न्यूयॉर्क ! अमेरिका की हिंदू आबादी बढ़कर 22.3 लाख हो गई है और आबादी के लिहाज से हिंदू धर्म मानने वाले लोग यहां चौथे पायदान पर पहुंच गए हैं। साल 2007 लेकर अब तक इसमें 85.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पेव रिसर्च सेंटर द्वारा मंगलवार को प्रकाशित अध्ययन 'रिलिजियस लैंडस्केप स्टडी' के मुताबिक अमेरिकी जनसंख्या में हिंदुओं की आबादी साल 2007 में 0.4 फीसदी से बढ़कर पिछले साल 0.7 फीसदी हो गई।अध्ययन कुल आबादी में हिंदुओं की प्रतिशतता को दर्शाता है, लेकिन संख्या नहीं बताता। लेकिन आईएएनएस की गणना के मुताबिक, हिंदुओं की आबादी साल 2007 में 12 लाख थी, जो साल 2014 में बढ़कर 22.3 लाख हो गई। इन सात वर्षो के दौरान कुल आबादी में 10.3 लाख या 85.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।पेव की फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रिलिजंस पर अप्रैल में आई एक रपट के मुताबिक, साल 2050 तक हिंदू अमेरिका की कुल आबादी का 1.2 फीसदी (47.8 लाख) हो जाएंगे।हिंदुओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बारे में पेव ने अपनी रपट में कहा है कि अमेरिका के सभी धार्मिक समूहों में उनकी शैक्षणिक व आय स्तर सबसे उच्च होगी। 36 फीसदी हिंदुओं ने कहा है कि उनकी वार्षिक पारिवारिक आय में 100,000 डॉलर का इजाफा हुआ है, जबकि पूरी अमेरिकी आबादी की आय में 19 फीसदी की वृद्धि हुई है।77 फीसदी हिंदुओं के पास स्नातक डिग्री, जबकि 48 फीसदी के पास स्नातकोत्तर की डिग्री है।पेव के अध्ययन के मुताबिक, पिछले सात वर्षो के दौरान ईसाइयों की आबादी में 7.8 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। साल 2007 में यह कुल आबादी की 78.4 फीसदी थी, जबकि साल 2014 में यह 70.6 फीसदी हो गई। इस प्रकार ईसाइयों की संख्या में लगभग 1.1 करोड़ की कमी देखी हुई है।लगभग 23 फीसदी अमेरिकी वयस्कों ने कोई भी धर्म न मानने की बात कही, जबकि साल 2007 में ऐसे लोगों की संख्या 16 फीसदी थी।अमेरिका में आबादी के लिहाज से यहूदी धर्म मानने वालों की संख्या दूसरे पायदान पर है, जो कुल आबादी के 1.9 फीसदी हैं। इनकी संख्या में 0.2 फीसदी की वृद्धि हुई है।इसके बाद इस्लाम धर्म मानने वालों की संख्या सर्वाधिक है, जिनमें 0.5 फीसदी की वृद्धि हुई है। बौद्ध, हिंदू आबादी के साथ चौथे पायदान पर हैं तथा कुल आबादी में इनकी संख्या 0.7 फीसदी है।अमेरिकी जनगणना में धर्म के बारे में सवाल नहीं पूछे जाते हैं। वाशिंगटन के स्वतंत्र सर्वेक्षण संगठन पेव ने इस सर्वेक्षण के लिए 35 हजार लोगों से बातचीत की, जिसके बाद वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे।रपट में हिंदू समुदाय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें :-- हिंदुओं में तलाक की दर सबसे कम, मात्र पांच फीसदी- बेहद कम संख्या में हिंदू किसी दूसरे धर्म में विवाह करते हैं और 91 फीसदी हिंदुओं के जीवनसाथी हिंदू हैं- हिंदू वयस्कों की औसत उम्र 33 साल है- सैन फ्रांसिस्को की कुल आबादी का पांच फीसदी, जबकि न्यूयॉर्क की कुल आबादी के तीन फीसदी हिंदू हैं- अधिकांश हिंदू पश्चिमी (38 फीसदी) तथा पूर्वोत्तर (33 फीसदी) अमेरिका में रहते हैं।रपट में एक विसंगति यह है कि 62 फीसदी हिंदू पुरुष हैं, जबकि 38 फीसदी महिलाएं। दोनों के बीच 24 फीसदी का अंतर है।
