Apne bachpan ki manmohak ghatna in hindi
बचपन में बहुत सी ऐसी घटनाएं होती हैं जो मनमोहक होती हैं जो हमारे मन में बस जाती हैं और लंबे समय तक हमें याद रहती हैं । मेरे बचपन में मुझे एक घटना आज भी याद है जो मेरा मन प्रसन्न कर देती है । जब मैं छोटा था तो अक्सर मैं घूमना पसंद करता था ।
मैं अपने पिताजी के साथ अक्सर घूमने की जीद किया करता था लेकिन मेरे पिताजी को कभी भी समय ही नहीं मिलता था । 1 दिन रविवार के समय मेरे पिताजी ने मुझसे कहा चलो आज तुम्हें कहीं घुमा कर लाते हैं । जब मैंने उनकी यह बात सुनी तो मुझे बहुत ही खुशी हुई । मैं अपने पिताजी के साथ शहर के सबसे बड़े सबसे अच्छे पार्क में घूमना चाहता था ।
अब हम घर से चल दिए हम गार्डन के पास पहुंच गए और फिर मैं अपने पिताजी की उंगली पकड़कर अंदर जाने लगा मैंने देखा कि उस गार्डन का नजारा बहुत ही अच्छा था । सुंदर सुंदर पेड़ पौधे तरह-तरह के रंग बिरंगे फूल बहुत ही मनमोहक लग रहे थे । मैं चारों और पार्क में घूम रहा था मुझे काफी खुशी मिल रही थी ।
मैंने देखा कि एक बड़ा सा झूला है जिसमें बहुत सारे मेरी तरह बच्चे झूम रहे थे । मैंने भी अपने पिताजी से उस झूले में झूलने की जिद की । मैं उस झूले में झूला तो मुझे काफी खुशी हुई । उसके बाद में उस पार्क में बने तालाब के पास गया जिसमें मैंने कई तरह के पक्षी देखें ।
उसके बाद में गोल गोल घूमने बाले झूले में बैठा जिसमें झूलने में मुझे बहुत ही अच्छा लगा और उस दिन सबसे अच्छी बात हमारे साथ यह हुई कि लगभग दो-तीन साल पहले जो फ्रेंड पहले हमारे घर के पास में ही रहते थे जो कि अब दूसरे शहर जाकर रहने लगे हैं वह फ्रेंड मुझे उस पार्क में मिला । वह मेरा बहुत ही अच्छा बेस्ट फ्रेंड था लेकिन हम बिछड़ गए थे जिस वजह से मैं अक्सर उसे याद करता था ।
जब उस पार्क में वह मुझे मिला तो मैं बहुत ही ज्यादा खुश हुआ । हम दोनों साथ में उस पार्क में घूमे कई तरह से हमने मनोरंजन किया । हमने पार्क में कई तरह के खेल भी खेले हमें बहुत ही अच्छा लगा । वास्तव में वह दिन मेरी बचपन की मनमोहक घटना थी क्योंकि मेरा पुराना दोस्त मुझे मिल गया था ।
दरअसल वह इस शहर में अपने किसी रिश्तेदार के यहां पर आए हुए थे इस वजह से वह पार्क में घूमने के लिए आ गए थे । फिर मैं अपने फ्रेंड को अपने घर पर भी लाया मुझे बहुत ही अच्छा लगा वह दिन मुझे आज भी याद है ।
दोस्तों हमारे इस आर्टिकल को शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें ।
Question Description
अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? for Class 6 2022 is part of Class 6 preparation. The Question and answers have been prepared according to the Class 6 exam syllabus. Information about अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? covers all topics & solutions for Class 6 2022 Exam. Find important definitions, questions, meanings, examples, exercises and tests below for अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और
विस्तर से लिखो?.
Solutions for अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? in English & in Hindi are available as part of our courses for Class 6. Download more important topics, notes, lectures and mock test series for Class 6 Exam by signing up for free.
Here you can find the meaning of अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? defined & explained in the simplest way possible. Besides giving the explanation of अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो?, a detailed solution for अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? has been provided alongside types of अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? theory, EduRev gives you an ample number of questions to practice अपने बचपन के कोई मनमोहक घटना याद करो और विस्तर से लिखो? tests, examples and also practice Class 6 tests.
