हिंदी में 1 से 100 तक की गिनती की हर संख्या के विभिन्न प्रचलित शाब्दिक स्वरूपों को ध्यान में रखते हुए हर संख्या का एक इष्टतम शब्दरूप निम्न तालिका में प्रस्तुत है। हिंदी में संख्याओं को शब्दों में लिखने में एकरूपता की कमी है और एक ही संख्या को शब्दों में लिखने में कई कई विकल्प प्रचलन में हैं। । हर संख्या का शब्दों में एक ही रूप प्रचलन में हो इस ध्येय से राजकीय मानकों, विभिन्न शब्दकोशों, प्रकाशनों आदि का अध्ययन कर यह तालिका बनाई गई है।
हिंदी गिनती (1-100) – संख्या व शब्दों में
संख्या | शब्द में |
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 | एक दो तीन चार पॉंच छ: सात आठ नौ दस ग्यारह बारह तेरह चौदह पंद्रह सोलह सत्रह अठारह उन्नीस बीस इक्कीस बाईस तेईस चौबीस पच्चीस छब्बीस सत्ताईस अठ्ठाईस उनतीस तीस इकतीस बत्तीस तैंतीस चौंतीस पैंतीस छत्तीस सैंतीस अड़तीस उनचालीस चालीस |
41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 | इकतालीस बयालीस तियालीस चौवालीस पैंतालीस छियालीस सैंतालीस अड़तालीस उनचास पचास इक्यावन बावन तिरपन चौवन पचपन छप्पन सत्तावन अट्ठावन उनसठ साठ इकसठ बासठ तिरसठ चौंसठ पैंसठ छियासठ सतसठ अड़सठ उनहत्तर सत्तर इकहत्तर बहत्तर तिहत्तर चौहत्तर पचहत्तर छिहत्तर सतहत्तर अठत्तर उनासी अस्सी |
81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 | इक्यासी बयासी तिरासी चौरासी पचासी छियासी सत्तासी अठ्ठासी नवासी नब्बे इक्यानवे बानवे तिरानवे चौरानवे पचानवे छियानवे सत्तानवे अठानवे निन्यानवे सौ |
यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि संख्याऔं के शब्द रूप अंग्रेज़ी की तुलना में हिंदी में अधिक संक्षिप्त व उन्नत हैं। अगर अंग्रेज़ी पद्धति पर ही हिंदी में शब्दरूप लिखे जावें तो उदाहरण के तौर पर “पच्चीस” को “बीस पाँच”, “छप्पन” को “पचास छ:” व “नवासी” को “अस्सी नौ” लिखना होगा।
हिंदी में गिनती लिखना हिंदी बोलने वालों को भी अटका देता हैं. क्योंकि 1 से 100 तक हिंदी यानि नागरी लिपि में लिखना थोडा-सा कठिन कार्य साबित होता हैं.
इस लेख में हम आपको हिंदी भाषा में 1-100 तक कि पूरी गिनती हिंदी में लिखनें के बारे में पूरी जानकारी देंग़े. आप जानेंगे कि हिंदी भाषा में 1 से 100 तक गिनती का मानक/शुद्ध रूप क्या हैं? और हिंदी भाषा में गणना करने के लिए किस पद्धति का उपयोग किया जाता हैं?
एक बार 100 तक की गिनती लिखना सीखने के बाद आप हिंदी में 100 से आगे की गिनतियों को आसानी से लिख सकेंग़े. इसलिए 1-100 तक की गिनतियाँ ही ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं. और इस लेख में हम भी केवल सौ तक ही गिनती लिखना सीखने वाले हैं.
गिनती लिखने से पहले हमे जानना जरूरी है कि हिंदी भाषा में गणना करने के लिए किस पद्धति को अपनाया गया है? इसके बाद ही हम हिंदी में गिनती लिख सकते है. इसलिए पहले हम गणना करने के लिए उपयोग होने वाली पद्धति के बारे में ही बात कर रहे है.
हिंदी भाषा में गिनती का मानक रूप
हिंदी भाषा में गिनती लिखने के लिए अंतरराष्ट्रिय रूप ही अपना गया हैं. मगर नागरी लिपि में भी लिखे जाने वाले अंको के रूप को भी सही माना गया है.
हिंदी भाषा में गणितीय अंको को लिखने के लिए दशमलव पद्धति का इस्तेमाल किया जाता हैं. अर्थात हिंदी में गणना करने के लिए 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 कुल दस अंको का उपयोग होता हैं.