अमेरिका में घट रही ईसाई धर्म माननेवालों की संख्या, नास्तिकों की बढ़ी आबादी
| Updated: Oct 19, 2019, 9:25 AM
अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है जो किसी धर्म में यकीन नहीं रखते। नास्तिक और अनीश्वरवादियों की संख्या में जहां वृद्धि हुई है, वहीं रोमन कैथलिक मतावलंबियों की संख्या में कमी आई है।
हाइलाइट्स
- अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो खुद किसी एक धर्म से जुड़ा नहीं मानते हैं
- नास्तिक और अनीश्वरवादियों की संख्या में भी एक दशक में काफी वृद्धि हुई है
- खुद को ईसाई माननेवालों की संख्या में 1 दशक में 10% तक की कमी दर्ज की गई है
- धार्मिक आयोजनों में जानेवालों की संख्या में भी अमेरिका में 7% तक की कमी आई है
अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो किसी भी धर्म में यकीन नहीं रखते हैं। इसके साथ ही ईसाई धर्म को माननेवालों की संख्या में भी पहले से कमी आई है। प्यू रिसर्च
सेंटर की ओर से किए गए सर्वे के नए डेटा में यह जानकारी सामने आई है। 2018 से 2019 के बीच टेलिफोन सर्वे के जरिए यह आंकड़े सामने आए। नास्तिक और अनीश्वरवादियों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन धार्मिक आयोजनों में शिरकत करनेवालों की संख्या में पहले की तुलना में कमी आई है।
अमेरिका में बढ़ी नास्तिकों, अनीश्वरवादियों की संख्या
सर्वे के अनुसार, प्यू सेंटर का कहना है कि 65% अमेरिकन व्यस्कों ने माना कि उनका धर्म ईसाई है। 2009 में यह आंकड़ा 77% तक था। दूसरी तरफ
ऐसे लोग जिन्होंने खुद को नास्तिक या अनीश्वरवादी बतानेवालों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा 17% 26% तक बढ़ गया। इसमें ऐसे लोग भी शामिल थे जिन्होंने कहा कि वह किसी एक धर्म विशेष में यकीन नहीं रखते हैं।
कैथलिक ईसाई मतावलंबियों की संख्या में कमी
अमेरिका में मुख्य रूप से रोमन कैथलिक और प्रॉटेस्टेंट 2 मतों के ईसाई धार्मिक रहते हैं। रोमन कैथलिक लोगों की संख्या में पहले की तुलना में काफी कमी आई है। 2009 में यह संख्या 51% तक थी जो अब घटकर 20% तक रह गई है। दूसरी
तरफ रिसर्च सर्वे के अनुसार 43% व्यस्कों ने खुद को प्रॉटेस्टेंट धर्म माननेवाला बताया।
किसी धर्म को नहीं माननेवालों की संख्या में तेजी
सर्वे के अनुसार, अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है जो किसी एक धर्म विशेष में यकीन नहीं रखते। स्वघोषित तौर पर खुद को नास्तिक बतानेवालों की संख्या 4% हो गई है, 2009 में यह 2% ही थी। अनीश्वरवादियों की संख्या एक दशक पहले 3% तक थी जो बढ़कर अब 5% हो गई है। 17% अमेरिकन ऐसे हैं जिन्होंने खुले तौर पर कहा कि वह किसी एक धर्म
विशेष में यकीन नहीं रखते हैं। 2009 में यह संख्या 12% थी।
धार्मिक आयोजनों में भी भागीदारी 1 दशक में हुई कम
प्यू रिपोर्ट का कहना है कि धार्मिक सेवाओं में शिरकत करनेवालों की संख्या में भी पिछले 1 दशक में काफी कमी आई है। पिछले एक दशक में महीने में एक या 2 बार धार्मिक आयोजनों में जानेवालों की संख्या 7 फीसदी तक घटी है। अब ज्यादा अमेरिकी ऐसे हैं जिनका कहना है कि वह धार्मिक आयोजन में बहुत कम हिस्सा लेते हैं। महीने में एक या 2 बार धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेनेवालों की संख्या
2009 में 52% तक थी जो अब घटकर 47% है।
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