अपने बचपन की कोई मनमोहक घटना …
CBSE, JEE, NEET, NDA
Question Bank, Mock Tests, Exam Papers
NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos
अपने बचपन की कोई मनमोहक घटना लिखो
Posted by Dipanshi Princess 5 years, 1 month ago
- 3 answers
is ghatna sa ham kya prabhavit hua
बचपन !!! इस शब्द मात्र से मेरे बचपन की वो सारी यादें ताजी हो जाती है ।आज से १५ वर्ष पहले मेरा जन्म कानपूर के एक छोटे से कस्बे में हूआ । माँ कहा करती है ,
कि पिताजी मेरे जन्म होने से काफी खुश थे। उत्सव मनायी गयी थी । वैैसे उस समय घर में क्या हो रहा था , ये तो खायी।
वल माँ ने जो कहा वही कह सकती हूँ । धीरे -घीरे समय बीता और मै ३-५ वर्ष का हो गया । इस समय की कुछ बीतें याद है मूझे , मेरे पापा अपने कंधे पर बैठा कर बाजार ले जाया करते थे , और मै इस तरह बैठा रहता मानो दूनिया का सबसे खूशी व्यक्ति मै ही हूँ । माँ के हाथो से भोजन करना , दूलार करना , सीने से लगाकर सूलाना , मनमोहक कहानियाँ सुनाना । आज भी याद आने पर खुशी के आँसू टपक परते हैं । धीरे -धीरे मे
६-८ वर्ष का हो गया । उफ, स्कुल जाना । ये काफी उबाउ काम था। क्योकि माँ हर रोज ५:०० बजे उठा देती थी। गूस्सा इतना आता था कि पूछो मत। खैर वो जो भी किया करती थी । मेरे भलाइ के लिये था ।लेकिन उस समय इतनी बुद्धी कहां , केवल खेल-खेल ,हा -हा -हा। मुझे याद है एक बार मैने खेलते वक्त एक दोस्त की हाथ तोङ दी थी। पापा ने बहूत पीटा था। लेकिन माँ के दूलार सारे दर्द छू मन्तर हो गया था । लेकिन रात को जब मे सोया था , पापा मेरे सिर पर अपने हाथ फेर रहे थे । शायद उन्हे अफसोस हो रहा था । क्योंकि मै उनके आँखो का तारा जो
था। लेकिन उस दिन के बाद से मुझे याद नही है ,कि मैने पापा से दोबारा पिटायी खायी।
मेरे चाचा महाविद्यालय के शिझक है । इसिलिए मुझे चाचा के साथ भेज दिया । क्योंकि वो शिझक है , तो जाहिर सी बात है , पढने वाले ही उन्हे पसंद आएँगे ना , और मूझे न चाहते हुए भी पढना पङता था । वो हमेशा बूद्ध या गधा कहकर पूकारते थे ।
मूझे बिल्कूल अच्छा नही लगता था । इसिलिए मै घँटो पढा करता । मै अपने कझा मे हमेशा अव्वल आता था , तबपर भी चाचा कोइ-न -कोइ दोष निकाल हि देते थे । आज भी वो वैसे ही हैं । खैर मै अब समझने लगा हूं
कि वो मूूझे केवल बेहतर नही उत्कृष्ट श्रेणी में देखना चाहते है।
मेरी माँ कहती है कि मै ज्यादा दोस्त बनाना पसँद नही करता था । मुझे भी ये सही लगता है , क्योंकि मुझे बचपन के देस्तो के बारें मे याद नही है ।
लेकिन फिर भी मै बहुत खुश रहता हूँ क्योंकि मैने अपने बचपन को माँ -पापा के साथ जीया है ।
Posted by Shruti Agrawal 1 week, 5 days ago
- 1 answers
Posted by Saumya Chaudhary 1 week, 6 days ago
- 1 answers
Posted by Mr.. Taaran Sharma 5 days, 20 hours ago
- 0 answers
Posted by Babita Rahi 6 days, 22 hours ago
- 0 answers
Posted by Harsh Vashisth 4 days, 6 hours ago
- 0 answers
Posted by Priyansi Shilwane 4 days, 21 hours ago
- 1 answers
Posted by Himanshu Wankhede 1 week ago
- 1 answers
Posted by Nahida Parveen 1 week, 5 days ago
- 1 answers
Posted by Kirtimayee Sahoo 1 week, 5 days ago
- 1 answers
Posted by Shruti Agrawal 1 week, 5 days ago
- 0 answers
myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students
- Create papers in minutes
- Print with your name & Logo
- Download as PDF
- 5 Lakhs+ Questions
- Solutions Included
- Based on CBSE Syllabus
- Best fit for Schools & Tutors
Test Generator
Create papers at ₹10/- per paper