वेपर रब की सलाह दे सकते हैं। । अंग्रेजी के इस लेख से अनुवादित: Will steaming help my baby's blocked nose? How do I give her a steam? हमारे लेख पढ़ें:
Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience. बच्चों को भाप कब देनी चाहिए?अगर हम बच्चे को गर्म पानी से भाप दिलाते हैं तो हवा में मौजूद नमी बच्चे की नाक में जमा म्यूकस को ढीला कर सकती है, और उसे सांस लेने में आसानी हो सकती है। कोरोनाकाल में बच्चों को खांसी और जुकाम से राहत दिलाने में भाप बेहद मददगार है। लेकिन बच्चे के लिए भाप लेना कई तरीकों से खतरनाक भी हो सकता है।
छोटे बच्चों को भाप कैसे दी जाती है?बच्चे को कैसे दें भाप
वेपराइजर पानी को गर्म करता है। वेपराइजर के गर्म पानी की भाप लेने से नाक की ब्लॉकेज कम होती है। वहीं ह्यूमिडिफायर बच्चों के लिए ज्यादा सुरक्षित होता है क्योंकि इसमें गर्म पानी नहीं होता। वेपराइजर और ह्यूमिडिफायर दोनों ही हवा में नमी लाते हैं जिससे जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
बच्चे के गले में कफ जम जाए तो क्या करें?बच्चों में कफ की समस्या. बच्चों का इम्यून सिस्टम बड़ों के मुकाबले थोड़ा कमजोर होता है, जिससे बदलते मौसम में बच्चे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। ... . बच्चों में कफ जमने के कारण. अजवायन और लहसुन की पोटली. तरल पदार्थों का कराएं सेवन. तेल मालिश से मिलता है आराम. नींबू और शहद. भाप से मिलती है राहत. भाप लेने के बाद क्या करना चाहिए?भाप लेने के बाद उसे लगाएं और स्नान खत्म करते समय उसे धो लें। अपने चेहरे पर टोनर और मॉइस्चराइज़र लगाएं: जब आप नहा लें, तब अपनी त्वचा को पोंछ ले और फिर पहले टोनर, उसके बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं।
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