दशमल पद्धति का मतलब है कि गिनती की संख्याओं को केवल दस अंको के प्रयोग से ही बनाया जाएगा. इसके अलावा किसी बाहरी अंक का उपयोग नही किया जाएगा. दशमलव पद्धति के कारण ही गिनतियाँ, पहाडें आदि को दस-दस के समूह में लिखा जाता हैं.
- एक
- दो
- तीन
- चार
- पांच
- छह
- सात
- आठ
- नौ
- दस
- ग्यारह
- बारह
- तेरह
- चौदह
- पंद्रह
- सोलह
- सत्रह
- अट्ठारह
- उन्नीस
- बीस
- इक्कीस
- बाईस
- तेईस
- चौबीस
- पच्चीस
- छब्बीस
- सत्ताईस
- अट्ठाईस
- उनतीस
- तीस
- इकतीस
- बत्तीस
- तैंतीस
- चौंतीस
- पैंतीस
- छत्तीस
- सैंतीस
- अडतीस
- उनतालीस
- चालीस
- इकतालीस
- बयालीस
- तैंतालीस
- चौंवालीस
- पैंतालीस
- छियालीस
- सैंतालीस
- अडतालीस
- उनचास
- पचास
- इक्यावन
- बावन
- तिरेपन
- चौवन
- पचपन
- छप्पन
- सत्तावन
- अट्ठावन
- उनसठ
- साठ
- इकसठ
- बासठ
- तिरेसठ
- चौंसठ
- पैंसठ
- छियासठ
- सडसठ
- अडसठ
- उनहतर
- सत्तर
- इकहतर
- बहतर
- तिहतर
- चौहतर
- पचहतर
- छिहतर
- सतहतर
- अठहतर
- उनासी
- अस्सी
- इक्यासी
- बयासी
- तिरासी
- चौरासी
- पचासी
- छियासी
- सत्तासी
- अट्ठासी
- नवासी
- नब्बे
- इक्यानवे
- बानवे
- तिरानवे
- चौरानवे
- पंचानवे
- छियानवे
- सतानवे
- अट्ठानवे
- निन्यानवे
- सौ
1 – 100 तक हिंदी में गिनति कैसे लिखें?
हम यहाँ 1-100 तक गिनति नही लिखेंग़े. क्योंकि ऐसा हम ऊपर बता चुके है. बल्कि 10-10 के समूह में गिनति लिखने के बारे में जानेंग़े और व्याख्या करेंग़े. ताकि आप समझ सके कि प्रत्येक गिनति का सही शब्द रुप क्या हैं?
1-10 हिंदी गिनति लिखना
एक से दस तक कि गिनति में सबसे ज्यादा 6 गडबड करता हैं. इसलिए 6 को कई रूपों में लिखा जाता हैं. 6 के बाद थोडा-सा 9 भी बहुरूपीया साबित होता है.
अक्सर ये सवाल होता हैं कि हिंदी में 6 कैसे लिखते हैं? 6 लिखने का शुद्ध और मानक रुप क्या हैं? क्योंकि 6 को छ: और छह दोनों रुप में लिखा जाता है? मगर सही के बारे में दुविधा ही रहती हैं.
- एक
- दो
- तीन
- चार
- पांच
- छह छ: मानक नही हैं. मगर खूब लिखा जाता हैं.
- सात
- आठ
- नौ यह नौ होता हैं नो नहीं.
- दस
11-20 हिंदी गिनति लिखना
11 से 20 तक की गिनति में 17 और 18 अंक परेशान करता हैं. और 17 एवं 18 को हिंदी में शुद्ध रूप में लिखने में अक्सर भ्रमित हो जाते हैं. और 19 के नी में धोखा खा जाते हैं.
- ग्यारह
- बारह
- तेरह
- चौदह
- पंद्रह
- सोलह
- सत्रह इसे सतरे या सतरा भी लिख दिया जाता हैं. जो गलत वर्तनी हैं.
- अट्ठारह इसे अठारा या अठारे लिख दिया जाता है. जो गलत वर्तनी हैं.
- उन्नीस कुछ इसे उनीस लिखते है. मगर नी नहीं वो न्नी होता हैं.
- बीस
21-30 हिंदी गिनति लिखना
21 से 30 तक की गिनति में समस्या इ/ई खडि करता हैं. और 22, 23, 27, 28 आदि को शब्द रूप में लिखने के लिए ‘इ’ या ‘ई’ सही हैं? इस सवाल में उलझ जाते हैं.
मगर 21 से 300 तक जो भी शब्द लिखे जाते हैं. उन सभी में ई को सही माना गया हैं. और 21, 24, 25, 26, 29 आदि में बडी ई की मात्रा का ही उपयोग होता हैं.
- इक्कीस
- बाईस
- तेईस
- चौबीस
- पच्चीस
- छब्बीस
- सत्ताईस
- अट्ठाईस
- उनतीस
- तीस
31-40 हिंदी गिनति लिखना
31 से 40 के बीच में सबसे ज्यादा 39 लिखने में दुविधा होती हैं. और इसे उनचालिस, उनतालिस आदि रूपों में लिखा जाता हैं.
- इकतीस
- बत्तीस
- तैंतीस
- चौंतीस
- पैंतीस
- छत्तीस
- सैंतीस
- अडतीस
- उनतालीस
- चालीस
41-50 हिंदी गिनति लिखना
41 से 50 के बीच में 43, 44, 48, 49 आदि अंक भ्रमित करते हैं. और इनके हिंदी मानक रूप लिखने में गडबड हो जाती हैं. 43 तो कुछ लोगों के लिए तिरालिस बना हुआ हैं. जो बिल्कुल ही गलत उच्चारण है.
- इकतालीस
- बयालीस
- तैंतालीस तिरालिस नहीं.
- चौंवालीस चवालिस नहीं.
- पैंतालीस
- छियालीस
- सैंतालीस
- अडतालीस
- उनचास उणनचास नही.
- पचास
51-60 हिंदी गिनति लिखना
51 से 60 के बीच में 54, 55, 59 आदि अंक अक्सर घुमा देते हैं. क्योंकि इनके कई लिखित रूप प्रचलित हैं. 54 को चउवन, 55 को पिचपन और 59 गुणसठ आदि लिखना स्वाभाविक सा लगता हैं. मगर ये तीनों वर्तनी ही अशुद्ध हैं.
- इक्यावन
- बावन
- तिरेपन
- चौवन चउवन नहीं.
- पचपन पिचपन नहीं.
- छप्पन
- सत्तावन
- अट्ठावन
- उनसठ गुणसठ नहीं.
- साठ
61-70 हिंदी गिनति लिखना
61 से 70 के बीच में 65 69 आदि अंक गडबड करवाते हैं. इनका मानक हिंदी रुप इस प्रकार होता हैं.
- इकसठ
- बासठ
- तिरेसठ
- चौंसठ
- पैंसठ
- छियासठ
- सडसठ
- अडसठ
- उनहतर
- सत्तर
71-80 हिंदी गिनति लिखना
71 से 80 के बीच में 71, 73, 75, 77, 78 आदि को लिखने में हाथ रुक जाते हैं. और दिमाग इनका शुद्ध हिंदी रूप खोजने में व्यस्त हो जाता हैं. इनमे सबसे ज्यादा 77 जिसे सतततर बोला जाता हैं. मगर यह अशुद्ध वर्तनी हैं. इस समूह के सभी अंको को सबसे ज्यादा ध्यान से लिखना चाहिए.
- इकहतर इकतर नहीं.
- बहतर
- तिहतर तेहतर नहीं.
- चौहतर
- पचहतर पिचतर नहीं.
- छिहतर
- सतहतर सतततर नहीं.
- अठहतर
- उनासी गुणासी नहीं.
- अस्सी
81-90 हिंदी गिनति लिखना
81 से 90 के बीच में 83, 85, 89 को लिखने में भ्रम होता हैं. इस समूह का शुद्ध मानक रूप इस प्रकार लिखा जाता हैं.
- इक्यासी
- बयासी बईयासी नहीं.
- तिरासी तेरासी नहीं.
- चौरासी
- पचासी पिचयासी नहीं.
- छियासी
- सत्तासी
- अट्ठासी
- नवासी नव्वासी नहीं.
- नब्बे
91-100 हिंदी गिनति लिखना
91 से 100 तक के बीच में “बे” और “वे” के बीच दुविधा होती हैं. और बे की जगह वे को सही माना गया हैं. और 90 के बाद 99 तक सभी अंको में बे के स्थान पर वे की ध्वनी को मानक के रूप में शामिल किया गया हैं.
- इक्यानवे
- बानवे
- तिरानवे
- चौरानवे
- पंचानवे
- छियानवे
- सतानवे
- अट्ठानवे
- निन्यानवे
- सौ
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने 1 से 100 तक हिंदी में गिनती लिखने की पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना हैं कि हिंदी भाषा में गणना करने के लिए किस पद्धति का इस्तेमाल होता हैं? और गणित अंको का शुद्ध रूप क्या है? हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
#BeDigital